• Hindi Kahani

भारत के प्रेरणा देने वाले टॉप दस व्यक्तियों की कहानी

Successful person in india in hindi, भारत के प्रेरणा देने वाले टॉप 10 व्यक्ति.

जिस प्रकार सूर्य की रौशनी (Sunlight) से सम्पूर्ण पृथ्वी (Earth) का अंधकार (Night) नष्ट हो जाता है और सम्पूर्ण जगत ( Whole World) प्रकाशवान (Lightness) दिखाई देता है सूर्य हालाकि छितिज (Top) पर होता है लेकिन उसके प्रकाश से दूर दूर तक रौशनी दिखाई पड़ता है ठीक उसी प्रकार हमारे देश की धरती पर ऐसे अनेक लोगो (Great Inspirational Person) ने जन्म (Born) लिया है जिनका जीवन (Life) लोगो के लिए प्रेरणा (Motivation) की मिशाल (Symbol) है और जब हमारे जीवन के पथ में अँधेरा (Darkness) दिखलाई पड़ता है तो इनके जीवन के आदर्श विचार (Great Thought) हम सभी को प्रेरणादायक मार्ग (Inspirational Way) का रास्ता दिखाते है.

तो आईये ऐसे ही 10 Inspirational People, Successful Person In India In Hindi के बारे में जानते है जो लोगो की Life के लिए Motivation का काम करते है और उनके द्वारा कही गयी महान बाते (Great Saying) सबको (People) सकरात्मक उर्जा (Positive Energy) से भर देती है.

जीवन को प्रेरित करने वाले 10 मोटिवेशनल व्यक्ति

10 best inspirational personalities of india in hindi.

तो आप सबके बीच आज हम ऐसे 10 लोगो के बारे में बताने जा रहे है जो हम सभी को कही न कही जीवन में प्रेरणा देते है हो, इन दस लोगो के नाम हमने अपने अनुभव के आधार पर बनाया है हो सकता है की आपको कोई और पसंद Motivational Persons हो अगर आपको यह Motivational लोगो की लिस्ट अच्छी लगे तो हमे कमेंट बॉक्स में जरुर बताईयेगा और लोगो के बीच यह पोस्ट शेयर करना न भूले.

Table of Contents :-

Motivational Stories Of Famous Personalities In Hindi

1 Motivational Persons: – एपीजे अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam)

इन्सान अपने कर्मो के बदौलत ही इस दुनिया में पहचाना जाता है आप गरीब पैदा होते है ये कोई बड़ी बात नही लेकिन गरीबी में मरना हमारी खुद की कमजोरी होती है आज के ज़माने में जहा थोड़े से सफलता हासिल कर लेते है खुद को सबसे ऊचा समझने लगते है लेकिन कभी पेपर बेचकर घर की गुजारा कर जीवन की शुरुआत करने वाले एपीजे अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam) ने अपने जीवन में सफलता की वो हर बुलंदी को हासिल किया,

फिर भी पूरा जीवन सादगी की मिशाल पेश की और उनके द्वारा कहे गये अनमोल वचन जैसे “ सपने देखना अच्छी बात है लेकिन उन सपनों को पूरा करने के लिए नीद तक खो देना बड़ी बात है” हर किसी के लिए उर्जा का कार्य करता है एक वैज्ञानिक के तौर पर एपीजे अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam) का नाम “Missile Man” के नाम से से प्रसिद्द है और इस Motivational Persons के रूप में एपीजे अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam) का नाम हम पहले स्थान पर रखते है.

पढ़े :- एपीजे अब्दुल कलाम की 5 कहानी

Great Man Of India In Hindi

2 Motivational Persons: – स्वामी विवेकानन्द (Swami Vivekananda)

भारतीय संस्कृति का सम्यक रूप से विश्वपटल पर प्रचार करने वाले स्वामी विवेकानन्द (Swami Vivekananda) का नाम भारतीय इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित है पूरी विश्व को मानवता का पाठ पढ़ाने वाले स्वामी विवेकानन्द (Swami Vivekananda) का कहना था की “ किसी भी कार्य को करने के लिए तुरंत उठो, जागो और हमे तब तक नही रुकना है जबतक की हमारा लक्ष्य हासिल न हो जाए” और विश्व धर्म सम्मेलन शिकागो में स्वामी विवेकानन्द (Swami Vivekananda) द्वारा दिया गया भाषण (Speech) सभी के लिए अमृत का काम करता है पूरे विश्व को एक घर मानने वाले स्वामी विवेकानन्द (Swami Vivekananda) के अनमोल विचार हम सभी को जीवन में आगे बढने की प्रेरणा देते है.

Inspirational Stories Of Great Indian Personalities In Hindi

3 Motivational Persons: – अरुणिमा सिन्हा (Arunima Sinha)

हमारे देश की यदि इतिहास को खंगाला जाए तो एक तरफ महिलाओ का जहा अबला कहा जाता रहा है तो दूसरी तरफ इसी धरती पर विरंगनाये भी हुई है जिनके हिम्मत और हौसलों के आगे पूरी दुनिया सलाम करती है इसकी कड़ी में अरुणिमा सिन्हा (Arunima Sinha) का नाम आता है एक तरफ जहा अपने खुद की कमजोरी से लोग टूट जाते है वही दूसरी तरफ अरुणिमा सिन्हा (Arunima Sinha) इन सबको किनारे करते हुई अपनी कमजोरी को ताकत बना लेती है कहा जाता है जहा लोग पैर होते हुए भी एवेरस्ट फतह की बात सुनकर दातो तले ऊँगली दबा लेते है,

लेकिन अरुणिमा सिन्हा भले ही हादसे में अपनी पैर गवा दी लेकिन अपनी बुलंद इरादे और हौसलों से एवरेस्ट फतह हासिल किया जो की हम के लिए जीवन में आगे बढने के लिए एक जीता जागता मिशाल है हर कोई खुद के मन से से हारा हुआ व्यक्ति भी अरुणिमा सिन्हा (Arunima Sinha) से जीवन में आगे बढने की प्रेरणा ले सकता है.

Motivational Person In Hindi

4 Motivational Persons: – संदीप माहेश्वरी (Sandeep Maheshwari)

आज के ज़माने में जब 12वी क्लास का कोई भी लड़का अपने Career के सपने बुनता है लेकिन जीवन के उसी काल में संदीप माहेश्वरी (Sandeep Maheshwari) कुछ बड़ा करने की सोच के चलते लोगो को टेलीफोनिक Advice देना शुरू कर दिया था शायद जब कोई नया करना चाहता है तो शुरुआत ऐसे ही होती है एक फोटोग्राफर के रूप में संदीप माहेश्वरी (Sandeep Maheshwari) की वेबसाइट Imagebazaar .कॉम ऑनलाइन फोटो संग्रह का एक बहुत बड़ा केंद्र है,

और अपने प्रेरणादायक विचारो ( Motivational Speech) से आज के समय में युवाओ की पहली पसंद बन गये है और शायद आप कल्पना भी नही कर सकते है और Motivational Speaker के रूप में सबसे ज्यादा सर्च किये जाते है.

पढ़े :- संदीप माहेश्वरी के 100 अनमोल विचार

Great Personalities Of India In Hindi

5 Motivational Persons: – शिव खेडा (Shiva Khera)

अक्सर कहा जाता है जब समय जीवन में लोगो की परीक्षा लेने लगता है तो अक्सर लोग टूट जाते है लेकिन कुछ लोग इन्ही विपरीत परिस्थितियों से लड़ते हुए जीवन में हमेसा आगे बढ़ते चले जाते है और अपने अनुभवो के बल पर पूरी दुनिया को एक नई उर्जायुक्त राह दिखाते है इन्ही व्यक्तियों में से एक है शिव खेडा (Shiva Khera) जिन्होंने अपने जीवन में संघर्षो से निराशायुक्त जीवन को आशा में बदल दिया और आने इसी अनुभवो के बल पर युवाओ के लिए प्रेरणास्रोत्र है जिसके कारण शिव खेडा (Shiva Khera) के चाहने वालो में ट्विटर पर लाखो लोग मौजूद है.

आप भी पढ़े :- शिव खेड़ा के अनमोल विचार Shiv Khera Quotes

Short Speeches By Famous Indian Personalities In Hindi

6 Motivational Persons: – चेतन भगत (Chetan Bhagat)

एक उपन्यासकार के रूप में चेतन भगत (Chetan Bhagat) सर्वाधिक बुद्धिमान माने जाते है वे एक भारतीय लेखक होने के साथ साथ Motivational Speaker भी है उनके द्वारा लिखी गयी अंग्रेजी में उपन्यास सर्वाधिक बिकने वाले भारतीय उपन्यासकार है चेतन भगत (Chetan Bhagat) की प्रसिद्धि का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है उनके द्वारा लिखे गये उपन्यास की 7 मिलियन प्रतिया बिक चूकी है यानी उनकी लिखी गयी बातो की मांग इतनी अधिक है जो सभी को प्रेरित करने का कार्य करती है.

पढ़े :- चेतन भगत के प्रेरक विचार

Famous Personalities Of India In Hindi

7 Motivational Persons: – अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan)

“एंग्री यंग मैन” के नाम से मशहूर हिंदी फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को “सदी के महानायक” के नाम से भी जाना जाता है अभिताभ बच्चन के जिस आवाज़ की दुनिया आज दीवानी है कभी इसी आवाज़ के चलते रेडियो के एक चैनल ने इन्हें काम देने से मना कर दिया था अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) जिस किरदार को निभाते है उसमे पूरी तरह से ढल जाते है जिसके जिसके चलते अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के आज भी इस उम्र में लाखो फैन है,

यहाँ तक की उनकी उपलब्धी का अंदाजा भी इसी बात से लगाया जा सकता है की बड़ी बड़ी कंपनिया, NGO, सरकारे भी अपने प्रचार के लिए अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को स्टार प्रचारक और ब्रांड एम्बेसडर के रूप में चुनती है उनके द्वारा अभिनीत टीवी पर पॉपुलर शो “कौन बनेगा करोडपति” इतना अधिक फेमस हुआ की टीआरपी के सारे रिकॉर्ड को तोड़ दिए. यदि कोई भी युवा यदि फ़िल्मी दुनिया में जाना चाहता है तो जरुर वह कही न कही अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के अभिनय से जरुर प्रभावित होता है और इनसे सीख लेते हुए आगे बढने की कोशिश करता है.

पढ़े :- अमिताभ बच्चन के 30 प्रेरक सुविचार

Great Person Biography In Hindi

8 Motivational Persons: – सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar)

मेहनत और लग्न के बल पर वो सबकुछ हासिल किया जा सकता है जो आप अपने जीवन में पाना चाहते है इसी कहावत को सत्य सिद्ध करते हुए सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) पर एकदम सटीक बैठती है एक खिलाडी के रूप में क्रिकेट की दुनिया के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने क्रिकेट की दुनिया में रनों का एक ऐसा अम्बार लगाया है जिसे पार पाना बहुत ही मुश्किल है और शतको का शतक लगाने वाले दुनिया के एकमात्र खिलाडी है और इसी उपलब्धी से भारत देश का नाम विश्व में रोशन किया है.

Draupadi Murmu Biography In Hindi

एक क्रिकेटर के साथ साथ सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) एक अच्छे इन्सान भी है सचिन कहते है की मैंने अपनी तुलना कभी भी दुसरे से नही किया है ऐसे ही महान विचारो के चलते सचिन देश के हर वर्ग के लोगो में काफी लोकप्रिय है और आज का हर युवा जो क्रिकेट में जाना चाहता है वो सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) से जरुर प्रेरणा लेता है और भारतीय खिलाडी तो इन्हें अपना आदर्श मानते है.

पढ़े :- सचिन तेंदुलकर के प्रेरणा देते 40 अनमोल विचार

Speech Of Famous Personality In Hindi

9 Motivational Persons: – लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar)

संगीत की दुनिया में लगभग 7 दशको से अपने सुरीली आवाज़ के दम पर लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) भारतीय संगीत की अनमोल कोकिला है दुनिया में सबसे अधिक गाना गाने वाली गायिकाओ में लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का नाम सर्वप्रथम पर है जिन्होंने 30 हजार से भी अधिक गानों को गाया है जो की अपने आप में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है,

और इनकी इसी उपलब्धी पर लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) को भारत रत्न से भी सम्मानित किया जा चूका है सभी भारतीयों में लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) एक लीजेंड के रूप में फेमस है जिसके चलते लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) भारतीय दिलो की संगीत की धडकन बन चूकी है माँ सरस्वती की इनपर असीम कृपा है जिसके चलते लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) कोई भी गीत हमेसा नंगे पाव ही गाती है और जो कोई भी भारतीय यदि संगीत की दुनिया में जाना चाहता है वह लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) से प्रभावित हुए बिना नही रह सकता है.

Great Indian Personalities In Hindi

10 Motivational Persons: – कैलाश सत्यार्थी (Kailash Satyarthi)

विश्व भर के बच्चो के अधिकारों की रक्षा के लिए कार्य करने वाले कैलाश सत्यार्थी (Kailash Satyarthi) को पाकिस्तान के मलाला युसुफजई के साथ संयुक्त रूप से नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चूका है पेशे से इन्जिन्यिर कैलाश सत्यार्थी (Kailash Satyarthi) विश्व के लगभग 144 देशो में बाल अधिकारों की रक्षा के लिए प्रत्यक्ष रूप से “बचपन बचाओ” आन्दोलन चलाते है,

मदद करने की भावना से कूट कूट कर भरे हुए कैलाश सत्यार्थी (Kailash Satyarthi) पूरी दुनिया को मानवता और मदद करने की भावना को दिखाते है हर बचपन चाहता है की वह भी पढ़े लेकिन किताबो के बगैर पढाई नही हो सकती है इसी कमी को दूर करने के लिए कैलाश सत्यार्थी (Kailash Satyarthi) हमेसा गरीब बच्चो को किताबो के माध्यम से भी मदद करते है.

तो आज आपको हमने ऐसे 10 लोगो के बारे में बताया जो की कही न कही हम सभी को जरुर इनकी Famous Personalities In Hindi करती है आप किससे सबसे ज्यादा प्रभावित होते है हमे कमेंट बॉक्स में जरुर बताये और Inspire करने वाले लोगो पर आधारित यह पोस्ट Top 10 Motivational Persons of India in Hindi कैसा लगा प्लीज हमे कमेंट बॉक्स में जरुर बताये.

  • Famous Personalities
  • Great Person
  • Great Persons
  • Great Persons Of India
  • Inspirational Personalities
  • Motivational Personalities
  • Motivational Personality

NSE क्या है – National Stock Exchange कैसे काम करता है...

सर्च इंजन क्या है search engine के प्रकार कैसे काम करता..., bse क्या है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज कैसे काम करता है की..., irctc क्या है आईआरसीटीसी से ट्रेन टिकट कैसे बुक करे की....

Very interesting stories

Very Motivational Stories.

A.p.j.abdul kalam ke Thoughts Nice Sir

LEAVE A REPLY Cancel reply

  • Privacy Policy

great person biography in hindi

Press ESC to close

Or check our popular categories....

NCERT GEOGRAPHY 5

212 विश्व विख्यात व्यक्तित्व (संक्षेप में)| 212 World Famous Personalities in Hindi

  • अब्दुल गफ्फार खान-  ‘फ्रंटियर गाँधी के नाम से प्रसिद्ध; स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ‘नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर प्रॉविंस के प्रमुख नेता। ‘खुदाई खिदमतगार नामक संगठन के संस्थापक।
  • अब्दुल रहीम खान-ए-खानं-  अकबर के  सेनापति व नव रत्नों में से एक। प्रमुख मध्यकालीन भक्ति कवि।
  • अबुल फजल (1551-1602 ई.)-  अकबर के प्रमुख सलाहकार व सरकारी इतिहासकार। उन्होंने ‘आइने अकबरी व ‘अकबरनामा लिखा।
  • अहिल्या बाई-  इंदौर के महाराजा मल्हार राव होल्कर की विधवा बहू जिन्होंने 1764-1765 तक राज्य पर शासन किया।
  • अहमद शाह अब्दाली-  अफगानिस्तान का शासक जिसने भारत पर सात बार आक्रमण किया, जिसमें 1761 में पानीपत के युद्ध में मराठों की पराजय प्रमुख है।
  • अजातशत्रु- विंबसार का पुत्र और मगध के हरयंका वंश का द्वितीय शासक।
  • अकबर (1542-1605 ई.)-  मुगल साम्राज्य का महानतम शासक। उसने मुगल साम्राज्य का विस्तार किया और उसे मुख्य रूप से धार्मिक सहिष्णुता और राजपूतों के साथ मित्रतापूर्ण सम्बंधों के लिए जाना जाता है। उसने एक नए धार्मिक पंथ ‘दीन-ए-इलाही की स्थापना की।
  • अल बरूनी (970-1039 ई.)-  प्रसिद्ध लेखक जो महमूद गजनवी के साथ भारत आया और भारत पर विश्व प्रसिद्ध किताब ‘किताब-उल-हिंद लिखी।
  • अलाउद्दीन बहमन शाह-  बहमनी राज्य के संस्थापक।
  • अलाउद्दीन खिलजी-  दिल्ली सल्तनत का सबसे सक्षम शासक जिसने मूल्य नियंत्रण प्रणाली लागू की। इसके शासनकाल के दौरान दिल्ली सल्तनत का सबसे ज्यादा विस्तार हुआ।
  • अलबुकर्क (1453-1515 ई.)-  भारत में पुर्तगाली वायसराय। 1510 ई. में उसने गोवा व दीव पर अधिकार जमाया।
  • अल्बर्ट आइं स्टीन (1879-1955 ई.)-  न्यूटन के बाद महानतम् वैज्ञानिक। 1905 में ‘क्वांटम सिद्धांत का प्रयोग करके ‘फोटो विद्युत प्रभाव की व्याख्या की। द्रव्यमान व ऊर्जा के मध्य सम्बंध स्थापित करने के लिए श्व=द्वष्२ समीकरण का प्रतिपादन किया। ब्राऊनियन गति की व्याख्या करके परमाणु सिद्धांत की पुष्टिï की। सापेक्षता के विशिष्टï सिद्धांत (Special Theory of relativity) का प्रतिपादन किया। 1916 में सापेक्षता के सामान्य सिद्धांत (General theory of relativity) का प्रकाशन। 1921 में नोबेल पुरस्कार।
  • एलेन ऑक्टोवियन ह्यूम (1829-1912 ई.)-  ब्रिटिश सरकार में सिविल सर्र्वेंट जिन्होंने  भारतीय राष्टरीय कांग्रेस की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • अमीर खुसरो (1255-1325 ई.)-  इनको ‘पैरेट ऑफ इंडिया कहा जाता है। वे प्रसिद्ध साहित्यकार, इतिहासकार व संगीतज्ञ थे। सूफी संत हजरत निजामुद्दीन औलिया के शिष्य के रूप में प्रसिद्ध।
  • अर्दशीर-  226 ई. में ईरान में सस्सानिद वंश के संस्थापक।
  • अलेक्जेंडर ग्राहम बेल (1847-1922 ई.)-  स्कॉटिश अमेरिकी, जिसने टेलीफोन का आविष्कार किया।
  • अरस्तू (384-322 ई. पू.)-  ग्रीक दार्शनिक, साहित्यकार व वैज्ञानिक। सिकंदर महान के शिक्षक व प्लेटो के शिष्य। उन्होंने तर्कशास्त्र (Logic) की स्थापना की।
  • आर्यभट्ट (476-520 ई.)-  भारतीय खगोलशास्त्री व गणितज्ञ जो चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के नौ रत्नों में से एक थे। उन्हें बीजगणित (algebra) के आविष्कार का श्रेय है। वे पहले खगोलशास्त्री थे जिन्होंने  बताया कि पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमती है।
  • अशोक महान (शासन 269-232 ई. पू.)-  प्राचीन भारत का महानतम शासक। 261 ई. पू. में कलिंग युद्ध के पश्चात् उसने हिंसा का मार्ग छोड़कर बौद्ध धर्म अपना लिया।
  • अश्वघोष-  कुषाण सम्राट कनिष्क के अध्यात्मिक गुरू, जिन्होंने प्रसिद्ध बौद्ध ग्रंथ ‘बुद्धचरितम्’ की रचना की।
  • अतातुर्क कमाल (1881-1938 ई.)-  तुर्की जनरल व राजनीतिज्ञ। उन्होंने तुर्की में खिलाफत का अंत करके वहाँ गणतंत्र की स्थापना की और तुर्की को एक आधुनिक धर्मनिरपेक्ष देश के रूप में स्थापित किया।
  • आंद्रे मेरी एम्पियर (1775-1836 ई.)-  फ्रांसीसी वैज्ञानिक जिसने एम्पियर के नियमों का प्रतिपादन किया। विद्युत धारा की इकाई का नामकरण इन्हीं पर किया गया है।
  • अलेक्जेंडर फ्लेमिंग (1881-1955 ई.)-  स्कॉटिश वैज्ञानिक जिन्होंने प्रथम एंटीबायोटिक ‘पेनीसिलिन’ की खोज 1928 में की।
  • ऑर्थर कॉम्पटन (1892-1962 ई.)-  अमेरिकी भौतिकविद् जिन्हें 1927 में ‘कॉम्पटन प्रभाव’ (Compton Effect) की खोज के लिए नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। ‘कॉम्पटन प्रभाव’ से ही प्रकाश के द्विस्वभाव(Dual nature) की जानकारी हुई।
  • अर्नेस्ट रदरफोर्ड (1871-1937)-  प्रसिद्ध भौतिकविद जिन्होंने परमाणु की संरचना की खोज की जिससे नाभिकीय युग (Nuclear Age) की शुरुआत हुई।
  • अल्फ्रेड नोबेल (1833-1896 ई.)-  स्वीडिश रसायनविद व आविष्कारक। इन्होंने डाइनामाइट का आविष्कार किया और इन्हीं के नाम से चिकित्सा, साहित्य, अर्थशास्त्र, भौतिकी, रसायनशास्त्र और शांति के लिए प्रत्येक वर्ष नोबेल पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
  • ऑगस्टस (63 ई. पू. – 14 ई.)-  प्रथम रोमन सम्राट। उन्होंने मिस्र पर विजय प्राप्त की और रोम में नैतिक धार्मिक सुधारों को लागू किया।
  • आर्कमिडीज़ (287-212 ई. पू.)-  ग्रीक के प्रसिद्ध गणितज्ञ जिनको ‘उत्प्लावन के सिद्धांतों (Principle of buoyancy) के प्रतिपादन का श्रेय है।
  • इयूक्लिड (330-260 ई. पू.)-  यूनान के प्रसिद्ध गणितज्ञ जिन्होंने ज्यामिति (geometry) में अनेक महत्वपूर्ण खोजें कीं।
  • एडविन पॉवेल हब्बल (1869-1953 ई.)-  अमेरिकी खगोलविद जिन्होंने सबसे पहले ब्रह्मड के अकल्पनीय आकार की खोज की।
  • औरंगजेब- (1618-1707 ई.)-  मुगल सम्राज्य का अंतिम महान सम्राट जिसने साम्राज्य का सुदूर दक्षिण तक विस्तार किया, किन्तु उसकी धार्मिक असहिष्णुता की नीति ने मुगल राज्य को धक्का पहुँचाया।
  • बाबर (1483-1530 ई.)-  भारत में मुगल साम्राज्य का संस्थापक जिसने अप्रैल 1526 में पानीपत के युद्ध में इब्राहिम लोदी को परास्त किया। तुर्की में आत्मकथा ‘तुजुक-ए-बाबरी लिखी।
  • बाणभट्ट-  हर्षवद्र्धन के दरबारी कवि। प्रसिद्ध कृति ‘हर्षचरित।
  • बाडेन पावेल (1857-1941 ई.) –  बॉय स्काउट्स मूवमेंट के संस्थापक (1908 ई.)।
  • बालाजी विश्वनाथ-  मराठा साम्राज्य के प्रथम पेशवा (1731 ई.)।
  • बलवन, गियास-उद्-दीन-  दिल्ली सल्तनत के सुल्तान (1265-86)। उसने ‘सजदा व ‘पाएबोस जैसे तुर्की रिवाजों को अपने दरबार में लागू किया।
  • बिथोवन-  विश्व के महानतम संगीतकारों व कम्पोजरों में से एक।
  • बेसंट, एनी (1846-1933 ई.)-  आयरिश सामाजिक सुधारक, 1917 में भारतीय राष्टï्रीय काँग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष। 1916 में होम रूम लीग की स्थापना की।
  • भीमराव अम्बेडकर (1891-1956 ई.)-  दलितों के मसीहा। भारतीय संविधान के निर्माता जो 1947 से 1951 के मध्य भारत के कानून मंत्री रहे।
  • बिम्बसार (शासन 544-493 ई. पू.)-  मगध राज्य के प्रथम महत्वपूर्ण राजा।
  • बिस्मार्क (1815-1898 ई.)-  19वीं शताब्दी में जर्मनी के सर्वाधिक सशक्त राजनीतिज्ञ जिन्होंने जर्मनी का एकीकरण करके उसकी स्थापना की।
  • बोस, सुभाषचंद्र (1897-1945 ई.)-  इन्हें ‘नेताजी के उपनाम से जाना जाता है। वे एक शक्तिशाली राष्टï्रवादी नेता थे जो  भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान उन्होंने आजाद हिंद फौज की स्थापना करके अंग्रेजों से टक्कर ली।
  • भाभा, डा. होमी जे. (1909-1966 ई.)-  भारत के ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक। भारतीय अणु कार्यक्रम के जनक माने जाते हैं।
  • भगत सिंह – प्रसिद्ध क्रांतिकारी व विचारक जिन्हें लाहौर षडयंत्र केस में फांसी दी गई।
  • भास्कराचार्य (जन्म 1114 ई.) –  प्रसिद्ध गणितज्ञ व खगोलशास्त्री। प्रसिद्ध कृति- सिद्धांत शिरोमणि।
  • बोस, नंद लाल-  प्रसिद्ध भारतीय चित्रकार जिन्होंने  कई प्रसिद्ध पेंटिंग्स बनाईं।
  • बुद्ध, गौतम (523 ई. पू. -453 ई. पू.)-  बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध का जन्म नेपाल के लुम्बिनी में हुआ था। वे कपिलवस्तु के राजा शुद्धोधन के पुत्र थे। उन्होंने संसार का त्याग किया और ज्ञान की प्राप्ति के बाद बुद्ध कहलाये।
  • सीज़र, जूलियस (100-44 ई. पू.)-  रोमन जनरल व तानाशाह। उसने गाउल पर विजय प्राप्त की, राइन नदी पार करके ब्रिटेन पर दो बार आक्रमण किया।
  • चैतन्य (1485-1533 ई.)-  कृष्ण भक्त संत जिन्होंने उड़ीसा, बंगाल व पूर्वी दक्कन में कृष्ण भक्ति का प्रचार-प्रसार किया।
  • चाणक्य (चौथी सदी ई. पू.)-  चाणक्य को कौटिल्य के नाम से भी जाना जाता है। उनकी कृति ‘अर्थशास्त्र आज भी लोगों के मध्य प्रसिद्ध है। वह चंद्रगुप्त मौर्य के गुरू व प्रधानमंत्री थे। इनकी मौर्य वंश की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका थी।
  • चंद्रगुप्त मौर्य (शासन 321-298 ई. पू.)-  मौर्य साम्राज्य के संस्थापक। उन्होंने मौर्य साम्राज्य का अफगानिस्तान तक विस्तार किया। इनके शासनकाल के दौरान ग्रीक राजदूत मेगास्थनीज़ भारत आया था।
  • चंगेज खान (1162-1227 ई.) –  मंगोल योद्धा जिसने मंगोल साम्राज्य को चीन, रूस के अधिकाँश भागों और पूर्व में काला सागर तक फैलाया। चंगेज खान का साम्राज्य अभी तक का सर्वाधिक विशाल साम्राज्य था।
  • चियांग काई शेक (1887-1975 ई.)-  चीनी राजनीतिज्ञ जिन्हें चीन के एकीकरण का श्रेय दिया जाता है (1926-28 ई.)। बाद में राष्टï्रवादी सरकार का नेतृत्व किया। (1928-49 ई.)। 1949 ई. में चीनी क्रांति के बाद ताइवान में निर्वासित सरकार का नेतृत्व।
  • क्लाइव, रॉबर्ट (1725-1774 ई.)-  भारत में ब्रिटिश साम्राज्य का संस्थापक। 1757 ई. में प्लासी की लड़ाई में बँगाल के शासक सिराजुद्दौला को परास्त करके  ब्रिटिश राज्य की नींव रखी।
  • कोलम्बस, क्रिस्टोफर (1451-1506 ई.)-  इतावली भौगोलिक अन्वेषणकर्ता, जिन्होंने 1498 ई. में अमेरिका की खोज की।
  • कोपरनिकस, निकोलस (1473-1543 ई.) –  पोलिश खगोलशास्त्री जिन्होंने प्रतिपादित किया कि पृथ्वी सहित सभी ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते हैं।
  • साइरस-  ईरान का महान शासक जिसने बेबीलोन को 539 ई. पू. में पराजित करके अपने साम्राज्य को एशिया माइनर (तुर्की) तक फैलाया।
  • दादा भाई नौरोजी (1825-1917 ई.)-  ‘ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया के नाम से विख्यात दादा भाई नौरोजी तीन बार भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के अध्यक्ष रहे। ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमंस के लिए निर्वाचित होने वाले प्रथम भारतीय।
  • दारा शिकोह (1614-1659 ई.)-  मुगल सम्राट शाहजहाँ का वरिष्ठï पुत्र जिसकी हत्या औरंगजेब ने करवाई थी। धार्मिक सहिष्णुता के लिए प्रसिद्ध दारा ने ‘गीता का फारसी में अनुवाद करवाया था।
  • दारा प्रथम (548-486 ई. पू.)-  फारस के सम्राट। उन्होंने 490 ई. पू. में यूनान पर आक्रमण किया, किंतु मैराथन के मैदान में पराजित।
  • दयानंद सरस्वती (1824-1883 ई.)-  इन्होंने 1875 में सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए ‘आर्य समाज की स्थापना की। वेदों के ईश्वरीय वाणी होने का समर्थन करते हुए उन्होंने ‘सत्यार्थ प्रकाश की रचना की।
  • डुप्ले (1697-1764 ई.)-  भारत में फ्रांसीसी गवर्नर-जनरल जिसने अंग्रेजों के खिलाफ द्वितीय कर्नाटक युद्ध में विजय प्राप्त की।
  • एडविन लुटएंस-  ब्रिटिश वास्तुकार जिसने नई दिल्ली का निर्माण किया।
  • आइजनहावर, ड्विट डेविड (1890-1969 ई.)-  द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान मित्र सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर। बाद में वे सं. रा. अमेरिका के 34 वें राष्ट्रपति बने।
  • एकनाथ-  मध्यकालीन भक्ति आंदोलन के संत व कवि जिन्होंने मराठी भाषा के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने जातिप्रथा का कड़ा विरोध किया।
  • फाह्यान-  चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के समय में भारत आने वाला पहला चीनी यात्री। उसके लेखों को गुप्त काल का ऐतिहासिक प्रमाण माना जाता है।
  • फिरदौसी (930-1020 ई.)-  फारसी भाषा के प्रसिद्ध कवि जिनकी कालजयी कृति ‘शाहनामा में प्राचीन फारस की गाथा गाई गई है।
  • फ्लोरेंस नाइटेंगल (1820-1910 ई.)-  क्रीमिया युद्ध में घायल सैनिकों की सेवा हेतु संगठित प्रयास करने वाली प्रसिद्ध नर्स। इन्हें ‘लेडी विद द लैम्प के उपनाम से भी जाना जाता है।
  • गुरू गोबिंद सिंह (1666-1708 ई.)-  सिक्खों के दसवें व अंतिम गुरू जिन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की (आनंदपुर, 1699 ई.)। सिक्खों को एक लड़ाकू जाति के रूप में व्यवस्थित किया।
  • गाँधी, महात्मा (1869-1948 ई.)-  बापू व राष्टï्रपिता के नाम से विख्यात महात्मा गाँधी को विश्व के महानतम व्यक्तियों में से एक माना जाता है। उन्होंने भारत को आजादी दिलाने के लिए सत्याग्रह व अहिंसा जैसे अभिनव अस्त्रों का प्रयोग किया। 30 जनवरी, 1948 को नाथूराम गोड़से ने उनकी हत्या कर दी।
  • गैरीबाल्डी (1807-1882 ई.)-  इटली के एकीकरण में मुख्य भूमिका निभाई। इन्होंने मैजिनी के साथ मिलकर इटली में ‘यंग इटली मूवमेंट चलाया।
  • गोपाला-  बँगाल के पाल वंश के संस्थापक (750 ई.)।
  • गोविन्द-  महानतम राष्ट्रकूट शासक जिसने प्रतिहार, चोल, पांड्य, गंगा व पल्लव को हराया।
  • गुरू नानक देव (1469-1538 ई.)-  सिक्ख धर्म के संस्थापक और प्रथम गुरू। इनका जन्म नानकाना साहिब (पाकिस्तान) में हुआ था।
  • गुरू तेग बहादुर-  ये सिक्खों के नौवें गुरू थे। 1675 ई. में औरंगजेब ने इनकी हत्या करवा दी थी।
  • कैप्टेन जेम्स कुक (1728-1779 ई.)-  ब्रिटिश नौचालक जो अंटार्कटिक वृत्त दक्षिण की यात्रा करने वाले प्रथम मानव बने। उन्होंने प्रशांत महासागर की भी खोज की।
  • चार्ली चैपलिन (1889-1977 ई.) – इंग्लैण्ड में जन्में विश्वविख्यात अमेरिकी हास्य अभिनेता और निर्देशक। प्रमुख फिल्में- ‘द ट्रैम्प, ‘द किड, ‘द गोल्ड रस, ‘द सर्कस, ‘सिटी लाइट्स, ‘द ग्रेट डिक्टेटर, ‘लाइमलाइट।
  • चाल्र्स डार्विन (1809-1862 ई.)-  महान जीव वैज्ञानिक, जिन्होंने दक्षिणी सागर के वन्य जीवन का गहरा अध्ययन करने के उपरांत अपनी पुस्तक ‘द ओरीजिन ऑफ स्पीसीज़ की रचना की। उनके अनुसार मानव का विकास वानर समान पूर्वज से हुआ है।
  • चाल्र्स डिकेन्स (1812-1870 ई.)-  विक्टोरियन इंग्लैंड के महानतम उपन्यासकारों में से एक। प्रसिद्ध उपन्यास ‘ऑलिवर ट्विस्ट’, ‘ग्रेट एक्सपेक्टेशन्स, ‘डेविड कॉपरफील्ड आदि।
  • कन्फ्यूशियस (लगभग 551-479 ई. पू.) – चीनी दार्शनिक और राजनीतिक चिंतक, जिनके चिंतन का प्रभाव चीन में आधुनिक काल तक रहा।
  • कार्ल बेंज (1844-1929 ई.)-  जर्मन इंजीनियर जिन्होंने 1895 ई. में आंतरिक दहन इंजन (Internal Combustion Engine) का आविष्कार किया।
  • एडवर्ड जेन्नेर (1749-1823 ई.)-  अंग्रेज वैज्ञानिक जिसने चेचक (Small Pox) के टीके का आविष्कार किया।
  • गैब्रियल फारेनहाइट (1686-1736 ई.)-  जर्मन-डच वैज्ञानिक जिन्होंने प्रथम मरकरी और फारेनहाइट थर्मामीटर का निर्माण किया।
  • गुग्लीमो मारकोनी (1874-1937 ई.)-  इतालवी विद्युत इंजीनियर एवं रेडियो का आविष्कारक। 1909 ई. में उन्हें नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • गैलीलियो (1564-1642 ई.)-  इतालवी खगोलविद् जिन्होंने शक्तिशाली दूरबीन का आविष्कार किया और बृहस्पति के उपग्रहों की खोज की। उन्होंने सूर्य-केन्द्रित कोपरनिकस सिद्धांत का समर्थन किया, जिसके फलस्वरूप उन्हें मृत्युदंड दिया गया।
  • ग्रेगर जोहन मेंडल (1822-1884 ई.)-  ऑस्ट्रियाई वनस्पतिशास्त्री जिन्होंने अनुवांशिकता के  सिद्धांतों की खोज की।
  • गाट्टलिब डेमलर (1834-1900 ई.)-  आंतरिक दहन इंजन के आविष्कारकर्ता जिन्होंने कार्ल बेंज के साथ संयुक्त रूप से डेमलर बेंज कम्पनी की स्थापना की।
  • जॉन डाल्टन (1766-1844 ई.) – अंग्रेज रसायनशास्त्री जिन्होंने परमाणु सिद्धांत का प्रतिपादन किया और परमाणु भारों (Atomic Energy) की आवर्त सारणी का प्रकाशन किया।
  • जॉर्ज वाशिंगटन (1732-1799 ई.)-  अमेरिकी जनरल और प्रथम राष्ट्रपति (1789-92 ई.)। 1781 ई. में यॉर्कशायर में कॉर्नवालिस को पराजित किया जिससे अमेरिका को स्वतंत्रता मिली। 1789 ई. में अमेरिका के प्रथम राष्टï्रपति बने।
  • जॉन एफ. कैनेडी (1917-1963 ई.)-  35वें अमेरिकी राष्ट्रपति (1960-65)। इनके कार्यकाल में ही क्यूबा मिसाइल संकट पैदा हुआ (1962 ई.)। किंतु इनके कार्यकाल के दौरान ही ‘आंशिक परमाणु प्रतिबंध संधि पर हस्ताक्षर किए गए (1963 ई.)। 1963 में डलास में हत्या।
  • जॉन कैबो (1425 -1500 ई.)-  इतालवी भौगोलिक अन्वेषणकर्ता और नौचालक। इंग्लैण्ड के शासक हेनरी सप्तम के प्रोत्साहन के अंतर्गत उत्तरी अमेरिकी की खोज की।
  • जॉर्ज बर्नार्ड शॉ (1856-1950 ई.)-  आयरलैण्ड में जन्में नाटककार एवं आलोचक। प्रमुख नाटक ‘सीज़र एण्ड क्लियोपेट्रा, ‘मेजर बारबरा, ‘पिग्मेलियॉन इत्यादि।
  • जीसस क्राइस्ट (4 ई. पू.-30 ई.)-  ईसाई धर्म के संस्थापक, बेथलेहम में जन्म, बाल्यावस्था नाजरेथ में बीती, जॉन द बैपटिस्ट के द्वारा बपतिस्मा। 30 ई. में जेरूशलम में आगमन, इनके शिष्य जुडास ने धोखा देकर उन्हें पकड़वाया। ईशनिंदा के आरोप में सूली पर चढ़ाए गए। अपनी मृत्यु के दो दिन बाद पुनर्जीवित हुए।
  • जेम्स वॉट (1736-1819 ई.)-  स्कॉटलैण्ड के इंजीनियर जिन्होंने प्रथम बार वाष्प शक्ति का अवलोकन किया। इनके नाम पर ही शक्ति की एक मापन इकाई का नाम ‘वाट रखा गया।
  • जोसेफ प्रीस्टले (1733-1804 ई.)-  अंग्रेज रसायनशास्त्री जिन्होंने ऑक्सीजन, अमोनिया, कार्बन मोनो ऑक्साइड, सल्फर डाईऑक्साइड, हाइड्रोजन सल्फाइड एवं नाइट्रोजन के ऑक्साइडों की खोज की।
  • जॉन मिल्टन (1608-1674 ई.)-  इंग्लैण्ड के ख्याति प्राप्त महाकाव्य लेखक और कवि जो अंधे थे। इनके प्रसिद्ध महाकाव्य- ‘पैराडाइज लॉस्ट’ तथा ‘पैराडाइज़ गेन्ड’।
  • जीन हेनरी डुनेन्ट (1509-1564 ई.)-  स्विज़ समाजसेवी जिन्होंने रेडक्रॉस की स्थापना की (1864 ई.)। जिनेवा कन्वेंशन की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • जस्टिनियन प्रथम (483-565 ई.)-  537 ई. से रोमन बाइजेन्टिनियाई सम्राट, जो अपने प्रशासनिक सुधारों के लिए प्रसिद्ध थे।
  • जोसे डि सैन मार्टिन (1778-1850 ई.)-  अर्जेन्टीनियाई क्रांतिकारी जिन्होंने दक्षिणी अमेरिकी देशों को स्पेनी औपनिवेशवाद से मुक्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।  उनके प्रयासों से अर्जेन्टीना (1814-16 ई.), चिली (1817-18 ई.) और पेरू (1821 ई.) को स्वतंत्रता मिली।
  • जैकस कार्टियर (1491-1577 ई.)-  फ्रांसीसी नौचालक जिन्होंने न्यूफाउंडलैंड (कनाडा) की खोज की।
  • जॉन डनलप (1840-1921 ई.)-  स्कॉटलैंडवासी वैज्ञानिक जिन्होंने न्यूमेटिक टायर का आविष्कार किया।
  • जेम्स जूल (1818-1889 ई.)-  इंग्लिश वैज्ञानिक जिन्होंने ऊष्मा के बारे में क्रांतिकारी नियम प्रतिपादित किए। ‘ऊर्जा के संरक्षण का नियम (Law of Conservation of energy) का प्रतिपादन उन्होंने ही किया। उन्हीं के नाम पर ऊर्जा की इकाई का नामकरण ‘जूल किया गया।
  • जोसेफ स्टालिन (1879-1953 ई.)-  सोवियत संघ का निरंकुश शासक। 1922 ई. से सोवियत कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव और 1924 में सोवियत संघ के शासक। कम्युनिस्ट पार्टी में अपने विरोधियों की हत्या के दोषी। मित्र राष्ट्रों के ओर से द्वितीय विश्वयुद्ध में भाग लिया। जर्मन आक्रमण को निष्फल किया।
  • जॉर्ज ऑरेवल (1903-1950 ई.)-  इंग्लैंडवासी उपन्यासकार जिन्होंने आने वाले भविष्य की तस्वीरें अपने उपन्यासों में पेश कीं। प्रमुख उपन्यास ‘एनीमल फार्म’, ‘नाइनटीन एट्टफोर’ आदि।
  • डब्ल्यू ए. मोजार्त (1756-1791 ई.)-  ऑस्ट्रिया के प्रख्यात संगीतज्ञ, जिन्हें विश्व के सर्वाधिक प्रसिद्ध संगीतकारों में से एक माना जाता है।
  • डेन बेन गुरऑन (1886-1993 ई.)-  इज़रायली राजनीतिज्ञ और प्रथम प्रधानमंत्री (1948-53 ई; 1955-63 ई.)।
  • डेविड (लगभग 1000 ई. पू.)-  एकीकृत इज़रायल के प्रथम राजा और गोलिएथ के वधकर्ता। जीसस क्राइस्ट के पूर्वज।
  • डेंग जिआओपिंग (1904-1997 ई.)-  चीनी कम्युनिस्ट राजनीतिज्ञ व कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव (1956-57 ई.)। चीन में आधुनिकीकरण और अर्थव्यवस्था सुधार का श्रेय इन्हें ही दिया जाता है।
  • दमित्री मेंडेलीव (1834-1907 ई.)-  रूसी रसायनशास्त्री जिन्होंने रासायनिक तत्वों की ‘आवत्र्त तालिका’ (PEriodic Table) का निर्माण करके उसे व्यवस्थित किया।
  • बार्थोलोम्यू डियाज़ (लगभग 1450-1500 ई.)-  प्रसिद्ध पुर्तगाली नाविक जिसने सबसे पहले अफ्रीका के दक्षिण-पूर्व तट पर स्थित ‘केप ऑफ गुड होप’ की खोज की।
  • जोहानेस गुटेनबर्ग (1398-1468 ई.)-  जर्मन वैज्ञानिक जिन्होंने प्रिंटिंग मशीन का आविष्कार करके आधुनिक प्रिंटिंग का मार्ग प्रशस्त किया।
  • हम्मूराबी (मृत्यु 1750 ई. पू.)-  बेबीलोन के सम्राट जिन्होंने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र को संचालित करने के लिए कानूनी संहिता का निर्माण किया।
  • हन्नीबल (247-182 ई. पू.)-  प्राचीन विश्व के सर्वाधिक सफल जनरलों में से एक।
  • हर्षवद्र्धन (शासन 606-647 ई. पू.)-  उत्तर भारत के अंतिम महान हिन्दू सम्राट। उन्होंने अपनी राजधानी थानेसर से कन्नौज स्थानांतरित की। पुलकेशिन द्वितीय के हाथों पराजित।
  • हेरोडोटस-  ग्रीक दार्शनिक जिन्हें ‘इतिहास का जनक’ माना जाता है
  • हिटलर, एडोल्फ (1889-1945 ई.)-  ऑस्ट्रिया में जन्मा तानाशाह जिसका 20वीं सदी में जबर्दस्त प्रभाव पड़ा। उसने जर्मन पार्टी की स्थापना की और 1933 में देश का चांसलर बना। 1939 में जर्मनी ने पोलैण्ड पर आक्रमण किया जिससे द्वितीय विश्वयुद्ध की शुरुआत हुई। सोवियत संघ और उत्तरी अफ्रीका में पराजय के बाद उसने आत्महत्या कर ली।
  • होमर (9वीं शताब्दी ई. पू.)-  ग्रीक लेखक जिन्होंने कालजयी महाकाव्य ‘द इलियड एंड ओडिसी’ का सृजन किया।
  • हुमायूँ (1508-1556 ई.)-  बाबर का ज्येष्ठï पुत्र जो 1530 में उसका उत्तराधिकारी बना। 1540 में शेरशाह सूरी के हाथों पराजय। 1555 में दिल्ली पर पुन: विजय।
  • हैदर अली (1721-1782 ई.) –  1761 ई. में मैसूर के राजा नंजराजा को अपदस्थ करके हैदर अली सुल्तान बना। 1782 में द्वितीय एंग्लो-मैसूर युद्ध के दौरान मृत्यु।
  • इब्न बतूता (1304-1378 ई.)-  1333 में भारत आने वाला अफ्रीकी (तांजियर) यात्री। उसने आठ वर्ष भारत मेें बिताए और मुहम्मद-बिन-तुगलक के शासनकाल के बारे में काफी कुछ लिखा।
  • जयदेव-  12वीं शताब्दी में प्रसिद्ध संस्कृत कृति ‘गीत गोविंद’ के रचनाकार।
  • कल्हण-  11वीं शताब्दी के कश्मीरी कवि और ‘राजतरंगिणी’ के लेखक जिसमें कश्मीर के इतिहास का वर्णन किया गया है।
  • कालीदास (लगभग 400 ई.)-  संस्कृत के  महान कवि व नाट्य लेखक कालीदास चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के नौ रत्नों में से एक थे। उनकी प्रसिद्ध कृतियों में ‘शकुंतला’, ‘रघुवंश’, ‘मेघदूत’, और ‘कुमार संभव’ शामिल हैं।
  • कंबन-  वे चोल सम्राट के दरबारी कवि थे और उन्होंने रामायण का तमिल भाषा में अनुवाद किया।
  • कनिष्क (120-162 ई.)-  कुषाण वंश का महानतम सम्राट; बौद्ध धर्म का उपासक जिसका साम्राज्य मध्य-एशिया तक फैला था।
  • करिकाल-  दूसरी शताब्दी ई. का प्रसिद्ध चोल सम्राट जिसने साम्राज्य की राजधानी पुहार (वर्तमान कावेरीपट्टनम) का निर्माण कराया।
  • कबीर (1440-1515 ई.)-  निर्गुण भक्ति धारा के संत कवि और रामानंद के शिष्य कबीर ईश्वर की अखंडता में विश्वास करते थे और हिंदू-मुस्लिम एकता के पक्षधर थे।
  • खारवेल-  कलिंग (उड़ीसा) का प्राचीनकाल में महानतम सम्राट जिसके बारे में ‘हाथीगुम्फा शिलालेख’ से जानकारी मिलती है।
  • ख्वाज़ा मुइनुद्दीन चिश्ती (12वीं शताब्दी)-  भारत में चिश्ती सिलसिले के संस्थापक सूफी संत। वे 1192 में भारत आए।
  • कृष्णादेव राय (शासन 1509-1530 ई.)-  विजयनगर साम्राज्य के महानतम शासक। वे तेलुगू व संस्कृत के  विद्वान थे और उन्होंने ‘अमुक्तमलयादा’ नामक पुस्तक की रचना की।
  • लियोनार्डो डि विन्ची (1452-1519 ई.)-  इतालवी कलाकार, स्थापत्यकार, वास्तुशास्त्री, इंजीनियर, आविष्कारकर्ता, वैज्ञानिक व गणितज्ञ। इन्हें पुनर्जागरण का प्रतिनिधि पुरुष माना जाता है। ‘मोनालिसा और ‘द लास्ट सपर’ भित्ति चित्रों का निर्माण।
  • लाल बहादुर शास्त्री (1904-1966 ई.)-  1964 ई. में वे भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बने। उनके शासनकाल के दौरान भारत-पाक युद्ध (1965) हुआ जिसकी परिणति ताशकंद समझौते में हुई।
  • लाला लाजपत राय (1865-1928 ई.)-  ‘पंजाब के शेर के उपनाम से विख्यात लाला लाजपत राय ने स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। साइमन कमीशन के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज से मौत।
  • लाओ त्जु (600 ई. पू.)-  चीनी दार्शनिक और ताओवाद के संस्थापक।
  • लक्ष्मीबाई, झाँसी की रानी (1835-1858 ई.)-  झाँसी की शासक जो एक महान योद्धा थीं। उन्होंने 1857 के गदर के दौरान अपनी वीरता से अंग्रेजों के दाँत खट्ट किए।
  • लेनिन, व्लादीमिर (1870-1924 ई.)-  रूसी क्रांतिकारी नेता व बोल्शेविक पार्टी के संस्थापक जिन्होंने 1917 की रूसी क्रांति का नेतृत्व किया। 1922 में सोवियत संघ की स्थापना की।
  • लिंकन, अब्राहम (1809-1866 ई.)-  सं. रा. अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति जिन्होंने दास-प्रथा का उन्मूलन किया। 1865 ई. में जॉन विल्केस बूथ के हाथों हत्या।
  • मैकियावेली, निकोलो (1469-1527 ई.)-  इतालवी राजनीतिशास्त्री व दार्शनिक। प्रसिद्ध कृति ‘प्रिंस’।
  • मैगेलान, फर्डीनांड (1480-1521 ई.)-  पुर्तगाली अन्वेषणकर्ता जिन्होंने 1522 ई. में पृथ्वी की परिक्रमा की।
  • महावीर (540-468 ई. पू.) –  वे जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर थे। उनका जन्म वैशाली के पास हुआ था। 42 वर्ष की आयु में उन्हें कैवल्य (आध्यात्मिक ज्ञान) की प्राप्ति हुई। भगवानमहावीर ने अपनी शिक्षाओं में अहिंसा पर विशेष जोर दिया।
  • मार्को पोलो (1254-1324 ई.)-  वेनिसवासी व्यापारी व यात्री। चीन की यात्रा  (1271-92 ई.)। इनके यात्रा वृतांत यूरोप में काफी प्रसिद्ध हुए।
  • माओ त्से तुंग (1893-1976 ई.)-  चीनी कम्युनिस्ट चिंतक व क्रांतिकारी। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना में मुख्य भूमिका (1921 ई.)। दक्षिण-पूर्वी चीन में कम्युनिस्ट रिपब्लिककी स्थापना (1931-34 ई.)। 1934 ई. में ऐतिहासिक लाँग मार्च। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद चियाँग काई शेक को पराजित करके देश के राष्ट्राध्यक्ष बने। सांस्कृतिक क्रांति के दौरान विरोधियों का दमन (1966-69 ई.)।
  • मार्टिन लूथर (1483-1568 ई.)-  जर्मन धर्मशास्त्री व धर्म सुधारक। उन्होंने पोप की सत्ता के खिलाफ विद्रोह किया जिससे प्रोटेस्टेंटवाद का उदय हुआ।
  • मार्टिन लूथर किंग जू. (1929-1968 ई.)-  अमेरिकी अश्वेतों के नेता। ‘सदर्न क्रिश्चियन लीडरशिप कांफ्रेंस’ के संस्थापक। जेम्स अर्ल द्वारा हत्या।
  • माक्र्स, कार्ल (1818-1883 ई.)-  जर्मन अर्थशास्त्री व वैज्ञानिक कम्युनिज्म के प्रतिपादक। उन्होंने एंगेल्स के साथ संयुक्त रूप से मिलकर समाजवाद व साम्यवाद की आधुनिक अवधारणाओं का विकास किया। ‘दास कैपीटल के लेखक जिनका आधुनिक युग पर जबर्दस्त प्रभाव पड़ा।
  • मैजिनी-  इतालवी राष्ट्रवादी जो 1848 में इटली गणतंत्र के तानाशाह बने। उन्होंने एक स्वतंत्र व एकीकृत इटली की वकालत की।
  • मेगास्थनीज़-  चंद्रगुप्त मौर्य के  दरबार में ग्रीक राजदूत, जिन्होंने अपनी ‘इंडिका’ नामक पुस्तक में मौर्य प्रशासन के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
  • माइकेलएंजिलो (1475-1564 ई.)-  इटली के महान चित्रकार एवं मूर्तिकार। इसके द्वारा बनाई गई उत्कृष्टï मूर्तियाँ हैं- पीटर, डेविड, मोजेज आदि जबकि चित्रकृतियाँ हैं- दिवस, रात्रि, ऊषाकाल तथा गोधूलि। इनकी सबसे खूबसूरत चित्रकृति है- ‘द लास्ट जजमेंट’।
  • मुसोलिनी, बेनितो (1883-1945 ई.)-  इतालवी फासिस्ट तानाशाह (1922-43 ई.), द्वितीय विश्वयुद्ध में जर्मनी और जापान के साथ धुरी का निर्माण। युद्ध में इटली की हार के बाद उसे मृत्युदंड दे दिया गया।
  • नादिर शाह (1688-1747 ई.)-  फारस का बादशाह जिसने 1739 में भारत में आक्रमण करके भयंकर मारकाट की।
  • नाना साहब पेशवा (1800-1859 ई.)-  पेशवा बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र जिन्होंने 1857 के गदर में केंद्रीय भूमिका निभाई।
  • नेपोलियन बोनापार्ट (1769-1821 ई.)-  फ्रांसीसी सेना के प्रसिद्ध नायक जो 1804 ई. से 1815 ई. तक फ्रांस के सम्राट रहे। उन्होंने इंग्लैंड, ऑस्ट्रिया और रूस के खिलाफ अनेक युद्धों मेंसफलता प्राप्त की, लेकिन 1815 ई. में वाटरलू युद्ध में पराजित हुए। नरसिंह वर्मन-  पल्लव सम्राट जिसने चालुक्य राजा पुलकेशिन द्वितीय को पराजित करने के बाद ‘वातापीकोंडा’ की उपाधि धारण की।
  • पंपा, पोन्ना, रन्ना – जैन विद्वान जिन्हें कन्नड़ कविता का त्रिरत्न माना जाता है।
  • पाणिनी-  प्रसिद्ध संस्कृत व्याकरणकार जिन्होंने ‘अष्टध्यायी’ लिखी।
  • पतंजलि-  इन्होंने पाणिनी की ‘अष्टाध्यायी’ पर ‘महाभाष्य’ नामक टीका लिखी। उन्होंने योग पर ‘योगसूत्र’ नामक ग्रंथ लिखा।
  • पटेल, सरदार वल्लभभाई (1875-1950 ई.)-  भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रमुख हस्ती। भारत के प्रथम उपप्रधानमंत्री सरदार पटेल ने रजवाड़ों के भारतीय संघ में विलय में मुख्य भूमिका अदा की।
  • प्लेटो (429-347 ई.)-  ग्रीक दार्शनिक जिनका पश्चिम पर व्यापक प्रभाव पड़ा। प्रमुख कृतियाँ- ‘द रिपब्लिक’ और ‘द लाज़’
  • प्लिनी (23-79 ई.)-  रोमन इतिहासकार व प्रकृतिवादी। प्रसिद्ध कृति- ‘नेचुरल हिस्ट्री’।
  • पुलकेशिन द्वितीय (शासन 608-642 ई.)-  दक्कन के चालुक्य वंश का सबसे शक्तिशाली सम्राट जिसने हर्षवद्र्धन को पराजित किया था।
  • राजगोपालाचारी, चक्रवर्ती (1878-1972 ई.)-  भारत के अंतिम व प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल (1948-1950 ई.)। स्वतंत्रता के बाद स्वतंत्र पार्टी की स्थापना की।
  • राजा राममोहन रॉय (1777-1833 ई.)-  बँगाल के समाज सुधारक जिन्होंने सती, पर्दाप्रथा और बालविवाह के उन्मूलन के लिए काफी प्रयास किया। उन्होंने विधवा विवाह और महिला शिक्षा का भी समर्थन किया। वे ‘ब्रह्मï समाज’ के संस्थापक थे।
  • राजराजा चोल-  चोल सम्राट जिसने श्रीलंका पर आक्रमण किया और उसके उत्तरी भाग को अपने राज्य में मिला लिया। तंजौर में राजाराजेश्वर मंदिर का निर्माण कराया।
  • रवींद्रनाथ टैगोर (1861-1941 ई.)-  कवि, उपन्यासकार व दार्शनिक। बंगाल में उन्होंने शांतिनिकेतन की स्थापना की। नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले एशियाई (गीतांजलि)। प्रमुख कृतियाँ- गोरा, डाकघर, घरे बायरे इत्यादि।
  • राजेंद्र चोल-  चोल वंश का शक्तिशाली सम्राट जिसने बंगाल तक आक्रमण किया और ‘गंगईकोंडाचोलापुरम’ की उपाधि धारण की।
  • रामानुज (11वीं शताब्दी)-  दक्षिणी भारतीय संत व विशिष्टाद्वैतवाद के प्रणेता।
  • महाराणा प्रताप (16वीं शताब्दी)-  मेवाड़ के शासक महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी के युद्ध में पराजय के बावजूद अकबर की अधीनता स्वीकार करने से इंकार कर दिया।
  • तेनजिंग नोर्गे (1914-1986 ई.)-  नेपाल के प्रसिद्ध पर्वतारोही जिन्होंने विश्व की सर्वोच्च चोटी माउंट एवरेस्ट पर सर एडमण्ड हेलरी के साथ 1953 ई. में प्रथम बार विजय प्राप्त की।
  • थॉमस अल्वा एडीसन (1864-1931 ई.)-  महान आविष्कारक वैज्ञानिक  जिन्हें 1,000 से अधिक आविष्कारकारों जैसे विद्युत बल्ब, ग्रामोफोन, चलचित्र आदि का श्रेय प्राप्त  है।
  • थॉमस माल्थस (1766-1834 ई.)-  28 वें अमेरिकी राष्टïरपति (1913-21 ई.)। ‘लीग ऑफ नेशंस’ के संस्थापक।
  • नील्स बोह्र (1865-1926 ई.)-  डेनमार्कवासी भौतिकविद् जिन्हें परमाणु संरचना पर उनके महत्वपूर्ण कार्य के लिए 1922 ई. में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • नीरो (37-68 ई.)-  54 ई. से रोमन सम्राट। अत्याचारी शासक जिसने रोम के जलने (64 ई.) के बाद ईसाईयों पर अत्याचार किए।
  • नील आर्मस्ट्राँग (1930 ई-)-  अमेरिकी अंतरिक्षयात्री जो चंद्रमा पर कदम रखने वाले पहले मानव बने।
  • निकिता ख्रुश्चेव (1894-1971 ई.)-  सोवियत कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव (1953-64 ई.) और राष्ट्राध्यक्ष (1958-64 ई.)।
  • निकोलस प्रथम (1796-1855 ई.)-  1825 ई. से रूस का ज़ार, एक निरंकुश शासक जिसने अपने राज्य में सभी नागरिकों पर रूसीकरण की प्रक्रिया लादने की कोशिश की।
  • पाइथागोरस (लगभग 582 ई. पू. – लगभग 497 ई. पू.)-  ग्रीक दार्शनिक जिन्होंने  ज्यामिति में पाइथागोरस प्रमेय की अवधारणा प्रस्तुत की।
  • पीटर प्रथम ‘महान (1659-1706 ई.)-  अंग्रेज राजनीतिज्ञ और दार्शनिक। उनकी प्रमुख कृति ‘एडवांसमेंट एंड लर्निंग है। इसमें उन्होंने प्रकृति को समझने के लिए प्रयोग एवंवैज्ञानिक आगम की महत्ता पर जोर दिया।
  • बालजक (1799-1850 ई.)-  फ्रांसीसी लेखक। उन्होंने ‘ल कॉमेडी ह्यूमन शीर्षक के अंतर्गत कई उपन्यास लिखे।
  • मिखाइल गोर्बाच्योव (1931 ई.-)-  सोवियत कम्युनिस्ट शासक (1985-91 ई.)। ‘ग्लासनोस्त व पेरेस्त्रोइका’ की नीति के द्वारा उन्होंने राजनीतिक और आर्थिक सुधारों की शुरुआत की। 1991 में सोवियत संघ के विखण्डन के बाद इस्तीफा।
  • माइकेल फैराडे (1791-1867 ई.)-  अंग्रेज वैज्ञानिक जिन्होंने वैद्युत-चुम्बकीय विज्ञान की आधारशिला रखी एवं निम्नतापिकी(Cryogenics) पर महत्वपूर्ण शोधकार्य किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने विद्युत मोटर एवं जेनरेटर का भी आविष्कार किया।
  • मैरी क्यूरी (1867-1935 ई.)-  पोलैंड की प्रसिद्ध भौतिकविद् एवं रसायनशास्त्री जिन्होंने अपने पति पियरे क्यूरी के साथ रेडियम की खोज की। इन्हें दो बार 1903 व 1911 में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • यूरी गगारिन (1934-1986 ई.) – रूसी अंतरिक्षयात्री जो अंतरिक्ष में यात्रा करने वाले पहले मानव बनें।
  • रॉबर्ट कोच (1858-1913 ई.)-  जर्मन जीवाणु विज्ञानी, जिन्होंने एंथ्रेक्स टीके का आविष्कार किया। उन्होंने तपेदिक एवं अतिसार के जीवाणुओं का पृथ्थकरण भी किया।
  • रोम्याँ रोलाँ (1886-1944 ई.)-  फ्रांसीसी साहित्यकार। 1915 ई. में 10 खण्डों में लिखी पुस्तक ‘जीन ब्रिस्टोफे’ के लिए साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।
  • लॉर्ड केल्विन (1824-1907 ई.)-  स्कॉटिश गणितज्ञ और भौतिकविद्। उन्होंने परमशून्य स्केल का विकास किया।
  • लुई पॉश्चर (1822-1895 ई.)-  फ्रांसीसी रसायनशास्त्री जिन्होंने अवधारणा पेश की कि बीमारियों का मुख्य कारण जीवाणु होते हैं।
  • वॉल्टेयर (1694-1778 ई.)-  फ्रांस के प्रसिद्ध दार्शनिक एवं लेखक। इनकी सबसे प्रसिद्ध रचना कैंडाइड है जिसमें दार्शनिक व्यंग्यों का संकलन है।
  • विलियम हार्वे (1578-1657 ई.)-  अंग्रेज भौतिकविद्। 1935 में न्यूट्रॉन की खोज के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • सिग्मंड फ्रायड (1856-1939 ई.)-  ऑस्ट्रियाई मनोचिकित्सक जिन्होंने चेतन और अवचेतन मन की अवधारणा प्रस्तुत की।
  • बंकिम चंद्र चटर्जी –  भारत के राष्टï्रगीत ‘वंदे मातरम् के रचियता जिसे उनके उपन्यास ‘आनंद मठ से लिया गया है.
  • चैतन्य महाप्रभु (1445-1533 ई.)-  बँगाल में भक्ति आंदोलन के जन्मदाता जिन्होंने कृष्ण भक्ति का प्रचार किया।
  • जमशेदजी टाटा (1813-1904 ई.)-  टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी (टिस्को) के संस्थापक।
  • जवाहरलाल नेहरू (1889-1964 ई.)-  भारत के प्रथम प्रधानमंत्री (1947-64 ई.)। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गाँधी के बाद सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका। गुटनिरपेक्षआंदोलन की स्थापना में मुख्य भूमिका।
  • इंदिरा गाँधी (1917-1984 ई.)-  भारत के दो बार प्रधानमंत्री (1966-77; 1980-84)। 1971 ई. में  भारत-पाक युद्ध के बाद बांग्लादेश को स्वतंत्रता दिलाई। 1984 ई. में अपने अंगरक्षकों के हाथों हत्या।
  • महाराजा रंजीत सिंह (1780-1833 ई.)-  पंजाब के सिख महाराजा जिन्होंने 1799 में लाहौर पर कब्जा जमाया। उन्होंने अफगानों से पंजाब छीना।
  • रू जवेल्ट, फ्रैंकलीन (1882-1945 ई.)-  32वें अमेरिकी राष्ट्रपति (1933-45 ई.)। इन्होंने 1929 की मंदी का मुकाबला करने के लिए राष्ट्रीयकरण की नीति अपनाई।
  • रूसो, जीन जैकस (1712-1778 ई.) – फ्रांस के महान दार्शनिक जो अपने सामाजिक संविदा सिद्धांत (Social Contract Theory) के कारण चर्चित हुए। इनकी शिक्षाओं और रचनाओं के प्रभाव से ही फ्रांस में क्रांति हुई।
  • समुद्रगुप्त (330-375 ई.)-  चंद्रगुप्त प्रथम के पुत्र व उत्तराधिकारी व शक्तिशाली हिंदू सम्राट। उन्हें अपनी विजय की वजह से ‘भारत का नेपोलियन भी कहा जाता है।
  • शंकराचार्य (700-750 ई.)-  आदिगुरु शंकराचार्य ने हिंदू अद्वैत दर्शन के प्रसार-प्रचार के लिए देश के चारों कोनों में मठों की स्थापना की, हिंदू धर्म के पुनरुत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका। उनके अद्वैतवाद के दर्शन से हिंदू धर्म काफी गहरे तक प्रभावित हुआ है।
  • स्वामी विवेकानंद (1863-1902 ई.)-  रामकृष्ण परमहंस के शिष्य जिन्होंने वेदांत दर्शन से विश्व को परिचित कराया। 1893 में विश्व धर्म सम्मेलन के दौरान उनके दिए गए भाषण से विश्व भारतीय संस्कृति की महानता से परिचित हुआ। उन्होंने समाजसेवा के लिए रामकृष्ण मिशन की स्थापना की।
  • सरोजनी नायडू (1879-1949 ई.)-   इन्हें ‘नाइटेंगेल ऑफ इंडिया भी कहा जाता है। वे अंग्रेजी की प्रख्यात कवियत्री थीं। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और 1925 में काँग्रेस की अध्यक्ष बनीं। वे उत्तर प्रदेश की प्रथम महिला गवर्नर थीं।
  • शाहजहाँ (1592-1666 ई.)-  मुगल सम्राट जिनकी ख्याति कला, स्थापत्य और साहित्य के प्रेमी के रूप में है। शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में ताजमहल का निर्माण कराया।
  • शेक्सपियर, विलियम (1564-1616 ई.)-  अंग्रेजी के महानतम कवि एवं नाटककार। उन्होंने 37 नाटक लिखे जिसमें हास्य, ऐतिहासिक, त्रासदी और त्रासद- हास्य नाटक शामिल हैं। प्रमुख नाटक- ‘हेमलेट, ‘मैकबेथ, ‘ओथेलो, ‘किंग लियर, ‘रोमियो एंड जूलियट, ‘ए मिडसमर नाइट्स ड्रीम, ‘द टेम्पेस्ट, ‘हेनरी-5 और ‘जूलियस सीज़र।
  • सर आइजक न्यूटन (1642-1727 ई.)-  अंग्रेज वैज्ञानिक जिन्हें आधुनिक भौतिकी का जनक माना जाता हैै। गति व गुरुत्वाकर्षण के नियमों के प्रतिपादन का श्रेय। प्रसिद्ध कृति ‘प्रिंसिपिया के लेखक।
  • शेरशाह सूरी (1472-1545 ई.)-  उसने 1540-45 ई. के मध्य शासन किया। वह प्रथम मुस्लिम शासक था जिसने प्रशासनिक सुधारों पर विशेष ध्यान दिया। उसके शासनकाल में ही ग्रांड ट्रंक रोड का निर्माण हुआ।
  • शिवाजी (1627-1680 ई.)-  गुरिल्ला युद्ध में माहिर शिवाजी ने मुगल साम्राज्य के खिलाफ लम्बी लड़ाई लड़कर मराठा साम्राज्य की नींव रखी।
  • स्मिथ, एडम (1723-1790 ई.)-  स्कॉटिश अर्थशास्त्री जिन्हें अर्थशास्त्र का जनक कहा जाता है। प्रसिद्ध कृति- ‘वेल्थ ऑफ नेशंस।
  • तानसेन (लगभग 1492-1589 ई.)-  भारतीय शास्त्रीय संगीत के महान प्रतिनिधि। वे अकबर के नौ रत्नों में से एक थे।
  • टोडरमल (1556-1605 ई.)-  अकबर के दरबार के नौ रत्नों में से एक और राजस्व मंत्री।
  • तुलसीदास (1552-1630 ई.)-  महान हिंदी कवि, संत जिन्हें उनकी रचना ‘रामचरितमानस’ के लिए जाना जाता है। रामचरितमानस आज भी करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केद्र बिंदु है।
  • वाल्मीकि-  प्राचीन भारत के महान संस्कृत कवि व ऋषि जिन्होंने रामायण की रचना की।
  • वास्को-डि-गामा (1460-1524 ई.)-  पुर्तगाली नौचालक जिसने भारत के लिए समुद्री रास्ते की खोज की (1498 ई.)।
  • अमेरिगो वेसपुसी (1451-1512 ई.)-  भौगोलिक खोजकर्ता जिन्होंने दक्षिणी अमेरिकी तट की खोज की; इन्हीं के नाम पर अमेरिका का नामकरण किया गया।
  • हमारा टेलीग्राम चैनल Join करें !
  • हमारा YouTube Channel, StudMo Subscribe करें ! 
मुख्य विषय

Related posts:

  • महापुरुषों की जयंतियां
  • कौन थे बिरसा मुंडा | Birsa Munda in Hindi
  • क्या थी धारा 370? विशेषाधिकार | संशोधनों की सूची
  • चन्द्रशेखर सीमा क्या है ? (What is Chandrashekhar Limit in Hindi)
  • हिग्स बोसॉन (Higgs boson) क्या है ?
  • क्या है अति तरलता | What is Super-fluidity?
  • नक्सलवाद क्या है ? What is Naksalavaad in Hindi
  • जानिये कैसे हुआ ताजमहल का निर्माण -एक नदी के किनारे कैसे टिका है ताजमहल
  • कैसे होता है संगमरमर का निर्माण ?
  • सौर समय किसे कहते हैं ?
  • 101 अक्सर पूछे जाने वाले खेल सम्बंधी प्रश्न – 101 Frequently Asked Questions Related to Games
  • अम्लों से सम्बंधित प्रमुख तथ्य – Important Facts Related to Acids
  • ऐसा वायसराय जिसे “भारत का रक्षक तथा विजय का संचालक” कहा जाता है !
  • क्या है Vanta Black?? | मानव द्वारा खोजा गया सबसे काला रंग
  • विश्व की प्रमुख क्रांतियां – एक नजर में Video (Famous Revolutions at a glance in Hindi)
  • 34 प्रमुख व्यक्तियों के उपनाम
  • खेल और उसमें खेलने वाले खिलाड़ियों की संख्या List Of Number Of Palyers In Sports In Hindi
  • भारत रत्न से सम्मानित व्यक्तियों की सूची (Updated List 2019)
  • कैसे हुआ गैसों का आविष्कार | Download Audio Notes
  • क्या होता है क्रायोजेनिक्स ? What is Cryogenics in Hindi
  • प्रमुख सौर मिशन – एक नजर में
  • डॉ. जॉर्ज ग्रियर्सन पुरस्कार किस क्षेत्र में दिया जाता है ?
  • समुद्री जल से शुद्ध जल की प्राप्ति कैसे की जाती है | 4 तकनीक
  • ये 24 महत्वपूर्ण कथन व नारे प्रत्येक प्रतियोगी परीक्षा में पूछे जाते हैं
  • भारत की प्रमुख जनजातियाँ
  • 60 तत्व व उनके आविष्कारक | 60 Elements and Their Inventors
  • बाल दिवस क्यों मनाया जाता है ?
  • भारत की महारत्न व नवरत्न कम्पनियां
  • भारत | नवीनतम कौन, क्या है
  • विश्व | नवीनतम कौन, क्या है
  • विश्व की प्रमुख जलसन्धियाँ एवं उनकी स्थितियाँ
  • संविधान दिवस कब मनाया जाता है ?
  • भारत के मुख्य न्यायाधीशों की लिस्ट (वर्ष 1950 से अब तक)
  • प्रसिद्ध भौतिक विज्ञानी एवं उनका महत्वपूर्ण योगदान (Famous physicists and their significant contribution)
  • वैज्ञानिक यंत्र एवं उनके उपयोग (Scientific instruments and their uses)
  • Black Box क्या होता है ? | What is Black Box in Hindi
  • Biography of Gopal Das Neeraj in Hindi | गोपाल दास नीरज की जीवनी
  • शिक्षक दिवस | Teacher’s Day Speech, Poem, Essay, Quotes/Slogan, in Hindi
  • नैन सिंह रावत कौन थे? | Who was Nain Singh Rawat in Hindi
  • क्या है फिल्ड्स मेडल (What is Fields Medal in Hindi)
  • Chandrayaan 2 | पूरी कवरेज | परीक्षा उपयोगी प्रश्न | वीडियोज़
  • महात्मा गांधी की जीवनी- Biography of Mahatma Gandhi in Hindi
  • अमर्त्य सेन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी | Amartya Sen Biography in Hindi
  • कौन थे शेख सलीम चिश्ती ?
  • भारत का लौह इस्पात उद्योग
  • कौन थे Fridtjof Nansen ? | 156वें जन्मदिन के मौके पर Google का ख़ास डूडल
  • भूकंप, कारण और उसके प्रभाव | Earthquake, Reasons and its Effects in Hindi
  • गैलीलियो गैलिली | Galileo Galilei Biography in Hindi | Video
  • अल्फ्रेड नोबल की जीवनी | Biography of Alfred Nobel | Hindi
  • पं. अमृतलाल नागर का जीवन परिचय | Pandit Amrit Lal Nagar Ka Jeevan Parichay

Categorized in:

Share Article:

sir ye audio me upload kab kroge ……………….

Avatar

thanks for suggestion, we will upload soon 🙂

ये बहुत ही अच्छी जानकारी दी गई हैं , जो कि एक जगह पर मिलना मुश्किल है , Good Keep It Up For Artical … ☺

Avatar

Leave a Reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

ebiography logo

  • प्रेरणादायक
  • अध्ययन कक्ष
  • महत्वपुर्ण प्रश्न

Famous People Biographies :

great person biography in hindi

आर. पी. परांजपे की जीवनी - Biography of R. P. Paranjpe in hindi jivani

आर. पी. परांजपे का पूरा नाम सर रघूनाथ पूरुषोत्ताम परांजपे था | वह कैम्ब्रिज विश्वाविघ्यालय मे सीनियर रैंगलर का प्रतिष्ठित खिताब हासलि करने वाले पहले भारतीय थे | आर पी परांजपे विश्वाविघलय के प्रशासक और भारतीय राजदूत भी थे | आर पी परांजपे का जनम 16 फरवरी 1876 मे भारत के महाराष्ट्रा राजया रत्नागिरी मे दापोली के एक गांव मुरडो ...

great person biography in hindi

अन्वर अहमद खान की जीवनी - Biography of Anwar Ahmed Khan in hindi jivani

ए. ए. खान इनका जन्म 1947 मे नौहटटा, जिला सहरसा मे हुआ था | अन्वर अहमद खान, जिन्हे डॉ.खान के नाम से जाना जाता है | वे एक भारतीय भौतिक विज्ञानी है | ए ए खान 2006:2011 तक रांची विश्वाविघालय के कुलपति रहे है | उन्होंने 1968 मे पटना विश्वाविघालय से एम एस सी और 1977 मे इलेक्ट्रानिक्सा मे पीएचडी ...

great person biography in hindi

लुसी ओमन की जीवनी - Biography of Lucy Oman in hindi jivani

लुसी ओमन एम भारतीय स्त्रीरोग विशेषज्ञ थे | वह दिल्ली मे सेंट स्टीफन अस्पताल मे भारतीय मूल के पहले चिकित्सा निदेशक थे | लुसी ओमन का जन्म सन 1919 को केरल मे हुआ था | पी के ओमन उनके पिता थे और मॉ का नाम एनाम्मा था | एलिश्ंन ओमन उनके बहन तो निजि उनके भाई का नाम था | ...

great person biography in hindi

मुंडानात लीलावथी की जीवनी - Biography of Mundanat Lilavathi in hindi jivani

मुंडानात लीलावथी एक मलयालम लेखक साहित्यीक आलोचक और शिक्षाविद है | लीलावती का जन्म 16 सितंबर 1927 को त्रिशूर जिेले कोटटापडी मे हुआ था | उनके पिता का नाम काजुनकंपिल्ली कंजूत्रि नंबिदि था | उनके दो बेटे है उनका नाम वीनयकुमार और जय कुमार है | लीलावथी कुलमकुलम के स्कूल मे पढती थी | जो की, कोटटापडी गुरुवायूर और कुत्रमकुलम ...

great person biography in hindi

एम. सुभद्रा नायर की जीवनी - Biography of M. Subhadra Nair in hindi jivani

एम सुभद्रा नायर भारतीय स्त्री रोग विशेषज्ञ, चिकित्सा शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ती थी | सुभद्रा का जन्म इरिजालकुडा, त्रिशुर के दक्षिण भारतीय राजया केरल मे हुआ था | उनके पिता का नाम कृष्णन फुटटी मेनन और माता का नाम डॉ.माधवी अम्मा है | ...

great person biography in hindi

महरुख तारापोर की जीवनी - Biography of Mahrukh Tarapor in hindi jivani

महरुख तारापोर एक भारतीय संग्रालय पेशेवर और कला सलाहकार है | महरुख तारापोर एक पारसी परिवार से है | उनका जन्म मुंबई मे सन 1946 को हुआ था | उन्होंने हार्वर्ड विश्वाविदयालय से डॉक्टरेट की उपाधी प्राप्ता की है | 1983 मे मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम, न्यूयॉर्क से जुडकर उन्होंने अपने करियर की शुरुवात की थी | तारापोर मुंबई और जिनेवा मे ...

great person biography in hindi

मालविका सभरवाल की जीवनी - Biography of Malvika Sabharwal in hindi jivani

मालविका सभरवाल एक भारतीय स्त्री रोग विशेषज्ञ है | मालविका अपोलो हेल्थकेयर ग्रूप के नोवा स्पेशालिटी हॉस्पीटल और नई दिल्ली के जीवन माला हॉस्पीटल मे प्रसूति रोग विशेषज्ञ भी थी | ...

great person biography in hindi

मंजू भारत राम की जीवनी - Biography of Manju Bharat Ram in hindi jivani

मंजू भारत राम एक भारतीय शिक्षाविद थी वह प्रबंध समिती की अध्याक्ष और न्यासी बोर्ड की सदस्या थी | उनका जन्म 29 दिसंबर 1945 को भारत मे हुआ | उनके पति का नाम अरुण् राम भारत है | उनके पति एक प्रसिध्दा व्यावसायी और एसआरएफ लिमिटेड के अध्याक्ष थे | मंजू के पिता गुप्ता एक उघमी थे उनका उघ्योग उषा ...

great person biography in hindi

अवाबाई बोमनजी वाडिया की जीवनी - Biography of Avabai Bomanji Wadia in hindi jivani

अवाबाई का जन्म 18 सितंबर 1913 को कोलंबो, ब्रिटीश सीलोन श्रीलंका मे हुआ था |जो गुजरात भारत मे जडो के साथ एक समृध्दा और अत्याधिक पश्चिमी पारसी परिवार के रुप मे या | उनके पिता दोशबजी मुंचेरजी एक अच्छी तरह से रखे गए शिपिंग अधिकारी थे | और उनकी मॉ पिरोजबाई अर्सेवाला मेहता, जो एक घर बनाने वाली कंपनी थी| ...

great person biography in hindi

अलका कृपलानी की जीवनी - Biography of Alka Kriplani in hindi jivani

अलका कृपलानी का जनम 25 अगस्ता 1955 को भारत के रायपूर मे हुआ था | राम शरण दास और शकुंतला देवी मल्होत्रा की बेटी है | उनका कृपलानी ने मेडिसिन एमबीबीएस मे स्त्रातक किया और वह स्त्रीरोग और प्रसूतिविज्ञान एम डी मे मास्टार डिग्री हासिल की | जवाहरलाल नेहरु मेमोरियल मेडिकल कॉलेज जयपूर, भारतीय राजया छत्तीसगढ मे बाद मे वह ...

great person biography in hindi

आभा सक्सेना की जीवनी - Biography of Abha Saxena in hindi jivani

आभा सक्सेना सिजरलैंड के जेनेवा मे विश्वा स्वास्था संगठन की ग्लोबन हेल्था एथिक्सा यूनिअ की समन्वयक है | उस भूमिका मे, वह रिसर्च एथिक्सा रिव्यू कमेटी की अध्याक्षता करती है | और डब्ल्यूएचओ के नैतिकता और समाजिक निर्धारकों ईएसडी का नेतृत्वा करती है | उन्होंने डब्ल्यूएचओ आधारित मनोचिकित्साक शेखर सक्सेना से शादी की है | ...

great person biography in hindi

अरूंधति विरमानी की जीवनी - Biography of Arundhati Virmani in hindi jivani

अरुंधति विमानी का जनम 26 जून 1957 को नई दिल्ली मे हुआ था | कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी, नई दिल्ली और लेडि इरविन स्कूली शिक्षा के बाद उन्होंने इंद्रप्रस्था कॉलेज से इतिहास मे स्त्रातक किया था | दिल्लीविश्वविघालय की एक छात्रा के रुप मे, उन्होंने पेरिस मे सोरबोन मे फाँसीसी इतिहास मे पीएचडी थीसिस तैयार करने के लिए 1981 ...

great person biography in hindi

एथन एलन की जीवनी - Biography of Ethan Allen in hindi jivani

एथन एलन एक किसान, व्यापारी, भूमि सट्टेबाज, दार्शनिक, लेखक, धर्मशास्त्री, अमेरिकी क्रांतिकारी युद्ध के देशभक्त और राजनीतिज्ञ थे। उन्हें अमेरिकी राज्य वर्मांट के संस्थापकों में से एक के रूप में जाना जाता है, और बेनेडिक्ट अर्नोल्ड के साथ अमेरिकी क्रांतिकारी युद्ध में जल्दी फोर्ट किकोनडेरोगा पर कब्जा करने के लिए। वह इरा एलन का भाई और फ्रांसेस एलन का पिता ...

great person biography in hindi

थॉमस फ्राइडमैन की जीवनी - Biography of Thomas Friedman in hindi jivani

थॉमस लॉरेन फ्रीडमैन एक अमेरिकी राजनीतिक टिप्पणीकार और लेखक हैं। वह तीन बार के पुलित्जर पुरस्कार विजेता हैं। फ्रीडमैन वर्तमान में द न्यूयॉर्क टाइम्स के लिए एक साप्ताहिक कॉलम लिखते हैं। उन्होंने विदेशी मामलों, वैश्विक व्यापार, मध्य पूर्व, वैश्वीकरण और पर्यावरण के मुद्दों पर बड़े पैमाने पर लिखा है। उनकी इराक युद्ध की कट्टर वकालत और अनियमित व्यापार, सऊदी रॉयल ...

great person biography in hindi

उमर खय्याम की जीवनी - Biography of Omar Khayyam in hindi jivani

उमर खय्याम का जन्म निशापुर में हुआ था, जो मध्ययुगीन काल में खोरासन के एक प्रमुख महानगर थे, जो सेल्जूक वंश के तहत ग्यारहवीं शताब्दी में समृद्धि के अपने चरमोत्कर्ष पर पहुंच गए थे। निशापुर तब धार्मिक रूप से जोरास्ट्रियन का एक प्रमुख केंद्र था। यह संभावना है कि खय्याम के पिता एक जोरास्ट्रियन थे, जिन्होंने इस्लाम धर्म अपना लिया ...

great person biography in hindi

एडवर्ड सईद की जीवनी - Biography of Edward Said in hindi jivani

एडवर्ड वाडी सैड कोलंबिया विश्वविद्यालय में साहित्य के प्राध्यापक, एक सार्वजनिक बुद्धिजीवी, और उत्तर औपनिवेशिक अध्ययन के अकादमिक क्षेत्र के संस्थापक थे। एक फिलीस्तीनी अमेरिकी अनिवार्य फिलिस्तीन में पैदा हुआ था, वह अपने पिता, अमेरिकी सेना के दिग्गज के रूप में संयुक्त राज्य अमेरिका का नागरिक था। पश्चिमी कैनन में शिक्षित, ब्रिटिश और अमेरिकी स्कूलों में, सैद ने पश्चिमी दुनिया ...

great person biography in hindi

अब्बी हॉफमैन की जीवनी - Biography of Abbie Hoffman in hindi jivani

हॉफमैन का जन्म 30 नवंबर, 1936 को वॉर्सेस्टर, मैसाचुसेट्स में जॉन हॉफमैन और फ्लोरेंस शेंबर्ग से हुआ था। हॉफमैन का पालन-पोषण एक मध्यमवर्गीय यहूदी परिवार में हुआ था और उनके दो छोटे भाई-बहन थे। 1940 और 1950 के दशक में एक बच्चे के रूप में, वह "बेटिकन्स और हिप्पी के बीच संक्रमणकालीन पीढ़ी" के रूप में वर्णित के सदस्य थे। ...

great person biography in hindi

बिली ग्राहम की जीवनी - Biography of Billy Graham in Hindi Jivani

विलियम फ्रैंकलिन ग्राहम जूनियर का जन्म 7 नवंबर, 1918 को उत्तरी कैरोलिना के शार्लोट के पास एक फार्महाउस के नीचे के बेडरूम में हुआ था। वह स्कॉट्स-आयरिश वंश का था और मॉरो (नी कॉफी) और विलियम फ्रैंकलिन ग्राहम सीनियर, डेयरी किसान से पैदा हुए चार बच्चों में से सबसे बड़ा था। ग्राहम को अपने दो छोटी बहनों, कैथरीन मोरो और ...

great person biography in hindi

सतीश कुमार जीवनी - Biography Of Satish Kumar in Hindi Jivani

कुमार का जन्म भारत के राजस्थान, श्री डुंगगढ़ में हुआ था। 9 साल की उम्र में, उन्होंने अपने परिवार को छोड़ दिया और जैन भिक्षु बन गए। 18 वर्ष की उम्र में महात्मा गांधी की पुस्तक पढ़ने के बाद, वह गांधी के एक प्रसिद्ध शिष्य विनोबा भावे और उनके अहिंसा और भूमि सुधार विचारों के छात्र बनने के लिए तत्काल ...

great person biography in hindi

जगदीश सिंह खेहर जीवनी - Biography of Jagdish Singh Khehar in Hindi Jivani

जस्टिस जगदीश सिंह खेहर का जन्म 28 अगस्त 1952 को हुआ था। 1974 में चंडीगढ़ के गवर्नमेंट कॉलेज से उन्होंने साइंस में ग्रेजुएशन किया। उसके बाद 1977 में उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से एलएलबी की डिग्री हासिल की। 1979 में इसी यूनिवर्सिटी से उन्होंने एलएलएम किया जिसमें उनको गोल्ड मेडल मिला। शिक्षावर्ष १९७४ में चंडीगढ़ के राजकीय कॉलेज से विज्ञान में ...

great person biography in hindi

जगदीश भगवती जीवनी - Biography of Jagdish Bhagwati in Hindi Jivani

जगदीश भगवती, कोलंबिया विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर और विश्व प्रसिद्ध भारतीय अर्थशास्त्री हैं और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में अनुसंधान के खिलाफ मुक्त व्यापार की रक्षा के लिए जाना जाता है। भगवती ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के महानिदेशक के बाहरी सलाहकार के रूप में काम किया और वह पूर्व संयुक्त राष्ट्र महासचिव कोफ़ी अन्नान के उच्चस्तरीय सलाहकार थे।जगदीश नटवरलाल ...

great person biography in hindi

सत्य नडेला जीवनी - Biography of Satya Nadella in Hindi Jivani

जनम 19 अगस्त 1967 आंध्र परदेश के हेद्राबाद में हुआ था , उन के पिता का नाम बुकपुर्म नाडेला था और वोह एक IAS ऑफिसर थे . सत्य नाडेला बचपन से ही पढाई में काफी आगे थे उनोह ने अपनी पढाई की शुरुआत हेद्राबाद से ही की , उस के बाद उनो ने Mnipal university से इलेक्ट्रिकल की बचुलर डिग्री ...

great person biography in hindi

हेमू कालाणी जीवनी - Biography of Hemu Kalani in Hindi Jivani

स्वतंत्रता संग्राम में भारत माता के अनगिनत सपूतो ने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत माता को गुलामी की जंजीरों से आजाद कराया | आजादी की लड़ाई में भारत के सभी प्रदेशो का योगदान रहा | अंग्रेजो को भारत से भगा कर देश को जिन वन्दनीय वीरो ने आजाद कराया उनमे सबसे कम उम्र के बालक क्रांतिकारी अमर शहीद हेमू ...

great person biography in hindi

राम सिंह ठाकुर जीवनी - Biography of Ram Singh Thakuri in Hindi Jivani

अखिल भारतीय इतिहास-संकलन योजना के संस्थापक-अध्यक्ष ठाकुर रामसिंह जी का जन्म 16 फ़रवरी 1915 को हिमाचल प्रदेश के ग्राम झण्डवी, तहसील भोन्राज, जिला हमीरपुर में हुआ था। आपके पिता का नाम श्री ठाकुर भागसिंह एवं माता का नाम श्रीमती निहातु देवी था। ठाकुर रामसिंह 5 भाई-बहन थे। आपकी प्राइमरी शिक्षा प्राइमरी पाठशाला में हुई। सन् 1935 में उन्होंने राजपूत हाईस्कूल, ...

great person biography in hindi

क्रिस्टोफर कोलंबस जीवनी - Biography of Christopher Columbus in Hindi Jivani

क्रिस्टोफर कोलम्बस (१४५१ - २० मई १५०६) एक समुद्री-नाविक, उपनिवेशवादी, खोजी यात्री उसकी अटलांटिक महासागर में बहुत से समुद्री यात्राओं के कारण अमेरिकी महाद्वीप के बारे में यूरोप में जानकारी बढ़ी। यद्यपि अमेरिका पहुँचने वाला वह प्रथम यूरोपीय नहीं था किन्तु कोलम्बस ने यूरोपवासियों और अमेरिका के मूल निवासियों के बीच विस्तृत सम्पर्क को बढ़ावा दिया। उसने अमेरिका की चार ...

  • महिला ( 38 )
  • कलाकार ( 127 )
  • वैज्ञानिक ( 540 )
  • लेखक ( 312 )
  • प्रेरणादायक ( 51 )
  • राजा ( 37 )
  • राजनेता ( 161 )
  • व्यवसायी ( 53 )
  • रानी ( 18 )
  • मानवतावादि ( 34 )
  • प्रसिद्ध ( 80 )
  • अभिनेता ( 84 )
  • राज-वंश्य ( 7 )
  • अन्य ( 102 )
  • धार्मिक नेता ( 21 )
  • संगीतकार ( 13 )

epapers app logo

HindiSwaraj

biography in hindi | Jivani of Great personalities | महान लोगों की बायोग्राफी हिंदी में | biography meaning in hindi

By: savita mittal

biography in hindi | Jivani of Great personalities | महान लोगों की बायोग्राफी हिंदी में

क्या होती है जीवनी (biography) , जीवनी (biography) पढ़ना क्यों फ़ायदेमंद है , biography meaning in hindi | biography ka kya matlab hota hai | daily use english words.

Hindi Swaraj पाठकों का पसंदीदा हिंदी ब्लॉग (Hindi Blog) आपके लिए लाया है जीवनी Biography की श्रेणी से दुनियाभर की महान शख्सियतों के जीवन के बारे में लेख | पढ़िए Hindi Swaraj Best Hindi Blogging जो की पाठकों को Biography category में देता है most popular Biographies in Hindi 2020.

एक पुरानी कहावत है, यह इस प्रकार है :

“अच्छा निर्णय अनुभव से आता है, और अनुभव बुरे निर्णय से आता है।”

इसलिए चाणक्य का एक महान विचार सार्थक है :

“दूसरों की गलतियों से सीखें | आपका जीवन इतना लम्बा नहीं है कि इन सब को आप स्वयं करके सीखें.” |

महान और संघर्षशील लोगों की आत्म जीवनी पढ़ने से हमें प्रेरणा मिलती है और नए-नए क्रान्तिकारी विचारो का संचार हमारे जीवन में होता है | जीवनी या आत्मकथाएँ अक्सर इतिहास की किताबों से परे जाकर दुनिया को आकार देने वाली विभिन्न जिंदगियों और घटनाओं को देखती हैं। क्रांतिकारी, राजनेताओं, महान हस्तियों से लेकर आधुनिक आइकन तक, ये Biographies व्यक्तिगत कहानियों को बताती है, उपलब्धियों और असफलताओं को उजागर करती हैं, जो पाठकों को प्रभावित कर सकती हैं और अनंत जीवन प्रश्नों को हल कर सकती हैं। Hindi Swaraj Top Biography Blogs of famous personalities 2020 in Hindi

जीवनी किसी अन्य व्यक्ति के जीवन की कहानी का एक विस्तृत वृतांत है। इस विषय में उनके जीवन के बारे में बुनियादी व महत्वपूर्ण जानकारी शामिल होती है – जैसे उनका जन्म स्थान, शिक्षा, उनके संघर्ष, सोच, उनका दर्शन एवं रुचियां। एक जीवनी उनके परिवार के सदस्यों के साथ-साथ, उनके बचपन में घटी प्रमुख घटनाओं और कैसे उनकी परवरिश प्रभावित हुई आदि घटनाओं को बयान करती है। एक जीवनी एक वास्तविक व्यक्ति की विभिन्न उपलब्धियों और जीवन की घटनाओं का विवरण देती है, लेकिन यह तथ्यों और आंकड़ों से अधिक है – यह जीवन की शुरुआत से लेकर अंत तक बताई गई महान कहानियों से जुड़ा होता है ।

great person biography in hindi

  • हमें मूल्यवान जीवन का पाठ पढ़ाती हैं |
  • हमें एक ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य के करीब लाती हैं |
  • आत्म-खोज को बढ़ावा देती हैं |
  • हमें असफलता का सामना करने के लिए प्रेरित करती है |
  • सामान्य संस्कृति के हमारे ज्ञान को व्यापक बनाती हैं |

दुनियाभर की महान शख्सियतों के अच्छे – बुरे अनुभवों से भरे जीवनी को पढ़ना रोचक भी है और लाभप्रद भी। हमे जानने को मिलता है कि उन्होंने अपनी समस्याओं का सामना कैसे किया, वे अपने आप पर कैसे विश्वास करते थे, कैसे वे अपनी प्रतिभा का दोहन करने में सक्षम थे, और कैसे वे अपने जीवन को उन्मुख करते थे, यह ज्ञान का एक अनमोल स्रोत ही है, जो हमें अपने स्वयं के जीवन को निर्देशित करने में मदद करता है और एक आदर्श जीवन दर्शन देता है | Hindi Swaraj Best and popular Hindi Biography Blogs 2020

reference biography in hindi

great person biography in hindi

मेरा नाम सविता मित्तल है। मैं एक लेखक (content writer) हूँ। मेैं हिंदी और अंग्रेजी भाषा मे लिखने के साथ-साथ एक एसईओ (SEO) के पद पर भी काम करती हूँ। मैंने अभी तक कई विषयों पर आर्टिकल लिखे हैं जैसे- स्किन केयर, हेयर केयर, योगा । मुझे लिखना बहुत पसंद हैं।

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Be Expensive

भारत के महान व्यक्ति | Famous Personalities of India in Hindi

Famous Personalities of India(भारत के महान व्यक्तियों): यहाँ हमने आपसे भारत के महान व्यक्ति के बारे में जानकारी दी है जो की विभिन्न क्षेत्र से सम्बंधित है|

महात्मा गाँधी

एपीजे अब्दुल कलाम – apj abdul kalam, सरदार वल्लभभाई पटेल – sardar patel, मदर टेरेसा – mother teresa, b. r. ambedkar – बाबा साहेब आम्बेडकर, रवीन्द्रनाथ टैगोर – ravindranath tagore, जवाहरलाल नेहरु, बाल गंगाधर तिलक, सुभाषचंद्र बोस, विविध क्षेत्र के भारत के महान व्यकित.

महान व्यक्ति वो कहलाते है जो की अपने कार्यक्षेत्र में विशिष्ट योगदान की वजह से आने वाले वर्षो में याद किये जाए| उनके द्वारा किया गया कार्य लगो को प्रेरणा दे| सौभाग्य से भारत में ऐसे कई सारे लोग हुए है जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रो में अपना विशिष्ट योगदान दिया है जिनकी वजह से न सिर्फ आज परन्तु आने वाले कई वर्षो में उन्हें याद किया जाएगा|

आज हम इस लेख के माध्यम से विभिन्न क्षेत्र के कई महान पुरुषो की जानकारी देंगे जिन्होने अपना पूरा जीवन भारत देश के सन्मान के लिए और अपने कार्य में सर्वोच्च प्राप्त करने के लिए लगा दिया| अगर आप उन्ही में से किसी विशेष केटेगरी को देखना चाहते है तो निचे दिए गए टेबल में से पसंद करे|

स्वतंत्रता सेनानी
राजा और रानियों
विज्ञानियो
लेखक

यहाँ निचे हमने आपसे भारत के महान व्यक्ति के बारे में जानकारी दी है जो की विभिन्न क्षेत्र से सम्बंधित है|

Mahatma Gandhi

पूरा नाम: मोहनदास करमचंद गाँधी जन्म तारीख: October 2, 1869 जन्मस्थल: पोरबंदर , गुजरात मृत्यु: January 30, 1948 प्रसिद्ध: भारत की स्वतंत्रता के मुख्य नेता अन्य प्रसिद्द नाम: महात्मा, भारत के राष्ट्रपिता

महात्मा गांधी भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई के प्रमुख व्यक्ति में से एक थे| वे विरोध के लिए अहिंसा का मार्ग अपनाते थे| भारत में उनकी काफी लोकप्रियता के बावजूद कुछ लोग उनके विरोधी भी थे जिन्होंने 1948 में महात्मा गाँधी की हत्या कर दी| 30 जनवरी आज शहीद दिन के रूप में मनाया जाता है| गांधीजी बारे में अधिक पढ़ने के लिए यहाँ क्लीक करे|

APJ Abdul Kalam

पूरा नाम : अवुल पकिर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम जन्म तारीख: October 15, 1931 जन्मस्थान: रामेश्वरम, तमिलनाडु मृत्यु: July 27, 2015 प्रसिद्ध: भारत के राष्ट्रपति, एयरोस्पेस वैज्ञानिक अन्य प्रसिद्द नाम: मिसाइल मेन ऑफ़ इंडिया, पीपुल्स प्रेसिडेंट

वे भारत के एक महान वैज्ञानिको में से एक है| उन्होंने भारत की मिसाइल तकनीक और भारत के परमाणु परीक्षणों में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था| पहले उन्होंने डीआरडीओ और इसरो में एयरोस्पेस वैज्ञानिक के तौर पर कार्य किया था और बाद में भारत के 11 वे राष्ट्रपति भी बने थे| [डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जीवनी पढ़े]

सरदार वल्लभभाई पटेल -  Sardar Patel

पूरा नाम : वल्लभभाई झवेरभाई पटेल जन्म तारीख: October 31, 1875 जन्मस्थान: नडीयाद, गुजरात मृत्यु: December 15, 1950 प्रसिद्ध: भारत के प्रथम उपप्रधानमंत्री, भारत के एकीकरण में मुख्य भूमिका अन्य प्रसिद्द नाम: लोह्पुरुष, भारत के बिस्मार्क

सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे| उन्होंने भारत के एकीकरण में काफी अहम् भूमिका बजाते हुए सभी देशी रजवाड़े को एक कर अखंड भारत की रचना की थी| वे भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बन सकते थे लेकिन देश हित और गांधी जी की आज्ञा के कारण उन्होने इस पद को छोड़ दिया था|

Mother Teresa

पूरा नाम: आन्येज़े गोंजा बोयाजियू जन्म तारीख: 26 अगस्त 1910 जन्म स्थान: Skopje, North Macedonia मृत्यु: September 5, 1997 प्रसिद्ध: सेवाकिय कार्यो के लिए अन्य प्रसिद्द नाम: Sant Mother Teresa(संत मदर टेरेसा)

उन्होंने अपने जीवनकाल में 45 वर्षो तक गरीब और पिछडो की सहायता की| उन्होंने गरीब और असहाय व्यक्ति के लिए मानवीय कार्यो के साथ मिशनरीज ऑफ़ चैरिटी की स्थापना कोलकाता में की| उन्हें नोबेल पुरस्कार से भी नवाजा गया है| पॉप फ्रांसिस के द्वारा संत की उपाधि दी गयी थी|

B. R. Ambedkar - बाबा साहेब आम्बेडकर

पूरा नाम : भीमराव रामजी आम्बेडकर जन्म तारीख: April 14, 1891 जन्म स्थान: मध्यप्रदेश मृत्यु: December 6, 1956 प्रसिद्ध: विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, बॉम्बे राज्य के लिए संसद सदस्य अन्य प्रसिद्ध नाम: बाबा साहेब

दलित के जीवन में बदलाव लाने वाले और भारत के प्रथम क़ानून मंत्री के तौर पर प्रसिद्द भीमराव रामजी आम्बेडकर “बाबा साहेब आंबेडकर” के नाम से भी प्रसिद्द थे| उन्हें भारत के संविधान का वास्तुकार भी माना जाता है| उन्होंने बौध धर्म का अंगीकार किया था और आज भी कई दलित उन्ही के बताये मार्ग पर बौद्ध धर्म का पालन करते है| उन्हें भारत रत्न से भी नवाजा गया है|

Ravindra Nath Tagore

पुरा नाम : रवीन्द्रनाथ देवेन्द्रनाथ टैगोर जन्म तारीख: May 7, 1861 जन्म स्थान: कोलकाता मृत्यु: August 7, 1941 प्रसिद्ध: कविताओ, नोबेल प्राइज अन्य नाम: Bard of Bengal

रवीन्द्रनाथ टैगोर एक ऐसे साहित्यकार है जिन्होंने साहित्य, कला और दर्शन के क्षेत्र में बहुत योगदान दिया है| वे साहित्य में नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले गैर-यूरोपीय के रुप में भी पहचाने जाते है| उनके लिखे गीत से दो देश का राष्ट्रगीत बना हुआ है, भारत और बांग्लादेश| [रवीन्द्रनाथ टैगोर के बारे में अधिक पढ़े]

Bhagatsinh

पुरा नाम: भगतसिंह किशनसिंह संधू जन्म तारीख: September 28, 1907 जन्म स्थल: Banga, Punjab, British India(Now in Pakistan) मृत्यु: March 23, 1931 प्रसिद्ध: क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानी अन्य नाम: शहीद

भगतसिंह भारतीय स्वतंत्रता सेनानियो में से सबसे प्रचलित और क्रांतिकारी सेनानियों में से एक है जिन्हें मात्र 23 वर्ष की आयु में ब्रिटिश के द्वारा फांसी की सजा दी गयी थी| आज भी वे कई युवाओं के प्रेरणा के स्त्रोत है| जिस दिन उन्हें फांसी की सजा हुई थी उस दिन को भी भारत में शहीद दिवस के रूप में जाना जाता है|

aryabhata

नाम: आर्यभट जन्म तारीख: इस. 476 जन्म स्थल: कुसुमपुर पटना मृत्यु: 550 प्रसिद्ध : शुन्य और डेसीमल सिस्टम के लिए, पाई के सिद्धांत, और अन्य खगोलीय सिद्धांत के लिए

आर्यभट भारत के प्रसिद्द गणितज्ञ और खगोलशास्त्री थे| उनका शुन्य की अवधारणा के साथ डेसीमल में काफी योगदान रहा है| उन्होंने पाई का सिद्धांत भी सबसे पहले दिया था|*** उन्होंने पृथ्वी अपनी धरी पर घुमती है यह सबसे पहले कहा था|

great person biography in hindi

पूरा नाम : जवाहरलाल मोतीलाल नेहरु जन्म तारीख: November 14, 1889 जन्म स्थान: अल्लाहाबाद मृत्यु: May 27, 1964 प्रसिद्ध : स्वतंत्र सेनानी, भारत के प्रथम प्रधानमंत्री अन्य नाम: चाचा नेहरु

जवाहरलाल नेहरु भारत के प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में जाने जाते है| स्वतंत्रता के संघर्ष में उन्होंने महात्मा गाँधी और सरदार पटेल के साथीदार के रूप में काम किया था| उन्हें चाचा नेहरु के नाम से भी जाना जाता है|

Bal Gangadhar Tilak

नाम: केशव गंगाधर तिलक जन्म तारीख: July 23, 1856 जन्म स्थान: रत्नागिरी, महाराष्ट्र मृत्यु: August 1, 1920 प्रसिद्द: स्वतंत्रता सेनानी, अन्य प्रसिद्द नाम: लोकमान्य तिलक

स्वराज की अवधारणा को सबसे पहले जिन्होंने रखा था वे केशव गंगाधर तिलक ही थे| वे लोगो के इतने चाहिते थे की उनको अन्य नाम “लोकमान्य तिलक” से भी पहचाना जाता था| वे शशस्त्र क्रांतिकारी विचारधारा के प्रवर्तक थे और उन्होंने , लाला लाजपतराय और बिपिनचंद्र पाल के साथ काम किया था|

great person biography in hindi

नाम: सुभाषचंद्र जानकीनाथ बोस जन्म तारीख: January 23, 1897 जन्म स्थल: कट्टक, बंगाल प्रेसिडेंसी मृत्यु: August 18, 1945 प्रसिद्ध: स्वतंत्रता सेनानी, लीडर, कांग्रेस के अध्यक्ष अन्य नाम: नेताजी

वे ऐ ऐसे स्वतंत्रता सेनानी थे जो की अंग्रेजो की खिलाफ अपनी शसस्त्र लड़ाई के लिए जाने जाते थे| वे कट्टरपंथी विचारधारा वाले व्यक्ति थे| उनका नाझी, जर्मनी और जापान से भी गहरा रिश्ता था | उन्होंने अपनी एक आजाद हिन्द फ़ौज की स्थापना की थी| उनकी मृत्यु विमान दुर्घटना में हुई थी लेकिन उस पर भी कई तरह के विवाद है|

भारत के महान व्यक्तिकार्य क्षेत्र
उन्होंने गणित विषय को स्वयं सिखा था और उनका इस विषय के प्रति योगदान पुरे विशव में सराहनीय है|
भारत के तीसरे प्राइममिनिस्टर, प्रथम महिला प्रधानमंत्री, 1971 के भारत पाक के युद्ध में अच्छे निर्णय लिये|
मराठा राज्य की स्थापना, एक महान योद्धा, उनके पास अपनी नौसेना थी|
1857 में अंग्रेजो के खिलाफ अपनी लड़ाई के लिए प्रसिद्द, महाराजा गंगाधरराव की पत्नी जो की अपने हक़ के लिए लड़ी और अपने प्राण दे दिए( )
मौर्य शाशन की स्थापना, चाणक्य उनके आचार्य थे| बाद में राज्य त्याग कर जैन आचार्य बने थे|
चाणक्य एक प्राचीन भारतीय दार्शनिक, शिक्षक, न्यायविद, अर्थशास्त्री और चन्द्रगुप्त मौर्या के शाही सलाहकार थे। उन्होंने अर्थशास्त्र ग्रन्थ लिखा जिसमे प्राचीन भारतीय राजनितिक व्यवस्था को दर्शाया है|
मेवाड़ के राजा के रूप में प्रसिद्द, हल्दी घाटी के युद्ध के लिए प्रसिद्द,
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, श्वेत क्रांति के लिए प्रसिद्द, भारत पाक के युद्ध में “जय जवान, जय किसान” का नारा दिया था|
राजपूत राजा चौहान वंश का, बहादुर योद्धा और एक उत्कृष्ट सैन्य कमांडर
“शेर ऐ पंजाब” और “पूर्व के नेपोलियन” जैसे नाम से प्रचलित, उनकी सेना का नाम खालसा सेना था जिसमे सभी धर्म के लोग थे, अफ़ग़ान से काफी युद्ध किया और कई नए बदलाव भी लाये|

यहाँ हमने आपसे भारत के महान व्यक्तियों के बारे में जानकारी दी है| आगे भी इस लेख में बहुत बदलाव किये जायेगे और नए नए कई व्यक्तियों को इसके जोड़ा जाएगा जिससे आपको सर्वश्रेष्ठ जानकारी पंहुचायी जा सके| हमें आशा है की आपको यहाँ दी गयी जानकारी पसंद आई होगी| अगर आपको यहाँ दी गयी जानकारी [भारत के महान व्यक्तियों की सूचि | Famous Personalities of India in Hindi] के सम्बन्ध में कुछ प्रश्न है तो आप हमें निचे दिए काममें बॉक्स में अवश्य पूछ सकते है|

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

WHATS KNOWLEDGE

भारत के महान नेताओ की कहानिया indian great leaders stories in hindi.

आज हम आपके साथ भारत के कुछ great leaders के जीवन के कुछ किस्सो के बारे में बतायेंगे  जिन्हें पढ़कर आप समझ जाएंगे की आखिर उनका व्यक्तित्व इतना प्रसिद्ध किस वजह से था. यह उन व्यक्तियों में से एक हैं जिनकी आज के समय में भारत को बहुत जरुरत हैं.

indian great leaders Story 1 – बाल गंगाधर तिलक

प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक एक बार अपने दफ्तर में बैठे एक राष्ट्रीय महत्व के प्रश्न पर विचार विमर्श कर रहे थे। वह प्रश्न बडा ही पेचीदा और देश के भविष्य से जुडा हुआ था। अचानक तिलक के पास एक व्यक्ति हांफता हुआ आया और उनसे बोला- आपके पुत्र की तबीयत बहुत खराब हो गई है, आपको तुरन्त घर बुलाया है।

तिलक ने हां की मुद्रा में सिर हिला दिया और फिर सहयोगियों से उसी प्रश्न पर विचार करने लगे कुछ देर बाद एक सहयोगी को याद आया कि तिलक-जी को घर जाना था यह सोच उसने तिलक जी को कहा आप इस समय घर पहूंचिए, हम लोग कल दोबारा इस मुद्दे पर विचार-विमर्श कर लेंगे।

तिलक ने कहा- मैंने डाक्टर को खबर भिजवाई है जो भी होना होगा वह होकर ही रहेगा। मैं उसे रोक नही पाउंगा। जबकि यह प्रश्न उस मामले से कई अधिक आवश्यक है। क्योंकि यह सारे देश से जुडा हुआ प्रश्न है। यह कहकर वह फिर उसी समस्या पर विचार करने लगे। विचार-विमर्श बहुत देर तक चलता रहा, कईं ऐसे मुद्दे थे जिन पर बहुत विचार करने की आवश्यकता थी।

ऐसे में लोकमान्य तिलक जी को वहां बहुत अधिक समय लग गया। अन्ततः उस समस्या का सही हल खोज निकाला गया,  शाम   को   जब   थके   हारे   घर   पहूं चे   तो   उनका पुत्र   इस   संसार   से   वि दा   हो   चुका   था । ऐसे थे लोकमान्या बालगंगाधर तिलक उनमें राष्ट्रीयता की भावना कुट कुट कर भरी हुई.

indian great leaders Story 2  – स्पष्टवादी   तिलक

बाल्यावस्था से ही बालगंगाधर तिलक निडर व सत्यवादी थे |

एक दिन उनकी कक्षा के छात्रों ने मूंगफली खाकर छिलके फर्श पर ही डाल दिए | शिक्षक ने जब कक्षा में प्रवेश किया तो फर्श पर बिखरे छिलकों को देख कर छात्रों से पूछा, ‘मूंगफली के छिलके किसने डाले हैं ?’

सब छात्र चुप रहे | कोई कुछ नहीं बोला, तब शिक्षक ने सबको खड़ा कर दिया और क्रोधित होकर सबके हाथों पर दो-दो डंडे मारे | जब तिलक का नंबर आया तो वह दो टूक शब्दों में बोले, ‘सर, मैंने मूंगफली खाई ही नहीं तब मेरे द्वारा छिलके फेंकने का सवाल ही कहाँ उठता है, इसलिए न मै दोषी हूँ और न ही मार खाऊंगा |’

‘तब मूंगफली खाकर यह छिलके किसने फेंके… बताओ ?’ ‘सर, में किसी की चुगलखोरी भी नहीं करता, यह मुझे पसंद नहीं है | इसलिए किसी अन्य छात्र का नाम भी नहीं बताऊंगा और मार तो में बिलकुल भी नहीं खाऊंगा |’

इस स्पष्टवादिता से उनका स्कुल अवश्य छूट गया | लेकिन इसी के बल पर भविष्य में वह भारत माँ के महान सपूत अवश्य बन गए |

indian great leaders Story 3 -सरदार पटेल

सरदार वल्ल्भभाई पटेल फौजीदारी के सुप्रसिध्द वकील थे | वह एक केस की पेशी कर रहे थे | मसला काफी संगीन था, जरा भी असावधानी बरती जाती तो संभव था की अभियुक्त को फांसी की सजा हो जाती | इसलिए वह गंभीर होकर जिरह किए जा रहे थे |

उसी समय किसी व्यक्ति ने उनके नाम का एक तार हाथ में था दिया | उन्होंने तार को पढ़ा और जेब में रख कर पून: पेशी करने लगे |

अदालत उठी तो वह जल्दी-जल्दी अहाते से बाहर निकले | उनको हड़बड़ाया देख उनके साथी वकील ने पुछा, ‘ क्या बात है ? तार किस का था ?’

वह बोले, ‘मेरी पत्नी का स्वर्गवास हो गया है ? तार उसी के बारे में था |’ साथी वकील बोला, ‘कमाल है | इतना बड़ा हादसा हो गया और तुम बहस करते रहे | ‘ सरदार पटेल बोले, ‘ करता भी क्या ? वह तो जा ही चुकी थी | क्या इसके पीछे उस अभियुक्त को भी चले जाने देता ?

indian great leaders Story 4  – बालक   राजेंद्र   की   निर्भीकता

उस किशोर को किसी कार्यवश गाँव से शहर की और जाना था | उसकी माँ ने उसे पांच सौ रुपये दिए और विदा करते हुए कहा, ‘बेटा, यह संसार सत्य पर ही टिका है, अत: सत्य को कभी मत छोड़ना |’

उस किशोर ने माँ के चरणो का स्पर्श किया और आशीर्वाद ले शहर की और चल पड़ा | मार्ग में कुछ लूटेरों ने उसे घेरकर कहा, ‘तेरे पास जो कुछ भी है, वह सब निकाल |’

किशोर ने बिना किसी हिचकिचाहट के पांच सौ रुपये निकाल कर दिखा दिए | लूटेरों ने उसकी तब भी तलाशी ली | लेकिन उन्हें कुछ और न मिला | तब वह उसे अपने सरदार के पास ले गए |

सारा वाकया सुनकर लूटेरों के सरदार को भी हैरानी हुई | उसने उस किशोर को गले लगते हूए कहा, धन्य है वह माँ जिसने तुम जैसे सच्चे व ईमानदार बालक को जन्म दिया |’

उस दिन के बाद से उन लूटेरों ने लूटपाट करना छोड़ दिया और सामान्य जीवन जीने की प्रतिज्ञा की | वह किशोर आगे चलकर स्वतंत्रता सेनानी व इस देश का प्रथम राष्ट्रपति बना जिसका नाम था – राजेंद्र प्रसाद |

prithviraj kapoor story-मिटटी   का   मोल  – The value of Mud

प्रसिध्द फिल्म अभिनेता प्राविराज कपूर का पृथ्वी थिएटर्स/theaters उन दिनों घाटी में चल रहा था | पृथ्वीराज कपूर ने क्षतिपूर्ति का एक नायाब तरीका निकाला | जब शो खत्म होता तो वह थिएटर के द्वार पर झोला फैलाकर बैठ जाते थे |

इस तरह जिसकी जैसी श्रद्धा होती, उस झोले में दानस्वरूप कुछ-न-कुछ डाल देता था | एक दिन एक युवक ने मुठ्ठी भर मिटटी उठाई और झोली में डालने लगा | तभी पृथ्वीराज ने उसका हाथ पकड़ते हुए कहा. ‘मित्र! भारत की इस मिटटी के मूल्य से तुम वाकिफ नहीं हो |

हम सब इसी मिटटी में पैदा हुए हैं | मेहरबानी करके इसे इस झोले में न डालकर मेरे सिर पर डाल दो | और वह मिटटी उन्होंने अपने सिर पर ही डलवाई | उनकी इस भावना को देख वह युवक पानी-पानी हो गया | उसकी जेब में जितने भी रुपये थे वह भी उसने दान कर दिए |

यह story हमारे साथ Sheenu Sharma ने शेयर की है. हम इस स्टोरी के लिए  उनका आभार प्रकट करते है

Name : Sheenu Sharma

Blog : hindimind.in

Interest – i likes to read and write inspirational stories and many other things.

यदि आप कोई पोस्ट हमारे साथ शेयर करना चाहते है तो हम आपका स्वागत करते है, पसंद आने पर हम आपका पोस्ट आपकी फोटो और प्रोफाइल के साथ अपने ब्लॉग पर जरूर छापेंगे. 

कृपया इस पोस्ट को अपने मित्रो के साथ शेयर कीजिये, हमारा फेसबुक पेज लाइक करे और अपने सुझाव कमेंट्स के माध्यम से दे 

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

Related Posts

jack ma Inspirational story in hindi

Modi Cabinet : 4 बार CM रहने के बाद केंद्र में मंत्री बने शिवराज सिंह

पिता सेना में जवान, शरारती बेटा ऐसे बना फुटबॉल टीम का कप्तान

पिता सेना में जवान, शरारती बेटा ऐसे बना फुटबॉल टीम का कप्तान

1990 के दशक में अलग झारखंड राज्य के लिए लड़ी लड़ाई, जानिए कौन हैं चंपई सोरेन

1990 के दशक में अलग झारखंड राज्य के लिए लड़ी लड़ाई, जानिए कौन हैं चंपई सोरेन

भजनलाल शर्मा : प्रोफाइल

भजनलाल शर्मा : प्रोफाइल

मोहन यादव : प्रोफाइल

मोहन यादव : प्रोफाइल

300 मैच खेलने वाली पहली भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी वंदना के पिता हैं पहलवान

300 मैच खेलने वाली पहली भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी वंदना के पिता हैं पहलवान

सचिन द्रविड़ से मिला नाम राचिन, विश्वकप डेब्यू पर 'मैन ऑफ द मैच' बनने वाले इस कीवी खिलाड़ी के पिता हैं बेंगलुरु से

सचिन द्रविड़ से मिला नाम राचिन, विश्वकप डेब्यू पर 'मैन ऑफ द मैच' बनने वाले इस कीवी खिलाड़ी के पिता हैं बेंगलुरु से

Asian Games में गोल्ड जीतने वाली अन्नू रानी के किसान पिता नहीं थे भाला फेंक से खुश, चुपचाप गन्ने से किया था अभ्यास

Asian Games में गोल्ड जीतने वाली अन्नू रानी के किसान पिता नहीं थे भाला फेंक से खुश, चुपचाप गन्ने से किया था अभ्यास

एक मछुआरे का बेटा तो दूसरे की मां दवाखाने में करती है काम, जानिए पदक लाने वाले इन 2 खिलाड़ियों का संघर्ष

एक मछुआरे का बेटा तो दूसरे की मां दवाखाने में करती है काम, जानिए पदक लाने वाले इन 2 खिलाड़ियों का संघर्ष

Mbbs की पढ़ाई छोड़कर बनी निशानेबाज जिसने जीता गोल्ड मेडल.

कच्ची उम्र में ही भारत से यूरोप चले गए थे भारतीय घुड़सवार जिन्होंने दिलाया सोना

कच्ची उम्र में ही भारत से यूरोप चले गए थे भारतीय घुड़सवार जिन्होंने दिलाया सोना

B com की यह शुद्ध शाकाहारी छात्रा है एशियाड की डबल मेडलिस्ट (video).

‘टेप बॉल’ से खेलते हुए पाकिस्तान के लिए वनडे तक पहुंचे स्लिंगर गेंदबाज जमान

‘टेप बॉल’ से खेलते हुए पाकिस्तान के लिए वनडे तक पहुंचे स्लिंगर गेंदबाज जमान

18 साल के प्रज्ञानानंदा भारत के अगले विश्वनाथन आनंद बनने की राह पर

18 साल के प्रज्ञानानंदा भारत के अगले विश्वनाथन आनंद बनने की राह पर

जयंती विशेष: हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद

जयंती विशेष: हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद

पिता के मना करने के बाद भी चुना क्रिकेट, आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बना रहे हैं एक नई पहचान, जानें 18 वर्षीय नूर अहमद की कहानी

पिता के मना करने के बाद भी चुना क्रिकेट, आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बना रहे हैं एक नई पहचान, जानें 18 वर्षीय नूर अहमद की कहानी

बांग्लादेश के एकमात्र हिंदू खिलाड़ी का है भारत के खिलाफ शानदार रिकॉर्ड

बांग्लादेश के एकमात्र हिंदू खिलाड़ी का है भारत के खिलाफ शानदार रिकॉर्ड

किसान पिता का सपना पूरा किया शुभमन गिल ने, ऐसे बने भारतीय क्रिकेट के प्रिंस

किसान पिता का सपना पूरा किया शुभमन गिल ने, ऐसे बने भारतीय क्रिकेट के प्रिंस

16 साल की उम्र में किया टेस्ट डेब्यू, एक दिन पहले हुआ था माँ का निधन, जानिए नसीम शाह के बारे में

16 साल की उम्र में किया टेस्ट डेब्यू, एक दिन पहले हुआ था माँ का निधन, जानिए नसीम शाह के बारे में

पिता थे इलेक्ट्रीशियन, कोच ने उठाई ट्रांसपोर्ट की जिम्मेदारी, जानिए तिलक वर्मा के संघर्ष की कहानी

पिता थे इलेक्ट्रीशियन, कोच ने उठाई ट्रांसपोर्ट की जिम्मेदारी, जानिए तिलक वर्मा के संघर्ष की कहानी

Android app

  • हमारे बारे में
  • विज्ञापन दें
  • हमसे संपर्क करें
  • प्राइवेसी पालिसी

Copyright 2024, Webdunia.com

devisinhsodha.com

  • Book Summary

20 Best Biography & Autobiography Books in Hindi (You Must Read)

List Of Great Biography & Autobiography Books in Hindi : जीवन मे कुछ भी नया सीखने के दो तरीके है ? एक गलतियाँ करो और दूसरा दूसरों की गलतियों से सीखो। वैसे तो बहोत सारी सेल्फ मोटिवेशनल किताबे है, जिनको पढ़कर आप बहोत कुछ सीख सकते हो।  लेकिन अगर आप कुछ ज्यादा बहेतर सीखना चाहते है तो आपको महान लोगो की बायोग्राफ़ि पर जरूर पढ़नी चाहिए। 

best biography books in hindi, best autobiography books in hindi

नीचे दी गयी लिस्ट मे कुछ महान लोगो की आत्मकथा और जीवनीया है, जिनको पढ़के आपको बहोत कुछ सीखने को मिलेगा। 

Top Biography & Autobiography Books List - महान लोगो की जीवनी पर किताबें

1. मैं स्टीव, मेरा जीवन मेरी जुबानी ( लेखक : स्टीव जॉब्स ).

main steve mera jeewan meri jubani steve jobs biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

मैं स्टीव, मेरा जीवन मेरी जुबानी किताब दुनिया के महान बिजनेस टाईकून और आविष्कारक स्टीव जॉब्स की आत्म कथा है। स्टीव जॉब्स का जन्म 24 फ़रवरी 1955 को सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया, संयुक्त राज्य अमरीका में और मृत्यु 2003 में हुई थी।

Steve Jobs का जीवन जन्म से हि संघर्ष पूर्ण था। कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल फ़ोन बनाने वाली कंपनी ऐप्पल के भूतपूर्व सीईओ और जाने-माने अमेरिकी उद्योगपति स्टीव जॉब्स ने संघर्ष करके जीवन में यह मुकाम हासिल किया।

Buy Main Steve, Mera Jeewan Meri Jubani - Steve Jobs Biography (Hindi) From Amazon

2. सत्य के प्रयोग ( लेखक : महात्मा गांधी )

the story of my experiments with truth mahatma gandhi biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

सत्य के प्रयोग किताब दुनिया के महान प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता महात्मा गांधी की आत्म कथा है। महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के शहर पोरबंदर में और मृत्यु 30 जनवरी 1948 में हुई थी।

यह आत्मकथा उन्होने गुजराती भाषा में लिखी थी। हर 27 नवम्बर को 'सत्य का प्रयोग' के आधारित प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता हैं।  

यहां कुछ उक्तियां है जो गांधी जी ने अपनी आत्म कथा - सत्य के प्रयोग -- में कही हैं। ये उनके जीवन दर्शन को दर्शाती है।

पिछले तीस सालों से जिस चीज को पाने के लिये लालायित हूं वो है स्व की पहचान, भगवान से साक्षात्कार, और मोक्ष। इस लक्ष्य के पाने के लिये ही मैं जीवन व्यतीत करता हूं। मैं जो कुछ भी बोलता और लिखता हूं या फिर राजनीति में जो कुछ भी करता हू वो सब इन लक्ष्यो की प्राप्ति के लिये ही है।

Buy The Story Of My Experiments With Truth - Mahatma Gandhi Biography ( Hindi ) From Amazon

3. भगत सिंह जेल नोट बुक  ( लेखक : हरीश जैन )

bhagat singh jail note book bhagat singh biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

भगत सिंह की ‘जेल नोटबुक’ सुप्रसिद्ध विचारकों और दार्शनिकों के विचारों को लेकर उनकी पड़ताल का एक नया मार्ग खोलती है।

एक जिज्ञासु और पढ़ने की भूख रखनेवाले व्यक्ति के रूप में प्रसिद्ध, भगत सिंह ने जेल में सजा काटने के दौरान अपनी पसंद के जाने-माने लेखकों की चुनिंदा पुस्तकों को बड़ी संख्या में जुटा लिया था। 

Buy Bhagat Singh Jail Note Book - Bhagat Singh Biography ( Hindi ) From Amazon

4. योगी कथामृत  ( लेखक : परमहंस योगानंद )

autobiography of a yogi hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

परमहंस योगानंद पश्चिमी देशों के साथ-साथ भारत में भी योग ध्यान के विज्ञान और दर्शन को पढ़ाने के लिए एक प्रतिष्ठित व्यक्ति रहे हैं।

योगानंद की यह प्रशंसित आत्मकथा 1999 में सामने आई और पूरे पश्चिम में एक त्वरित सफलता थी। 

सदी की 100 सर्वश्रेष्ठ आध्यात्मिक पुस्तकों में से एक के रूप में चयनित, यह आत्मकथा पाठकों को उनके जीवन की एक प्रेरणादायक यात्रा पर ले जाती है - उनके मासूम बच्चे उल्लेखनीय अनुभवों से भरे,

Buy Autobiography Of A Yogi ( Hindi ) From Amazon

5. अग्नि की उड़ान ( लेखक : ए. पी. जे. अब्दुल कलाम )

wings of fire abdul kalam biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

इसी पुस्तक से प्रस्तुत पुस्तक डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के जीवन की ही कहानी नहीं है बल्कि यह डॉ. कलाम के स्वयं की ऊपर उठने और उनके व्यक्‍त‌िगत एवं पेशेवर संघर्षों की कहानी के साथ ' अग्नि ', ' पृथ्वी ', ' आकाश ', ' त्रिशूल ' और ' नाग ' मिसाइलों के विकास की भी कहानी है। 

जिसने अंतरराष्‍ट्रीय स्तर पर भारत को मिसाइल-संपन्न देश के रूप में जगह दिलाई । 

यह टेकोलॉजी एवं रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने की आजाद भारत की भी कहानी है ।.

Buy Wings Of Fire - Abdul Kalam Biography ( Hindi ) From Amazon

6. मेरी कहानी: अनब्रेकेबल ( लेखक : मैरी कॉम )

meri kahani unbreakable merry kom biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

यह कहानी है भारतीय मुक्केबाज़ी के अखाड़े की साम्राज्ञी, पाँच विश्व प्रतियोगिताओं और एक ओलंपिक पदक की विजेता - एम.सी. मैरी कॉम की।

पूर्वोत्तर भारत के मणिपुर राज्य में भूमिहीन किसान माता-पिता के यहाँ जन्मीं, मैरी कॉम की यह कहानी अथक संघर्ष और जोश को दर्शाती है तथा मुक्केबाज़ी की इस पुरुष-प्रधान दुनिया में असंभव रुकावटों का सामना करने - और जीतने की गाथा बताती है।

Buy Meri Kahani : Unbreakable - Merry Kom Biography ( Hindi ) From Amazon

7. प्लेइंग इट माई वे ( लेखक : सचिन तेंडुलकर )

playing it my way sachin tendulkar biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

यह मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की बस्टेलिंग आत्मकथा - प्लेइंग इट माय वे का हिंदी अनुवाद है।

जब वह एक छोटा लड़का था, तो सचिन तेंदुलकर के भाई ने उसे एक ऐसे खेल से परिचित करवाया, जो उसके जीवन और लाखों भारतीय लोगों के जीवन को बदलने के लिए था।

यह सचिन तेंदुलकर की कहानी है, जो अपने ही शब्दों में सभी समय के सबसे प्रसिद्ध क्रिकेटर हैं।

Buy Playing It My Way - Sachin Tendulkar Biography ( Hindi ) From Amazon

8. संघर्ष से मिलि सफ़लता ( लेखक : सानिया मिर्जा )

ace against odds sania mirza biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

यह पुस्तक एक प्रतिष्ठित भारतीय खिलाड़ी की कहानी है, जिसने शिखर पर पहुँचने के लिए बेहद कठिन परिस्थितियों पर विजय पाई.

सानिया साफ़गोई से बताती हैं कि सफलता की राह में उन्हें कैसी-कैसी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, कई चोट और ऑपरेशन के कारण कितनी शारीरिक और भावनात्मक क्षति हुई, 

उन्होंने भारत के लिए आक्रमक अंदाज़ में खेला है और इस बात की परवाह नहीं करी कि इसकी वज़ह से उनकी रैंकिंग पर बुरा असर पद सकता है - वे प्रेरणा का स्त्रोत हैं और टेनिस कोर्ट से विदा होने के बाद भी हमेशा प्रेरणादायी बनी रहेंगी.

Buy Ace Against Odds - Sania Mirza Biography ( Hindi ) From Amazon

9. बेंजामिन फ्रैंकलिन की आत्मकथा ( लेखक : बेंजामिन फ्रैंकलिन )

the autobiography of benjamin franklin hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

बेंजामिन फ्रैंकलिन की जीवनी ‘बेंजामिन संयुक्त राज्य अमेरिका के एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति थे, जो कभी संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति नहीं थे।’ उपरोक्त वाक्य बेंजामिन फ्रैंकलिन के बारे में कहा गया है।

उनके कार्य का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देशभर में उनकी सैकड़ों प्रतिमाएँ लगी हुई है।

ऐसे बहुत आयामी व्यक्तित्व का जीवन चरित्र इस पुस्तक में पढ़ें और उनके कार्यों से प्रेरणा लें।

Buy The Autobiography Of Benjamin Franklin ( Hindi ) From Amazon

10. द डायरी ऑफ यंग गर्ल ( लेखक : ऐनी फ्रैंक )

the diary of a young girl anne frank biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

यह उस युवती का मर्मस्पर्शी दस्तावेज़ है जो दूसरे विश्व युद्ध के दौरान एक यहूदी होने के नाते नाज़ी अत्याचारों की शिकार बनी. ऐन फ्रैंक का परिवार 1942 से 1944 के दरमियान एक ईमारत में स्तिथ किताबों की अलमारी के पीछे बने कुछ गुप्त कमरों में छिप कर रहा.

युद्ध की भयावहता को दर्शाती यह पुस्तक मानवीय भावनाओं का एक आश्चर्यजनक व् दिलचस्प वृत्तांत है, जिसे द्वितीय विश्व युद्ध के बचे हुए महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों में से एक मन जाता है. मूलतः डच भाषा में लिखी गई इस पुस्तक का 60 से अधिक भाषाओँ में अनुवाद किया जा चूका है.

Buy The Diary Of A Young Girl - Anne Frank Biography ( Hindi ) From Amazon

11. मेरा संघर्ष ( लेखक : एडॉल्फ हिटलर )

mein kampf adolf hitler biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

माइन काम्फ ("मेरा संघर्ष") एडोल्फ हिटलर की आत्मकथा है

अडोल्फ हिटलर को विश्व मानवता का शत्रु समझने वाले लोगों के लिए ‘माइन काम्फ’ हिटलर की आत्मकथा ‘मेरा संघर्ष’ एक ऐसी ख्याति प्राप्त ऐतिहासिक ग्रन्थ है, जिसके अध्ययन से न केवल जर्मनी की पीड़ा, बल्कि हिटलर की पीड़ित मानसिकता में उसकी राष्ट्रवादी मनोवृत्ती का भी अनुभव होगा।

साथ ही राजनीतिज्ञों के चरित्र, राजनीति के स्वरूप, भाग्य-प्रकृति, शिक्षा सदनों का महत्त्व, मानवीय मूल्यों तथा राष्ट्रवादी भावना की महानता के आधार की भी प्रेरणा मिलेगी।

Buy Mein Kampf - Adolf Hitler Biography ( Hindi ) From Amazon

12.  परोपकारी बिज़नसमेन अजीम प्रेमजी ( लेखक : एन चोखन  )

paropkari businessman azim premji biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

24 जुलाई, 1945 को जनमे हाशिम प्रेमजी अमेरिका की स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी में जब विद्युत् इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे, तभी पिता के अचानक निधन के कारण उन्हें स्वदेश लौटकर पारिवारिक व्यवसाय सँभालना पड़ा।

उनके व्यापारिक कौशल और योग्यता के बल पर विप्रो ने अनेक क्षेत्रों में कार्य विस्तार किया।

सरल-सहज अजीम प्रेमजी ने विलक्षण उपलब्धियाँ प्राप्‍त की हैं। 

ऐसे समाजसेवी, परोपकारी सफल बिजनेसमैन अजीम प्रेमजी की प्रेरक जीवनगाथा।

Buy Paropkari Businessman Azim Premji Biography ( Hindi ) From Amazon

13. स्वामी विवेकानंद एक जीवनी ( लेखक : स्वामी निखिलानंद )

swami vivekanand biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

स्वामी विवेकानंद नवजागरण के पुरोधा थे।

उनका चमत्कृत कर देनेवाला व्यक्‍तित्व, उनकी वाक‍्‍शैली और उनके ज्ञान ने भारतीय अध्यात्म एवं मानव-दर्शन को नए आयाम दिए। 

अद‍्भुत प्रवाह और संयोजन के कारण यह आत्मकथा पठनीय तो है ही, प्रेरक और अनुकरणीय भी है।.

Buy Swami Vivekanand Biography ( Hindi ) From Amazon

14. मेरे बिजनेस मंत्र ( लेखक : एन.आर. नारायण मूर्ति )

mere business mantra narayan murthy biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

संसार में यदाकदा ऐसे बुद्धिमान व धैर्यवान् व्यक्ति का उदय होता है, जिसे नजरअंदाज करना कठिन ही नहीं, नामुमकिन होता है।

श्री एन.आर. नारायण मूर्ति ऐसे ही विनम्र व्यक्ति हैं। वे एक उद्यमी, उद्यमी-नेता, समाजसेवी व परिवार-प्रिय व्यक्ति हैं।

इस पुस्तक से आपको ऐसा दृष्टिकोण, प्रोत्साहन व महत्त्वपूर्ण प्रेरणा प्राप्त होगी, जिसके बल पर आप सफलता के पथ पर आगे बढ़ते जाएँगे।

Buy Mere Business Mantra - Narayan Murthy Biography ( Hindi ) From Amazon

15. मैं मलाला हूँ ( लेखक : मलाला युसुफ़ज़ई )

main malala hoon malala yousafzai biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

लड़कियों की शिक्षा की वकालत करनेवाली, तालिबानी आतंकियों के सामने न झुकनेवाली मलाला का जन्म 12 जुलाई, 1997 को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत के स्वात जिले में हुआ।

कम उम्र में ही अन्याय और आतंकवाद के विरुद्ध आवाज बुलंद करनेवाली मलाला यूसुफजई की प्रेरक जीवनगाथा, जो हर शांतिप्रिय और संवेदनशील पाठक को पसंद आएगी और उसे प्रेरित करेगी।.

Buy Main Malala Hoon - Malala Yousafzai Biography ( Hindi ) From Amazon

16. नरेन्द्र मोदी: एक रजनीतिक यात्रा ( लेखक : एंडी मारिनो )

narendra modi ek rajnitik yatra narendra modi biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

यह नरेन्द्र की राजनीतिक जीवनी का हिंदी अनुवाद है।

भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पार्टी के लिए एक शक्तिशाली जीत हासिल की, अनगिनत बैठकों और रैलियों में बात की और वैश्विक प्रोफ़ाइल हासिल की।

उस शख्स का एक अनोखा चित्र जिसे वह याद रखना चाहता है जिसने भारत को बेहतर के लिए बदल दिया।

Buy Narendra Modi : Ek Rajnitik Yatra - Narendra Modi Biography ( Hindi ) From Amazon

17. आइजैक न्यूटन ( लेखक : डॉ. श्रीवास्तव प्रीति )

issac newton biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

आइजक न्यूटन सर आइजक न्यूटन अपने समय के बड़े एवं प्रतिष्‍ठित वैज्ञानिकों में थे। 

उनकी प्रसिद्धि का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके बारे में कहा जाता था— प्रकृति अँधेरे में थी, प्रकृति के नियम अँधेरे में थे, तब न्यूटन पैदा हुए और चारों ओर उजाला हो गया।

विश्‍वास है, इसे पढ़कर पाठकगण सर आइजक न्यूटन के जीवन से संबंधित अनेक तथ्यों एवं संदर्भों को जान सकेंगे।

Buy Issac Newton Biography ( Hindi ) From Amazon

18. थॉमस अल्वा एडीसन ( लेखक : विनोद कुमार मिश्रा )

thomas alva edison biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

बाल्यकाल में ही बधिरता जैसे अभिशाप को एकाग्रता जैसे अद्भुत गुण में परिवर्तित करनेवाले थॉमस अल्वा एडिसन ने जीवन के अंतिम प्रहर तक थकना नहीं सीखा। 

औपचारिक शिक्षा से वंचित होने पर भी साहित्य से लेकर विज्ञान तक का गहन अध्ययन करनेवाले इस वैज्ञानिक ने अपने कार्यकाल में औसतन हर पंद्रह दिन में एक पेटेंट हासिल किया; उनके जरिए दुनिया आधुनिक काल में प्रवेश कर गई और उपभोक्तावाद का प्रादुर्भाव हुआ।

Buy Thomas Alva Edison Biography ( Hindi ) From Amazon

19. बिकमिंग : मेरा जीवन सफ़र ( लेखक : मिशेल ओबामा )

becoming michelle obama biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

एक कामकाजी दो बच्चों की माँ और अश्वेत महिला कैसे अपनी नौकरी और जीवन के साथ तालमेल बिठाती है जब उसका पति दुनिया के सबसे शक्तिशाली पद के लिए चुनावी दौड़ में शामिल होता है?

एक हार्वर्ड शिक्षित महिला की आत्मकथा जो अपने पति और बच्चों के ख़ातिर बार-बार अपना करियर बदलती है—अपने आप में नारीवाद, नस्लवाद और समावेशी विकास पर एक विमर्श है।

किताब में बराक ओबामा और मिशेल के खूबसूरत प्रेमकहानी का भी वर्णन है। ईमानदारी और साहस के साथ कही गई इस कहानी में मिशेल एक चुनौती भी पेश करती है।

Buy Becoming - Michelle Obama Biography ( Hindi ) From Amazon

20. बिजनेस कोहिनूर: रतन टाटा ( लेखक : बी सी पांडे )

business kohinoor ratan tata biography hindi,best biography books in hindi,best autobiography books in hindi

बिजनेस कोहिनूर रतन टाटा—बी.सी. पाण्डेय भारतीय उद्योग जगत् के सबसे चमकते सितारे, टाटा ग्रुप जैसे विशाल औद्योगिक साम्राज्य के सर्वेसर्वा ‘रतन टाटा’ का विश्व उद्योग-जगत् में अपना विशिष्ट स्थान है।

वर्तमान परिवेश में टाटा ग्रुप को न केवल स्वदेश, बल्कि विदेशों में भी अहम स्थान दिलाने में उनकी भूमिका एवं नेतृत्व का सराहनीय योगदान रहा है। 

‘बिजनेस कोहिनूर रतन टाटा’ व्यवसायी, व्यापारी, उद्यमी, सामाजिक कार्यकर्ता, राजनीतिक ही नहीं, सभी आयु वर्ग के पाठकों के लिए प्रेरणादायी एवं मार्गदर्शक सिद्ध होगी।

Buy Business Kohinoor: Ratan Tata Biography ( Hindi ) From Amazon

अब आपकी बारी : आपने किस महान इंसान की जीवनी पढ़ी है और उससे आपने क्या सीखा ये नीचे कमेंट करके बताए। अगर ये पोस्ट आपको हेल्पफूल लगे तो इसे अपने दोस्तो के शेअर करे।

Related Posts :

Thanks For Reading 20 Best Biography Books in Hindi. हर दिन नयी किताब की समीक्षा, हिन्दी शायरी और सुविचार पढ़ने के लिए देवीसिंहसोढ़ा.कॉम ब्लॉग पर विजिट करते रहिए।

Topics in This Article : 

No comments:

Post a Comment

  • Skip to main content
  • Skip to secondary menu
  • Skip to primary sidebar

Rochhak.com

रोचक तथ्य और ज्ञानवर्धक लेख

Great / Famous Persons | भारत और दुनिया के महान और प्रसिद्ध व्यक्ति

Great Persons Facts

Rochhak.com की Great / Famous Persons Category में आपको भारत और दुनिया भर के महान और प्रसिद्ध व्यक्तियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। पढ़िए और Enjoy कीजिए।

बॉलीवुड अभिनेता

ऐतिहासिक व्यक्ति

स्वतंत्रता सेनानी

अयथार्थ पात्र (Mythological Characters)

mympsc web logo

  • Chhattisgarh
  • Uttarakhand
  • College Quiz
  • Engineering

Biographies :

  • ✔ कवि ( 97 )
  • ✔ महिला ( 38 )
  • ✔ कलाकार ( 127 )
  • ✔ वैज्ञानिक ( 540 )
  • ✔ लेखक ( 312 )
  • ✔ प्रेरणादायक ( 51 )
  • ✔ राजा ( 37 )
  • ✔ राजनेता ( 161 )
  • ✔ व्यवसायी ( 53 )
  • ✔ रानी ( 18 )
  • ✔ खेल ( 84 )
  • ✔ मानवतावादि ( 34 )
  • ✔ प्रसिद्ध ( 80 )
  • ✔ अभिनेता ( 84 )
  • ✔ संत ( 29 )
  • ✔ राज-वंश्य ( 7 )
  • ✔ अन्य ( 102 )
  • ✔ धार्मिक नेता ( 21 )
  • ✔ संगीतकार ( 13 )

Nationality

  • ✔ India ( 1407 )
  • ✔ United States of America ( 205 )
  • ✔ United Kingdom ( 110 )
  • ✔ France ( 23 )
  • ✔ Germany ( 17 )
  • ✔ Italy ( 15 )
  • ✔ Russia ( 13 )
  • ✔ Greece ( 11 )
  • ✔ Ireland ( 10 )
  • ✔ Pakistan ( 8 )
  • ✔ China ( 6 )
  • ✔ Canada ( 5 )
  • ✔ Afghanistan ( 3 )
  • ✔ New Zealand ( 3 )
  • ✔ Nigeria ( 3 )
  • ✔ Peru ( 3 )
  • ✔ Poland ( 3 )
  • ✔ South Africa ( 3 )
  • ✔ Spain ( 3 )
  • ✔ Argentina ( 2 )
  • ✔ Austria ( 2 )
  • ✔ Brazil ( 2 )
  • ✔ Czechia ( 2 )
  • ✔ Japan ( 2 )
  • ✔ Ukraine ( 2 )
  • ✔ Unkwon ( 2 )
  • ✔ Algeria ( 1 )
  • ✔ Australia ( 1 )
  • ✔ Bangladesh ( 1 )
  • ✔ Chile ( 1 )
  • ✔ Colombia ( 1 )
  • ✔ Equatorial Guinea ( 1 )
  • ✔ Hong Kong ( 1 )
  • ✔ Iran ( 1 )
  • ✔ Jamaica ( 1 )
  • ✔ Mongolia ( 1 )
  • ✔ Netherlands ( 1 )
  • ✔ Norway ( 1 )
  • ✔ Palestinian Territories ( 1 )
  • ✔ Portugal ( 1 )
  • ✔ Romania ( 1 )
  • ✔ Saudi Arabia ( 1 )
  • ✔ Sri Lanka ( 1 )
  • ✔ Swaziland ( 1 )
  • ✔ Sweden ( 1 )
  • ✔ Switzerland ( 1 )
  • ✔ Trinidad and Tobago ( 1 )
  • ✔ Tunisia ( 1 )
  • ✔ Turkey ( 1 )

Biographies of Great personalities in Hindi - mympsc biography (जीवनी)

Get Online Biographies of Great personalities on Scientists, Artists, Politicians, Famous peoples and many more Motivational Success Biography in Hindi at mympsc.org

Hindi Biography, Hindi essay on Famous peoples

Hindi mympsc Biographies Find mympsc Biographies on Scientists - वैज्ञानिक, Inspirational Peoples - प्रेरणादायक व्यक्ति, Famous Actors - प्रसिद्ध अभिनेता, Artists - कलाकार, Writers - लेखक, Musicians - संगीतकार, Poets - कवि, Sport - खेल, Politicians - नेता, Kings / Queens - राजा / रानी, Famous Saint - प्रसिद्ध संत. Motivational articles in Hindi, self-improvement Biography essay In Hindi language.

Managed Services By: www.upscgk.com

Currents Hub

212 विश्व विख्यात व्यक्तित्व (संक्षेप में)| 212 World Famous Personalities in Hindi

अनुक्रम (Contents)

  • अकबर (1542-1605 ई.)-  मुगल साम्राज्य का महानतम शासक। उसने मुगल साम्राज्य का विस्तार किया और उसे मुख्य रूप से धार्मिक सहिष्णुता और राजपूतों के साथ मित्रतापूर्ण सम्बंधों के लिए जाना जाता है। उसने एक नए धार्मिक पंथ ‘दीन-ए-इलाही की स्थापना की।
  • अल बरूनी (970-1039 ई.)-  प्रसिद्ध लेखक जो महमूद गजनवी के साथ भारत आया और भारत पर विश्व प्रसिद्ध किताब ‘किताब-उल-हिंद लिखी।
  • अलाउद्दीन बहमन शाह-  बहमनी राज्य के संस्थापक।
  • अलाउद्दीन खिलजी-  दिल्ली सल्तनत का सबसे सक्षम शासक जिसने मूल्य नियंत्रण प्रणाली लागू की। इसके शासनकाल के दौरान दिल्ली सल्तनत का सबसे ज्यादा विस्तार हुआ।
  • अलबुकर्क (1453-1515 ई.)-  भारत में पुर्तगाली वायसराय। 1510 ई. में उसने गोवा व दीव पर अधिकार जमाया।
  • अल्बर्ट आइं स्टीन (1879-1955 ई.)-  न्यूटन के बाद महानतम् वैज्ञानिक। 1905 में ‘क्वांटम सिद्धांत का प्रयोग करके ‘फोटो विद्युत प्रभाव की व्याख्या की। द्रव्यमान व ऊर्जा के मध्य सम्बंध स्थापित करने के लिए श्व=द्वष्२ समीकरण का प्रतिपादन किया। ब्राऊनियन गति की व्याख्या करके परमाणु सिद्धांत की पुष्टिï की। सापेक्षता के विशिष्टï सिद्धांत (Special Theory of relativity) का प्रतिपादन किया। 1916 में सापेक्षता के सामान्य सिद्धांत (General theory of relativity) का प्रकाशन। 1921 में नोबेल पुरस्कार।
  • एलेन ऑक्टोवियन ह्यूम (1829-1912 ई.)-  ब्रिटिश सरकार में सिविल सर्र्वेंट जिन्होंने  भारतीय राष्टरीय कांग्रेस की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • अमीर खुसरो (1255-1325 ई.)-  इनको ‘पैरेट ऑफ इंडिया कहा जाता है। वे प्रसिद्ध साहित्यकार, इतिहासकार व संगीतज्ञ थे। सूफी संत हजरत निजामुद्दीन औलिया के शिष्य के रूप में प्रसिद्ध।
  • अर्दशीर-  226 ई. में ईरान में सस्सानिद वंश के संस्थापक।
  • अलेक्जेंडर ग्राहम बेल (1847-1922 ई.)-  स्कॉटिश अमेरिकी, जिसने टेलीफोन का आविष्कार किया।
  • अरस्तू (384-322 ई. पू.)-  ग्रीक दार्शनिक, साहित्यकार व वैज्ञानिक। सिकंदर महान के शिक्षक व प्लेटो के शिष्य। उन्होंने तर्कशास्त्र (Logic) की स्थापना की।
  • आर्यभट्ट (476-520 ई.)-  भारतीय खगोलशास्त्री व गणितज्ञ जो चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के नौ रत्नों में से एक थे। उन्हें बीजगणित (algebra) के आविष्कार का श्रेय है। वे पहले खगोलशास्त्री थे जिन्होंने  बताया कि पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमती है।
  • अशोक महान (शासन 269-232 ई. पू.)-  प्राचीन भारत का महानतम शासक। 261 ई. पू. में कलिंग युद्ध के पश्चात् उसने हिंसा का मार्ग छोड़कर बौद्ध धर्म अपना लिया।
  • अश्वघोष-  कुषाण सम्राट कनिष्क के अध्यात्मिक गुरू, जिन्होंने प्रसिद्ध बौद्ध ग्रंथ ‘बुद्धचरितम्’ की रचना की।
  • अतातुर्क कमाल (1881-1938 ई.)-  तुर्की जनरल व राजनीतिज्ञ। उन्होंने तुर्की में खिलाफत का अंत करके वहाँ गणतंत्र की स्थापना की और तुर्की को एक आधुनिक धर्मनिरपेक्ष देश के रूप में स्थापित किया।
  • आंद्रे मेरी एम्पियर (1775-1836 ई.)-  फ्रांसीसी वैज्ञानिक जिसने एम्पियर के नियमों का प्रतिपादन किया। विद्युत धारा की इकाई का नामकरण इन्हीं पर किया गया है।
  • अलेक्जेंडर फ्लेमिंग (1881-1955 ई.)-  स्कॉटिश वैज्ञानिक जिन्होंने प्रथम एंटीबायोटिक ‘पेनीसिलिन’ की खोज 1928 में की।
  • ऑर्थर कॉम्पटन (1892-1962 ई.)-  अमेरिकी भौतिकविद् जिन्हें 1927 में ‘कॉम्पटन प्रभाव’ (Compton Effect) की खोज के लिए नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। ‘कॉम्पटन प्रभाव’ से ही प्रकाश के द्विस्वभाव(Dual nature) की जानकारी हुई।
  • अर्नेस्ट रदरफोर्ड (1871-1937)-  प्रसिद्ध भौतिकविद जिन्होंने परमाणु की संरचना की खोज की जिससे नाभिकीय युग (Nuclear Age) की शुरुआत हुई।
  • अल्फ्रेड नोबेल (1833-1896 ई.)-  स्वीडिश रसायनविद व आविष्कारक। इन्होंने डाइनामाइट का आविष्कार किया और इन्हीं के नाम से चिकित्सा, साहित्य, अर्थशास्त्र, भौतिकी, रसायनशास्त्र और शांति के लिए प्रत्येक वर्ष नोबेल पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
  • ऑगस्टस (63 ई. पू. – 14 ई.)-  प्रथम रोमन सम्राट। उन्होंने मिस्र पर विजय प्राप्त की और रोम में नैतिक धार्मिक सुधारों को लागू किया।
  • आर्कमिडीज़ (287-212 ई. पू.)-  ग्रीक के प्रसिद्ध गणितज्ञ जिनको ‘उत्प्लावन के सिद्धांतों (Principle of buoyancy) के प्रतिपादन का श्रेय है।
  • इयूक्लिड (330-260 ई. पू.)-  यूनान के प्रसिद्ध गणितज्ञ जिन्होंने ज्यामिति (geometry) में अनेक महत्वपूर्ण खोजें कीं।
  • एडविन पॉवेल हब्बल (1869-1953 ई.)-  अमेरिकी खगोलविद जिन्होंने सबसे पहले ब्रह्मड के अकल्पनीय आकार की खोज की।
  • औरंगजेब- (1618-1707 ई.)-  मुगल सम्राज्य का अंतिम महान सम्राट जिसने साम्राज्य का सुदूर दक्षिण तक विस्तार किया, किन्तु उसकी धार्मिक असहिष्णुता की नीति ने मुगल राज्य को धक्का पहुँचाया।
  • बाबर (1483-1530 ई.)-  भारत में मुगल साम्राज्य का संस्थापक जिसने अप्रैल 1526 में पानीपत के युद्ध में इब्राहिम लोदी को परास्त किया। तुर्की में आत्मकथा ‘तुजुक-ए-बाबरी लिखी।
  • बाणभट्ट-  हर्षवद्र्धन के दरबारी कवि। प्रसिद्ध कृति ‘हर्षचरित।
  • बाडेन पावेल (1857-1941 ई.) –  बॉय स्काउट्स मूवमेंट के संस्थापक (1908 ई.)।
  • बालाजी विश्वनाथ-  मराठा साम्राज्य के प्रथम पेशवा (1731 ई.)।
  • बलवन, गियास-उद्-दीन-  दिल्ली सल्तनत के सुल्तान (1265-86)। उसने ‘सजदा व ‘पाएबोस जैसे तुर्की रिवाजों को अपने दरबार में लागू किया।
  • बिथोवन-  विश्व के महानतम संगीतकारों व कम्पोजरों में से एक।
  • बेसंट, एनी (1846-1933 ई.)-  आयरिश सामाजिक सुधारक, 1917 में भारतीय राष्टï्रीय काँग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष। 1916 में होम रूम लीग की स्थापना की।
  • भीमराव अम्बेडकर (1891-1956 ई.)-  दलितों के मसीहा। भारतीय संविधान के निर्माता जो 1947 से 1951 के मध्य भारत के कानून मंत्री रहे।
  • बिम्बसार (शासन 544-493 ई. पू.)-  मगध राज्य के प्रथम महत्वपूर्ण राजा।
  • बिस्मार्क (1815-1898 ई.)-  19वीं शताब्दी में जर्मनी के सर्वाधिक सशक्त राजनीतिज्ञ जिन्होंने जर्मनी का एकीकरण करके उसकी स्थापना की।
  • बोस, सुभाषचंद्र (1897-1945 ई.)-  इन्हें ‘नेताजी के उपनाम से जाना जाता है। वे एक शक्तिशाली राष्टï्रवादी नेता थे जो  भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान उन्होंने आजाद हिंद फौज की स्थापना करके अंग्रेजों से टक्कर ली।
  • भाभा, डा. होमी जे. (1909-1966 ई.)-  भारत के ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक। भारतीय अणु कार्यक्रम के जनक माने जाते हैं।
  • भगत सिंह – प्रसिद्ध क्रांतिकारी व विचारक जिन्हें लाहौर षडयंत्र केस में फांसी दी गई।
  • भास्कराचार्य (जन्म 1114 ई.) –  प्रसिद्ध गणितज्ञ व खगोलशास्त्री। प्रसिद्ध कृति- सिद्धांत शिरोमणि।
  • बोस, नंद लाल-  प्रसिद्ध भारतीय चित्रकार जिन्होंने  कई प्रसिद्ध पेंटिंग्स बनाईं।
  • बुद्ध, गौतम (523 ई. पू. -453 ई. पू.)-  बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध का जन्म नेपाल के लुम्बिनी में हुआ था। वे कपिलवस्तु के राजा शुद्धोधन के पुत्र थे। उन्होंने संसार का त्याग किया और ज्ञान की प्राप्ति के बाद बुद्ध कहलाये।
  • सीज़र, जूलियस (100-44 ई. पू.)-  रोमन जनरल व तानाशाह। उसने गाउल पर विजय प्राप्त की, राइन नदी पार करके ब्रिटेन पर दो बार आक्रमण किया।
  • चैतन्य (1485-1533 ई.)-  कृष्ण भक्त संत जिन्होंने उड़ीसा, बंगाल व पूर्वी दक्कन में कृष्ण भक्ति का प्रचार-प्रसार किया।
  • चाणक्य (चौथी सदी ई. पू.)-  चाणक्य को कौटिल्य के नाम से भी जाना जाता है। उनकी कृति ‘अर्थशास्त्र आज भी लोगों के मध्य प्रसिद्ध है। वह चंद्रगुप्त मौर्य के गुरू व प्रधानमंत्री थे। इनकी मौर्य वंश की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका थी।
  • चंद्रगुप्त मौर्य (शासन 321-298 ई. पू.)-  मौर्य साम्राज्य के संस्थापक। उन्होंने मौर्य साम्राज्य का अफगानिस्तान तक विस्तार किया। इनके शासनकाल के दौरान ग्रीक राजदूत मेगास्थनीज़ भारत आया था।
  • चंगेज खान (1162-1227 ई.) –  मंगोल योद्धा जिसने मंगोल साम्राज्य को चीन, रूस के अधिकाँश भागों और पूर्व में काला सागर तक फैलाया। चंगेज खान का साम्राज्य अभी तक का सर्वाधिक विशाल साम्राज्य था।
  • चियांग काई शेक (1887-1975 ई.)-  चीनी राजनीतिज्ञ जिन्हें चीन के एकीकरण का श्रेय दिया जाता है (1926-28 ई.)। बाद में राष्टï्रवादी सरकार का नेतृत्व किया। (1928-49 ई.)। 1949 ई. में चीनी क्रांति के बाद ताइवान में निर्वासित सरकार का नेतृत्व।
  • क्लाइव, रॉबर्ट (1725-1774 ई.)-  भारत में ब्रिटिश साम्राज्य का संस्थापक। 1757 ई. में प्लासी की लड़ाई में बँगाल के शासक सिराजुद्दौला को परास्त करके  ब्रिटिश राज्य की नींव रखी।
  • कोलम्बस, क्रिस्टोफर (1451-1506 ई.)-  इतावली भौगोलिक अन्वेषणकर्ता, जिन्होंने 1498 ई. में अमेरिका की खोज की।
  • कोपरनिकस, निकोलस (1473-1543 ई.) –  पोलिश खगोलशास्त्री जिन्होंने प्रतिपादित किया कि पृथ्वी सहित सभी ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते हैं।
  • साइरस-  ईरान का महान शासक जिसने बेबीलोन को 539 ई. पू. में पराजित करके अपने साम्राज्य को एशिया माइनर (तुर्की) तक फैलाया।
  • दादा भाई नौरोजी (1825-1917 ई.)-  ‘ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया के नाम से विख्यात दादा भाई नौरोजी तीन बार भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के अध्यक्ष रहे। ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमंस के लिए निर्वाचित होने वाले प्रथम भारतीय।
  • दारा शिकोह (1614-1659 ई.)-  मुगल सम्राट शाहजहाँ का वरिष्ठï पुत्र जिसकी हत्या औरंगजेब ने करवाई थी। धार्मिक सहिष्णुता के लिए प्रसिद्ध दारा ने ‘गीता का फारसी में अनुवाद करवाया था।
  • दारा प्रथम (548-486 ई. पू.)-  फारस के सम्राट। उन्होंने 490 ई. पू. में यूनान पर आक्रमण किया, किंतु मैराथन के मैदान में पराजित।
  • दयानंद सरस्वती (1824-1883 ई.)-  इन्होंने 1875 में सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए ‘आर्य समाज की स्थापना की। वेदों के ईश्वरीय वाणी होने का समर्थन करते हुए उन्होंने ‘सत्यार्थ प्रकाश की रचना की।
  • डुप्ले (1697-1764 ई.)-  भारत में फ्रांसीसी गवर्नर-जनरल जिसने अंग्रेजों के खिलाफ द्वितीय कर्नाटक युद्ध में विजय प्राप्त की।
  • एडविन लुटएंस-  ब्रिटिश वास्तुकार जिसने नई दिल्ली का निर्माण किया।
  • आइजनहावर, ड्विट डेविड (1890-1969 ई.)-  द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान मित्र सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर। बाद में वे सं. रा. अमेरिका के 34 वें राष्ट्रपति बने।
  • एकनाथ-  मध्यकालीन भक्ति आंदोलन के संत व कवि जिन्होंने मराठी भाषा के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने जातिप्रथा का कड़ा विरोध किया।
  • फाह्यान-  चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के समय में भारत आने वाला पहला चीनी यात्री। उसके लेखों को गुप्त काल का ऐतिहासिक प्रमाण माना जाता है।
  • फिरदौसी (930-1020 ई.)-  फारसी भाषा के प्रसिद्ध कवि जिनकी कालजयी कृति ‘शाहनामा में प्राचीन फारस की गाथा गाई गई है।
  • फ्लोरेंस नाइटेंगल (1820-1910 ई.)-  क्रीमिया युद्ध में घायल सैनिकों की सेवा हेतु संगठित प्रयास करने वाली प्रसिद्ध नर्स। इन्हें ‘लेडी विद द लैम्प के उपनाम से भी जाना जाता है।
  • गुरू गोबिंद सिंह (1666-1708 ई.)-  सिक्खों के दसवें व अंतिम गुरू जिन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की (आनंदपुर, 1699 ई.)। सिक्खों को एक लड़ाकू जाति के रूप में व्यवस्थित किया।
  • गाँधी, महात्मा (1869-1948 ई.)-  बापू व राष्टï्रपिता के नाम से विख्यात महात्मा गाँधी को विश्व के महानतम व्यक्तियों में से एक माना जाता है। उन्होंने भारत को आजादी दिलाने के लिए सत्याग्रह व अहिंसा जैसे अभिनव अस्त्रों का प्रयोग किया। 30 जनवरी, 1948 को नाथूराम गोड़से ने उनकी हत्या कर दी।
  • गैरीबाल्डी (1807-1882 ई.)-  इटली के एकीकरण में मुख्य भूमिका निभाई। इन्होंने मैजिनी के साथ मिलकर इटली में ‘यंग इटली मूवमेंट चलाया।
  • गोपाला-  बँगाल के पाल वंश के संस्थापक (750 ई.)।
  • गोविन्द-  महानतम राष्ट्रकूट शासक जिसने प्रतिहार, चोल, पांड्य, गंगा व पल्लव को हराया।
  • गुरू नानक देव (1469-1538 ई.)-  सिक्ख धर्म के संस्थापक और प्रथम गुरू। इनका जन्म नानकाना साहिब (पाकिस्तान) में हुआ था।
  • गुरू तेग बहादुर-  ये सिक्खों के नौवें गुरू थे। 1675 ई. में औरंगजेब ने इनकी हत्या करवा दी थी।
  • कैप्टेन जेम्स कुक (1728-1779 ई.)-  ब्रिटिश नौचालक जो अंटार्कटिक वृत्त दक्षिण की यात्रा करने वाले प्रथम मानव बने। उन्होंने प्रशांत महासागर की भी खोज की।
  • चार्ली चैपलिन (1889-1977 ई.) – इंग्लैण्ड में जन्में विश्वविख्यात अमेरिकी हास्य अभिनेता और निर्देशक। प्रमुख फिल्में- ‘द ट्रैम्प, ‘द किड, ‘द गोल्ड रस, ‘द सर्कस, ‘सिटी लाइट्स, ‘द ग्रेट डिक्टेटर, ‘लाइमलाइट।
  • चाल्र्स डार्विन (1809-1862 ई.)-  महान जीव वैज्ञानिक, जिन्होंने दक्षिणी सागर के वन्य जीवन का गहरा अध्ययन करने के उपरांत अपनी पुस्तक ‘द ओरीजिन ऑफ स्पीसीज़ की रचना की। उनके अनुसार मानव का विकास वानर समान पूर्वज से हुआ है।
  • चाल्र्स डिकेन्स (1812-1870 ई.)-  विक्टोरियन इंग्लैंड के महानतम उपन्यासकारों में से एक। प्रसिद्ध उपन्यास ‘ऑलिवर ट्विस्ट’, ‘ग्रेट एक्सपेक्टेशन्स, ‘डेविड कॉपरफील्ड आदि।
  • कन्फ्यूशियस (लगभग 551-479 ई. पू.) – चीनी दार्शनिक और राजनीतिक चिंतक, जिनके चिंतन का प्रभाव चीन में आधुनिक काल तक रहा।
  • कार्ल बेंज (1844-1929 ई.)-  जर्मन इंजीनियर जिन्होंने 1895 ई. में आंतरिक दहन इंजन (Internal Combustion Engine) का आविष्कार किया।
  • एडवर्ड जेन्नेर (1749-1823 ई.)-  अंग्रेज वैज्ञानिक जिसने चेचक (Small Pox) के टीके का आविष्कार किया।
  • गैब्रियल फारेनहाइट (1686-1736 ई.)-  जर्मन-डच वैज्ञानिक जिन्होंने प्रथम मरकरी और फारेनहाइट थर्मामीटर का निर्माण किया।
  • गुग्लीमो मारकोनी (1874-1937 ई.)-  इतालवी विद्युत इंजीनियर एवं रेडियो का आविष्कारक। 1909 ई. में उन्हें नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • गैलीलियो (1564-1642 ई.)-  इतालवी खगोलविद् जिन्होंने शक्तिशाली दूरबीन का आविष्कार किया और बृहस्पति के उपग्रहों की खोज की। उन्होंने सूर्य-केन्द्रित कोपरनिकस सिद्धांत का समर्थन किया, जिसके फलस्वरूप उन्हें मृत्युदंड दिया गया।
  • ग्रेगर जोहन मेंडल (1822-1884 ई.)-  ऑस्ट्रियाई वनस्पतिशास्त्री जिन्होंने अनुवांशिकता के  सिद्धांतों की खोज की।
  • गाट्टलिब डेमलर (1834-1900 ई.)-  आंतरिक दहन इंजन के आविष्कारकर्ता जिन्होंने कार्ल बेंज के साथ संयुक्त रूप से डेमलर बेंज कम्पनी की स्थापना की।
  • जॉन डाल्टन (1766-1844 ई.) – अंग्रेज रसायनशास्त्री जिन्होंने परमाणु सिद्धांत का प्रतिपादन किया और परमाणु भारों (Atomic Energy) की आवर्त सारणी का प्रकाशन किया।
  • जॉर्ज वाशिंगटन (1732-1799 ई.)-  अमेरिकी जनरल और प्रथम राष्ट्रपति (1789-92 ई.)। 1781 ई. में यॉर्कशायर में कॉर्नवालिस को पराजित किया जिससे अमेरिका को स्वतंत्रता मिली। 1789 ई. में अमेरिका के प्रथम राष्टï्रपति बने।
  • जॉन एफ. कैनेडी (1917-1963 ई.)-  35वें अमेरिकी राष्ट्रपति (1960-65)। इनके कार्यकाल में ही क्यूबा मिसाइल संकट पैदा हुआ (1962 ई.)। किंतु इनके कार्यकाल के दौरान ही ‘आंशिक परमाणु प्रतिबंध संधि पर हस्ताक्षर किए गए (1963 ई.)। 1963 में डलास में हत्या।
  • जॉन कैबो (1425 -1500 ई.)-  इतालवी भौगोलिक अन्वेषणकर्ता और नौचालक। इंग्लैण्ड के शासक हेनरी सप्तम के प्रोत्साहन के अंतर्गत उत्तरी अमेरिकी की खोज की।
  • जॉर्ज बर्नार्ड शॉ (1856-1950 ई.)-  आयरलैण्ड में जन्में नाटककार एवं आलोचक। प्रमुख नाटक ‘सीज़र एण्ड क्लियोपेट्रा, ‘मेजर बारबरा, ‘पिग्मेलियॉन इत्यादि।
  • जीसस क्राइस्ट (4 ई. पू.-30 ई.)-  ईसाई धर्म के संस्थापक, बेथलेहम में जन्म, बाल्यावस्था नाजरेथ में बीती, जॉन द बैपटिस्ट के द्वारा बपतिस्मा। 30 ई. में जेरूशलम में आगमन, इनके शिष्य जुडास ने धोखा देकर उन्हें पकड़वाया। ईशनिंदा के आरोप में सूली पर चढ़ाए गए। अपनी मृत्यु के दो दिन बाद पुनर्जीवित हुए।
  • जेम्स वॉट (1736-1819 ई.)-  स्कॉटलैण्ड के इंजीनियर जिन्होंने प्रथम बार वाष्प शक्ति का अवलोकन किया। इनके नाम पर ही शक्ति की एक मापन इकाई का नाम ‘वाट रखा गया।
  • जोसेफ प्रीस्टले (1733-1804 ई.)-  अंग्रेज रसायनशास्त्री जिन्होंने ऑक्सीजन, अमोनिया, कार्बन मोनो ऑक्साइड, सल्फर डाईऑक्साइड, हाइड्रोजन सल्फाइड एवं नाइट्रोजन के ऑक्साइडों की खोज की।
  • जॉन मिल्टन (1608-1674 ई.)-  इंग्लैण्ड के ख्याति प्राप्त महाकाव्य लेखक और कवि जो अंधे थे। इनके प्रसिद्ध महाकाव्य- ‘पैराडाइज लॉस्ट’ तथा ‘पैराडाइज़ गेन्ड’।
  • जीन हेनरी डुनेन्ट (1509-1564 ई.)-  स्विज़ समाजसेवी जिन्होंने रेडक्रॉस की स्थापना की (1864 ई.)। जिनेवा कन्वेंशन की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • जस्टिनियन प्रथम (483-565 ई.)-  537 ई. से रोमन बाइजेन्टिनियाई सम्राट, जो अपने प्रशासनिक सुधारों के लिए प्रसिद्ध थे।
  • जोसे डि सैन मार्टिन (1778-1850 ई.)-  अर्जेन्टीनियाई क्रांतिकारी जिन्होंने दक्षिणी अमेरिकी देशों को स्पेनी औपनिवेशवाद से मुक्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।  उनके प्रयासों से अर्जेन्टीना (1814-16 ई.), चिली (1817-18 ई.) और पेरू (1821 ई.) को स्वतंत्रता मिली।
  • जैकस कार्टियर (1491-1577 ई.)-  फ्रांसीसी नौचालक जिन्होंने न्यूफाउंडलैंड (कनाडा) की खोज की।
  • जॉन डनलप (1840-1921 ई.)-  स्कॉटलैंडवासी वैज्ञानिक जिन्होंने न्यूमेटिक टायर का आविष्कार किया।
  • जेम्स जूल (1818-1889 ई.)-  इंग्लिश वैज्ञानिक जिन्होंने ऊष्मा के बारे में क्रांतिकारी नियम प्रतिपादित किए। ‘ऊर्जा के संरक्षण का नियम (Law of Conservation of energy) का प्रतिपादन उन्होंने ही किया। उन्हीं के नाम पर ऊर्जा की इकाई का नामकरण ‘जूल किया गया।
  • जोसेफ स्टालिन (1879-1953 ई.)-  सोवियत संघ का निरंकुश शासक। 1922 ई. से सोवियत कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव और 1924 में सोवियत संघ के शासक। कम्युनिस्ट पार्टी में अपने विरोधियों की हत्या के दोषी। मित्र राष्ट्रों के ओर से द्वितीय विश्वयुद्ध में भाग लिया। जर्मन आक्रमण को निष्फल किया।
  • जॉर्ज ऑरेवल (1903-1950 ई.)-  इंग्लैंडवासी उपन्यासकार जिन्होंने आने वाले भविष्य की तस्वीरें अपने उपन्यासों में पेश कीं। प्रमुख उपन्यास ‘एनीमल फार्म’, ‘नाइनटीन एट्टफोर’ आदि।
  • डब्ल्यू ए. मोजार्त (1756-1791 ई.)-  ऑस्ट्रिया के प्रख्यात संगीतज्ञ, जिन्हें विश्व के सर्वाधिक प्रसिद्ध संगीतकारों में से एक माना जाता है।
  • डेन बेन गुरऑन (1886-1993 ई.)-  इज़रायली राजनीतिज्ञ और प्रथम प्रधानमंत्री (1948-53 ई; 1955-63 ई.)।
  • डेविड (लगभग 1000 ई. पू.)-  एकीकृत इज़रायल के प्रथम राजा और गोलिएथ के वधकर्ता। जीसस क्राइस्ट के पूर्वज।
  • डेंग जिआओपिंग (1904-1997 ई.)-  चीनी कम्युनिस्ट राजनीतिज्ञ व कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव (1956-57 ई.)। चीन में आधुनिकीकरण और अर्थव्यवस्था सुधार का श्रेय इन्हें ही दिया जाता है।
  • दमित्री मेंडेलीव (1834-1907 ई.)-  रूसी रसायनशास्त्री जिन्होंने रासायनिक तत्वों की ‘आवत्र्त तालिका’ (PEriodic Table) का निर्माण करके उसे व्यवस्थित किया।
  • बार्थोलोम्यू डियाज़ (लगभग 1450-1500 ई.)-  प्रसिद्ध पुर्तगाली नाविक जिसने सबसे पहले अफ्रीका के दक्षिण-पूर्व तट पर स्थित ‘केप ऑफ गुड होप’ की खोज की।
  • जोहानेस गुटेनबर्ग (1398-1468 ई.)-  जर्मन वैज्ञानिक जिन्होंने प्रिंटिंग मशीन का आविष्कार करके आधुनिक प्रिंटिंग का मार्ग प्रशस्त किया।
  • हम्मूराबी (मृत्यु 1750 ई. पू.)-  बेबीलोन के सम्राट जिन्होंने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र को संचालित करने के लिए कानूनी संहिता का निर्माण किया।
  • हन्नीबल (247-182 ई. पू.)-  प्राचीन विश्व के सर्वाधिक सफल जनरलों में से एक।
  • हर्षवद्र्धन (शासन 606-647 ई. पू.)-  उत्तर भारत के अंतिम महान हिन्दू सम्राट। उन्होंने अपनी राजधानी थानेसर से कन्नौज स्थानांतरित की। पुलकेशिन द्वितीय के हाथों पराजित।
  • हेरोडोटस-  ग्रीक दार्शनिक जिन्हें ‘इतिहास का जनक’ माना जाता है
  • हिटलर, एडोल्फ (1889-1945 ई.)-  ऑस्ट्रिया में जन्मा तानाशाह जिसका 20वीं सदी में जबर्दस्त प्रभाव पड़ा। उसने जर्मन पार्टी की स्थापना की और 1933 में देश का चांसलर बना। 1939 में जर्मनी ने पोलैण्ड पर आक्रमण किया जिससे द्वितीय विश्वयुद्ध की शुरुआत हुई। सोवियत संघ और उत्तरी अफ्रीका में पराजय के बाद उसने आत्महत्या कर ली।
  • होमर (9वीं शताब्दी ई. पू.)-  ग्रीक लेखक जिन्होंने कालजयी महाकाव्य ‘द इलियड एंड ओडिसी’ का सृजन किया।
  • हुमायूँ (1508-1556 ई.)-  बाबर का ज्येष्ठï पुत्र जो 1530 में उसका उत्तराधिकारी बना। 1540 में शेरशाह सूरी के हाथों पराजय। 1555 में दिल्ली पर पुन: विजय।
  • हैदर अली (1721-1782 ई.) –  1761 ई. में मैसूर के राजा नंजराजा को अपदस्थ करके हैदर अली सुल्तान बना। 1782 में द्वितीय एंग्लो-मैसूर युद्ध के दौरान मृत्यु।
  • इब्न बतूता (1304-1378 ई.)-  1333 में भारत आने वाला अफ्रीकी (तांजियर) यात्री। उसने आठ वर्ष भारत मेें बिताए और मुहम्मद-बिन-तुगलक के शासनकाल के बारे में काफी कुछ लिखा।
  • जयदेव-  12वीं शताब्दी में प्रसिद्ध संस्कृत कृति ‘गीत गोविंद’ के रचनाकार।
  • कल्हण-  11वीं शताब्दी के कश्मीरी कवि और ‘राजतरंगिणी’ के लेखक जिसमें कश्मीर के इतिहास का वर्णन किया गया है।
  • कालीदास (लगभग 400 ई.)-  संस्कृत के  महान कवि व नाट्य लेखक कालीदास चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के नौ रत्नों में से एक थे। उनकी प्रसिद्ध कृतियों में ‘शकुंतला’, ‘रघुवंश’, ‘मेघदूत’, और ‘कुमार संभव’ शामिल हैं।
  • कंबन-  वे चोल सम्राट के दरबारी कवि थे और उन्होंने रामायण का तमिल भाषा में अनुवाद किया।
  • कनिष्क (120-162 ई.)-  कुषाण वंश का महानतम सम्राट; बौद्ध धर्म का उपासक जिसका साम्राज्य मध्य-एशिया तक फैला था।
  • करिकाल-  दूसरी शताब्दी ई. का प्रसिद्ध चोल सम्राट जिसने साम्राज्य की राजधानी पुहार (वर्तमान कावेरीपट्टनम) का निर्माण कराया।
  • कबीर (1440-1515 ई.)-  निर्गुण भक्ति धारा के संत कवि और रामानंद के शिष्य कबीर ईश्वर की अखंडता में विश्वास करते थे और हिंदू-मुस्लिम एकता के पक्षधर थे।
  • खारवेल-  कलिंग (उड़ीसा) का प्राचीनकाल में महानतम सम्राट जिसके बारे में ‘हाथीगुम्फा शिलालेख’ से जानकारी मिलती है।
  • ख्वाज़ा मुइनुद्दीन चिश्ती (12वीं शताब्दी)-  भारत में चिश्ती सिलसिले के संस्थापक सूफी संत। वे 1192 में भारत आए।
  • कृष्णादेव राय (शासन 1509-1530 ई.)-  विजयनगर साम्राज्य के महानतम शासक। वे तेलुगू व संस्कृत के  विद्वान थे और उन्होंने ‘अमुक्तमलयादा’ नामक पुस्तक की रचना की।
  • लियोनार्डो डि विन्ची (1452-1519 ई.)-  इतालवी कलाकार, स्थापत्यकार, वास्तुशास्त्री, इंजीनियर, आविष्कारकर्ता, वैज्ञानिक व गणितज्ञ। इन्हें पुनर्जागरण का प्रतिनिधि पुरुष माना जाता है। ‘मोनालिसा और ‘द लास्ट सपर’ भित्ति चित्रों का निर्माण।
  • लाल बहादुर शास्त्री (1904-1966 ई.)-  1964 ई. में वे भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बने। उनके शासनकाल के दौरान भारत-पाक युद्ध (1965) हुआ जिसकी परिणति ताशकंद समझौते में हुई।
  • लाला लाजपत राय (1865-1928 ई.)-  ‘पंजाब के शेर के उपनाम से विख्यात लाला लाजपत राय ने स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। साइमन कमीशन के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज से मौत।
  • लाओ त्जु (600 ई. पू.)-  चीनी दार्शनिक और ताओवाद के संस्थापक।
  • लक्ष्मीबाई, झाँसी की रानी (1835-1858 ई.)-  झाँसी की शासक जो एक महान योद्धा थीं। उन्होंने 1857 के गदर के दौरान अपनी वीरता से अंग्रेजों के दाँत खट्ट किए।
  • लेनिन, व्लादीमिर (1870-1924 ई.)-  रूसी क्रांतिकारी नेता व बोल्शेविक पार्टी के संस्थापक जिन्होंने 1917 की रूसी क्रांति का नेतृत्व किया। 1922 में सोवियत संघ की स्थापना की।
  • लिंकन, अब्राहम (1809-1866 ई.)-  सं. रा. अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति जिन्होंने दास-प्रथा का उन्मूलन किया। 1865 ई. में जॉन विल्केस बूथ के हाथों हत्या।
  • मैकियावेली, निकोलो (1469-1527 ई.)-  इतालवी राजनीतिशास्त्री व दार्शनिक। प्रसिद्ध कृति ‘प्रिंस’।
  • मैगेलान, फर्डीनांड (1480-1521 ई.)-  पुर्तगाली अन्वेषणकर्ता जिन्होंने 1522 ई. में पृथ्वी की परिक्रमा की।
  • महावीर (540-468 ई. पू.) –  वे जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर थे। उनका जन्म वैशाली के पास हुआ था। 42 वर्ष की आयु में उन्हें कैवल्य (आध्यात्मिक ज्ञान) की प्राप्ति हुई। भगवानमहावीर ने अपनी शिक्षाओं में अहिंसा पर विशेष जोर दिया।
  • मार्को पोलो (1254-1324 ई.)-  वेनिसवासी व्यापारी व यात्री। चीन की यात्रा  (1271-92 ई.)। इनके यात्रा वृतांत यूरोप में काफी प्रसिद्ध हुए।
  • माओ त्से तुंग (1893-1976 ई.)-  चीनी कम्युनिस्ट चिंतक व क्रांतिकारी। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना में मुख्य भूमिका (1921 ई.)। दक्षिण-पूर्वी चीन में कम्युनिस्ट रिपब्लिककी स्थापना (1931-34 ई.)। 1934 ई. में ऐतिहासिक लाँग मार्च। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद चियाँग काई शेक को पराजित करके देश के राष्ट्राध्यक्ष बने। सांस्कृतिक क्रांति के दौरान विरोधियों का दमन (1966-69 ई.)।
  • मार्टिन लूथर (1483-1568 ई.)-  जर्मन धर्मशास्त्री व धर्म सुधारक। उन्होंने पोप की सत्ता के खिलाफ विद्रोह किया जिससे प्रोटेस्टेंटवाद का उदय हुआ।
  • मार्टिन लूथर किंग जू. (1929-1968 ई.)-  अमेरिकी अश्वेतों के नेता। ‘सदर्न क्रिश्चियन लीडरशिप कांफ्रेंस’ के संस्थापक। जेम्स अर्ल द्वारा हत्या।
  • माक्र्स, कार्ल (1818-1883 ई.)-  जर्मन अर्थशास्त्री व वैज्ञानिक कम्युनिज्म के प्रतिपादक। उन्होंने एंगेल्स के साथ संयुक्त रूप से मिलकर समाजवाद व साम्यवाद की आधुनिक अवधारणाओं का विकास किया। ‘दास कैपीटल के लेखक जिनका आधुनिक युग पर जबर्दस्त प्रभाव पड़ा।
  • मैजिनी-  इतालवी राष्ट्रवादी जो 1848 में इटली गणतंत्र के तानाशाह बने। उन्होंने एक स्वतंत्र व एकीकृत इटली की वकालत की।
  • मेगास्थनीज़-  चंद्रगुप्त मौर्य के  दरबार में ग्रीक राजदूत, जिन्होंने अपनी ‘इंडिका’ नामक पुस्तक में मौर्य प्रशासन के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
  • माइकेलएंजिलो (1475-1564 ई.)-  इटली के महान चित्रकार एवं मूर्तिकार। इसके द्वारा बनाई गई उत्कृष्टï मूर्तियाँ हैं- पीटर, डेविड, मोजेज आदि जबकि चित्रकृतियाँ हैं- दिवस, रात्रि, ऊषाकाल तथा गोधूलि। इनकी सबसे खूबसूरत चित्रकृति है- ‘द लास्ट जजमेंट’।
  • मुसोलिनी, बेनितो (1883-1945 ई.)-  इतालवी फासिस्ट तानाशाह (1922-43 ई.), द्वितीय विश्वयुद्ध में जर्मनी और जापान के साथ धुरी का निर्माण। युद्ध में इटली की हार के बाद उसे मृत्युदंड दे दिया गया।
  • नादिर शाह (1688-1747 ई.)-  फारस का बादशाह जिसने 1739 में भारत में आक्रमण करके भयंकर मारकाट की।
  • नाना साहब पेशवा (1800-1859 ई.)-  पेशवा बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र जिन्होंने 1857 के गदर में केंद्रीय भूमिका निभाई।
  • नेपोलियन बोनापार्ट (1769-1821 ई.)-  फ्रांसीसी सेना के प्रसिद्ध नायक जो 1804 ई. से 1815 ई. तक फ्रांस के सम्राट रहे। उन्होंने इंग्लैंड, ऑस्ट्रिया और रूस के खिलाफ अनेक युद्धों मेंसफलता प्राप्त की, लेकिन 1815 ई. में वाटरलू युद्ध में पराजित हुए। नरसिंह वर्मन-  पल्लव सम्राट जिसने चालुक्य राजा पुलकेशिन द्वितीय को पराजित करने के बाद ‘वातापीकोंडा’ की उपाधि धारण की।
  • पंपा, पोन्ना, रन्ना – जैन विद्वान जिन्हें कन्नड़ कविता का त्रिरत्न माना जाता है।
  • पाणिनी-  प्रसिद्ध संस्कृत व्याकरणकार जिन्होंने ‘अष्टध्यायी’ लिखी।
  • पतंजलि-  इन्होंने पाणिनी की ‘अष्टाध्यायी’ पर ‘महाभाष्य’ नामक टीका लिखी। उन्होंने योग पर ‘योगसूत्र’ नामक ग्रंथ लिखा।
  • पटेल, सरदार वल्लभभाई (1875-1950 ई.)-  भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रमुख हस्ती। भारत के प्रथम उपप्रधानमंत्री सरदार पटेल ने रजवाड़ों के भारतीय संघ में विलय में मुख्य भूमिका अदा की।
  • प्लेटो (429-347 ई.)-  ग्रीक दार्शनिक जिनका पश्चिम पर व्यापक प्रभाव पड़ा। प्रमुख कृतियाँ- ‘द रिपब्लिक’ और ‘द लाज़’
  • प्लिनी (23-79 ई.)-  रोमन इतिहासकार व प्रकृतिवादी। प्रसिद्ध कृति- ‘नेचुरल हिस्ट्री’।
  • पुलकेशिन द्वितीय (शासन 608-642 ई.)-  दक्कन के चालुक्य वंश का सबसे शक्तिशाली सम्राट जिसने हर्षवद्र्धन को पराजित किया था।
  • राजगोपालाचारी, चक्रवर्ती (1878-1972 ई.)-  भारत के अंतिम व प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल (1948-1950 ई.)। स्वतंत्रता के बाद स्वतंत्र पार्टी की स्थापना की।
  • राजा राममोहन रॉय (1777-1833 ई.)-  बँगाल के समाज सुधारक जिन्होंने सती, पर्दाप्रथा और बालविवाह के उन्मूलन के लिए काफी प्रयास किया। उन्होंने विधवा विवाह और महिला शिक्षा का भी समर्थन किया। वे ‘ब्रह्मï समाज’ के संस्थापक थे।
  • राजराजा चोल-  चोल सम्राट जिसने श्रीलंका पर आक्रमण किया और उसके उत्तरी भाग को अपने राज्य में मिला लिया। तंजौर में राजाराजेश्वर मंदिर का निर्माण कराया।
  • रवींद्रनाथ टैगोर (1861-1941 ई.)-  कवि, उपन्यासकार व दार्शनिक। बंगाल में उन्होंने शांतिनिकेतन की स्थापना की। नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले एशियाई (गीतांजलि)। प्रमुख कृतियाँ- गोरा, डाकघर, घरे बायरे इत्यादि।
  • राजेंद्र चोल-  चोल वंश का शक्तिशाली सम्राट जिसने बंगाल तक आक्रमण किया और ‘गंगईकोंडाचोलापुरम’ की उपाधि धारण की।
  • रामानुज (11वीं शताब्दी)-  दक्षिणी भारतीय संत व विशिष्टाद्वैतवाद के प्रणेता।
  • महाराणा प्रताप (16वीं शताब्दी)-  मेवाड़ के शासक महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी के युद्ध में पराजय के बावजूद अकबर की अधीनता स्वीकार करने से इंकार कर दिया।
  • तेनजिंग नोर्गे (1914-1986 ई.)-  नेपाल के प्रसिद्ध पर्वतारोही जिन्होंने विश्व की सर्वोच्च चोटी माउंट एवरेस्ट पर सर एडमण्ड हेलरी के साथ 1953 ई. में प्रथम बार विजय प्राप्त की।
  • थॉमस अल्वा एडीसन (1864-1931 ई.)-  महान आविष्कारक वैज्ञानिक  जिन्हें 1,000 से अधिक आविष्कारकारों जैसे विद्युत बल्ब, ग्रामोफोन, चलचित्र आदि का श्रेय प्राप्त  है।
  • थॉमस माल्थस (1766-1834 ई.)-  28 वें अमेरिकी राष्टïरपति (1913-21 ई.)। ‘लीग ऑफ नेशंस’ के संस्थापक।
  • नील्स बोह्र (1865-1926 ई.)-  डेनमार्कवासी भौतिकविद् जिन्हें परमाणु संरचना पर उनके महत्वपूर्ण कार्य के लिए 1922 ई. में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • नीरो (37-68 ई.)-  54 ई. से रोमन सम्राट। अत्याचारी शासक जिसने रोम के जलने (64 ई.) के बाद ईसाईयों पर अत्याचार किए।
  • नील आर्मस्ट्राँग (1930 ई-)-  अमेरिकी अंतरिक्षयात्री जो चंद्रमा पर कदम रखने वाले पहले मानव बने।
  • निकिता ख्रुश्चेव (1894-1971 ई.)-  सोवियत कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव (1953-64 ई.) और राष्ट्राध्यक्ष (1958-64 ई.)।
  • निकोलस प्रथम (1796-1855 ई.)-  1825 ई. से रूस का ज़ार, एक निरंकुश शासक जिसने अपने राज्य में सभी नागरिकों पर रूसीकरण की प्रक्रिया लादने की कोशिश की।
  • पाइथागोरस (लगभग 582 ई. पू. – लगभग 497 ई. पू.)-  ग्रीक दार्शनिक जिन्होंने  ज्यामिति में पाइथागोरस प्रमेय की अवधारणा प्रस्तुत की।
  • पीटर प्रथम ‘महान (1659-1706 ई.)-  अंग्रेज राजनीतिज्ञ और दार्शनिक। उनकी प्रमुख कृति ‘एडवांसमेंट एंड लर्निंग है। इसमें उन्होंने प्रकृति को समझने के लिए प्रयोग एवंवैज्ञानिक आगम की महत्ता पर जोर दिया।
  • बालजक (1799-1850 ई.)-  फ्रांसीसी लेखक। उन्होंने ‘ल कॉमेडी ह्यूमन शीर्षक के अंतर्गत कई उपन्यास लिखे।
  • मिखाइल गोर्बाच्योव (1931 ई.-)-  सोवियत कम्युनिस्ट शासक (1985-91 ई.)। ‘ग्लासनोस्त व पेरेस्त्रोइका’ की नीति के द्वारा उन्होंने राजनीतिक और आर्थिक सुधारों की शुरुआत की। 1991 में सोवियत संघ के विखण्डन के बाद इस्तीफा।
  • माइकेल फैराडे (1791-1867 ई.)-  अंग्रेज वैज्ञानिक जिन्होंने वैद्युत-चुम्बकीय विज्ञान की आधारशिला रखी एवं निम्नतापिकी(Cryogenics) पर महत्वपूर्ण शोधकार्य किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने विद्युत मोटर एवं जेनरेटर का भी आविष्कार किया।
  • मैरी क्यूरी (1867-1935 ई.)-  पोलैंड की प्रसिद्ध भौतिकविद् एवं रसायनशास्त्री जिन्होंने अपने पति पियरे क्यूरी के साथ रेडियम की खोज की। इन्हें दो बार 1903 व 1911 में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • यूरी गगारिन (1934-1986 ई.) – रूसी अंतरिक्षयात्री जो अंतरिक्ष में यात्रा करने वाले पहले मानव बनें।
  • रॉबर्ट कोच (1858-1913 ई.)-  जर्मन जीवाणु विज्ञानी, जिन्होंने एंथ्रेक्स टीके का आविष्कार किया। उन्होंने तपेदिक एवं अतिसार के जीवाणुओं का पृथ्थकरण भी किया।
  • रोम्याँ रोलाँ (1886-1944 ई.)-  फ्रांसीसी साहित्यकार। 1915 ई. में 10 खण्डों में लिखी पुस्तक ‘जीन ब्रिस्टोफे’ के लिए साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।
  • लॉर्ड केल्विन (1824-1907 ई.)-  स्कॉटिश गणितज्ञ और भौतिकविद्। उन्होंने परमशून्य स्केल का विकास किया।
  • लुई पॉश्चर (1822-1895 ई.)-  फ्रांसीसी रसायनशास्त्री जिन्होंने अवधारणा पेश की कि बीमारियों का मुख्य कारण जीवाणु होते हैं।
  • वॉल्टेयर (1694-1778 ई.)-  फ्रांस के प्रसिद्ध दार्शनिक एवं लेखक। इनकी सबसे प्रसिद्ध रचना कैंडाइड है जिसमें दार्शनिक व्यंग्यों का संकलन है।
  • विलियम हार्वे (1578-1657 ई.)-  अंग्रेज भौतिकविद्। 1935 में न्यूट्रॉन की खोज के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • सिग्मंड फ्रायड (1856-1939 ई.)-  ऑस्ट्रियाई मनोचिकित्सक जिन्होंने चेतन और अवचेतन मन की अवधारणा प्रस्तुत की।
  • बंकिम चंद्र चटर्जी –  भारत के राष्टï्रगीत ‘वंदे मातरम् के रचियता जिसे उनके उपन्यास ‘आनंद मठ से लिया गया है.
  • चैतन्य महाप्रभु (1445-1533 ई.)-  बँगाल में भक्ति आंदोलन के जन्मदाता जिन्होंने कृष्ण भक्ति का प्रचार किया।
  • जमशेदजी टाटा (1813-1904 ई.)-  टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी (टिस्को) के संस्थापक।
  • जवाहरलाल नेहरू (1889-1964 ई.)-  भारत के प्रथम प्रधानमंत्री (1947-64 ई.)। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गाँधी के बाद सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका। गुटनिरपेक्षआंदोलन की स्थापना में मुख्य भूमिका।
  • इंदिरा गाँधी (1917-1984 ई.)-  भारत के दो बार प्रधानमंत्री (1966-77; 1980-84)। 1971 ई. में  भारत-पाक युद्ध के बाद बांग्लादेश को स्वतंत्रता दिलाई। 1984 ई. में अपने अंगरक्षकों के हाथों हत्या।
  • महाराजा रंजीत सिंह (1780-1833 ई.)-  पंजाब के सिख महाराजा जिन्होंने 1799 में लाहौर पर कब्जा जमाया। उन्होंने अफगानों से पंजाब छीना।
  • रू जवेल्ट, फ्रैंकलीन (1882-1945 ई.)-  32वें अमेरिकी राष्ट्रपति (1933-45 ई.)। इन्होंने 1929 की मंदी का मुकाबला करने के लिए राष्ट्रीयकरण की नीति अपनाई।
  • रूसो, जीन जैकस (1712-1778 ई.) – फ्रांस के महान दार्शनिक जो अपने सामाजिक संविदा सिद्धांत (Social Contract Theory) के कारण चर्चित हुए। इनकी शिक्षाओं और रचनाओं के प्रभाव से ही फ्रांस में क्रांति हुई।
  • समुद्रगुप्त (330-375 ई.)-  चंद्रगुप्त प्रथम के पुत्र व उत्तराधिकारी व शक्तिशाली हिंदू सम्राट। उन्हें अपनी विजय की वजह से ‘भारत का नेपोलियन भी कहा जाता है।
  • शंकराचार्य (700-750 ई.)-  आदिगुरु शंकराचार्य ने हिंदू अद्वैत दर्शन के प्रसार-प्रचार के लिए देश के चारों कोनों में मठों की स्थापना की, हिंदू धर्म के पुनरुत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका। उनके अद्वैतवाद के दर्शन से हिंदू धर्म काफी गहरे तक प्रभावित हुआ है।
  • स्वामी विवेकानंद (1863-1902 ई.)-  रामकृष्ण परमहंस के शिष्य जिन्होंने वेदांत दर्शन से विश्व को परिचित कराया। 1893 में विश्व धर्म सम्मेलन के दौरान उनके दिए गए भाषण से विश्व भारतीय संस्कृति की महानता से परिचित हुआ। उन्होंने समाजसेवा के लिए रामकृष्ण मिशन की स्थापना की।
  • सरोजनी नायडू (1879-1949 ई.)-   इन्हें ‘नाइटेंगेल ऑफ इंडिया भी कहा जाता है। वे अंग्रेजी की प्रख्यात कवियत्री थीं। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और 1925 में काँग्रेस की अध्यक्ष बनीं। वे उत्तर प्रदेश की प्रथम महिला गवर्नर थीं।
  • शाहजहाँ (1592-1666 ई.)-  मुगल सम्राट जिनकी ख्याति कला, स्थापत्य और साहित्य के प्रेमी के रूप में है। शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में ताजमहल का निर्माण कराया।
  • शेक्सपियर, विलियम (1564-1616 ई.)-  अंग्रेजी के महानतम कवि एवं नाटककार। उन्होंने 37 नाटक लिखे जिसमें हास्य, ऐतिहासिक, त्रासदी और त्रासद- हास्य नाटक शामिल हैं। प्रमुख नाटक- ‘हेमलेट, ‘मैकबेथ, ‘ओथेलो, ‘किंग लियर, ‘रोमियो एंड जूलियट, ‘ए मिडसमर नाइट्स ड्रीम, ‘द टेम्पेस्ट, ‘हेनरी-5 और ‘जूलियस सीज़र।
  • सर आइजक न्यूटन (1642-1727 ई.)-  अंग्रेज वैज्ञानिक जिन्हें आधुनिक भौतिकी का जनक माना जाता हैै। गति व गुरुत्वाकर्षण के नियमों के प्रतिपादन का श्रेय। प्रसिद्ध कृति ‘प्रिंसिपिया के लेखक।
  • शेरशाह सूरी (1472-1545 ई.)-  उसने 1540-45 ई. के मध्य शासन किया। वह प्रथम मुस्लिम शासक था जिसने प्रशासनिक सुधारों पर विशेष ध्यान दिया। उसके शासनकाल में ही ग्रांड ट्रंक रोड का निर्माण हुआ।
  • शिवाजी (1627-1680 ई.)-  गुरिल्ला युद्ध में माहिर शिवाजी ने मुगल साम्राज्य के खिलाफ लम्बी लड़ाई लड़कर मराठा साम्राज्य की नींव रखी।
  • स्मिथ, एडम (1723-1790 ई.)-  स्कॉटिश अर्थशास्त्री जिन्हें अर्थशास्त्र का जनक कहा जाता है। प्रसिद्ध कृति- ‘वेल्थ ऑफ नेशंस।
  • तानसेन (लगभग 1492-1589 ई.)-  भारतीय शास्त्रीय संगीत के महान प्रतिनिधि। वे अकबर के नौ रत्नों में से एक थे।
  • टोडरमल (1556-1605 ई.)-  अकबर के दरबार के नौ रत्नों में से एक और राजस्व मंत्री।
  • तुलसीदास (1552-1630 ई.)-  महान हिंदी कवि, संत जिन्हें उनकी रचना ‘रामचरितमानस’ के लिए जाना जाता है। रामचरितमानस आज भी करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केद्र बिंदु है।
  • वाल्मीकि-  प्राचीन भारत के महान संस्कृत कवि व ऋषि जिन्होंने रामायण की रचना की।
  • वास्को-डि-गामा (1460-1524 ई.)-  पुर्तगाली नौचालक जिसने भारत के लिए समुद्री रास्ते की खोज की (1498 ई.)।
  • अमेरिगो वेसपुसी (1451-1512 ई.)-  भौगोलिक खोजकर्ता जिन्होंने दक्षिणी अमेरिकी तट की खोज की; इन्हीं के नाम पर अमेरिका का नामकरण किया गया।
  • अब्दुल गफ्फार खान-  ‘फ्रंटियर गाँधी के नाम से प्रसिद्ध; स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ‘नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर प्रॉविंस के प्रमुख नेता। ‘खुदाई खिदमतगार नामक संगठन के संस्थापक।
  • अब्दुल रहीम खान-ए-खानं-  अकबर के  सेनापति व नव रत्नों में से एक। प्रमुख मध्यकालीन भक्ति कवि।
  • अबुल फजल (1551-1602 ई.)-  अकबर के प्रमुख सलाहकार व सरकारी इतिहासकार। उन्होंने ‘आइने अकबरी व ‘अकबरनामा लिखा।
  • अहिल्या बाई-  इंदौर के महाराजा मल्हार राव होल्कर की विधवा बहू जिन्होंने 1764-1765 तक राज्य पर शासन किया।
  • अहमद शाह अब्दाली-  अफगानिस्तान का शासक जिसने भारत पर सात बार आक्रमण किया, जिसमें 1761 में पानीपत के युद्ध में मराठों की पराजय प्रमुख है।

आप इसे भी पढ़ सकते हैं-

Current affairs का ये notes हर परीक्षा के लिए रामबाण है। सलेक्शन के लिए रट डालें, सामान्य ज्ञान के 5000 questions and answer pdf in hindi, english grammar notes by rahul gond-download pdf in hindi/english, drishti current affairs today varshiki (yearly) 2018 in hindi pdf download, ias के पैटर्न पर होगी pcs की परीक्षा, बदलाव से फायदा है या नुकसान-विश्लेषण, सरकारी योजनाओ के लिए ऑनलाइन सामग्री एक बार अवश्य पढ़े, ga power capsule in hindi and english for ssc chsl & railway 2018, railway group d exam ki taiyari रेलवे ग्रुप डी परीक्षा भर्ती की तैयारी कैसे करे, general management (सामान्‍य प्रबंधन) pdf notes download in hindi & english, हिंदी साहित्य का इतिहास by आचार्य रामचंद्र शुक्ल ebook pdf download करे-, gs ias almost all subject pdf notes एक ही pdf में download करे-, ias मे निशांत जैन ने हिन्दी माध्यम से कैसे टॉप किया tips by ias nishant jain.

अगर आप इसको शेयर करना चाहते हैं |आप इसे Facebook, WhatsApp पर शेयर कर सकते हैं | दोस्तों आपको हम 100 % सिलेक्शन की जानकारी प्रतिदिन देते रहेंगे | और नौकरी से जुड़ी विभिन्न परीक्षाओं की नोट्स प्रोवाइड कराते रहेंगे |

Disclaimer :currentshub.com केवल शिक्षा के उद्देश्य और शिक्षा क्षेत्र के लिए बनाई गयी है ,तथा इस पर Books/Notes/PDF/and All Material का मालिक नही है, न ही बनाया न ही स्कैन किया है |हम सिर्फ Internet पर पहले से उपलब्ध Link और Material provide करते है| यदि किसी भी तरह यह कानून का उल्लंघन करता है या कोई समस्या है तो Please हमे Mail करे- [email protected]

You may also like

great person biography in hindi

इतिहास के हस्तलिखित नोट्स हिंदी पीडीऍफ़ में मुफ्त करें...

great person biography in hindi

मौर्य वंश से पूछे गये महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर हिंदी में 

great person biography in hindi

मौर्य वंश से पूछे गये महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर हिंदी में...

great person biography in hindi

Modern Indian History Handwritten Notes in Hindi pdf...

great person biography in hindi

अमेरिकी क्रांति(THE AMERICAN REVOLUTION) : एक दृष्टी...

great person biography in hindi

फ्रांस की राज्यक्रांति(THE FRENCH REVOLUTION) : एक...

About the author.

' src=

shubham yadav

इस वेब साईट में हम College Subjective Notes सामग्री को रोचक रूप में प्रकट करने की कोशिश कर रहे हैं | हमारा लक्ष्य उन छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की सभी किताबें उपलब्ध कराना है जो पैसे ना होने की वजह से इन पुस्तकों को खरीद नहीं पाते हैं और इस वजह से वे परीक्षा में असफल हो जाते हैं और अपने सपनों को पूरे नही कर पाते है, हम चाहते है कि वे सभी छात्र हमारे माध्यम से अपने सपनों को पूरा कर सकें। धन्यवाद..

Leave a Comment X

Lok Hindi - Sab Kuch Hindi

  • MORAL STORIES
  • HORROR STORIES
  • MOTIVATIONAL STORIES
  • LOVE STORIES HINDI
  • AKBAR AND BIRBAL STORIES
  • CHANAKYA NITI
  • ESSAY IN HINDI
  • Adarsh Samrat Biography
  • NON-VEG JOKES
  • TERMS & CONDITIONS

Real life Inspirational Stories in Hindi

Top 30 Real life Inspirational Stories in Hindi

Real life Inspirational Stories in Hindi

Real Life Inspirational Stories in Hindi / Motivational Stories के इस भाग में कुछ ऐसे व्यक्तियों के जीवन-प्रसंगों को लिया गया है, जो सचमुच आपको जीवन में आगे बढ़ने हेतु प्रेरित करते हैं, प्रोत्साहित करते हैं तथा आपकी सुषुप्त ऊर्जा को पुनः जाग्रत कर, उन्हें प्रगतिपथ पर प्रशस्त होने की हिम्मत प्रदान करते हैं। Best Inspirational Stories – वस्तुतः सफलता व्यक्ति की सोच में होती है। जब हम विषम परिस्थितियों में सफल होने वाले साधारण व्यक्ति की कहानी पढ़ते हैं, तो इन Motivational कहानियों से मिलने वाली प्रेरणा हमारे मन-मस्तिष्क को उद्वेलित कर हमें सफलता की बुलन्दियों को छूने के लिए तैयार करती है, प्रोत्साहित करती है। 

ये ऐसी जीवन्त Inspirational / Motivational (Stories) कहानियाँ हैं, जो आपके जीवन की दिशा, आपके सोचने का ढंग एवं आपके जीने का अन्दाज बदलने हेतु आप में पर्याप्त ऊर्जा का संचार कर सकती हैं।

Real life Inspirational Stories in Hindi

आप इन सभी प्रेरणास्पद व्यक्तित्व की सफलता की कहानियों को बार-बार पढ़े एवं स्वयं की परिस्थितियों से तुलना करें। आप पाएँगे कि आपकी परिस्थितियाँ कितनी अनुकूल हैं, जबकि इन व्यक्तियों ने कितनी प्रतिकूल परिस्थितियों में संघर्ष कर जीवन में सफलताएँ अर्जित की हैं। जानें – Top 30 Real Life Inspirational Stories in Hindi / Motivational Stories For Students in Hindi language by – Lokhindi

डॉ.ग्लेन कनिंघम: दृढ़ संकल्प-शक्ति के महानायक

एक बार एक छोटा-सा (8 वर्ष का) बच्चा स्कूल में आग से बुरी तरह जल गया उसकी टाँगें बहुत बुरी तरह से जल गईं थीं। डॉक्टरों ने कहा कि वह कभी चल नहीं पाएगा। उसके पैरों का सारा माँस जल चुका था। अस्पताल से जब वह घर आया, तो उसकी माँ उसके पैरों की रोजाना मालिश करती और उसे हील चेयर पर घुमाने पास के मैदान में ले जाती। उस बच्चे में बड़ा दृढ़ विश्वास था, उसकी संकल्पशक्ति काबिले तारीफ़ थी। उसे विश्वास था कि चाहे कुछ भी हो, वह चलेगा।

एक दिन जब उसकी माँ उसे ह्वील चेयर पर बैठाकर कहीं चली गई, तो उसने स्वयं को उस चेयर पर से गिरा लिया एवं स्वयं को घसीटना शुरू कर दिया। वह रोजाना ही ऐसा करता रहा और धीरे-धीरे उसके पैरों में कुछ जान आने लगी। वह खड़ा होने लगा, फिर बहुत धीरे-धीरे चलने लगा। फिर सामान्य तरह से चलने लगा। फिर वह दौड़ने लगा।

एक दिन वह अमेरिका का एक मील दौड़ने वाला सबसे तेज धावक बन गया। उसने 1500 मी की दौड़ में विश्व रिकॉर्ड बनाया। वह कोई और नहीं डॉ. ग्लेन कनिंघम थे। कनिंघम की संकल्प-शक्ति को बार-बार नमन है।

हाथों का मोहताज नहीं हौसला: 

सकारात्मक सोच के साथ ज़िद की जाए तो वास्तव में दुनिया बदल सकती है। ऐसा ही कर दिखाया है श्रीराम कॉलोनी सांगानेरी निवासी 15 वर्षीय किशोर रोशन नागर ने। वर्ष 2002 में हुए हादसे में दोनों हाथ व एक पैर गवाँ देने के बाद पढ़ाई का सपना चूर हो चुका था। घर के बड़े बुजुर्गों की हिम्मत भी जवाब दे चुकी थी, लेकिन रोशन ने जिद की और आज वह दसवीं की बोर्ड परीक्षा दे रहा है।

वर्ष 2002 में घर की छत से गुजर रही हाइटेंशन लाइन के तारों में दोस्त की पतंग सुलझाने के दौरान रोशन नंगे पैर ही छत पर चला गया। लोहे का सरिया हाथ में लेकर रोशन पतंग के लिए लपका, तो उसे ऐसा करण्ट लगा कि एक पैर और दोनों हाथ गवाने पड़े। दो ऑपरेशन के बाद दादा नारायण उसे घर ले आए।

इलाज के करीब दस माह बाद रोशन ने पढ़ने की इच्छा जाहिर की इस ज़िद पर दादी किसना देवी ने हौसला बढ़ाया, उन्होंने उसके हाथ में कलम बाँधकर लिखने का अभ्यास करवाया। कड़ी मेहनत के बाद उसने वर्ष 2003 में पाँचवीं कक्षा में फिर से स्कूल जाना शुरू किया। इसी लगन के साथ उसने छठी में 52%, सातवीं में 62%, आठवीं में 79% और नौवीं में 64% अंक हासिल किए। बिना हाथ के 15 वर्षीय रोशन नागर का हौसला देखिए। रोशन ने कटे हाथ पर कलम बाँधकर जयपुर के नेवटा केन्द्र पर दसवीं की परीक्षा दी है। रोशन कहता है-वह किसी पर बोझ बनकर नहीं रहना चाहता। वह सीए बनना चाहता है। Real Life Inspirational Stories in Hindi 

अभिनव बिन्द्रा: जिद और जुनून ने दिलाया गोल्ड

अभिनव बिन्द्रा Inspirational Story in Hindi

अभिनव बिन्द्रा

ओलम्पिक में भारत को गोल्ड मेडल मिलने से हर भारतवासी खुशी से झूम उठा। बिन्द्रा की ज़िद और जुनून ने उन्हें इस मुकाम पर पहुँचाया है। बैंकॉक में हुए वर्ल्ड शूटिंग चैम्पियनशिप में बिन्द्रा की टीममेट रहीं इण्टरनेशनल शूटर श्वेता चौधरी ने कहा कि बिन्द्रा ने जो कहा, वह कर दिखाया। श्वेता मामूली अन्तर से ओलम्पिक टीम में जगह बनाने में नाकाम रहीं। श्वेता ने बताया कि बिन्द्रा ओलम्पिक गोल्ड के लिए पिछले चार साल से अनवरत मेहनत कर रहे थे। बिन्द्रा ने जो कहा, वह कर दिखाया।

ऐसे बदली दुनिया, श्वेता बताती हैं कि एथेन्स ओलम्पिक के बाद अभिनव के व्यवहार में चेन्ज आया। एथेन्स ओलम्पिक में पदक हासिल न करने के बाद ही उन्होंने निश्चय कर लिया था कि वह अगला मौका (बीजिंग ओलम्पिक) नहीं गंवाएँगे। एक स्मरण सुनाते हुए श्वेता ने कहा कि बैंकॉक में वर्ल्ड चैम्पियनशिप के दौरान जब भारतीय टीम के अन्य शूटर शाम को शहर घूमने गए थे, बिन्द्रा जिम में एक्सरसाइज कर रहे थे। शायद अभिनव को एथेन्स ओलम्पिक में पदक नहीं जीतने का सदमा ऐसा लगा कि उनके व्यवहार में काफी परिवर्तन आ गया। उसके बाद से वह रिजर्व रहने लगे। इसके पहले वह साथियों के बीच आकर हँसी-मजाक करते थे। इसके बाद वह लगातार विदेशों में जाकर प्रैक्टिस करते रहे।

श्वेता ने बताया कि बिन्द्रा ने स्वयं ही अपने लिए प्राइवेट कोच, पादकलॉजिस्ट व फिजियो नियुक्त किया था। इसके बावजूद, छोटी प्रतियोगिताओं में उनके मेडल न जीतने पर कई बार उनकी आलोचना भी हई, परन्तु उनको जानने वाले जानते थे कि अभिनव में वह क्षमता है, जो वक्त आने पर बड़ी प्रतियोगिता में अवश्य दिखेगा। उनका टारगेट ओलम्पिक ही था।

गोल्फ कैडी: Real Life Inspirational Stories in Hindi

बंगलुरु के गोल्फ क्लब में कैडी (अर्थात् खिलाड़ियों के पीछे बैग उठाकर चलने वाले लड़के) का कार्य करने वाले, चिन्ना स्वामी मनियप्पा ने 11 अक्टूबर, 2009 को 12.5 लाख डॉलर की हीरो होण्डा इण्डियन ओपन चैम्पियनशिप जीतकर सभी को अचम्भे में डाल दिया। जब डीएलएफ गुडगाँव गोल्फ क्लब के मैदान पर चिन्ना स्वामी ने दक्षिण कोरिया के प्रतिष्ठित खिलाड़ी ली सुंग को हराया, तो लोग विश्वास न कर सके।

कर्नाटक के चिन्ना स्वामी मनिअप्पा ने बिना किसी कोच के स्वयं की मेहनत एवं लगन के बल पर यह प्रतियोगिता जीतकर यह साबित कर दिया कि लगन निष्ठा एवं आत्मविश्वास से कोई भी लक्ष्य हासिल करना सम्भव है।

चिन्ना स्वामी आज तक कर्नाटक गोल्फ क्लब के सदस्य नहीं हैं। चिन्ना स्वामी के माता-पिता कर्नाटक के उसी गोल्फ मैदान पर दैनिक मजदूर थे, जहाँ आज उनका बेटा गोल्फ की प्रैक्टिस करता है।

चिन्ना स्वामी ने गोल्फ की बारीकियाँ कैडी का कार्य करते-करते सीखीं एवं प्रोफेशनल गोल्फर बने। हमें गर्व है ऐसे भारतीय पर। चिन्ना स्वामी आज हर उस युवक के लिए प्रेरणास्रोत हैं, जो आर्थिक मजबरी को अपनी सफलता के मार्ग की रुकावट समझते हैं।

शूज के पैसे भी नहीं थे उसैन बोल्ट के पास

उसैन बोल्ट Real Life Inspirational Story in Hindi

वर्ष 2009 में बर्लिन में हुई विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में उसैन बोल्ट (Usain Bolt) ने 100 M एवं 200 M की रेस में स्वयं का ही विश्व रिकॉर्ड तोड़कर तथा 9.50 एवं 19.19 सेकण्ड्स का नया रिकॉर्ड बनाकर, विश्व को चौंका दिया।

दुनिया के सबसे तेज धावक के बचपन की कहानी, उसी की माँ की जुबानी- यह कहानी उस व्यक्ति की है, जो फर्श से अर्श तक पहुँचा है। कहानी उस व्यक्ति की, जो बचपन में खेलता था क्रिकेट, लेकिन आज धूम मचा रहा है एथलेटिक्स में और बन गया है दुनिया का सबसे तेज दौड़ने वाला। आप उसे उसैन बोल्ट (Usain Bolt) के नाम से जानते हैं, लेकिन मेरे लिए वह मेरा प्रिय बेटा ही है। मेरे पति वेलेस्ले गाँव में छोटी-सी दुकान चलाते हैं, इसलिए बचपन में उसैन को स्पोट्र्स शूज नहीं दिला पाए थे। स्कूल प्रबन्धन ने उसे ये जूते दिलाए, जिससे उसकी ट्रेनिंग ने रफ्तार पकड़ी। उसैन का जन्म जमैका के छोटे से गाँव ट्रेलॉनी पेरिश (शेरवुड कन्टेंट) में हुआ, जहाँ स्ट्रीट लाइट्स नहीं थी और पीने का पानी भी नहीं के बराबर था। जहाँ बजुर्ग आज भी गधे पर बैठकर इधर-उधर जाते हैं और लोगों को पीने के पानी के लिए सार्वजनिक नल के सामने घण्टों लाइन लगानी पड़ती है।

उसैन बचपन में हाइपर एक्टिव था। वो जब तीन सप्ताह का था, तो मैं उसे बिस्तर पर लिटाकर कमरे से बाहर चली गई। जब मैं कमरे में आई, तो देखा वो बिस्तर से गिर गया था, लेकिन उस पर चढ़ने की कोशिश में जुटा हुआ था। उसी समय मुझे लग गया था कि यह साधारण बच्चा नहीं है। उसका जन्म तय समय से डेढ़ सप्ताह बाद हुआ था। मुझे लगता है। उसकी रफ्तार सिर्फ उसी समय धीमी रही होगी। मेरे पिता ने सबसे पहले यह नोट किया कि इस बच्चे में कुछ खास बात है। उसके बाद से मैंने उसैन के खान-पान पर ध्यान देना शुरू किया। हमने उसैन का एडमिशन विलियम निब स्कूल में कराया था। वहाँ की प्रिन्सिपल लोन थोप ने कुछ दिन बाद हमें बताया कि हमारा बेटा खेलों में बहुत अच्छा है, इसलिए उसकी ट्रेनिंग का ध्यान भी स्कूल ही रखेगा। बीजिंग में जब उसैन चैम्पियन बना, तो थोपें की खुशी देखने लायक थी। बीजिंग ओलम्पिक में रिकॉर्ड बनने के बाद, उस सफलता के बाद गाँव पर खूब पैसा बरसा। – माँ (जेनिफर बोल्ट)

विषमताओ में भी सफल होते हैं, महान् व्यक्तित्व के धनी:

न्यूटन Inspirational Story

एक बच्चे का जन्म, अपने पिता की मृत्यु के तीन माह बाद हुआ। इस बच्चे का जन्म, समय से पूर्व (Prematurely) हुआ। जन्म के समय वह बच्चा बहुत कमजोर था। जब वह मात्र तीन वर्ष का था, तो उसकी माँ ने दूसरी शादी कर ली एवं बच्चे को उसकी नानी के पास पालन-पोषण हेतु छोड़ दिया। गाँव के स्कूल में बच्चा पढ़ने लगा। जब वह 15 वर्ष का ही था, तो उसके सौतेले पिता का देहान्त हो गया। बच्चे की माँ वापस आ गई एवं उसने बच्चे की पढ़ाई छुड़वाकर उसे खेत में कार्य करने को कहा। बच्चे को खेत में काम करना पसन्द नहीं था। इस समय हाईस्कूल के एक अध्यापक ने उसकी सहायता की और वह पुनः स्कूल जाने लगा।

19 वर्ष की उम्र में उसे एक लड़की से प्यार हो गया और उसने उससे शादी कर ली, लेकिन बहुत जल्दी ही वह लड़की उसे छोड़कर चली गई। इसके बाद उस लड़के ने कभी शादी नहीं की। जन्म से ही दुर्भाग्यशाली उस बच्चे को जीवन में हर क्षेत्र में विषमताओं का सामना करना पड़ा। आप सोच सकते हैं। कि वह बच्चा जीवन में क्या कर सकता है?

यह बच्चा बड़ा होकर विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक ‘न्यूटन’ के रूप में विख्यात हुआ, जिसने गुरुत्वाकर्षण के नियमों का प्रतिपादन किया।

अड़सठ की उम्र में हिमालय जीता:

चन्द्रप्रभा अटवाल Motivational Story in Hindi

चन्द्रप्रभा अटवाल

उत्तरकाशी की चन्द्रप्रभा अटवाल ने कायम की मिसाल, 6133 मी ऊँची चोटी श्रीकंठ पर लहराया तिरंगा। उत्तरकाशी की 68 वर्षीय चन्द्रप्रभा अटवाल पहाड़ों की गोद में खेलकर बड़ी हुई और होश सम्भालने पर इन्हीं से दिल लगा बैठीं। उम्र के इस पड़ाव में भी चन्द्रप्रभा के हौसले इतने बुलन्द हैं कि उन्होंने हिमालय की 6133 मी ऊँची चोटी श्रीकंठ पर तिरंगा फहराकर मिसाल कायम की है।

आठ महिला पर्वतारोहियों के दल का नेतृत्व करने वाली चन्द्रप्रभा को पहाड़ों से इस कदर मोह हो गया कि उन्होंने शादी भी नहीं की। पर्वतारोहण का 40 साल का अनुभव रखने वाली चन्द्रप्रभा ने कई अन्य देशों में पर्वतारोहण किया है।

इस पर्वतारोही ने नेपाल, चीन, जापान में पहाड़ों की ऊँचाई नापी है। चन्द्रप्रभा को माउण्ट एवरेस्ट पर तिरंगा नहीं फहरा पाने का मलाल आज भी है। उन्होंने बताया कि वे तीन बार एवरेस्ट मिशन के लिए चुनी गईं, लेकिन वे इन्हें पूरा नहीं कर पाईं। – Real Life Inspirational Stories in Hindi

विल्मा रूडोल्फ: Inspirational Stories Hindi

विल्मा रूडोल्फ Real Life Inspirational Story in Hindi

विल्मा रूडोल्फ

विल्मा रूडोल्फ का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था। जब वे मात्र चार वर्ष की थीं, तो उन्हें भयंकर निमोनिया एवं ज्वर हो गया, जिससे उन्हें पोलियो हो गया। डॉक्टर ने उन्हें पैर में ‘ब्रेस’ पहना दिया और कहा कि अब वे कभी पैर से नहीं चल सकेंगी। विल्मा की माँ उन्हें हमेशा प्रोत्साहित करती रहती और उन्हें ईश्वर प्रदत्त योग्यता का उपयोग करने एवं हिम्मत से काम लेने हेतु उत्साहित करती रहती थी। विल्मा रूडोल्फ बहुत हिम्मत वाली लड़की थी। हार मानना तो जैसे वह जानती ही न थी। नौ वर्ष की उम्र में, डॉक्टरों की सलाह के विपरीत, उन्होंने अपने पैर से ब्रेस उतार दिए एवं धीरे-धीरे पैरों पर चलना शुरू किया।

13 वर्ष की उम्र में दौड़ में हिस्सा लिया। वह दौड़ में बार-बार पराजित हुई, लेकिन एक दिन ऐसा भी आया, जब वह प्रथम आईं।

15 वर्ष की उम्र में वह Tennessee State University गई। वहाँ वह एक Temple नामक कोच से मिली, उन्होंने कोच से कहा कि मैं दुनिया की सबसे तेज धाविका बनना चाहती हूँ। कोच ने उनकी लगन, निष्ठा एवं दृढ़ संकल्प को देखते हुए, कहा कि “तुम्हें कोई नहीं रोक सकता और इसमें मैं तुम्हारी सहायता करूंगा, तुम्हें ट्रेनिंग दूंगा।”

वह दिन भी आया, जिसका विल्मा रूडोल्फ को बेसब्री से इन्तजार था। वह 1960 के ओलम्पिक खेलों में हिस्सा ले रही थी। विल्मा का मकाबला जुता हायने (Jutta Heine) नामक धाविका से था, जो कभी हारी ही नहीं थी।

पहली दौड़ 100 मी की थी। विल्मा ने जुत्ता को पराजित किया एवं अपना प्रथम स्वर्ण पदक जीता।

दूसरी दौड़ 200 मी की हुई, उसमें भी विल्मा ने जुत्ता को पराजित किया एवं अपना दूसरा स्वर्ण पदक जीता।।

तीसरी दौड़ 400 मी की बेटन रिले रेस थी। यहाँ भी वह जुत्ता हायने के मुकाबले में थी। इस दौड़ में सबसे तेज धावक को सबसे अन्त में रखा जाता है। यहाँ तीन धावकों के दौड़ने के बाद जब बेटन विल्मा को दिया गया, तो बेटन, विल्मा के हाथ से गिर गया, लेकिन जैसे ही विल्मा ने जुत्ता को दौड़ते हुए देखा, उसने तुरन्त बैटन उठाया और अविश्वसनीय गति से मशीन की तरह दौड़ लगा दी।

इस तरह उसने तीसरा स्वर्ण पदक भी अपने नाम किया। यह ऐतिहासिक घटना थी। विल्मा ने इतिहास रच दिया था। उसने दुनिया की सबसे तेज दौड़ने वाली महिला बनने का सपना साकार कर लिया।

अपंग महिला का यह कारनामा इतिहास में दर्ज है एवं जीतने की इच्छा रखने वालों के लिए एक शानदार प्रेरणापूँज है। यह उन लोगों के लिए सबक है, जो अपनी असफलता के न जाने कितने बहाने बताते हैं, परिस्थितियों को दोष देते हैं। सफलता हिम्मती, साहसी और संकल्पित लोगों की दासी है, यह सिद्ध किया विल्मा रूडोल्फ ने। विल्मा रूडोल्फ को शत्-शत् नमन। True Motivational Story in Hindi  

लिज्जत पापड़ की कहानी

(मात्र 80 रूपये से शुरू होकर 500 करोड़ से अधिक की अविश्वसनीय बिक्री का लेखा-जोखा)

लिज्जत पापड़ की Inspirational story

लिज्जत पापड़

अच्छी क्वालिटी एवं सुरुचिपूर्ण स्वाद के लिए पहचाने जाने वाले लिज्जत पापड़ की सफलता की कहानी, निश्चित रूप से सहकारी क्षेत्र में सफलता की शानदार मिसाल है। मात्र 80 रु में केवल 7 महिलाओं द्वारा वर्ष 1959 में शुरू किए गए महिला गृह उद्योग ने आज 500 करोड़ से अधिक की बिक्री का आँकड़ा पार कर लिया है। आज इस संस्थान से 42000 से अधिक महिलाएँ जुड़ी हुई हैं। इसने एक बीमार, बन्द पड़ी पापड़ बनाने की इकाई को खरीदकर 15 मार्च, 1959 को पापड़ बनाने का कार्य शुरू किया। चार पैकेट पापड़ बनाने से इस उद्योग की मुम्बई में शुरूआत हुई। धीरे-धीरे यह को-ऑपरेटिव में परिवर्तित हो गया और आज एक बड़े उद्योग के रूप में इसे जाना जाता है।

इसकी पहले वर्ष की बिक्री मात्र 6196 रु थी। आज इसकी बिक्री 500 करोड़ से भी अधिक है।

यह कहानी महिलाओं के सशक्तीकरण एवं उनकी मेहनत से उपजी अभूतपूर्व सफलता की कहानी है। आज लिज्जत पापड़ न केवल हमारे देश के घर-घर में प्रयुक्त होता है, बल्कि इसका निर्यात भी किया जा रहा है। इस संस्थान का कोई एक मालिक नहीं है, बल्कि संस्थान से जुड़ी हर महिला इसकी स्वामिनी है, लाभ एवं हानि बराबर से सभी द्वारा साझा किए जाते हैं।

इस संस्थान में न दान लिया जाता है, न ही किसी तरह का भी दान स्वीकार किया जाता है। संस्थान में निर्णय थोपा नहीं जाता, बल्कि सभी के द्वारा सर्वसम्मति से लिया जाता है। सचमुच महिला गृह उद्योग-लिज्जत पापड़, एक अनूठा संस्थान है, जिसकी सफलता की कहानी भी अद्भुत है।

सातवीं कक्षा तक पढ़े कर्नल ने दुनिया में KFC की चेन शुरू की:

कर्नल साण्डर्स Inspirational Story

कर्नल साण्डर्स

कर्नल साण्डर्स (Colonel Sanders), जिनका पूरा नाम हारलैण्ड डेविड साण्डर्स (Harland David Sanders) था। एक अमेरिकन व्यवसायी थे, जिन्होंने KFC (Kentucky Fried Chicken) उत्पादकों की चेन सारी दुनिया में फैलाई। साण्डर्स जब 5 वर्ष के ही थे, तो उनके पिता का देहान्त हो गया, चूंकि उनकी माँ नौकरी पर जाती थी, तो घर का खाना उन्हें ही पकाना होता था। जब वे 7वीं कक्षा में थे, तो उन्हें पढ़ाई छोड़नी पड़ी। जब उनकी माँ ने दूसरी शादी कर ली तो साण्डर्स घर से भाग गए। जीवन की शुरूआत में साण्डर्स को बहुत संघर्ष करना पड़ा। कभी स्टीम बोट में नौकरी की, तो कभी इंश्योरेंस में सेल्समैन का कार्य किया, तो कभी रेलरोड में फायरमैन का कार्य किया।

16 वर्ष की उम्र में (अपनी उम्र को गलत बताकर) वे आर्मी में भरती होकर क्यूबा में नौकरी करते रहे। 40 वर्ष की उम्र में साण्डर्स चिकन बनाते थे एवं जो उनके सर्विस स्टेशन पर रुकते, उनके लिए वे चिकन काम आते। उस समय उनके पास कोई रेस्तराँ नहीं था। चिकन की गुणवत्ता के कारण शीघ्र ही उसकी बिक्री बढ़ने लगी और वे 142 सीट वाले होटल में मुख्य कुक (Chef) की तरह कार्य करने लगे। वहाँ उन्होंने चिकन पकाने का नया तरीका Pressure Fryer ईजाद किया।

वर्ष 1935 में गवर्नर रूबी लफून (Ruby Laffoon) द्वारा उन्हें Kentucky Colonell की उपाधि दी गई। अब धीरे-धीरे कर्नल साण्डर्स का KFC चिकन बहुत प्रसिद्ध हो गया। वर्ष 1964 में कर्नल ने KFC Corporation का हिस्सा 2 मिलियन डॉलर्स में बेच दिया। कर्नल ने कनाडा में अपनी फ्रेंचाइजी बेची एवं खूब धन कमाया।

यह कहानी बताती है कि अपनी उच्च क्वालिटी एवं कड़ी मेहनत से आप अत्यन्त कठिन परिस्थितियों में भी बहुत बड़ी सफलता अर्जित कर सकते हैं।

संजय अरवाडे: दृढ़ निश्चय की जीती-जागती मिसाल

कुली पिता और बीड़ी बनाने वाली माँ के लाडले संजय अखाडे ने तय किया आईएएस अधिकारी बनने का सफर। किसी चीज को पाने के लिए यदि पूरी शिद्दत के साथ कोशिश की जाए, तो मानकर चलिए कि आपको कामयाब होने से कोई भी नहीं रोक सकता, इसका उदाहरण है संजय अखाडे। महाराष्ट्र के नासिक जिले के संजय अखाडे, घोर विपन्नता के बावजूद आईएएस बनने में कामयाब रहे।

नासिक के मखमलाबाद रोड की तंग गलियों में बने एक घर की चाहरदीवारी में कुली के बेटे के रूप में जन्मे मेधावी संजय अखाडे। माँ महीने के तीसों दिन आधे पेट रहकर फैक्ट्री में बीड़ी बनाती, तब उम्मीद बन्धती कि कम-से-कम बच्चे चाय में डुबोकर डबल रोटी तो खा ही लेंगे। पिता का कोई कसूर नहीं स्टेशन पर कुली का काम कर रहे व्यक्ति को आखिर मिलता ही क्या है?

दूसरों के थैले और बोरियाँ उठाते-उठाते वह यह भी भूल जाता कि देर हुई, तो उसके बच्चे आज भी भूखे पेट ही सोएँगे। माता-पिता की ऐसी हालत देख संजय बचपन से ही मजदूरी करने लगे।

कई सालों तक संजय ने होटलों में टेबिल साफ करके, मेडिकल की दुकान पर काम करके, अखबार बाँटकर और एसटीडी की दुकान पर बैठकर अपने पिता का साथ दिया। पिता ने स्कूल में भी डाला तो केवल इस मकसद से कि वे दिनभर की मिली मजदूरी को गिन सकें, लेकिन संजय तो जैसे बने ही कुछ खास बनने के लिए थे। स्कूल में मन लगाकर पढ़ते और बाकी बचे वक्त में मजदूरी कर खुद का पेट पालते। वे खाने, पहनने, रहने में जरूर लोगों से पीछे रहे, लेकिन पढ़ने में सबसे अव्वल रहे। हर कक्षा में उनका पहला स्थान पक्का रहता था। संजय मराठी के अतिरिक्त कोई अन्य भाषा नहीं जानते थे। ऐसे में सुबह अखबार बाँटने के बाद बचे हुए अंग्रेजी अखबारों को पढ़कर उन्होंने अपनी अंग्रेजी सुधारी। मुसीबतों से जूझते हुए संजय स्नातक तक की पढ़ाई पूरी करके प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुट गए। सारा दिन मजदूरी करने के बाद जो वक्त मिलता, संजय उसका पूरी ईमानदारी के साथ पढ़ाई में इस्तेमाल करते। बकौल संजय, ‘मैंने संघर्ष के दिनों में एक मिनट भी बरबाद नहीं की।

मै जानता था कि अगर मैंने वक्त की कीमत नहीं पहचानी, तो वक्त भी मझे नहीं पहचानेगा। संजय कहते हैं, “शुरू-शुरू में मैं हीन भावना से ग्रसित था न मैं देखने में अच्छा था और न मेरी पारिवारिक पृष्ठभूमि मजबूत थी और न ही मुझे अंग्रेजी बोलनी आती थी। ऐसे में मैं होशियार छात्रों का सामना कर पाऊँगा? लेकिन ज्यों-ज्यों मैं पढ़ाई करता गया, मेरे आत्मविश्वास के आगे सारी कमियाँ न जाने कहाँ गायब हो गईं।

इसी दौरान संजय को मार्गदर्शक के रूप में पुणे के आईएएस अविनाश धर्माधिकारी मिले। उन्होंने संजय का न केवल हौसला बढ़ाया, बल्कि कोचिंग भी कराई। संजय की मेहनत और अविनाश का मार्गदर्शन रंग लाया। इस साल की संघ लोकसेवा आयोग परीक्षा में सफल प्रत्याशियों की सूची में एक नाम संजय का भी था। संजय को यह सफलता चौथे प्रयास में मिली। अब वे आईएएस बन चुके हैं।

संजय कहते हैं, हालात कितने ही बुरे हों, कितनी गरीबी हो। इसके बाद भी यदि आपकी विल पावर मजबूत हो, आपको हर हाल में सफल होने की सनक हो, तो दुनिया की कोई ताकत आपको कामयाबी का वरण करने से नहीं रोक सकती।” – Real Life Inspirational Stories in Hindi

इसलिए मित्रों! उठो, जागो और तब तक चैन से मत बैठो, जब तक तुम कामयाब न हो जाओ।

वर्नर हाइजेनबर्ग: Inspirational Stories in Hindi

वर्नर हाइजेनबर्ग Motivational Story

वर्नर हाइजेनबर्ग

बीसवीं शताब्दी के महान् भौतिकविद् वर्नर हाइजेनबर्ग (1901-1976) जर्मन सैद्धान्तिक भौतिकशास्त्री थे, उन्होंने क्वाण्टम मैकेनिक्स के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दिया। क्वाण्टम भौतिकी में प्रयुक्त किया जाने वाला अनिश्चितता का  सिद्धान्त उन्होंने ही प्रतिपादित किया था। नाभिकीय भौतिकी, क्वाण्टम फील्ड थ्योरी और आर्टिकल थ्योरी के क्षेत्र में भी उन्होंने अनेक नियमों, संकल्पनाओं और सिद्धान्तों को अन्वेषित किया।

वर्नर हाइजेनबर्ग उन्नीस साल की उम्र में एक स्कूल में गेटकीपर की नौकरी करते थे, उन्हें पढ़ने का शौक था और वे स्कूल की लाइब्रेरी से पढ़ने के किताबें ले लिया करते थे, एक बार उन्हें प्राचीन यूनानी दार्शनिक प्लेटो की पुस्तक ‘तिमैयस’ मिल गई, जिसमें प्लेटो ने परमाणुओं एवं पदार्थ से सम्बन्धित अपने सिद्धान्त प्रस्तुत किए थे। मामूली शिक्षा प्राप्त वर्नर हाइजेनबर्ग को इस किताब को पढ़ते-पढ़ते भौतिकी में इतनी रुचि हो गई कि उन्होंने इसका विधिवत् अध्ययन करने की ठान ली।

इसके बाद जो हुआ, वह शिक्षा और प्रतिभा में अनुपम उदाहरण के रूप में हमेशा याद रखा जाएगा। वर्नर हाइजेनबर्ग ने भौतिकी का इतना विशद् अध्ययन किया कि मात्र 23 वर्ष की उम्र में वे महान् भौतिकीशास्त्री मैक्स प्लांक के सहायक के रूप में नियुक्त हो गए। 26 वर्ष की उम्र में वे लीपिंजग में भौतिकी के प्रोफेसर बन गए।

32 वर्ष की उम्र में उन्हें पिछले कुछ वर्षों के दौरान भौतिकी के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए नोबेल पुरस्कार मिल गया।

13 वर्ष की छोटी अवधि में एक गेटकीपर से नोबेल पुरस्कार विजेता तक का सफर तय करने की मिसाल दुनिया में और कोई नहीं है। एक किताब से प्रेरणा पाकर एक साधारण नवयुवक कितनी ऊँचाइयों तक पहुँच सकता है, वर्नर हाइजेनबर्ग की यह कहानी हमें यही बताती है।

फोर्ड मोटर के मालिक: हेनरी फोर्ड

हेनरी फोर्ड Motivational Story

हेनरी फोर्ड

फोर्ड मोटर के मालिक हेनरी फोर्ड दुनिया के चुनिन्दा धनी व्यक्तियों में शुमार किए जाते थे, उनकी गाड़ी की प्रशंसा दुनिया भर में होती थी। एक बार एक भारतीय उद्योगपति भारत में मोटर कारखाना लगाने से पहले फोर्ड से सलाह करने अमेरिका गए। भारतीय उद्योगपति ने अमेरिका पहुँचकर हेनरी फोर्ड से मिलने का समय माँगा। 

फोर्ड ने कहा, “दिन में मैं आपके लिए अधिक समय नहीं निकाल पाऊँगा, इसलिए आप शाम छह बजे आ जाइए।” भारतीय उद्योगपति उनके घर पहुंचे। वहाँ एक आदमी बर्तन साफ कर रहा था। उन्होंने उससे कहा, ‘मुझे हेनरी साहब से मिलना है।’ वह आदमी उन्हें बैठक में बैठाकर अन्दर चला गया।

थोड़ी देर बाद उसने उनके सामने आकर कहा, “तो आप हैं वह भारतीय उद्योगपति। मुझे हेनरी कहते हैं।”

भारतीय उद्योगपति को असमंजस में देखकर हेनरी ने कहा, “लगता है आपको मेरे हेनरी होने पर सन्देह हो रहा है। भारतीय उद्योगपति ने सकपका कर कहा, “हाँ सर, अभी आप को एक नौकर का काम करते देखकर ताज्जुब हुआ इतनी बड़ी कम्पनी के मालिक को बर्तन साफ करते हुए देखकर किसी को भी भ्रम पैदा हो सकता है। यह काम तो नौकरों का है।”

हेनरी ने कहा, “शुरूआत में मैं भी एक साधारण इन्सान था। अपना काम खुद करता था। अपने हाथ से किए गए कठोर परिश्रम का ही फल है कि आज मैं फोर्ड मोटर का मालिक हूँ। मैं अपने अतीत को भूल न जाऊँ और मुझे लोग बड़ा आदमी न समझने लगे, इसलिए मैं अपने सभी काम अपने हाथ से करता हूँ। अपना काम करने में मुझे किसी तरह की शर्मिन्दगी और झिझक नहीं होती।”

भारतीय उद्योगपति उठ खड़े हो गए और बोले, “सर! अब मैं चलता हूँ। मैं जिस मकसद से आपके पास आया था, वह एक मिनट में ही पूरा हो गया। मेरी समझ में आ गया कि सफलता की कुंजी दूसरों पर भरोसा करने में नहीं, स्वयं पर भरोसा करने में है।” Real Life Inspirational Stories in Hindi For Students

फ्लोरेन्स चैडविक: लक्ष्य पर दृष्टि और मन में आत्मविश्वास

4 जुलाई, 1952 को फ्लोरेन्स चैडविक ‘कैटेलिना चैनल’ को तैरकर पार करने वाली पहली महिला बनने जा रही थी। इंग्लिश चैनल पर वह पहले ही विजय प्राप्त कर चुकी थी। पूरी दुनिया उसके इस करिश्मे को देख रही थी। हड्डियाँ जमा देने वाले ठण्डे पानी में कोहरे को चीरती हुई फ्लोरेन्स आगे बढ़ रही थी, वहाँ शार्को का खतरा भी था। 

फ्लोरेन्स ने हार मान ली। बाद में उसे यह जानकर बड़ा दुःख हुआ कि वह सागर तट से सिर्फ आधा मील दूर थी। फ्लोरेन्स ने हार इसलिए नहीं मानी कि वह वाकई तैरते-तैरते थक गई थी, बल्कि इसलिए कि उसे अपना लक्ष्य नहीं दिख रहा था।

इस बात को लेकर फ्लोरेन्स ने कोई बहाना नहीं बनाया। उसने कहा-“मैं झूठ नहीं बोलूंगी….. यदि मुझे जमीन धुंधली-सी भी दिख जाती, तो में तैर गई होती।

दो महीने बाद वह वापस कैटेलिना चैनल की ओर आई। इस बार पहले से बुरे मौसम के बाद भी उसने न केवल चैनल को पार करने वाली पर महिला बनने का खिताब पाया, बल्कि पुरुषों के रिकॉर्ड को भी दो घण्टे के बड़े अन्तर से पीछे कर दिया।

आत्म विजेता ही असली विजेता – Motivational Stories Hindi 

कहते हैं, जिसने खुद को जीता, उसने दुनिया जीत ली। अपने ऊपर विजय प्राप्त करने वाले को सबसे बड़ा योद्धा माना गया है। मनुष्य का असली शत्रु तो वह स्वयं ही है। वस्तुतः हमारे असली शत्रु हमारे कुसंस्कार, हमारी बुरी आदतें, हमारे कुविचार और हमारा भ्रष्ट आचरण आदि हैं।

दीमक लकड़ी को, विषाणु स्वास्थ्य को चाट जाते हैं। व्यसन एवं दुर्गुण मनुष्य को गर्त में धकेलते हैं और उसके उत्कर्ष का कोई प्रयास सफल नहीं होने देते। दूसरों का दोष हमें तुरन्त दिखाई देता है, जबकि अपने दोषों के प्रति हम आँखें मूंदे रहते हैं। यदि हम अपने व्यसनों, दुर्गुणों, चारित्रिक दोषों का परिमार्जन कर सकें, अपने कुसंस्कारों पर विजय प्राप्त कर सकें, तो हम असली विजेता हैं। इन शत्रुओं पर विजय प्राप्त करना सबसे कठिन एवं दुरूह कार्य है, इन्हें परास्त करने वाला ही वास्तविक विजेता है।

करसन भाई पटेल: गरीबी से सम्पन्नता की यात्रा

करसन भाई पटेल True Inspirational Story

करसन भाई पटेल

एक मध्यम वर्गीय किसान परिवार में जन्मे करसन भाई पटेल का जन्म गुजरात के मेहसाना कस्बे में हुआ, उन्होंने अपना जीवन गुजरात के खान विभाग में लैब एसिस्टेन्ट की नौकरी से शुरू किया। वर्ष 1969 में जब करसन भाई की उम्र मात्र 25 वर्ष थी, उन्होंने घर में ही एक लघु उद्योग स्थापित किया, जिसमें उन्होंने डिटरजेन्ट बनाना शुरू किया।

यह ऐसा समय था, जब बाजार में विदेशी कम्पनियों के ही डिटरजेण्ट मिला करते थे और किसी भारतीय उद्योग द्वारा डिटरजेण्ट बनाने की कल्पना भी न की जा सकती थी।

करसन भाई घर-घर जाकर तीन रुपये प्रति किलो की दर से निरमा डिटरजेण्ट बेचा करते थे। उन्होंने निरमा नाम अपनी बेटी निरूपमा के नाम से लिया। निरमा पाउडर ने डिटरजेण्ट पाउडर की दुनिया में तहलका मचा दिया। व्यक्ति से शुरू इस उद्योग में आज करसन भाई के पास 15000 व्यक्तियों का समूह है। आज निरमा का वार्षिक टर्न ओवर 35500 करोड़ से अधिक है।

करसन भाई हर उस व्यक्ति के लिए सदैव प्रेरणा के स्रोत रहेंगे, जो जीवन में कड़ी मेहनत करके कुछ करने की इच्छा रखते हैं।

फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार, सन् 2005 में करसन भाई की कुल पूँजी 640 मिलियन डॉलर थी।

भारत रत्न प्राप्त डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम: Story

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम Inspirational Story

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम

अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर, 1931 को तमिलनाडु के एक गाँव धनुषकोडी में हुआ था। इनके पिता, मछुआरों को किराए पर नाव देते थे। कलाम ने अपनी पढ़ाई के लिए धन की पूर्ति हेतु अखबार बेचने का कार्य भी किया। डॉ. कलाम ने जीवन में अनेक चुनौतियों का सामना किया। उनका जीवन सदा संघर्षशील रहने वाले एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है, जिसने कभी हार नहीं मानी तथा देशहित में अपना सर्वस्व न्योछावर करते हुए, सदा उत्कृष्टता के पथ पर चलते रहे। 71 वर्ष की आयु में भी वे अथक परिश्रम करते हुए भारत को सुपर पावर बनाने की ओर प्रयासरत थे।

भारत रत्न डॉ. अब्दुल कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति बने। वे भारत रत्न से सम्मानित होने वाले तीसरे राष्ट्रपति हैं। भारत के मिसाइल कार्यक्रम के जनक, डॉ. कलाम ने देश को ‘अग्नि’ एवं ‘पृथ्वी’ जैसी मिसाइलें देकर, चीन एवं पाकिस्तान को इनकी रेंज में लाकर, दुनिया को चौंका दिया।

एक बार एयरफोर्स के पायलेट के साक्षात्कार में 9वें नम्बर पर आने के कारण (कुल आठ प्रत्याशियों का चयन करना था) उन्हें निराश होना पड़ा था।

वे ऋषिकेश बाबा शिबानन्द के पास चले गए एवं अपनी व्यथा उन्हें सुनाई।

बाबा ने उन्हें कहा :- 

Accept your destiny and go ahead with your life.  You are not destined to become an Airforce Pilot. What you are destined to become is not revealed now but it is predetermined. Forget this failure, as it was essential to lead you to your existence. Become one with yourself, my son. Surrender yourself to the wish of God.

बाबा शिवानन्द का कहने का अर्थ यह था कि असफलता से निराश होने की आवश्यकता नहीं। यह असफलता आपकी दूसरी सफलताओं के द्वार खोल सकती है। तुम्हें जीवन में कहाँ पहुँचना है, इसका पता नहीं। आप कर्म करो, ईश्वर पर विश्वास करो।

डॉ. कलाम का जीवन, हर उस नवयुवक के लिए आदर्श प्रेरणा स्रोत है, जो अपने जीवन में एक असफलता मिलने पर ही निराश हो जाते हैं। डॉ. कलाम ने अपने सारे जीवन में नि:स्वार्थ सेवा कार्य किया। उनका राष्ट्र प्रेम और उनका देशभक्ति का ज़ज्बा हर भारतीय के लिए सबक एवं प्रेरणा का पुंज है और हमेशा रहेगा।  – Real Life Inspirational Stories in Hindi For Success

प्रकाश कँवर: अनपढ़ माँ की जिद ने अपनी बेटी को बनाया आईएएस

प्रकाश कँवर को अपने अनपढ़ होने का मलाल था, लेकिन साधारण परिस्थिति में गुजर-बसर करते हुए आज अपनी बेटी डॉ. रतनकॅवर गढ़वी चारण (24) को आईएएस बना देखकर वे गौरवान्वित हैं।

रतनकॅवर ने पहले अपनी मेहनत से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की और यूपीएससी की परीक्षा में 124वीं रैंक हासिल करने में कामयाब रही। रतनकुँवर बचपन से ही पढ़ाई में होशियार रही है। दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं में उसने 91% से अधिक अंक प्राप्त किए। रतनकावर ने एमबीबीएस करने के बाद आईएएस बनने की ठानी। रतनकॅवर का कहना है कि आईएएस बनकर उसने माँ की वर्षों पुरानी इच्छा पूरी कर दी है।

रतनकॅवर ने भी अपनी सफलता का श्रेय माँ को देते हुए बताया, “डॉक्टर बनने के पहले और यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी के दौरान, ऐसा लगता था, जैसे माँ को ही परीक्षा देनी है। वे मेरे साथ पूरी रात जागती रहती थीं।”

नरेश गोयल: जेट एयरवेज के चेयरमैन

नरेश गोयल story

23 दिसम्बर, 1950 को जन्मे नरेश गोयल ने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है। नरेश गोयल को स्कूल जाने के लिए कई मील पैदल चलना पड़ता था, क्योंकि उस समय उनके पिता की आर्थिक स्थिति साइकिल खरीदने की नहीं थी। गोयल ने अपना जीवन अपने मामा की कम्पनी में से 300 प्रतिमाह की कैशियर की नौकरी से शुरू किया। आज उनकी कुल पूँजी 8100 करोड़ की ऑकी जाती है।

नरेश गोयल ने कभी भी अपने पुराने समय को नहीं भुलाया। वे जीवन में बहुत विनम्र एवं संयमित हैं। वर्ष 1967 में कॉमर्स से स्नातक करने के बाद उन्होंने लेबनीज एयरलाइन्स में सेल्स एजेण्ट की तरह कार्य करना शुरू किया।

वर्ष 1967 में इराकी एयरवेज में पब्लिक रिलेशन ऑफिसर एवं 1971 से 1974 तक जॉर्डन एयरलाइन्स में रीजनल मैनेजर के पद पर कार्य किया। इस तरह कई एयरलाइन्स में कार्य अनुभव प्राप्त करने के बाद 1992 में नरेश गोयल ने जेट एयरवेज को शुरू करके, अपने जीवन के सपने को पूरा किया। जीवन के इस मुकाम तक पहुँचने वाले गोयल, उन सभी नवयुवकों के प्रेरणा स्रोत हैं, जो परिस्थितिवश अपना जीवन बहुत छोटे स्तर से शुरू कर पाते हैं।

नरेश गोयल ने हमेशा बड़े सपने देखे और उन्हें पूरा करने हेतु खूब मेहनत से संघर्ष भी किया एवं सफल हुए।

सुब्रोतो राय: सहारा ग्रुप के चेयरमैन

सुब्रोतो राय motivation story

सुब्रोतो राय

सुब्रोतो राय का जन्म 10 जून, 1947 में बिहार के एक गाँव अररिया में हुआ। सुब्रोतो राय ने वर्ष 1978 में तीन व्यक्तियों की टीम के साथ एक पैरा बैंकिंग व्यवसाय मात्र 43 डॉलर की रकम से शुरू किया। आज सहारा ग्रुप कम्पनियों की कुल पूँजी लगभग 50 बिलियन डॉलर की ऑकी जाती है। आज सहारा समूह मनोरंजन, मीडिया, प्रोपर्टीज एवं हवाई यात्रा जैसे विभिन्न महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों में अपना अच्छा दखल रखता है। 

सुब्रोतो राय की सफलता की कहानी योजनाबद्ध कार्यकुशलता, उच्च प्रबन्धन क्षमता एवं लक्ष्य निर्धारण कर उस दिशा में अपनी क्षमता एवं योग्यता को लगाकर, सफलता की बुलन्दियों पर पहुँचने की है।

सर एम विश्वेश्वरैया: ईमानदारी एवं कर्मठता की प्रतिमूर्ति

सर एम विश्वेश्वरैया Inspirational Story Hindi

सर एम विश्वेश्वरैया

सर एम. विश्वेश्वरैया को लोग सर एमवी के नाम से जानते, पहचानते थे। उनका जन्म 15 सितम्बर, 1860 को पुराने मैसूर राज्य के गाँव मुदेनहाली (Muddenahalli) में हुआ था। उनके पिता श्रीनिवास शास्त्री संस्कृत के विद्वान् थे, उनकी माता एक धार्मिक महिला थी।

पढ़ाई में प्रारम्भ से ही मेधावी रहे सर एमवी ने अपना कैरियर नासिक में सहायक इन्जीनियर की तरह शुरू किया। उन्होंने सिन्धु नदी से सुक्कु कस्बे को पानी सप्लाई का तरीका ईजाद किया। उन्होंने पानी को व्यर्थ बहने से रोकने हेतु बाँध पर स्टील के दरवाजे लगवाए। कृष्णा राज सागर बाँध का डिजाइन भी सर एमवी ने ही तैयार किया। वह पूरी तरह ईमानदार एवं सचरित्र व्यक्तित्व के धनी थे।

वर्ष 1912 में मैसूर के महाराजा ने उन्हें दीवान नियुक्त करने की पेशकश की। इस नियुक्ति को स्वीकार करने से पूर्व उन्होंने अपने सभी रिश्तेदारों को रात्रिभोज पर आमन्त्रित किया और सभी से स्पष्ट कहा कि वह दीवान के पद को तब ही स्वीकार करेंगे, जब आप मुझे यह आश्वासन देंगे कि कोई मुझसे पक्षपातपूर्ण कार्य हेतु आग्रह नहीं करेगा।

मैसर के दीवान के रूप में उन्होंने बहुत शानदार कार्यों को अन्जाम दिया। चन्दन तेल की फैक्टरी, स्टील फैक्टरी, मेटल फैक्टरी, भद्रावती आयरन एवं स्टील फैक्टरी उन्हीं के समय में स्थापित हुईं। वर्ष 1955 में उन्हें भारत रत्न से नवाजा गया। ऐसे महान् व्यक्तित्व ईमानदारी एवं कर्मठता की अनूठी मिसाल हैं एवं सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं।

मेघनाद साहा: महान् वैज्ञानिक Motivational Story

मेघनाद साहा Motivational Story

मेघनाद साहा

6 अक्टूबर, 1883 को साहा का जन्म ढाका (जो अब बांग्लादेश में है) जिले के एक छोटे से गाँव में हुआ था। उनके पिता एक परचून की दुकान चलाते थे। उनका परिवार काफी गरीब था। मेघनाद साहा की, स्कूल की फीस इत्यादि की पूर्ति एक स्थानीय डॉक्टर अनन्ता दास द्वारा की जाती थी।

साहा शुरू से ही बहुत मेहनतकश एवं मेधावी छात्र थे। कलकत्ता यूनिवर्सिटी की प्रवेश परीक्षा में वर्ष 1909 में साहा ने पूर्वी बंगाल में सभी छात्रों में प्रथम स्थान प्राप्त किया। एस्ट्रोफिजिक्स के क्षेत्र में मेघनाद साहा ने बहुत शानदार एवं सराहनीय कार्य किया।

1947 में उन्होंने ‘न्यूक्लीयर फिजिक्स इन्स्टीट्यूट’ की स्थापना की, जिसे बाद में ‘साहा इन्स्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लीयर फिजिक्स’ के नाम में परिवर्तित कर दिया गया।

एक गरीब परिवार में जन्म लेने के बाद भी मेघनाद साहा, अपनी संकल्पशक्ति, प्रबल आत्मविश्वास एवं कठिन मेहनत के कारण देश के महान् वैज्ञानिकों में गिने जाते हैं। उनका निधन वर्ष 1956 में हृदयगति रुक जाने से अचानक हुआ।

महान् गणितज्ञ रामानुजन: धुन के पक्के

रामानुजन Inspirational Story hindi

रामानुजन का जन्म एक गरीब परिवार में 22 दिसम्बर, 1807 को तमिलनाडु के इरोड़ कस्बे में हुआ था। उनके पिता एक साड़ी की दुकान पर क्लर्क का काम करते थे। रामानुजन के जीवन पर उनकी माँ का बहुत प्रभाव था। जब वे 11 वर्ष के थे, तो उन्होंने SL Loney द्वारा लिखित गणित की किताब की पूरी मास्टरी कर ली थी। गणित का ज्ञान तो जैसे उन्हें ईश्वर के यहाँ से ही मिला था। 14 वर्ष की उम्र में उन्हें मेरिट सर्टीफिकेट्स एवं कई अवार्ड मिले।

वर्ष 1904 में जब उन्होंने टाउन हाईस्कूल से स्नातक पास की, तो उन्हें के. रंगनाथा राव पुरस्कार, प्रधानाध्यापक कृष्ण स्वामी अय्यर द्वारा प्रदान किया गया।

वर्ष 1909 में उनकी शादी हुई, उसके बाद वर्ष 1910 में उनका एक ऑपरेशन हुआ। घरवालों के पास उनके ऑपरेशन हेतु पर्याप्त राशि नहीं थी। एक डॉक्टर ने उनका मुफ्त में यह ऑपरेशन किया था। इस ऑपरेशन के बाद रामानुजन नौकरी की तलाश में जुट गए। वे मद्रास में जगह-जगह नौकरी के लिए घूमे। इसके लिए उन्होंने ट्यूशन भी किए। वे पुनः बीमार पड़ गए।

इसी बीच वे गणित में अपना कार्य करते रहे। ठीक होने के बाद, उनका सम्पर्क नेलौर के जिला कलेक्टर-रामचन्दर राव से हुआ। वह रामानुजन के गणित में कार्य से बेहद प्रभावित हुए। उन्होंने रामानुजन की आर्थिक मदद भी की। वर्ष 1912 में उन्हें मद्रास में चीफ अकाउण्टेंट के ऑफिस में क्लर्क की नौकरी भी मिल गई। वे ऑफिस का कार्य जल्दी पूरा करने के बाद, गणित का रिसर्च करते रहते, इसके बाद वे इंग्लैण्ड चले गए। वहाँ उनके कार्य को खूब प्रशंसा मिली। उनके गणित के अनूठे ज्ञान को खूब सराहना मिली।

वर्ष 1918 में उन्हें ट्रिनिटी कॉलेज कैम्ब्रिज का फेलो (Fellow of Trinity College Cambridge) चुना गया। वह पहले भारतीय थे, जिन्हें इस सम्मान (Position) के लिए चुना गया।

बहुत मेहनती एवं धुन के पक्के थे। कोई भी विषम परिस्थिति, आर्थिक कठिनाइयाँ, बीमारी एवं अन्य परेशानियाँ उन्हें अपनी ‘धुन’ से नहीं डिगा सकीं। वे अन्ततः सफल हुए।

आज उन्हें विश्व के महान् गणितज्ञों में शुमार किया जाता है। 32 वर्ष की छोटी उम्र में ही इस प्रतिभाशाली व्यक्ति का देहावसान हो गया। दुनिया ने एक महान गणितज्ञ को खो दिया। – Real Life Inspirational Stories in Hindi For Success in Life

ब्रह्मचारिणी कमलाबाई: कर्मठता एवं जीवन्तता की मिसाल

राजस्थान के नागौर जिले के कुचामन कस्बे में सन् 1923 में जन्मी कमलाबाई की जीवन कथा आत्मविश्वास, स्वाभिमान एवं संघर्षों की ऐसी प्रेरणास्पद कथा है, जो हर महिला, पुरुष को विषम परिस्थितियों में कर्मठता एवं जीवन्तता बनाए रखने हेतु प्रेरित करती है।

12 वर्ष की उम्र में शादी एवं दो वर्ष बाद विधवा होने पर कमलाबाई को भाग्य ने बहुत भयानक त्रासद स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया। फिर वह पूरी तरह अनपढ़ थी। क्या करें, क्या नहीं करें? कोई सहारा नजर नहीं आ रहा था।

कमलाबाई, श्री महावीर मुमुक्षा महिला आश्रम (महिलाओं हेतु एक अनाथालय) के साथ जुड गईं। वहाँ उन्होंने लिखना, पढ़ना सीखा। भारतीय संस्कृति एवं इतिहास को मन से पढ़ा। पढ़ते-पढ़ते, उनके अन्दर पिछड़े इलाकों में लड़कियों एवं महिलाओं को पढ़ाने एवं उन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित करने हेतु आन्तरिक इच्छा जाग्रत हुई।

तीस वर्ष की उम्र में उन्होंने आदर्श महिला विद्यालय शुरू किया, जिसमें शुरू में मात्र 6 लड़कियों ने प्रवेश लिया। आज उस विद्यालय में 2000 छात्राएँ हैं, जिनमें अधिकांश पिछड़े वर्ग एवं जनजाति समुदाय की लड़कियाँ है। वहाँ उन्होने लड़कियों का एक हॉस्टल भी बनाया, जिसमें 650 लड़कियाँ रहती हैं।

लड़कियों एवं महिलाओं में शिक्षा के प्रसार को ही ब्रह्मचारिणी कमलाबाई ने अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया है। वर्ष 1999 में कमलाबाई को देवी अहल्याबाई होल्कर स्त्री शक्ति पुरस्कार से नवाजा गया। ब्रह्मचारिणी कमलाबाई ने विषम परिस्थितियों से जूझते हुए केवल, स्वयं के जीवन को ही सार्थक नहीं बनाया, बल्कि हजारों पिछड़ी एवं जनजाति समुदाय की महिलाओं को भी शिक्षित कर, उनके जीवन में आशा का संचार किया।

सुधा चन्द्रन: दृढ़ संकल्प-शक्ति की मिसाल

सुधा चन्द्रन True Inspirational Story in Hindi

सुधा चन्द्रन

दुर्घटना में एक पैर गैवाने के बाद, कोई महिला जीवन में ‘नृत्य करने के सम्बन्ध में सोचने की कल्पना भी नहीं कर सकती, लेकिन सुधा चन्द्रन ने अपने अदम्य आत्मविश्वास, दृढ़ संकल्प-शक्ति के बल पर, अकल्पनीय को भी हकीकत में बदल डाला।

दुर्घटना में अपना एक पैर गैवाने के बाद सुधा चन्द्रन ने ‘जयपुर फुट’ लगाकर अपनी डांस प्रैक्टिस शुरू की और फिल्म ‘नाचे मयूरी’ में उनका शानदार डांस देखकर लोग अचम्भित रह गए, लोगों ने दाँतों तले अँगुली दबा ली।

आज सुधा चन्द्रन की गणना, बहुत शानदार एवं सफल नर्तकी, टीवी एवं फिल्म एक्ट्रेस के तौर पर की जाती है। सुधा चन्द्रन का कहना है कि जब हेलेन कीलर अपंगता से बाहर आ सकती है, तो मैं क्यों नहीं? उनका मानना है कि सफलता व्यक्ति की सोच में होती है। हम जो चाहे, वह प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए चाहिए दृढ़ आत्मविश्वास।

शिव नाडार: एचसीएल टेक्नोलोजीज के चेयरमैन

वर्ष 1976 में मात्र 187000 रु से छः व्यक्तियों द्वारा मिलकर शुरू किए गए व्यवसाय को कई परिवर्तनों के बाद मि. नाडार के विश्वास एवं संकल्प ने वर्ष 1999 में देश की आईटी कम्पनियों में टीसीएस के बाद दूसरे नम्बर पर ला खड़ा किया।

नाडार ने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन हार नहीं मानी और लगातार संघर्षशील रहे। दृढ़ आत्मविश्वास के धनी, योजनाबद्ध कार्य करने वाले, इन्जीनियर नाडार आज देश के सफल उद्योगपतियों में गिने जाते हैं।

अमिताभ बच्चन: सदी के महानायक

अमिताभ बच्चन motivational story in hindi

अमिताभ बच्चन

इस सदी के महानायक, बॉलीवुड के सबसे लोकप्रिय अभिनेता, भारतीय सिनेमा जगत में जिनका कोई सानी नहीं, ऐसे सफलतम व्यक्तित्व का जीवन भी संघर्षों से भरा रहा है। अमिताभ बच्चन ने आज जो मुकाम हासिल किया है, वह न जाने कितने उतार-चढ़ाव, सफलता-असफलता के दौर से गुजरने के बाद हासिल किया है। अमिताभ बच्चन ने अपना कैरियर कोलकाता की एक शिपिंग कम्पनी में नौकरी करने से शुरू किया था। उन्होंने एक बार एक रेडियो सेवा में बतौर समाचार वाचक की नौकरी चाही थी, लेकिन उनकी आवाज को उपयुक्त नहीं माना गया।

वे संघर्ष के दिनों में 7 वर्ष तक प्रसिद्ध हास्य अभिनेता महमूद साहब के निवास पर रहे। उन्होंने राजनीति में भी अपना दांव आजमाया, सांसद भी चुने गए, लेकिन राजनीति उन्हें रास नहीं आई और बीच में ही त्यागपत्र देकर पुनः सिनेमा जगत में भाग्य अजमाने लगे। बोफोर्स विवाद में भी इनका नाम घसीटा गया, जिसके लिए उन्हें अदालत जाना पड़ा, लेकिन अन्तत: उन्हें निर्दोष माना गया।

अमिताभ बच्चन ने वर्ष 1996 में ABCL (Amitabh Bachchan Corporation Ltd.) की स्थापना की। एबीसीएल ने कुछ फिल्में बनाईं, लेकिन वे फ्लॉप रहीं।

एबीसीएल ने वर्ष 1997 में बैंगलोर में आयोजित 1996 की मिस वर्ल्ड सौन्दर्य प्रतियोगिता (1996 Miss World Beauty Pageant) का आयोजन किया, लेकिन खराब प्रबन्धन के कारण इसे करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।

वर्ष 1997 में यह वित्तीय एवं क्रियाशील दोनों तरीकों से ध्वस्त हो गई। कम्पनी प्रशासन के हाथ में चली गई और बाद में इसे भारतीय उद्योग मण्डल द्वारा असफल करार दे दिया गया।

इसके बाद कौन बनेगा करोड़पति’ के टीवी प्रोग्राम का एंकर बनकर अमिताभ बच्चन ने पुनः अपनी साख जमाई। इस कार्यक्रम की सफलता से उन्हें एवं उनके परिवार को नैतिक एवं आर्थिक सम्बल मिला और पुन: सफलता के द्वार खुल गए।

हर विषम परिस्थितियों को साहसपूर्वक और धैर्यपूर्वक झेलते हुए अमिताभ बच्चन ने कभी अपना आत्मविश्वास नहीं खोया। बच्चन लगातार संघर्षरत रहते हुए आज सफलता की उन ऊँचाइयों पर पहुँच गए हैं, जहाँ पहुँचने की कल्पना शायद उन्होंने स्वयं भी नहीं की होगी। – True Motivational Stories in Hindi For Success

महमूद अली: महान् बॉक्सर की Inspirational Stories

महमूद अली Real Life Inspirational Stories in Hindi

महमूद अली का जन्म 17 जनवरी, 1942 को लुइस विले केन्टकी में एक गरीब पेन्टर के घर हुआ। बचपन से ही अली का बॉक्सर बनने का सपना था। उन्होंने तीन बार विश्व हेवीवेट चैम्पियन का खिताब जीता, उनका जीवन काफी संघर्षमय रहा।

एक बार यूएस मिलीटरी में जाने से मना करने पर उनका बॉक्सिग टाइटल सस्पेण्ड कर दिया गया। बाद में उनकी अपील पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा उनके पक्ष में फैसला हुआ। बहुत से लोगों द्वारा बॉक्सिग का आज तक का सर्वश्रेष्ठ बॉक्सर महमूद अली को माना जाता है। ESPN.Com द्वारा उन्हें बॉक्सिग इतिहास में दूसरे नम्बर का सर्वश्रेष्ठ बॉक्सर माना गया है।

ज़िद के पक्के, अदम्य आत्मविश्वास के धनी अली ने अपनी संकल्प शक्ति के बल पर, दुनिया में अपनी सफलता के झण्डे फहराए हैं।

निक वुजिसिक: Real Life Inspirational Stories in Hindi

निक वुजिसिक Inspirational Story

निक वुजिसिक

4 दिसम्बर, 1982 को निक का जन्म ऑस्ट्रेलिया के मेलबॉर्न में हुआ। जन्म से ही निक के कंधों से दोनों हाथ नहीं थे एवं पैरों के नाम पर एक छोटा-सा बायाँ पैर, जिस पर मात्र दो अँगुलियाँ थीं। आप कल्पना कर सकते हैं, कितनी कठिनाइयों एवं पीड़ा का सामना किया होगा निक ने अपने जीवन में। धीरे-धीरे उसके कई दोस्त बने। बच्चों ने ‘निक’ को दोस्त स्वीकार करना शुरू कर दिया। निक ने अपने पैर की दो अँगुलियों से लिखना भी शुरू कर दिया। अपनी उन्हीं दो अँगुलियों से लिखना सीखा, कम्प्यूटर चलाना सीखा, फोन पर बात करना, जवाब देना सीखा। धीरे-धीरे वह टेनिस बॉल भी फेंकने लगे। पानी का गिलास स्वयं उठाना, दाढ़ी बनाना आदि काम वह स्वयं करने लगे। 21 वर्ष की उम्र में कॉलेज से स्नातक पास की तथा अकाउन्टिग एवं फाइनेन्सियल प्लानिंग में डबल डिग्री प्राप्त की।

आज वह लोगों को प्रेरणादायक उपदेश देते हैं, उन्हें लोग प्रोत्साहक एवं प्रेरक वक्ता (Inspiring and motivational Preacher) की तरह जानते हैं। ‘निक प्रचर्यजनक व्यक्तित्व के धनी हैं। वह ‘Life Without limb’ के निदेशक हैं। कि हर व्यक्ति के लिए प्रेरणा के ऐसे ऊर्जावान स्रोत हैं, जो आपको रोमांच से सराबोर कर दे।

एक निर्जीव व्यक्ति में जान फेंक सकने वाले निक वास्तव में हमारे सलाम के काबिल हैं। आत्मविश्वास, आत्मबल से सराबोर ऐसे योद्धा को हमारा बार-बार नमन। A True Motivational Story – Lokhindi

जॉर्ज वाशिंगटन: समय का सम्मान

जॉर्ज वाशिंगटन Motivational Story

जॉर्ज वाशिंगटन

अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति जॉर्ज वाशिंगटन समय के बड़े पाबन्द थे। एक बार उन्होंने कुछ विशिष्ट अतिथियों को तीन बजे दोपहर के भोजन के लिए आमन्त्रित किया। साढ़े तीन बजे उन्हें सैनिक कमाण्डरों की आवश्यक बैठक में भाग लेना था। ठीक तीन बजे भोजन तैयार था। भोजन टेबल पर लगा दिया गया, लेकिन राष्ट्रपति महोदय के अतिथि नहीं आए। प्रतीक्षा करने की अपेक्षा राष्ट्रपति ने ठीक तीन बजे अकेले भोजन करना आरम्भ किया। आधा भोजन समाप्त होने पर, मेहमान आ पहुँचे।

उन्हें दुःख भी हुआ एवं अप्रसन्नता भी हुई, लेकिन वे भोजन में शामिल हो गए। राष्ट्रपति महोदय ने समय पर अपना भोजन समाप्त किया एवं उनसे विदा लेकर बैठक में भाग लेने चले गए। यह घटना समय प्रबन्धन के महत्त्व को दर्शाती है।

यह घटना आपको अतिरंजित लग सकती है, लेकिन समय की पाबन्दी, समय के महत्त्व को परिलक्षित करने वाली यह घटना, एक व्यक्ति का दृढ़ता को व्यक्त करती है।

महानायक सुभाषचन्द्र बोस: Motivational Story

सुभाषचन्द्र बोस Motivational

सुभाषचन्द्र बोस

सुभाषचन्द्र बोस जब बच्चे थे, तो एक दिन माँ के साथ लेटे हुए बिस्तर से उठकर जमीन पर जाकर सो गए। माँ के पूछने पर उन्होंने बताया कि आज अध्यापक जी ने बताया है कि हमारे ऋषि-मुनि जमीन पर सोते एवं कठोर जीवन जीते थे। मैं भी ऋषि बनूंगा। पिताजी ने भी उनकी बात सुनी, तो उन्होंने कहा “मात्र जमीन पर सोना ही पर्याप्त नहीं है, ज्ञान संचय तथा सामाजिक एवं राष्ट्रीय सेवा में संलग्न होना भी आवश्यक है। अभी तुम छोटे हो, माँ के पास जाकर सो जाओ। बड़े होने पर तीनों काम करना।” सुभाष ने पिता की सलाह की गाँठ बाँध ली।

आईसीएस की परीक्षा पास करने के बाद वह खूब ठाठ-बाट का जीवन व्यतीत कर सकते थे, लेकिन उन्होंने कहा, “मैं अपने जीवन का लक्ष्य निश्चित कर चुका हूँ। मातृभूमि की सेवा करूंगा।”

सुभाष बोस का बलिदान, इस देश के स्वतन्त्रता संग्राम के सेनानियों में पहले नम्बर पर गिना जाता है। ऐसे राष्ट्रभक्त को शत् शत् नमन।

धीरूभाई अम्बानी: 300 से 75000 करोड़ तक का सफर

धीरूभाई अम्बानी Motivational Story

धीरूभाई अम्बानी

23 दिसम्बर, 1932 को धीरूभाई का जन्म मोढ़ वैश्व परिवार में गुजरात में हुआ था। धीरूभाई के पिता हीराचन्द गोवर्धनदास अम्बानी एक अध्यापक थे। जब धीरूभाई 16 वर्ष के थे, तो वे यमन (Yemen) चले गए, जहाँ उन्होंने ए. बीस एण्ड कम्पनी (A.Besse & Co) / में  300 रु प्रतिमाह पर काम किया। कुछ दिनों बाद इस कम्पनी के शैल कम्पनी की डिस्ट्रीब्यूटर्स बन जाने से, धीरूभाई इस कम्पनी के पेट्रोल पम्प का कार्य देखने लगे।

वर्ष 1958 में वे भारत वापस लौट आए और उन्होंने एक टैक्सटाइल ट्रेडिंग कम्पनी की स्थापना की। धीरे-धीरे पूर्ण निष्ठा एवं लगन से आगे बढ़ते हुए, धीरूभाई ने अपने व्यवसाय को इतना बढ़ाया कि लोग दाँतों तले अँगुली दबाने को बाध्य हो गए।

लाइन्स इण्डस्ट्रीज के नाम से विश्व में विख्यात उनके टैक्सटाइल्स इण्डस्ट्रीज का टर्नओवर महानायक धीरूभाई अम्बानी के जीवन के अन्त समय में लगभग 75000 करोड़ था। धीरूभाई की प्रगति यात्रा बहुत उतार-चढ़ाव भरी रही और उन्हें अपने जीवन में हर सफलता के पथिक की तरह कड़े संघर्ष एवं प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा। धीरू भाई ने कभी हार नहीं मानी एवं लगातार संघर्ष करते हुए आगे बढ़ते रहे। आज धीरूभाई अम्बानी की सफलता की यात्रा को लोग एक ऐतिहासिक संघर्ष की गाथा के रूप में जानते हैं।

आर माधवन: बेमिसाल शख्सियत

“भारत को कम-से-कम 10 लाख माधवन की आवश्यकता है।” – एपीजे अब्दुल कलाम (पूर्व राष्ट्रपति) 

ONGC जैसी नवरत्न कम्पनी की नौकरी छोड़कर खेती के व्यवसाय में उतरने वाले आर माधवन एक बेमिसाल शख्सियत हैं। उनकी सफलता की कहानी कुछ इस प्रकार है:-

माधवन जी को बचपन से ही पेड़-पौधे लगाने, सब्जियाँ उगाने में बेहद रुचि थी। किशोरावस्था में ही उन्होंने कई बार अपनी माँ को खुद की उगाई हुई सब्जियाँ लाकर दी थीं और माँ की शाबाशी पाकर उनका उत्साह बढ़ जाता था। बचपन से उनका सपना ‘किसान’ बनने का ही था, लेकिन जैसा भारत के लगभग प्रत्येक मध्यवर्गीय परिवार में होता है कि ‘खेती करोगे? कमाओगे क्या? और भविष्य क्या होगा?’ जैसा सवाल प्रत्येक युवा से पूछा जाता है, इनसे भी पूछा गया। परिवार के दबाव के कारण किसान बनने का कार्यक्रम माधवन को उस समय छोड़ना पड़ा।

माधवन जी ने आईआईटी-जेईई परीक्षा दी और आईआईटी चेन्नई से मेकेनिकल इन्जीनियर की डिग्री प्राप्त की। जाहिर है कि एक उम्दा नौकरी, एक उम्दा कैरियर और एक चमकदार भविष्य उनके आगे खड़ा था, लेकिन कहते हैं ना कि “बचपन का प्यार एक ऐसी शै है, जो आसानी से नहीं भूलती…।

इसके अतिरिक्त, आईआईटी करने के दौरान ‘किसानी’ का यह शौक उनके  लिए “आजीविका के साथ समाजसेवा” का रूप ले चुका था। ONGC में काम करते हुए भी उन्होंने अपने इस शौक को पूरा करने की जुगत लगा ही ली।

समुद्र के भीतर तेल निकालने के ‘रिग’ (Oil Rig) पर काम करने वालों को लगातार 14 दिन काम करने के बाद अगले 14 दिनों का सवैतनिक अवकाश दिया जाता है। माधवन ने यह काम लगातार नौ साल तक किया। 14 दिन तक मेकेनिकल इन्जीनियरिंग का काम और अगले 14 दिन, खेती-किसानी के नए-नए प्रयोग एवं अनुभव।

माधवन के शब्दों में जब मैंने पिता से कहा कि इतने सालों की नौकरी के बाद अब मैं खेती करना चाहूँगा, तो उस वक्त भी उन्होंने मुझे मूर्ख ही समझा था। चार साल की नौकरी में मैंने इतना पैसा बचा लिया था कि चेन्नई के निकट चेंगलपट्टू गाँव में 6 एकड़ जमीन खरीद सकें। वर्ष 1989 में गाँव में पैंट-शर्ट पहनकर खेती करने वाला मैं पहला व्यक्ति था और लोग मुझे आश्चर्य से देखते थे।”

6 एकड़ में उनकी सबसे पहली फसल मात्र 2 टन की ही थी और इससे वे बेहद निराश हुए, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। वर्ष 1996 में उनके जीवन का ‘टर्निग प्वॉइंट’ साबित हुई उनकी इजराइल यात्रा। उन्होंने सुन रखा था कि ‘टपक-सिंचाई’ (Drip Irrigation) और जल-प्रबन्धन के मामले में इजराइल की तकनीक सर्वोत्तम है। इजराइल जाकर उन्होंने देखा कि भारत में एक एकड़ में एक टन उगने वाली मक्का को इजराइली एक एकड़ में सात टन कैसे उगाते हैं?

जितनी जमीन पर भारत में 6 टन टमाटर उगाया जाता है, उतनी ही जमीन पर इजराइली लोग 200 टन टमाटर का उत्पादन कर लेते हैं, उन्होंने इजराइल में 15 दिन रहकर सारी तकनीकें सीखीं।।

इजराइल में उन्हें मिले एक और हम वतन, डॉ. लक्ष्मणन, जो एक तरह से उनके ‘किसानी-गुरु’ माने जा सकते हैं। कैलिफोर्निया में रहने वाले डॉ. लक्ष्मणन पिछले 35 सालों से अमेरिका में खेती कर रहे हैं और लगभग 60,000 एकड़ जमीन के मालिक हैं।

उन्होंने माधवन की ज़िद, तपस्या और संघर्ष को देखकर उन्हें लगातार ‘गाइडेन्स’ दिया। उनसे मिलकर माधवन को लगा कि पैसे के लिए काम करते हुए, यदि मन की खुशी भी मिले, तो काम का आनन्द दोगुना हो जाता है।

लगभग 8 साल के सतत् संघर्ष, घाटे और निराशा के बाद सन् 1997 में उन्हें पहली बार खेती में प्रॉफिट’ हुआ। माधवन बताते हैं “इतने संघर्ष के बाद भी मेने हार नहीं मानी। मेरा मानना था कि यह एक सीखने की प्रक्रिया है और इसमें मैं गिरूगा और फिर उठूँगा, भले ही कोई मुझे सहारा दे या ना दे। मुझे स्वयं ही लड़ना है और जीतकर दिखाना है।”

माधवन के जीवन का एक और स्वर्णिम क्षण तब आया, जब पूर्व राष्ट्रपति से तय मिनट की मुलाकात दो घण्टे में बदल गई और अन्ततः कलाम साहब के मुँह से निकला कि भारत को कम-से-कम दस लाख माधवन की आवश्यकता है ।”

स्वभाव से बेहद विनम्र श्री माधवन कहते हैं कि “यदि मैं किसी उद्यमशील युवा को प्रेरणा दे सकूँ, तो यह मेरे लिए खुशी की बात होगी।” – Real Life Inspirational Stories in Hindi For Student

एनआर नारायणमूर्ति: Inspirational Story

एनआर नारायणमूर्ति Real Life Inspirational Stories in Hindi

एनआर नारायणमूर्ति

वर्ष 1946 में जन्मे नारायणमूर्ति के पिता एक स्कूल अध्यापक थे। शुरू से ही मेधावी छात्र रहे नारायणमूर्ति ने इलेक्ट्रिकल इन्जीनियरिंग की डिग्री मैसूर विश्वविद्यालय से प्राप्त की एवं बाद में IT, खड़गपुर से कम्प्यूटर साइन्स की पढ़ाई पूरी की।

वर्ष 1981 में अपने छ; अन्य साथियों के साथ, उन्होंने मात्र 50 की पूँजी से अपना व्यवसाय शुरू किया। तब से वर्ष 1991 तक का, दस वर्ष का समय काफी मेहनत एवं कठिनाइयों में बीता। नारायणमूर्ति अपनी पत्नी के साथ एक कमरे के मकान में रहते थे। वर्ष 1991 में उदारीकरण की शुरूआत के साथ उनकी कम्पनी इंफोसिस (Infosys) के दिन बदल गए।

Infosys प्रथम भारतीय कम्पनी है, जिसके शेयर NASDAQ में लिस्ट हुए। आज Infosys दुनिया की सफलतम कम्पनियों में गिनी जाती है। नारायण मूर्ति सरलता एवं सादगी के प्रतीक हैं। नारायणमूर्ति का सारा परिवार आज भी दिखावटी खर्चे का विरोधी है। नारायणमूर्ति के बच्चों को भी स्वयं के द्वारा किए गए व्यय का हिसाब रखना आवश्यक है।

वर्ष में करोड़ो रुपयों का दान करने वाली कंपनी Infosys के कर्ता-धर्ता, यह परिवार वास्तव में सादगी, सरलता, कड़ी मेहनत से प्राप्त सफलता की जवलंत मिसाल है।

आपको हमारी ये “ Top 30 Real life Inspirational Stories in Hindi / Motivational Stories ” कैसी लगी कमेंट में अपनी प्रतिक्रिया जरूर दें!

  • सफलता क्या है? – Hindi Motivation for Students

जीतना है तो ज़िद करो। Motivational Stories Hindi for Success

  • Short Inspirational Stories in Hindi – अपूर्व साहस

हमारी APP डाउनलोड करें: Playstore

' src=

Related Posts

Short inspirational stories in hindi - अपूर्व साहस.

Motivational thoughts in Hindi

Motivational thoughts in Hindi - प्रेरक विचार हिंदी में

Motivational Stories in Hindi

Leave a Comment

Cancel reply.

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Recent Posts

  • Chudai Jokes in Hindi – चुदाई के हिंदी चुटकुले
  • Gande Jokes Hindi (पीछे से डालो) – गंदे चुटकुले
  • XXX Jokes Hindi (मेरी गीली हो गई) – जोक्स हिंदी
  • Double Meaning Joke – आगे डालो – In Hindi
  • Kriti Sanon Sexy: कृति का नया Sexy Video और Photo, अभी देखे
  • ENGLISH STORY
  • Corporate Events
  • Youth, College Fests
  • Personal Counselling
  • Most Popular Blogs
  • Media, Featured Posts
  • Motivational Speaker in India
  • Corporate Trainer
  • Speaker for Corporate Events
  • Sales Conference Speaker
  • Hindi Motivational Speaker
  • Speaker in Dubai UAE
  • Speaker in Singapore
  • Akash’s Story
  • Testimonials

great person biography in hindi

great person biography in hindi

10 Inspiring Hindi Shayaris that Uncover the Meanings of Life

great person biography in hindi

There is something so inexplicably beautiful about Hindi shayaris and the way they hit the heart – I can’t even begin to explain. The rhythm, the alliterations and the most hard hitting truths in as few words as possible – bull’s eye, every time! They are awesome. They are stunning. Some of these Hindi shayaris are so inspiring that they soothe the heart and soul like wow 🙂

Needless to say, I am a huge fan! Here are 10  beautiful Hindi shayaris that I have always went back to, whenever I have needed inspiration in a nutshell:

Tumhe auron se kab fursat, hum apne gum se kab khaali, Chalo bas ho chuka milna, na tum khaali na hum khaali

Translation: You are so busy with others I am occupied with my pain Let’s call off the obligations to meet Neither of us have time for each other.

These lines by Premchand ji do not necessarily fall under shayari but are so relevant in today’s digital and smartphone times, even when written a long time ago! We are a turning into a dumb generation with smart gadgets. Failing to give up our baseless device addictions and failing to comprehend why our relationships are failing as well. Lot of failures there! Replacing human interactions with machine, the false sense of busyness, with things that won’t matter one year hence and the collectively abysmal quality of relationships – all spell doom for people struggling to find time for one another!

Are we living our lives as grand as we portray it online? Probably a good time to think through – are we really replacing all our communications & interactions with online?

Hai wahii surma is jag me, Jo apni raah banata hai… koi chalta hai padchinho par, koi khud pad chinhh banata hai.

Translation: They are stellar in this world, those who create their own ways There are some who walk on footsteps of others & There are some who create their own!

There are many who try to make it big in the world. But only those succeed, who have the courage and the fearless determination to carve their own ways instead of blindly following the bandwagon. Which group do you belong to?

Log har mod pe ruk ruk ke sambhaltey kyon hain? Itna dartey hain toh phir ghar se nikaltey kyon hain?

Translation:

Why do people keep halting on their ways, If they are so afraid, why do they leave the comfort of their homes at all!

Isn’t this such a valid question? Fearlessness is so important a quality to have when one ventures out in the big world. Living with fear is akin to not living at all. Fear in itself is not bad. But remaining afraid is unpardonable. Real life begins at the end of your comfort zone. So, Go! Get out and achieve whatever you set your eyes on, by becoming fearless. One Life ! It will be worth the fight.

Mushkile dilo ke iraade azmayegi Khwaabo ke parde nigaaho se hatayegi Girkar tujhe hai sambhalna Yeh thokaren hi tujhe chalna sikhayegi.

Adversities will test the strength of your heart. It will remove the veil of daydreams. You have to fall & get up again These bumps are your true teachers in life

In very simple words – the falls of your life will teach you the joy in getting up.  Convert your failures into the staircase that leads you to triumphs. Befriend them. Because success won’t come to your doorstep unless you have treated failure as a friend.

Baksh deta hai Khuda unko, jinki kismat kharab hoti hai.. Wo hargiz bakshe nahi jaate, jinki neeyat kharab hoti hai.. Na mera ek hoga, na tera laakh hoga.. Na tariff teri hogi, na mazaak mera hoga… Guroor na kar iss shaan shaukat, shareer par.. Mera bhi khaak hoga aur tera bhi khaak hoga…

God forgives those with bad destiny but not those with cruel intentions. Do not take pride in your riches and prosperity and your life. All of us will come to an end!

A lesson in humility, in this small transitory minute life. Have you ever compared the size of the Universe with your own size? It is a cruel reminder of your insignificance, your ordinary mortality.

Do not be vain in life. It is one very small life. In this small speck in the universe, live gracefully and live well.  Have good intentions even if destiny isn’t very lenient with you. The Almighty will take care of the rest!

Samandar mein fanna hona to kismet ki kahani hai, Jo martey hain kinaron pe mujhe dukh unpe hota hai

Translation: Dying in the middle of the sea is an occupational hazard and a matter of destiny. But dying on the shore, is the truly sad story.

Let me rephrase it this way- a ship is safest on the harbour. But that’s not what it is meant for! Sail fearlessly on the oceans of life with your passions, dreams, goals and visions on your sleeve. Sail to far off lands and achieve what you could only dream of. Go kick some ass!

Ghaas par khelta hai ek baccha, paas maa baithi muskurati hai… Mujh ko hairat jaane kyun duniya, kaaba aur somnath jaati hai

Translation: A child plays on the grass. The mother sits and smiles nearby And I wonder why still, the world needs to go to pilgrimage.

You have everything in the world if you have parents. Their sewa is bigger than any pilgrimage you could do, any prayer you could pray, any life you could live. The world today is moving fast, and many of us are leaving our slow parents behind. Not cool! Their debt is not something you can repay – but try nonetheless. Remember – someday you will be a parent too. You may want to read further ‘ Mona Darling ‘

Kitni mehnat se tu kamaata hai daulat ae insaan. Thodi si mehnat kar khuda jannat bech raha hai

Translation: Dear human! You put much effort into making money. For even half of that – heavens would have been yours.

Such depth in two lines only. The brevity and the beauty with which it ensconces the meaning of spirituality on the path of God realization is insurmountable.

It simply means, probably we put a lot of our efforts in the wrong direction. We look for completeness and fulfilment in monetary and materialistic pathways when true joy lies in the divine.

Do read- ‘ 10 Reasons why I do not want to be very Rich ‘

Zindagi ki uljhanon ne hamaari sharaaratein kam di, Aur log samajhne lage ki hum samajhdaar ho gaye.

Translation: It is the trials and tribulations of life that ate away my pranks, laughter and shenanigans. And people think I have grown up!

Sad but true. We become so engrossed in duniyadaari that we often forget the child in us. We end up believing we have grown up while the truth is that the child in us doesn’t get the right toys to play with.

Amidst the complications that life throws at us, we are often forced to let go of the smaller joys. Confounded with so many responsibilities, and having left behind the things that truly made us happy – a lot of us get this feeling of having grown up. Growing old is mandatory. But growing up is optional. Don’t make it the default choice. You don’t have to!

Uthati lehron ko saahil ki darkaar nahin hoti, Hauslon ke aage koi deewar nahi hoti, Jalte hue ik chiraag ne aandhiyon se kaha, Himmat hai to bujha ke dikha, jalne ke liye mujhe kono ki darkaar nahi hoti.

Translation: The rising waves do not need the shore. Sheer confidence can surpass any wall. A candle can always ask the torrential winds – “blow my flame away if you can. I do not derive my heat and light from dark corners like you.”

Do you have the confidence of that candle in you? Do you challenge the status quo more often? Because, if the answer is NO – you are probably playing it a little too safe.

Be the wave that doesn’t need the shore to rage into the night (or day). Be that candle that holds its own and with whatever small capacity it has – keeps the ability to light up the whole world! For as far as you can, be on your own feet.

Which are your favorite inspirational shayaris? Let me know in the comments below. Also, do share these with the shayari connoisseur friends of yours. It is always good to receive Thank-yous from friends 🙂

Rise & Shine ! Akash Gautam

  • 1.5K SHARES
  • Share on Facebook 1.4K
  • Share on Twitter 45
  • LinkedIn 56

great person biography in hindi

About Author

World’s Top Corporate Organizations including 30+ of the NIFTY-50 companies in India trust Akash as their Keynote Motivational Speaker. India’s premier colleges like IIMs, IITs, SRCC too go to him whenever they need a refreshing, big bang impact. Write to us to know how he can transform your Team.

  • January 20, 2017
  • Living Life Better Motivation Spirituality

great person biography in hindi

Biography Online

Biography

Famous Indians

A list of the greatest and most famous Indians. These famous Indians are grouped by political leaders, spiritual figures, movie personalities, literature and culture, sport and

Famous Indian political leaders

gandhi

Famous Indian spiritual and religious figures

100buddha-daibatsu

Famous Indian Movie personalities

great person biography in hindi

Famous Indian literature figures

rabindranath_tagore-150

Famous Indian Scientists

aryabhata

Famous Indian sport stars/adventurers

Tenzing_Norgay_100

Indian Independence activists

Raja_Ram_Mohan_Roy

Foreigners who came to India

MotherTeresa_090

Citation: Pettinger, Tejvan . “Famous Indians”, Oxford, UK www.biographyonline.net 8th February 2015. Last updated 1 March 2019.

India: In word and image

Book Cover

India: In Word and Image at Amazon

Related pages

great person biography in hindi

  • Famous people from Bangladesh

web analytics

ScrollDroll

10 Best Biographies of Indian Personalities You Should Read

'  data-src=

  • Share On Facebook
  • Share On Twitter
  • Share On WhatsApp
  •   shares

Famous person biographies are always a source of inspiration. The biographies will inform you about the controversies and dark sides of a person you may not be familiar with. Some people write biographies to dispel myths about themselves, while others seek to provoke criticism. Here is a list of the best biographies of Indian personalities that you should definitely sit down and read.

Also read: 15 Best Biographies and Autobiography Books for your TBR List

1. The Man Who Knew Infinity: A Life of The Genius Ramanujan – Robert Kanigel

great person biography in hindi

Source: Wikipedia

A Life of the Genius: The Man Who Knew Infinity –  Robert Kanigel wrote Ramanujan, a biography of Indian mathematician Srinivasa Ramanujan, in 1991. The book details his upbringing in India, as well as his mathematical accomplishments and collaboration with mathematician G. H. Hardy.

2. Great Soul: Mahatma Gandhi and His Struggle With India – Joseph Lelyveld

great person biography in hindi

In this biography of the many biographies of Mahatma Gandhi, Lelyveld has attempted to present a very unbiased and rooted Gandhi in flesh and bones. Gandhi appears in this biography more as a human and less as a God. It was interpreted as a way of presenting Gandhi in a “ perverse ” manner which in fact was a misinterpretation of an honest writeup.

3. Spy Princess: The Life of Noor Inayat Khan – Shrabani Basu

great person biography in hindi

“Spy Princess,” tells the story of Noor’s life from birth to death, using information from her family, friends, witnesses, and official documents, including recently released personal files of SOE operatives. It’s the story of a young woman who lived with grace, beauty, courage, and determination, and who bravely gave up her life in the service of her ideals. “Liberte” was her final word.

4. The Polyester Prince: The Rise of Dhirubhai Ambani – Hamish McDonald

great person biography in hindi

The Australian author wrote this biography of Dhirubhai Ambani, his struggles, and his journey towards success. Apparently, this book hurt the sentiments of the Ambani family and could never be published in India. It is still considered one of the most interesting biographies written about an Indian personality.

5. Beyond the Last Blue Mountain – R. M. Lala

great person biography in hindi

An in-depth and unforgettable portrait of India’s most illustrious and revered industrialist. This superb biography, written with J.R.D. Tata’s cooperation, tells J.R.D.’s story from birth to 1993, the year he died in Switzerland. This biography is a must-read thus making its way on to our list of best biographies of Indian personalities.

6. Vivekananda: A Biography – Swami Nikhilananda

great person biography in hindi

Swami Vivekananda’s (1863 – 1902) vast knowledge of Eastern and Western culture, deep spiritual insight, brilliant conversation, broad human sympathy, and colourful personality are presented in this engrossing biography. Swami Vivekananda, India’s first spiritual and cultural ambassador to the West, preached Vedanta’s universal message: the Godhead’s non-duality, the soul’s divinity, the oneness of existence, and religious harmony. Swami Vivekananda’s life is chronicled in this 256-page book, which includes 28 photographs and an appendix with Swami’s most important teachings.

7. Nani A. Palkhivala: A life – M V Kamath

great person biography in hindi

Nanabhoy Palkhivala’s life is chronicled in this biography. He was a staunch supporter of civil liberties, a foresighted economist, and a renowned lawyer. M.V. Kamath depicts all facets of this charismatic personality in this detailed book. Interviews, letters, and archival material from a variety of reliable sources are used to compile this comprehensive book. Before writing this book, Kamath conducted extensive research into Nani’s life, as evidenced by the large amount of information intertwined with the biography. While the book provides details about specific events in Nani’s life, it also highlights Indian history that was relevant to those events, providing context.

8.   Karmayogi: A Biography of E. Sreedharan – M.S. Ashokan

great person biography in hindi

Source: Wikibio

Sreedharan’s years with the Railways, the construction of the Kolkata Metro and the Konkan Railway, followed by the Delhi Metro, and the many metro projects he is currently involved with are all chronicled in this fascinating book. This is the uplifting story of a very private person who has become an icon of modern India because of his uncompromising work ethic, adapted from a bestselling Malayalam biography.

9. Indra Nooyi – A Biography –  Annapoorna

great person biography in hindi

The life of Indra Nooyi is chronicled in Indra Nooyi: A Biography. Her life is chronicled in the book, from her early years in Chennai to her struggles to make a name for herself in the corporate world. It chronicles her journey from the time she moved to the United States, married, and rose steadily to her current position as CEO of the world’s second-largest food and beverage company. Rajpal published Indra Nooyi: A Biography as a paperback in 2013.

10.  Kalpana Chawla: A Life –  Anil Padmanabhan

great person biography in hindi

Kalpana Chawla, who was born into a conservative family in a Haryana provincial town, aspired to be a star. She became the first PBI – Indian woman to travel to space, and even more remarkably, to travel twice, through sheer hard work, indomitable intelligence, and immense faith in herself. Journalist Anil Padmanabhan interviews people who knew her family and friends at Karnal, as well as NASA colleagues, to create a moving portrait of a woman whose life was a shining affirmation that if you have a dream, you can achieve it no matter how difficult it is.

These were some of the best biographies of Indian personalities that one should read in order to gain a better understanding of famous people, history, and various unjust social practises.

'  data-src=

I am a writer and an athlete. I spend my mornings drinking a hot cup of coffee and working out. Being a perfectionist, I also indulge in immense self-criticism.

15 Mesmerizing Krishna Temples In India

All You Need To Know About Aditya L1: India’s First Mission To The Sun

8-year-old Boy From Shivamogga Becomes Inspector For One Day

15 Lesser Known Freedom Fighters Of India Who Died For The Nation

Gauri Sawant- The Transgender Activist on Whom Sushmita Sen’s Latest Web Series…

India Rising: Stories From The Last Month That’ll Inspire You (July 2023)

10 Famous People, Hollywood Stars & Celebs Who Follow Hinduism and Hindu…

India Rising: Stories From The Last Month That’ll Inspire You (June 2023)

14 Kargil War Heroes Whose Stories Will Make Your Heart Swell in Pride!

The 1992 Ajmer Rape Case: The True Story Behind the Movie Ajmer 92

Hindi Diwas: 12 famous Hindi writers and their timeless works you must read

Hindi literature

​Maithili Sharan Gupt

​Jaishankar Prasad

Visual Stories

great person biography in hindi

45,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today

Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.

great person biography in hindi

Verification Code

An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify

great person biography in hindi

Thanks for your comment !

Our team will review it before it's shown to our readers.

great person biography in hindi

  • Famous Personalities /

Success Stories in Hindi

great person biography in hindi

  • Updated on  
  • जून 7, 2021

Success Story in Hindi

जीवन में सफलता प्रत्येक व्यक्ति पाना चाहता है। कई बार ऐसा होता है कि आप सफलता प्राप्त करने के लिए बहुत मेहनत करते हैं लेकिन फिर भी आपको सफलता नहीं मिल पाती है। बहुत बार प्रयास करने के बाद आप आख़िरकार हार मान लेते हैं। अगर आप भी सफलता के लिए प्रयास करते हुए हार मान चुके हैं तो आपको इस ब्लॉग में दी जा रही कुछ सफल व्यक्तियों की प्रेरणादाई सफलता गाथाओं के बारे में बताया जा रहा है। उम्मीद है इन सफल व्यक्तियों के जीवन से आपको कुछ प्रेरणा मिलेगी। और आपको इस ब्लॉग में Success Story in Hindi के बारे में जानते हैं  Leverage Edu के साथ। Success story in Hindi आपको जीवन के अंदर जी ने का रास्ता और कामयाब होने का तरीका दिखाती है।

How to Become a Motivational Speaker?

Success story in Hindi of Ashok Ramachandran

अशोक रामचंद्रन भारतीय मूल के एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक हैं, जो 2006 में शिंडलर में शामिल हुए थे और लगभग एक दशक से अधिक समय तक कंपनी में विभिन्न भूमिकाओं / पदनाम में संगठन में रहे हैं, जिसकी चर्चा हम ब्लॉग के उत्तरार्द्ध में करेंगे। उनका जन्म 1980 के दशक में तिरुवंतपुरम में एक तमिल परिवार में हुआ था, उन्होंने एक क्विंटेसिव तमिल लड़के के रूप में इंजीनियरिंग करने का फैसला किया। अशोक रामचंद्रन की शिक्षा योग्यता पर आते हुए, उन्होंने पद्म शेषाद्री बाला भवन स्कूल में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की, जो कि तमिलनाडु के चेन्नई में स्थित है और 1998 में वहाँ से पास आउट हुए।

अशोक रामचंद्रन के जीवन के सबक कैसे अश्लील सफलता को असफल करने के लिए मोड़!

चालीस के तहत इकोनॉमिक टाइम्स 40 में, शिंडलर (भारत / दक्षिण एशिया) के अध्यक्ष अशोक रामचंद्रन को 40 वर्ष से कम आयु के भारत के सबसे प्रतिभाशाली व्यावसायिक नेताओं में से एक नामित किया गया था। श्री रामचंद्रन खुद को भाग्यशाली पिता और भाग्यशाली पति मानते हैं और उन्होंने कुछ को साझा किया है। उनके आसान जीवन के टिप्स और ट्रिक्स जो पाठकों के जनसमूह द्वारा देखे और महसूस किए जा सकते हैं और किसी भी और सभी छात्रों के लिए उपयोगी होंगे जो खुद को अयोग्य और सामान्य रूप से असफल मानते हैं। उनके जीवन के सबक जिनसे सभी उम्र और लिंग के लोग प्रेरित हो सकते हैं, नीचे सूचीबद्ध हैं: 

  • अकेले रहते हैं
  • बाहर खड़े होने के लिए “वाह” कारक लाओ
  • कोई भी अनुभव एक अच्छा अनुभव होता है
  • अपने खुद के मार्केटिंग मैनेजर बनें
  • कौशल> औपचारिक शिक्षा

अशोक रामचंद्रन की असफलता पर धारणा

आइए एक नजर डालते हैं अशोक रामचंद्रन की शिंडलर जैसे बड़े संगठन के सीईओ के रूप में विफलता पर। उनका मानना ​​है कि असफलता और छोड़ने के बीच के अंतर को समझना सफलता की कुंजी है। विफलताएं हमेशा उनके जीवन का एक बड़ा हिस्सा रही हैं, और उन्होंने उन्हें उपलब्धियों से कहीं अधिक बहुत कुछ सिखाया है। रामचंद्रन ने हमेशा माना और स्वीकार किया कि हम सभी दैनिक आधार पर संघर्ष करते हैं। यह सिर्फ इतना है कि कुछ लोग नहीं सोचते कि हमें करना चाहिए। सवाल यह है कि क्या आपको असफल होने के बाद हार माननी चाहिए या फिर से उठकर फिर से प्रयास करना चाहिए। एक सच्चा नेता वह है जो हर समय ईमानदार और विनम्र रहते हुए अपनी टीम के साथ गलतियों को खुलकर संबोधित करने की ताकत और क्षमता रखता है। इस तरह की विफलता, उनकी राय में, एक जीत है।

शिंडलर ग्रुप (BONUS) के बारे में

1874 में स्विट्जरलैंड में स्थापित शिंडलर समूह, लिफ्ट, एस्केलेटर और संबंधित सेवाओं का एक प्रमुख वैश्विक प्रदाता है। कंपनी की अत्याधुनिक, पर्यावरण की दृष्टि से स्थायी पहुंच और पारगमन-प्रबंधन योजनाएं शहरी गतिशीलता में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। 100 से अधिक देशों में लगभग 60,000 कर्मचारी कंपनी की वृद्धि में योगदान करते हैं। शिंडलर इंडिया पूर्ण स्वामित्व वाली शिंडलर समूह की सहायक कंपनी है। शिंडलर इंडिया की विकास रणनीति का आधार “ग्राहक सेवा द्वारा नेतृत्व” है, जैसा कि देश के 13 शाखा कार्यालयों और मुंबई में हमारे मुख्यालय सहित 50 प्रमुख शहरों में उनकी सेवा की उपस्थिति से स्पष्ट है।

पिछले नहीं बल्कि कम से कम, आज के युवा और युवा दर्शकों के लिए अशोक रामचंद्रन के कुछ प्रेरणादायक शब्द हैं:

“हमेशा आप जो कुछ भी करते हैं, उस अतिरिक्त को देने का प्रयास करते हैं। लगभग अपने काम के उपभोक्ता को वाह करने की चाहत की हद तक। कुछ समय के अंतराल पर ये वृद्धिशील प्रयास और ‘अश्लील सफलता’ प्रदान करते हैं। पागल, उन्मत्त सफलता के लिए मेरा आत्म-गढ़ा हुआ शब्द जो आपको शुभचिंतकों को अजीब बनाता है और आपकी प्रतिस्पर्धा को स्पष्ट करता है। ”

Motivational Story in Hindi

Success story in Hindi of Arjun Tendulkar

मुंबई में जन्मे और पले-बढ़े अर्जुन 21 साल के हैं और सचिन तेंदुलकर और अंजलि तेंदुलकर के बेटे हैं। उन्होंने मुंबई के धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और हमेशा एक क्रिकेट खिलाड़ी बनना चाहते थे। अपने पिता की तरह, उन्होंने कम उम्र में खेलना शुरू कर दिया था। 8 साल की उम्र में मास्टर ब्लास्टर ने अपने बेटे के लिए एक क्रिकेट कोचिंग क्लब की व्यवस्था की। उनकी एक बड़ी बहन सारा तेंदुलकर है जो अपनी मां के नक्शेकदम पर चल रही है और यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से चिकित्सा की शिक्षा पूरी की है।

सच्चा मुंबईकर

अर्जुन हमेशा अपने पिता के क्रिकेट करियर पर मोहित थे और अपने पिता की तरह ही आईपीएल में मुंबई इंडियंस टीम का हिस्सा बनना चाहते थे। IPL नीलामी 2021 में, उन्हें मुंबई इंडियंस की टीम ने बेस प्राइस पर खरीदा था। 20 लाख।

मुंबई इंडियंस की आधिकारिक ट्विटर टीम ने उनका स्वागत करते हुए एक ट्वीट पोस्ट किया और एक अन्य ट्वीट में अर्जुन का एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें उन्होंने लिखा था, “वह मुंबई इंडियंस का एक डाई-हार्ड फैन है और नीले और सोने पहनने की प्रतीक्षा नहीं करता है”।

जैसा बाप वैसा बेटा

यहाँ एक ऐसा तथ्य जो आप शायद नहीं जानते – सचिन तेंदुलकर हमेशा एक गेंदबाज को चाहते थे। हाँ, हम मज़ाक नहीं कर रहे हैं! क्रिकेट के भगवान जिन्होंने बल्लेबाजी में बेजोड़ रिकॉर्ड बनाए हैं वे हमेशा से गेंदबाज बनना चाहते थे। यह एक ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेनिस लिली था, जिसने सचिन को गेंदबाजी छोड़ने और अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देने की सलाह दी। खैर, सेब पेड़ से दूर नहीं गिरता है और अर्जुन तेंदुलकर बल्लेबाज नहीं बल्कि तेज गति के गेंदबाज हैं। अर्जुन तेंदुलकर वह हासिल करना चाहते हैं जो उनके पिता नहीं कर सकते थे। टीम इंडिया को वह तेज गेंदबाज देने का सपना जिसकी उन्हें जरूरत है। वह एक ऑलराउंडर हैं, लेकिन गेंदबाजी करना पसंद करते हैं। बीबीसी के साथ एक साक्षात्कार में, उन्होंने खुलासा किया कि गेंदबाज बनने के उनके कारण का पता चला। 

“मैं बस लंबा हो गया और मजबूत हो गया। और मुझे बचपन में सिर्फ तेज गेंदबाजी करना पसंद था। इसलिए मुझे लगा कि मैं एक तेज गेंदबाज हो सकता हूं क्योंकि भारत में बहुत से खिलाड़ी नहीं हैं ”

उसी साक्षात्कार में, उन्होंने खुलासा किया कि उनके पिता उनके पसंदीदा क्रिकेटर नहीं हैं। अर्जुन तेंदुलकर के पसंदीदा क्रिकेटर्स ऑस्ट्रेलियाई बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क और इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स हैं।  

यह अर्जुन तेंदुलकर के लिए सिर्फ एक शुरुआत है!

अर्जुन तेंदुलकर एक ऑलराउंडर हैं, उनकी बल्लेबाजी शैली बाएं हाथ की है और गेंदबाजी शैली बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं। अर्जुन के पास हमेशा सर्वश्रेष्ठ मार्गदर्शन, कोच और संसाधन उपलब्ध थे। उनके कोच अतुल गायकवाड़ हैं जो अपने बायोमैकेनिक्स और तेज गेंदबाजी के वायुगतिकी के लिए जाने जाते हैं। 2016 में, वह लॉर्ड्स में अभ्यास सत्र विश्व कप फाइनल के दौरान भारतीय महिला टीम के लिए गेंदबाजी करने के लिए सुर्खियों में थे। अर्जुन ने इंग्लैंड के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो में से एक को यॉर्कर फेंका, जिससे उन्हें चोट भी लगी। वह धर्मशाला में श्रीलंका दौरे और एनसीए आवासीय शिविर का हिस्सा थे। मुंबई अंडर -19 में, उन्होंने कूचबिहार ट्रॉफी, इंग्लैंड में अंडर -19 में 5 मैचों में 19 विकेट दर्ज किए, उन्होंने वर्ष 2017 में 4 बल्लेबाजों को आउट किया।

Motivational Poems in Hindi

Success story in Hindi of Ed Sheeran

एक अंग्रेजी गायक, संगीत संगीतकार, गिटारवादक और गीत निर्माता, एड शीरन का जन्म 17 फरवरी 1991 को हैलिफ़ैक्स, न्यू यॉर्कशायर (इंग्लैंड) में हुआ था। हालाँकि, बाद में अपने परिवार के साथ वे फ़्रैफ़्लिंघम में सफ़ोक में चले गए। उनका एक बड़ा भाई, मैथ्यू है, जो एक संगीत संगीतकार के रूप में काम करता है और जब वह छोटा था तो उसके माता-पिता एक कला परामर्श चलाते थे। शीरन कहते हैं, स्कूल में वापस अपने साथियों के साथ सामाजिकता में संघर्ष किया। संगीत के प्रति उनका प्रेम कम उम्र से ही था जब उन्हें विशेष रूप से गिटार बजाने का शौक था। वह अपने स्कूल के संगीत गायक की भूमिका में भी थे। यह जल्द ही पर्याप्त था कि उसके आसपास के लोगों ने उसकी प्रतिभा को देखना शुरू कर दिया।

स्ट्रगल को गले लगाते हुए

जब शीरन छोटा था, तो उसने एक सर्जरी की, जिसमें उसे एक आलसी आंख और भाषण विकार के साथ छोड़ दिया गया। इस वजह से, उसे तंग किया गया और स्कूल में हर दिन उसका मज़ाक उड़ाया गया। इससे तंग आकर उसने भाग लेना बंद कर दिया। सबसे उल्लेखनीय बात यह थी कि जब संगीत और गायन की बात आती थी तो उन्हें कभी भी बोलने में कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ता था। अपने लाल बालों को बदमाशी में जोड़ा गया जिसका उन्होंने स्कूल में वापस सामना किया; उसे अदरक वाला लड़का कहा जाता था। हालांकि, समय के साथ उन्होंने महसूस किया कि अगर वह जीवन में कुछ बड़ा करना चाहते हैं तो उनके आकर्षक होने या न होने से कोई मदद नहीं मिलती। वह कहते हैं कि इस अहसास ने उन्हें एक संगीतकार के रूप में बचा लिया।

“अदरक होना एक बुरी बात की तरह लग सकता है जब आप युवा हैं लेकिन एक संगीतकार के रूप में यह मेरी बचत की कृपा रही है – क्योंकि अगर आप टीवी पर अदरक का बच्चा देखते हैं और गिटार बजाने वाला केवल एक गड़बड़ बालों वाला अदरक है उन्हें YouTube पर ढूंढना आसान है।”

सबसे बड़े पुरुष पॉपस्टार और जनरल जेड के युवा आइकन के लिए एलए में, उन्होंने उन सभी संगीत व्यक्तित्वों तक पहुंचने की कोशिश की, जो एक दिन ठीक थे और एक स्थानीय रेडियो मेजबान जेमी फॉक्सएक्स ने उन्हें ठीक से देखा। उन्होंने जेमी के स्टूडियो में रिकॉर्डिंग शुरू की और जल्द ही आईट्यून्स पर # 2 हिट किया, जिसके बाद उन्हें अटलांटिक रिकॉर्ड्स के साथ काम करने के लिए बुलाया गया। इससे उन्हें अपना संगीत एल्बम “+” बनाने में मदद मिली। आखिरकार, यह एक हिट बन गया और सीधे अमेरिका और ब्रिटेन में # 1 पर चला गया। 2016 में, उन्हें ‘द ग्रेमी अवार्ड’ के साथ ‘वर्ष का सर्वश्रेष्ठ गीत’ के लिए सम्मानित किया गया।

UPSC Motivational Quotes in Hindi

Success story in Hindi of Rajnikanth

12 दिसंबर 1950 को शिवाजी राव गायकवाड़ के रूप में पैदा हुए रजनीकांत, मराठी परिवार में चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। उनके पिता एक पुलिस हेड कांस्टेबल थे और उनकी मां जीजाबाई की मृत्यु हो गई थी, जब वह काफी छोटी थीं, जिसके कारण उनका परिवार गहरे आर्थिक संकट से गुजर रहा था। संकट के कारण, उन्हें मैसूर मशीनरी में ऑफिस बॉय, कुली, बढ़ई जैसे असामान्य व्यवसायों में काम करने के लिए मजबूर किया गया, और एक समय में चावल के बैग पैक करके पैसे कमाए। लेकिन यह केवल रजनीकांत की दृढ़ कहानी की शुरुआत थी क्योंकि वह एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व बन गए थे, जो आज भी बहुत कुछ देखते हैं!

फिल्म उद्योग में प्रवेश

एक कंडक्टर के रूप में भी, रजनीकांत किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं हैं। पर्यटकों और अन्य बस चालकों के बीच, वह बस टिकट देने और सीटी बजाने के अपने तरीकों के लिए प्रसिद्ध था। उन्होंने इस दौरान कुछ कन्नड़ थिएटर नाटकों में अभिनय किया, बहुत सी फिल्में देखीं और शिवाजी गणेशन, राजकुमार और एमजी रामचंद्रन का अनुकरण करने की कोशिश की। फिल्मों और अभिनय के लिए प्यार हमेशा बेहूदा प्रतिभा के कारण था और वही इच्छा अंततः उत्साह में बदल गई। 

वह चेन्नई के फिल्म इंस्टीट्यूट ऑफ अडयार में शामिल हुए। संस्थान में एक प्रदर्शन के दौरान, रजनीकांत को लोकप्रिय फिल्म निर्देशक केके बालाचंदर द्वारा देखा गया, जो उनसे इतना रोमांचित थे कि वे उनकी पटकथा में एक भूमिका निभाने के लिए सहमत हो गए। हालांकि, रजनीकांत ने इस समय मुख्य रूप से सहायक और नकारात्मक भूमिकाएँ निभाईं, यह तब था जब उनके अभिनय करियर को याद करने के लिए एक अभूतपूर्व सफलता की कहानी में बदल गया!

“आपको कड़ी मेहनत के बिना कुछ भी नहीं मिलेगा। बिना मेहनत के आपको जो मिलेगा, वह कभी भी फलदायक नहीं होगा। ” – रजनीकांत

रजनीकांत से सीखें जीवन का सबक

देश और दुनिया में कई लोगों द्वारा सम्मानित एक विनम्र सुपरस्टार, रजनीकांत हमेशा एक सरल जीवन जीते हैं और जरूरत के समय लोगों की मदद करने के लिए हमेशा उत्सुक रहते हैं। अब जब आप रजनीकांत की अद्भुत कहानी जानते हैं, तो थलाइवा से दूर रहने के लिए शीर्ष जीवन सबक हैं!

  • अपने जुनून पर हार न मानें : रजनीकांत की हमेशा से ही अभिनय में रुचि रही थी और यहां तक ​​कि अपने छोटे वर्षों के माध्यम से भी, जब वह अभिनय की कक्षाओं में नहीं जा सकते थे, तो उन्होंने अपने एक दोस्त के लिए उन्हें पैसे देने से पहले कंडक्टर और बढ़ई के रूप में काम किया। मद्रास फिल्म संस्थान में शामिल हों। उन्हें विशेष रूप से एक बस कंडक्टर के रूप में अपने मनोरंजक प्रदर्शन के लिए जाना जाता था और अपने संघर्ष के वर्षों के दौरान, उन्होंने अपने सपनों का पीछा करने के लिए कभी भी हार नहीं मानी।
  • नई चीजों को सीखने के लिए खुले रहें: एक बार जब वह थिएटर में शामिल हो गए और अभिनय परियोजनाओं को अपना लिया, तो उन्होंने नई चीजें सीखनी छोड़ दीं, क्योंकि यह दक्षिण की फिल्मों में उनकी अभिनय कला पर काम करने के लिए तमिल भाषा में महारत हासिल है।
  • अपनी खुद की शैली खोजें: रजनीकांत की ऑन-स्क्रीन अभिनय की शैली अपने आप में अद्वितीय और प्रेरणादायक है और उन्हें अन्य अभिनेताओं से अलग बनाती है, और उनकी खुद की शैली ही उनके वैश्विक सुपरस्टार बनने का प्रमुख कारण थी! रजनीकांत की कहानी आपको अपनी खुद की बाइट और स्टाइल ढूंढना सिखाती है क्योंकि यही आपको भीड़ से अलग खड़ा करती है।
  • स्टेपिंग स्टोन्स के रूप में विफलता देखें : रजनीकांत के करियर में एक समय ऐसा आया जब उनकी कई फिल्मों जैसे बाबा और कुसलन ने बॉक्स ऑफिस पर धमाका किया। लेकिन उन्होंने खुद से हुए नुकसान की भरपाई की और अपनी कला और शैली का सम्मान करते रहे और फिर पी वासु की चंद्रमुखी के साथ वापसी की !

100 Motivational Quotes in Hindi

Success story in Hindi of Simran Bhullar

मैंने वित्त में मास्टर के लिए जाने का फैसला किया और मुझे पता था कि अर्थशास्त्र से वित्त में स्विच करना एक चुनौती थी। मैं जो यात्रा कर रहा था, उसके लिए मुझे सर्वोत्तम विशेषज्ञों से सर्वोत्तम मार्गदर्शन की आवश्यकता थी। यही वह क्षण है, जब मेरे मित्र ने मुझे Leverage Edu

 के बारे में बताया। ” जब सिमरन ने पहली बार हमसे संपर्क किया, तो हमने महसूस किया कि वह उस देश के बारे में कुछ पूर्वनिर्धारित धारणाएँ थीं जिनसे वह अपना कोर्स करना चाहती थी। कि वह अपने लिए तय किए गए लक्ष्यों और उन विकल्पों के बीच एक अंतर था जिसे वह बनाने के लिए तैयार थी। हमने महसूस किया कि उसके अंदर सीखने और बढ़ने की उत्सुकता थी और उसे केवल उस दिशा में धकेलने के लिए सही मार्गदर्शन का अभाव था।

“Leverage Edu के साथ यह यात्रा मेरे अल्पकालिक और दीर्घकालिक लक्ष्यों का विश्लेषण करने के लिए बहुत दिमाग लगाने के साथ शुरू हुई। उन्होंने मुझे उन देशों, कॉलेजों, और कार्यक्रमों को महसूस करने में मदद की जो मेरी प्रोफाइल को सबसे अच्छा मानते हैं। ”सिमरन भुल्लर, जो अब WHU, जर्मनी के एक प्रमुख बी-स्कूल से वित्त में एक मास्टर का पीछा करेंगे। हमारे साथ उनके पहले सत्र में बहुत सी चर्चाएँ शामिल थीं जहाँ हमने उनके लक्ष्यों और आकांक्षाओं, उनके व्यक्तित्व लक्षणों, प्रेरणाओं और हितों का विश्लेषण करने की कोशिश की। सिमरन कहती हैं कि बुद्धिशीलता के पहले सत्र ने उन्हें वह स्पष्टता प्रदान की जिसकी उन्हें ज़रूरत थी। कि वह अपने फैसलों को वर्तमान तक सीमित कर रही थी और सत्र ने उसे यह महसूस करने में मदद की कि उसे उस बड़ी तस्वीर को देखने की जरूरत है जहां उसने खुद को 2-3 वर्षों में देखा था, वास्तव में 10 साल की अवधि में। वह इस निष्कर्ष पर पहुंचने में भी सक्षम थी कि उसे अपने लक्ष्यों को बदलने और खुद के लिए और अधिक व्यावहारिक लक्ष्य बनाने की जरूरत है जो कि लंबे समय में उसे फायदा पहुंचाए।

चूंकि सिमरन अपने विशेषज्ञता के क्षेत्र को बदलने की योजना बना रही थी, इसलिए उसे सिर्फ एक अच्छे जीमैट स्कोर की आवश्यकता थी, उसे क्षेत्र में अनुभव होने की आवश्यकता थी ताकि वह सही विकल्प बना सके। लीवरेज एडू काउंसलर्स की मदद से, वह अपने इंटर्नशिप साक्षात्कार के लिए बेहतर तैयारी कर पाई। इन मॉक इंटरव्यू ने उन्हें इंटर्नशिप को उतारने में मदद की, जिससे उनकी प्रोफ़ाइल की ताकत को बढ़ाने में मदद मिली। अपने प्रोफाइल मूल्यांकन के साथ युग्मित इंटर्नशिप और बुद्धिशीलता सत्रों की मदद से, सिमरन अपने लक्ष्य कॉलेजों को रीसेट करने में सक्षम थी, उसने अपनी पसंद के रूप में यूरोप को लक्षित करने का फैसला किया, एक विकल्प जो वह शुरुआत में प्रभावित था लेकिन एक जो उसके लिए एक आशीर्वाद साबित हुआ। उसके। 

सिमरन इस बात पर जोर देना बंद नहीं कर सकती है कि “लीवरेज एडू के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि मैंटरशिप प्लेटफॉर्म है, जिन आकाओं को मुझे आवंटित किया गया था, वे केवल उसी पृष्ठभूमि से नहीं थे, बल्कि उन कॉलेजों के स्नातक भी थे जिनके लिए मैं आवेदन कर रहा था, इससे मुझे बहुत मदद मिली मेरे प्रोफाइल और एप्लिकेशन को आकार दें। ” उसने महसूस किया कि मेंटरशिप प्रोग्राम Leverage Edu को अलग करता है, यह तथ्य कि वह उन युवाओं से जुड़ सकती है, जिन्होंने हाल ही में स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी या वर्तमान में उस विशिष्ट कार्यक्रम में नामांकित थे, वास्तव में उनके परिप्रेक्ष्य को आकार देने में मदद की। आकाओं को पता था कि कॉलेजों को विशेष रूप से अपने अनुप्रयोगों की तलाश थी जो उसके स्वयं के आवेदन को अन्य आवेदकों से बढ़त दिलाते थे।

“कड़ी मेहनत, कई मॉक इंटरव्यू, SOP, LOR और निबंध के संपादन के कई दौर जो मुझे WHU, जर्मनी में भर्ती कराए गए” सिमरन की टिप्पणी जो कहती है कि अन्य परामर्श फर्मों के विपरीत, लीवरेज एडू ने विशिष्ट विश्वविद्यालय को ध्यान में रखते हुए अपने अनुप्रयोगों की योजना बनाने में मदद की। यह कि उनके द्वारा भेजे गए एप्लिकेशन इस तरह से डिज़ाइन किए गए थे कि लक्ष्य विश्वविद्यालय को ध्यान में रखते हुए, टीम ने विभिन्न विश्वविद्यालयों के लिए अलग-अलग अनुप्रयोगों पर काम किया और लगातार संपादित किए और उनके दस्तावेजों की समीक्षा की, जिसमें यह सुनिश्चित किया गया कि कोई कसर नहीं छोड़ी गई। उसने अपने द्वारा लक्षित आठ विश्वविद्यालयों में से पांच में चयन किया, जिसके बाद काउंसलर और मेंटर्स की मदद से उसने विभिन्न विश्वविद्यालयों के पेशेवरों और विपक्षों का वजन किया। एक बार जब सिमरन ने WHU, जर्मनी को अपना वांछित विश्वविद्यालय बना दिया, तो लीवरेज एडू टीम ने उन्हें स्काइप साक्षात्कार के लिए तैयार किया। “मेरे WHU साक्षात्कार के समय तक, मैं साक्षात्कार के प्रारूप के साथ बेहद सहज था”सिमरन का कहना है कि उसे WHU में दाखिले के लिए 3 राउंड के इंटरव्यू पास करने थे। 

मार्गदर्शन केवल उसके अनुप्रयोगों तक ही सीमित नहीं था, हमने आवास, छात्रवृत्ति और उड़ान विवरण से संबंधित ऋण और अन्य तकनीकी मदद भी की। हमने उसके समग्र कैरियर पथप्रदर्शक के साथ सहायता की, उसे कॉलेज में ले जाने वाली चीजों के बारे में आवश्यक ज्ञान से लैस करके और अपने आगे के प्रयासों में उसकी मदद करने के लिए वह इंटर्नशिप कर सकती थी। सिमरन का कहना है कि “जैसा कि वादा किया गया था, जब तक मैं अपने कोर्स के लिए निकलता हूं, Leverage Edu मेरे साथ था, इनसे मुझे कॉलेजों से लेकर अन्य फैसलों तक हर चीज में मदद मिली, जो मुझे एक सफल करियर के लिए करनी चाहिए। मैं बस इतना कहूंगा कि इसका लाभ उठाएं। ”

The Story of Ram Mohan Roy in Hindi

Success story in Hindi of Sarathi Dhawan

आप पर नेतृत्व करने के लिए उचित मार्गदर्शन के बिना, प्रवेश एक बुरा सपना हो सकता है – यह स्नातक, मास्टर या पीएच.डी. स्तर। दिल्ली विश्वविद्यालय से वाणिज्य स्नातक सारथी धवन के साथ ऐसा ही हुआ था । सारथी पांच अलग-अलग परामर्श एजेंसियों से निराशा के साथ एक आकांक्षात्मक कैनवास के साथ लीवरेज एडू के लिए पहुंचे, जिन्होंने उन्हें सूचित किया था कि वह शीर्ष बिजनेस स्कूलों में से किसी में नहीं जा सकते। बार-बार बताया गया कि उनके बैचलर प्रोग्राम में 7.4 का सीजीपीए है, जो उन्हें शीर्ष बिजनेस स्कूलों में प्रवेश दिलाने से पीछे हट गया, एक बेहद निराश्रित सारथी एक अंतिम बोली के लिए लीवरेज एडू के दिल्ली कार्यालय में पहुंचे। उन्होंने महसूस किया कि वह वित्त में मास्टर डिग्री हासिल करना चाहते हैं लेकिन उन्हें अपने अगले कदम के बारे में कोई जानकारी नहीं है। 

“लीवरेज एडू के साथ मेरी पहली बैठक में, काउंसलरों ने एक छोटे से प्रोफाइल मूल्यांकन किया और तुरंत मुझे आश्वासन दिया कि मैं एक शीर्ष बिजनेस स्कूल में जाने के लिए तैयार हूं। यही मेरे आत्मविश्वास को वापस लाया है ”

सारथी के साथ हुई पहली पहली बैठक के भीतर, हम यह निर्धारित करने में सक्षम थे कि उन्होंने न केवल अपनी पसंद के संस्थान में चुने जाने की क्षमता दिखाई बल्कि वित्त के क्षेत्र में भी विकसित होने की क्षमता दिखाई। सारथी एक गो-रक्षक और एक प्रमुख उम्मीदवार थे लेकिन हमें उनके लक्ष्यों और आकांक्षाओं का मूल्यांकन करना था ताकि हम यह निर्धारित कर सकें कि कौन सी संस्था उनके लिए सबसे उपयुक्त होगी। हमने उनके दिमाग और व्यक्तित्व को उकेरने और उनके अनुसार मार्गदर्शन करने के लिए एक मूल प्रोफ़ाइल मूल्यांकन के साथ शुरू किया। सारथी के साथ कई बुद्धिशीलता सत्र आयोजित किए गए, जबकि Leverage Edu मेंटर्स और काउंसलर अपने लक्ष्यों और आकांक्षाओं में गहराई से शामिल हुए। सत्रों ने सारथी को अपने विचारों में बहुत अधिक स्पष्टता प्रदान की। वह दृष्टि जो उसने खुद के लिए पोषित की थी धीरे-धीरे एक योजना के रूप में बन गई। उत्सुक बीवर जिसने अपने पेट के नीचे इतने सारे इंटर्नशिप किए थे कि वह खुद को बेहतर बनाने के लिए अब पुनर्जीवित हो गया था और अपने सभी को देने के लिए तैयार था। अंत में, बहुत विचार और विचार-विमर्श के बाद, Leverage Edu के विशेषज्ञों ने उनके लिए पांच अलग-अलग बिजनेस स्कूलों को शॉर्टलिस्ट किया, जिसमें उन्होंने तुरंत आवेदन किया। 

“मंथन के सत्रों में, मेरे उत्थान एडू हेड कोच ने मेरे जुनून को जानने के लिए मुझसे बार-बार पूछताछ की। इसके साथ ही, मैं अपने स्वयं के लक्ष्यों के बारे में स्पष्टता प्राप्त कर चुका था और जहाँ मैं जीवन में रहना चाहता था ”

लीवरेज एडू के उनके आकाओं ने यह सुनिश्चित किया कि सारथी पूरी प्रवेश प्रक्रिया के माध्यम से पाल करने में सक्षम थे। अपने जनरल मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (GMAT) में 720/800 हासिल करने के बाद, वह उन विभिन्न कॉलेजों के लिए अपने निबंधों को पढ़ाना शुरू कर दिया, जिनके लिए वह आवेदन कर रहा था। प्रत्येक कॉलेज के पास अपने छात्रों से आवश्यकताओं और अपेक्षाओं का एक अनूठा सरणी होने के साथ, सारथी के आवेदन अपने संबंधित कॉलेजों के लीवरेज एडू के विशेषज्ञों द्वारा ठीक-ठीक तैयार किए गए थे। सिफारिश के पत्र (एलओआर) इसी तरह से मांगे गए थे। सारथी के शीर्ष की ओर यात्रा को एक अतिरिक्त बढ़त देने के लिए, लीवरेज एडु में संचार टीम ने उन्हें अपने संभावित वरिष्ठों और उन कॉलेजों के पूर्व छात्रों के साथ जोड़ा, जिनमें वह आवेदन कर रहे थे। अपने स्वयं के अनुभवों के प्रत्यक्ष खातों के साथ-साथ उनके अनुप्रयोगों में उनकी सहायता करने के लिए।

प्रवेश प्रक्रिया के नज़दीक आने के साथ, सारथी ने अपने अंतिम परिणामों के लिए सांस लेने के लिए प्रतीक्षा की। जैसे ही डी-डे आया, सारथी ने महसूस किया कि उन्होंने EDHEC बिजनेस स्कूल (फ्रांस), स्टॉकहोम स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (स्वीडन) और फ्रैंकफर्ट स्कूल ऑफ फाइनेंस एंड मैनेजमेंट (जर्मनी) – दुनिया के शीर्ष बिजनेस स्कूलों में से 3 में इसे बनाया है। लीवरेज एडू के विशेषज्ञों ने उन कॉलेजों के पेशेवरों और विपक्षों के बारे में शोध करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, जिनसे उन्होंने प्रवेश लिया था और वे संबंधित शहरों में सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन की उम्मीद कर सकते थे। ब्रेक्सिट सौदे के करीब आने के साथ ही जर्मनी को यूरोप और उससे आगे का वित्तीय केंद्र बना दिया गया। इसीलिए EDHEC और स्टॉकहोम को फ्रैंकफर्ट से आगे स्थान दिए जाने के बावजूद, सारथी ने बाद में जाने का विकल्प चुना।

Shahrukh Khan Biography in Hindi

Success story in Hindi of Radhika Gupta

योगेश गुप्ता और आरती गुप्ता के परिवार में जन्मीं राधिका के पिता एक राजनयिक हैं और इस तरह उन्होंने अपने बचपन का एक बड़ा हिस्सा दुनिया के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में रहने के लिए खर्च किया। वह तीन अलग-अलग महाद्वीपों और पाकिस्तान, नाइजीरिया, अमेरिका और इटली जैसे देशों में रहीं। अपने प्रारंभिक वर्षों में निरंतर यात्रा के अनुभव ने उनके व्यक्तित्व को प्रभावित किया और उनकी मानसिकता को व्यापक बनाया। अपने जीवन की शुरुआत में ही, राधिका गुप्ता ने न केवल अनुकूलन करना सीखा, बल्कि परिवर्तन के बीच पनपना भी सीखा। इन अनुभवों ने उन्हें अपने करियर में बाद में एक उद्यमी के रूप में आसानी से बदलने में मदद की, जब उन्होंने अपना उद्यम शुरू करने के लिए प्रतिष्ठित AQR कैपिटल मैनेजमेंट में नौकरी से इस्तीफा दे दिया।

उसकी विकलांगता को गले लगाते हुए

राधिका गुप्ता का जन्म कुछ खास जटिलताओं के कारण उनकी गर्दन में स्थायी झुकाव के साथ हुआ था। जबकि यह उसके बचपन के शुरुआती वर्षों में स्पष्ट नहीं था, झुकाव के रूप में वह अपने बच्चे की चर्बी बहाने लगी। राधिका ने अपने कई साक्षात्कारों में स्वीकार किया कि वह अपने ‘अजीब झुकाव’ को लेकर बेहद आत्म-सचेत थीं और उनके आत्मसम्मान को चोट लगी। अपने जीवन में एक बिंदु पर, वह वजन कम करने से डरती थी क्योंकि यह झुकाव को प्रमुखता से प्रकट करेगा। लेकिन समय के साथ, उसने अपनी खामियों को गले लगाना सीख लिया। राधिका ने अपने झुकाव को एक अलग लेंस से देखा और महसूस किया कि यह उन चीजों में से एक थी जिसने उन्हें अद्वितीय बनाया। इसने उन्हें चीजों को अलग तरीके से करने के लिए भी प्रेरित किया। 

राधिका का लव फॉर लर्निंग

राधिका ने खुद को पढ़ने के लिए एक उत्साही शिक्षार्थी के रूप में वर्णित किया है। एक मध्यम-वर्गीय परिवार में पली बढ़ी, उसके माता-पिता ने शैक्षणिक उत्कृष्टता पर जोर दिया और वह अपने स्कूल में टॉपर्स में से एक बन गई। गणित और अर्थशास्त्र की शौकीन, उन्होंने व्हार्टन स्कूल से कंप्यूटर विज्ञान और अर्थशास्त्र में एक संयुक्त डिग्री हासिल की। वह रास्ते में कई अवसरों पर आई और खुले दिमाग के साथ चली गई। एक साक्षात्कार में, उसने खुलासा किया कि वह अपने परिवार का पहला व्यक्ति था जिसने कॉर्पोरेट क्षेत्र, विशेष रूप से वित्त में उद्यम किया। वह यह भी मानती हैं कि “किसी विषय को बाद में अपना पेशा बनने के लिए बचपन के जुनून की जरूरत नहीं है। प्रवाह के साथ जाने से आपको परिप्रेक्ष्य प्राप्त करने में भी मदद मिलती है।”

उसकी परम प्रेरणा

राधिका गुप्ता ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता को दिया जिन्होंने उन्हें आकाश के लिए लक्ष्य बनाने के लिए प्रेरित किया। उसने अपने पिता का उल्लेख अपनी प्रेरणा के रूप में किया, जो यूपी के एक गाँव में पैदा हुई थी और उसकी सिविल सेवा परीक्षाओं में 7 वीं रैंक थी। उसके पिता की सलाह थी कि गरीबी से बाहर आने के लिए हर पीढ़ी को एक क्वांटम छलांग लगानी होगी। उन्होंने उसे विदेश में अध्ययन करने और उस क्वांटम छलांग लगाने के लिए प्रेरित किया ताकि वह आने वाली पीढ़ियों को आगे बढ़ने में सक्षम बना सके।

झोपड़ी से आईआईएम प्रोफेसर बनने तक रंजीत रामचंद्रन की संघर्ष की कहानी

Success story in Hindi of Upasana  Taku

गांधीनगर में जन्मे उपासना ताकू शिक्षाविदों के परिवार से हैं। प्रसिद्ध राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में औद्योगिक इंजीनियरिंग में स्नातक करने के लिए जालंधर जाने से पहले, उन्होंने सूरत, गुजरात में अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की। ताकू ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूएस ए से मैनेजमेंट साइंस और इंजीनियरिंग में एमएस की पढ़ाई की । स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद, उसने सैन डिएगो, यूएसए में एचएसबीसी ऑटो फाइनेंस में बिजनेस एनालिस्ट की भूमिका निभाई। बाद में वह एक वरिष्ठ उत्पाद प्रबंधक के रूप में नेपाल में शामिल हुईं, जहां उन्होंने भुगतान प्रणाली, जोखिम प्रबंधन और उत्पादन प्रबंधन के बारे में व्यापक ज्ञान प्राप्त किया।  

एक प्रेरणादायक घर वापसी

उपासना ताकू ने 2009 में 4 साल तक विदेश में काम करने के बाद भारत वापस आने का फैसला किया क्योंकि उन्हें एहसास हुआ कि वह अपने देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने के लिए अपने दम पर कुछ स्थापित करना चाहती हैं।

यह प्रेरणादायक घर वापसी उसके करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ बन गई क्योंकि उसने भारतीय मोबाइल वॉलेट ऐप बनाने के विचार पर काम किया। उन्हें अपने भविष्य के पति, बिपिन प्रीत सिंह के बारे में उसी दौरान पता चला और दोनों ने मिलकर मोबिक्विक की स्थापना की, ताकि भारत में मोबाइल लेनदेन को सरल बनाया जा सके।

प्रारंभिक स्टार्टअप दिन

जब तब्बू और सिंह ने द्वारका में अपना मोबिक्विक कार्यालय शुरू किया, तो यह एक घर-कार्यालय के माहौल पर आधारित था, जहां छोटी टीम व्यक्तिगत और व्यावसायिक वातावरण के मिश्रण में घर के बने भोजन पर बंधन करेगी। यहां तक ​​कि युगल के विवाह के दिन भी, दोनों अपने कार्य को जल्दी से पूरा करने के लिए विराम स्थल से ही काम कर रहे थे। पैसों की तंगी से जूझ रहे इस जोड़े को साल 2013 तक अपना पहला ऑफिस मिला और फिर 5 मिलियन डॉलर के इन्वेस्टमेंट में झोंक दिया। इससे उन्हें और विस्तार करने में मदद मिली। मोबिक्विक को आने वाले वर्षों में सिकोइया कैपिटल, सिस्को इन्वेस्टमेंट, मीडियाटेक, ट्रेलाइन एशिया जैसे लोकप्रिय निवेशकों से और भी अधिक निवेश मिलने वाला था।

फोर्ब्स की महिलाओं की सूची 2016 और एशिया के पावर बिजनेस वुमेन 2019 के लिए इसे बनाना जैसे ही मोबिक्विक ने नई ऊंचाइयों को छुआ, 2016 उपासना ताकू के लिए एक अभूतपूर्व वर्ष बन गया क्योंकि उसने स्टार्टअप में वित्त और ऑडिटिंग को संभालने में बड़ी भूमिका निभाई। उसने एक बार यह भी कहा था कि निवेशक अक्सर वित्तीय बात के संबंध में “किसी पुरुष” से बात करने के लिए कहते हैं, लेकिन वह अंततः वीसी पर एक विशेषज्ञ बन गया। विमुद्रीकरण के समय में भी, मोबिक्विक ने लेनदेन में 400% का भारी उछाल देखा और 45 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं के लिए घर बन गया जो कि भविष्य में और अधिक बढ़ावा देने के लिए था!

ताकू को 2016 में फोर्ब्स द्वारा वीमेन टू वॉच लिस्ट और फिर 2019 में पावर बिजनेस वुमन की सूची में भी चित्रित किया गया था।

Source : Sandeep Maheshwari

आशा करते हैं कि आपको Success Story in Hindi का ब्लॉग अच्छा लगा होगा। जितना हो सके अपने दोस्तों और बाकी सब को शेयर करें ताकि वह भी Success Story in Hindi का  लाभ उठा सकें और  उसकी जानकारी प्राप्त कर सके और अपने लक्ष्य को पूरा कर सकें। हमारे Leverage Edu में आपको ऐसे कई प्रकार के ब्लॉग मिलेंगे जहां आप अलग-अलग विषय की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं ।अगर आपको किसी भी प्रकार के सवाल में दिक्कत हो रही हो तो हमारी विशेषज्ञ आपकी सहायता भी करेंगे।

' src=

Team Leverage Edu

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।

Contact no. *

This is very inspiring. Thanks for sharing.

आपका आभार, ऐसे ही आप हमारी वेबसाइट पर बने रहिए।

आपका शुक्रिया, ऐसे ही आप हमारी वेबसाइट पर बने रहिए।

Very inspiring stories. Thanks for sharing.

धन्यवाद, इसी तरह हमारी वेबसाइट https://leverageedu.com/ पर बने रहिये।

browse success stories

Leaving already?

8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs

Grab this one-time opportunity to download this ebook

Connect With Us

45,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..

great person biography in hindi

Resend OTP in

great person biography in hindi

Need help with?

Study abroad.

UK, Canada, US & More

IELTS, GRE, GMAT & More

Scholarship, Loans & Forex

Country Preference

New Zealand

Which English test are you planning to take?

Which academic test are you planning to take.

Not Sure yet

When are you planning to take the exam?

Already booked my exam slot

Within 2 Months

Want to learn about the test

Which Degree do you wish to pursue?

When do you want to start studying abroad.

September 2024

January 2025

What is your budget to study abroad?

great person biography in hindi

How would you describe this article ?

Please rate this article

We would like to hear more.

IMAGES

  1. Mahatma Gandhi Biography In Hindi

    great person biography in hindi

  2. महात्मा गांधी का सम्पूर्ण जीवन परिचय

    great person biography in hindi

  3. Mahatma Gandhi Biography in Hindi पढ़ें सरल हिंदी में

    great person biography in hindi

  4. Biography of Famous People

    great person biography in hindi

  5. Mahatma Gandhi Biography in Hindi

    great person biography in hindi

  6. इंदिरा गांधी जी की जीवनी

    great person biography in hindi

COMMENTS

  1. Biography in Hindi Jivani of Great personalities

    गुरुचरण सिंह कलकत की जीवनी - Biography of Gurucharan Singh Kalkat in hindi jivani. गुरु प्रकाश दत्ता की जीवनी - Biography of Guru Prakash Dutta in hindi jivani. Biography in Hindi Jivani of Great personalities on Scientists, Artists, Politicians, Famous ...

  2. भारत के प्रेरणा देने वाले टॉप दस व्यक्तियों की कहानी

    Great Person Biography In Hindi. 8 Motivational Persons: - सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) मेहनत और लग्न के बल पर वो सबकुछ हासिल किया जा सकता है जो आप अपने जीवन में पाना चाहते है ...

  3. प्रसिद्ध लोगों की जीवनी

    Biography of Great Personalities. डॉ. अम्बेडकर की जीवनी, विचार और रचनाएँ. चित्तरंजन दास (1870-1925 ई.) Biography in Hindi. मदन मोहन मालवीय (1861-1946 ई.) - Biography in Hindi. प्रसिद्ध ...

  4. 212 विश्व विख्यात व्यक्तित्व (संक्षेप में)

    212 विश्व विख्यात व्यक्तित्व (संक्षेप में)| 212 World Famous Personalities in Hindi. अबुल फजल (1551-1602 ई.)-. अकबर के प्रमुख सलाहकार व सरकारी इतिहासकार। उन्होंने 'आइने ...

  5. महात्मा गांधी

    गाँधी जी द्वारा मौलिक रूप से लिखित पुस्तकें चार हैं-- हिंद स्वराज, दक्षिण अफ्रीका के सत्याग्रह का इतिहास, सत्य के प्रयोग (आत्मकथा ...

  6. Famous Peoples Biographies in Hindi

    अन्वर अहमद खान की जीवनी - Biography of Anwar Ahmed Khan in hindi jivani. ए. ए. खान इनका जन्म 1947 मे नौहटटा, जिला सहरसा मे हुआ था | अन्वर अहमद खान, जिन्हे डॉ.खान के नाम से ...

  7. biography in hindi

    Hindi Swaraj पाठकों का पसंदीदा हिंदी ब्लॉग (Hindi Blog) आपके लिए लाया है जीवनी Biography की श्रेणी से दुनियाभर की महान शख्सियतों के जीवन के बारे में लेख | पढ़िए Hindi Swaraj Best Hindi Blogging ...

  8. भारत के महान व्यक्ति

    Famous Personalities of India (भारत के महान व्यक्तियों): यहाँ हमने आपसे भारत के महान व्यक्ति के बारे में जानकारी दी है जो की विभिन्न क्षेत्र से सम्बंधित ...

  9. भारत के महान नेताओ की कहानिया Indian Great Leaders Stories in Hindi

    भारत के महान नेताओ की कहानिया Indian Great Leaders Stories in Hindi. whats knowledge 23/02/2017 BLOGING, STORIES No Comments. आज हम आपके साथ भारत के कुछ great leaders के जीवन के कुछ किस्सो के बारे में ...

  10. Biography of Famous Indian Personalities

    Biography - Read about Profile of Famous Indian Personalities, Know complete information of Famous Indian Personalities, Biography of Famous Indian In Hindi, Political Leaders, Famous Indians People in Hindi language on Webdunia Personal Profile channel! पढ़ें लोकप्रिय भारतीय राजनीतिक नेताओं की बॉयोग्राफी ...

  11. 20 Best Biography & Autobiography Books in Hindi (You Must Read)

    Best Business Finance investment & Money Management Books In Hindi. Yoga Ayurveda & Meditation Books in Hindi. Best Network Marketing & MLM Books in Hindi. Best Stock Market Books in Hindi For Fundamental & Technical Analysis. कबीर के दोहे - 50 Best Kabir Ke Dohe With Meaning in Hindi. Thanks For Reading 20 Best Biography ...

  12. Great / Famous Persons

    Rochhak.com की Great / Famous Persons Category में आपको भारत और दुनिया भर के महान और प्रसिद्ध व्यक्तियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। पढ़िए और Enjoy ... Myths About Climate Change in Hindi

  13. Biography of Great People

    सुभाष चंद्र बोस. महात्मा गांधी. - as you can see, with this jivani hindi app in your phone you won't need to worry about Biography of Great People In Hindi, which includes all scientist biography in hindi ever to born in india, or great leader like mahatma Gandhi jivani. Therefore, download ...

  14. Biographies of Great personalities in Hindi

    हनुमनथप्पा नरसिहैया की जीवनी - Biography of Hanumanthappa Narasihaiya in hindi jivani. Find Biographies of Great personalities on Scientists, Artists, Politicians, Famous peoples and many more Motivational Success Biography in Hindi at mympsc.com.

  15. 36 Famous Indian Personalities| Great Personalities Of India

    List of Famous Indian Personalities (Click on names) 1. Mahatma Gandhi. Famous Indian Personality and their Nickname: Famous Personality. Personality Nickname. Mahatma Gandhi. Father of the Nation, Bapu, Mahatma. Mohandas Karamchand Gandhi, also well-known by Mahatma Gandhi was born on 2nd of October in Gujarat, Porbandar.

  16. 212 विश्व विख्यात व्यक्तित्व (संक्षेप में)| 212 World Famous

    World Famous Personalities in Hindi-आज हम आपके साथ विश्व के कुछ great leaders के जीवन के कुछ किस्सो के बारे में बतायेंगे जिन्हें पढ़कर आप समझ जाएंगे की आखिर उनका व्यक्तित्व इतना ...

  17. Top 30 Real life Inspirational Stories in Hindi

    Real Life Inspirational Stories in Hindi / Motivational Stories के इस भाग में कुछ ऐसे व्यक्तियों के जीवन-प्रसंगों को लिया गया है, जो सचमुच आपको जीवन में आगे बढ़ने हेतु प्रेरित करते हैं ...

  18. 10 Inspiring Hindi Shayaris that Uncover the Meanings of Life

    Here are 10 beautiful Hindi shayaris that I have always went back to, whenever I have needed inspiration in a nutshell: Tumhe auron se kab fursat, hum apne gum se kab khaali, Chalo bas ho chuka milna, na tum khaali na hum khaali. Translation: You are so busy with others. I am occupied with my pain.

  19. 50 Inspiring & Great Personalities of India and the World

    20 Great Personalities of India. Here are the greatest Inspiring Personalities in India: Mahatma Gandhi (1869-1948): the Father of India. Dr. B. R. Ambedkar (1891-1956): Indian Social Reformer. Jawaharlal Nehru (1889-1964): the First Prime Minister of India, an Indian Independence activist.

  20. Famous Indians

    Satyendra Nath Bose (1894 - 1974) Indian physicist who worked on quantum mechanics. Collaborated with A.Einstein to found Bose-Einstein statistics and Bose-Einstein condensate. Sri Jagadish Chandra Bose (1858 - 1937) Bengali polymath. Bose took an interest in a wide range of sciences.

  21. 10 Best Biographies of Indian Personalities You Should Read

    This superb biography, written with J.R.D. Tata's cooperation, tells J.R.D.'s story from birth to 1993, the year he died in Switzerland. This biography is a must-read thus making its way on to our list of best biographies of Indian personalities. 6. Vivekananda: A Biography - Swami Nikhilananda.

  22. Hindi Diwas: 12 famous Hindi writers and their ...

    8/13. Harivansh Rai Bachchan. Harivansh Rai Bachchan, an eminent figure in the early 20th-century Hindi literary landscape, was a prominent poet of the Nayi Kavita movement. He was also a notable ...

  23. Success Story in Hindi: Best Real-Life Inspirational Stories

    Success story in Hindi of Rajnikanth. 12 दिसंबर 1950 को शिवाजी राव गायकवाड़ के रूप में पैदा हुए रजनीकांत, मराठी परिवार में चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। उनके ...