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- Successful Businessman Story in Hindi: आधुनिक युग का सच्चा दानवीर
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Andrew Carnegie: Successful Businessman Story in Hindi
Inspiring Life of A Successful Businessman एक सफल व्यवसायी
आज यहाँ उस महान और Successful Businessman की चर्चा की जा रही है, जिसने एक बेहद गरीब परिवार में जन्म लिया था, जिसका बचपन अभावों के बीच बीता था, जो जीवन भर कठोर परिश्रम करके तब सफलता की बुलंदियों तक पहुँचा था और जिसने अपनी सारी संपत्ति मानवता की सेवा के लिए, परोपकार में दान कर दी थी। बात हो रही है, अमेरिका के विश्वविख्यात और अपने समय के सर्वाधिक धनी व्यक्ति, एंड्रयू कार्नेगी की, जिन्हें अमेरिका के सबसे अमीर और उदार Businessman में शामिल किया जाता है।
जिन्हें अमेरिका का स्टील किंग कहा जाता था और जिन्होंने अपने देश की उन्नति में एक महान योगदान दिया और उसे दुनिया का सबसे समृद्धिशाली देश बनने में मदद की। आधुनिक युग के इस महान दानवीर ने, सन 1919 में अपनी 90% यानी 35 करोड़ डॉलर की संपत्ति दान में दे दी थी, जो आज सन 2014 में लगभग 5 बिलियन डॉलर बैठती है।
इस संपत्ति को उन्होंने शिक्षा के प्रसार में लगाया। न जाने कितने Schools, Colleges, Libraries और Research Centers ने उनकी इस महान उदारता का लाभ उठाया। शायद यह भी एक कारण है कि अमेरिका Education और Research में दूसरे देशों से कहीं ज्यादा आगे निकल गया जबकि बाकी देश पिछड़े ही रह गये।
Life Story of Businessman Andrew Carnegie एंड्रू कार्नेगी का जीवन
दुनिया के सबसे Successful Businessmen में से एक एंड्रयू कार्नेगी का जन्म 25 नवंबर 1835 के दिन, स्काटलैंड के डनफर्मलाइन में हुआ था। इनके पिता का नाम विलियम कार्नेगी और माँ का नाम मार्गरेट मोर्रिसों कार्नेगी था। इनके पिता जुलाहे का काम करते थे। देश मे भुखमरी की वजह से, बचपन में ही वे अपने बेहद गरीब माता-पिता के साथ अमेरिका चले गए थे। अमेरिका जाने के लिए भी उन्हें पैसे उधार लेने पड़े थे।
गरीबी के कारण, सन 1848 में मात्र 13 वर्ष की आयु में ही उन्हें Bobbin Boy के रूप मे काम करना पड़ा, जहाँ एक कपास की मिल में वह 12 घंटे तक काम करते थे। घर का खर्च चलाने के लिए कार्नेगी अपने माता-पिता के साथ मिलकर काम करते थे। उनके पिता जहाँ एक कपास के कारखाने में काम करते, तो वहीँ माँ जूते सिलकर बेचती।
जब तीनों लोग जी-तोड़ मेहनत करते, तब जाकर कहीं परिवार की गुजर-बसर हो पाती थी। सन 1850 में कार्नेगी पीटसबर्ग की एक Telegraph Company में Telegraph Messenger बन गए। चूँकि वह कठोर परिश्रमी थे, इसीलिये जल्दी ही अपने काम की बारीकियाँ जानकर, Operator बन गए। सिर्फ इतना ही नहीं, उनमे अपने काम के प्रति जूनून और शिक्षा प्राप्त करने की प्रबल जिज्ञासा भी थी।
उनमे उन्नति की इतनी तीव्र लालसा देखकर, कर्नल जेम्स एंडरसन ने अपनी विशाल Library उनके लिए खोल दी, जहाँ वह शनिवार के दिन पूरा समय ज्ञान हासिल करने और अपनी क्षमता बढ़ाने में लगाते। कार्नेगी अपने आर्थिक विकास और बौद्धिक तथा सांस्कृतिक विकास, दोनो ही क्षेत्रों में Self-made Man थे।
Struggle of Andrew Carnegie एंड्रू कार्नेगी का संघर्ष
एंड्रयू कार्नेगी की क्षमता, उनकी कड़ी मेहनत करने की लगन, उनके धैर्य और उनकी ग्रहणशीलता ने जल्दी ही उनके लिए, अवसरों के अनेकों दरवाज़े खोल दिए। शीघ्र ही उन्हें Pennsylvania Railroad Company में, बढे वेतन पर Secretary की नौकरी मिल गयी। केवल 18 वर्ष की उम्र में ही यह कर्मठ युवा Pittsburgh Division का Superintendent बन गया। अपनी इस नौकरी से उन्होंने बहुत कुछ सीखा, जिसने बाद में उन्हें आगे बढ़ने में बहुत मदद की।
कार्नेगी ने अपने विशाल साम्राज्य की शुरुआत Railroad Business से ही की थी। उसी समय सन 1860-65 में अमेरिका में गृह-युद्ध छिड़ने के कारण, उन्हें बड़े पैमाने पर युद्ध का सामान तैयार करने का आर्डर मिला और मुनाफा होने पर, उन्होंने एक Steel Rolling Mill की स्थापना करके अपने स्टील साम्राज्य की नीव डाली। उन्होंने तेल के व्यवसाय में भी सफलता पाई, लेकिन बाद में अपना सारा ध्यान Steel के Business पर केन्द्रित कर लिया।
पर कार्नेगी दूसरे इंसानों की तरह पैसे के पीछे भागने में यकीन नहीं करते थे और न ही वह आज के उन Successful Businessmen और धनकुबेरों की तरह ढिंढोरा पीटने में विश्वास करते थे, जो पहले तो जनता को चूँसते हैं और फिर वाहवाही के लिए नाममात्र का दान देते हैं। अपनी आत्मकथा में वह लिखते हैं कि मैंने अपने परिवार के लिए पूरे वर्ष का पचास हजार डॉलर का खर्च बाँध रखा है।
उससे ऊपर मुझे जो भी आय होती है उसे मै परोपकार के कार्य में लगा देना ज्यादा बेहतर समझता हूँ। दूसरों की भलाई के सिवाय, हमें व्यवसाय को हमेशा के लिए त्याग देना चाहिए। वह पैसा कमाकर इकठ्ठा करने को मूर्तिपूजा का सबसे घृणित स्वरुप मानते थे। उनकी द्रष्टि में ज्ञान और शिक्षा ही सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण थे।
एक महान व्यक्ति की सच्ची कहानी जो संसार की भलाई के लिये तिल-तिलकर जिया – Story of A Successful Person in Hindi
Steel Kingdom of A Successful Businessman एंड्रू कार्नेगी का स्टील साम्राज्य
अब तक कार्नेगी एक Successful Businessman बन चुके थे पर अपनी माँ के जीवित रहने तक वह विवाह नहीं करना चाहते थे, बल्कि उनके जीवन के अंतिम दिनों तक, उनकी बीमारी में वह उनकी सेवा करना चाहते थे। जब सन 1886 में उनकी माँ की मृत्यु हो गई, तब उन्होंने विवाह किया। जब उनका विवाह हुआ था, तब उस समय उनकी पत्नी, उनसे उम्र में 20 वर्ष छोटी थी। यहाँ से उन्होंने अपने स्टील साम्राज्य का विस्तार करना प्रारंभ किया।
सन 1885 से लेकर सन 1990 तक, उन्होंने अपने कारोबार को इस स्तर पर पहुँचा दिया कि ब्रिटेन और दूसरे यूरोपीय देश भी Steel Production में उनसे पिछड गए। सस्ते और बड़े स्तर पर स्टील का उत्पादन करने का श्रेय Andrew Carnegie को ही जाता है, जो किसी भी देश के विकास की बुनियाद है। सन 1901 में 66 वर्ष की आयु में कार्नेगी ने J. P. Morgan के साथ मिलकर अमेरिका का सबसे बड़ा Steel Organization बनाया।
जिसे United States Steel Corporation के नाम से जाना गया। इसकी कीमत उस समय 1 बिलियन डॉलर थी और यह उस समय दुनिया का एकमात्र संगठन था, जिसका बाजार पूंजीकरण इतना अधिक था। कुछ समय बाद Steel King के नाम से प्रसिद्ध हो चुके एंड्रू कार्नेगी ने Retirement ले लिया और बदले में उन्हें आधी सम्पति जो आज (2014) के समय लगभग 6.5 अरब डॉलर बैठती है, दे दी गयी।
इस बेहद Successful Businessman की यह सफलता कई लोगों को अचंभित कर सकती है। लेकिन जिन्होंने महान लोगों का चरित्र पढ़ा है और जो स्वयं भी उन्ही बातों में विश्वास रखते हैं, वे यह जानते होंगे कि अपने समय का सदुपयोग करना, कड़ी मेहनत करना और प्रबल जिज्ञासा रखना बड़ी सफलता के लिए आवश्यक शर्ते हैं।
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Charitable Billionaire in Hindi दानी अरबपति एंड्रू कार्नेगी
एंड्रू कार्नेगी ने भी अपनी सफलता की बुनियाद इन्ही सिद्धांतों के आधार पर तैयार की थी। महान लोग दूसरों की सहायता करने में जितने उदार होते हैं, समय के मामले में वे उतने ही कंजूस होते हैं। कार्नेगी की दानशीलता के बारे में सुनकर एक बार एक नवयुवक उनसे मिलने आया और उनसे मदद करने का आग्रह किया। वह व्यक्ति College की नष्ट हुई Building के निर्माण में उनकी सहायता चाहता था।
आते ही उसने, उन्हें College की आवश्यकता, उसके उद्देश्य और निर्माण के सम्बन्ध में विस्तार से बताना शुरू कर दिया। कुछ देर तक अपनी बात कहने के पश्चात उसने, उनसे 100000 डॉलर की सहायता मांगी। कार्नेगी ने उस नवयुवक से कहा – “Gentleman मैंने यह संपत्ति बड़े परिश्रम से कमाई है जो आपने बताया वह ठीक है, लेकिन क्या आप अकेले ही इस जिम्मेदारी को पूरा करने में समर्थ हैं?
यदि आप 1 महीने में मुझे 1 लाख डॉलर जुटाकर दिखा दें, तो मै आपको तुरंत ही एक लाख डॉलर दे दूंगा।” वह नवयुवक वहाँ से चला गया और किसी तरह काफी परिश्रम करके जब उसने 1 लाख डॉलर जुटा लिए, तो वह फिर कार्नेगी के पास आया। एंड्रू कार्नेगी ने तुरंत ही यह कहते हुए उसे एक लाख का चेक काटकर दे दिया – “बेटे, तुम्हे अपनी बात कम से कम समय में कहने की आदत डाल लेनी चाहिए।
तुम्हे पता होना चाहिए कि मेरे प्रत्येक मिनट की कीमत 25 हजार डॉलर है और तुम्हारे इतना समय लेने के कारण मुझे 2 लाख डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा है।” अपने जीवन के अंतिम दिनों में, कार्नेगी ने शिक्षा के प्रसार के लिए विशेष प्रयास किये। चूँकि गरीबी की वजह से वह अपनी पढाई पूरी नहीं कर सके थे, इसलिए वह नहीं चाहते थे कि किसी और को उनकी तरह ज्ञान से वंचित हो जाना पड़े।
शिक्षा को सबके लिए सुलभ करने हेतु, उन्होंने जगह-जगह Public Library बनवाई। इसके अलावा Schools, Universities में Library बनवाने और मानव जाति को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से कार्नेगी ने कई Research Center बनवाने में भी अपनी लगभग सारी संपत्ति दान में दे डाली थी। इस तरह देखा जाय तो यह Successful Businessman एक सच्चे परोपकारी के रूप में कार्य कर रहा था।
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Contribution of A True Philanthropist आधुनिक युग का सच्चा दानवीर
सन 1901 से 1919 तक का समय इस Successful Businessman ने, एक महान कर्मयोगी के रूप में, मानवजाति के उत्थान के लिए, खुले हाथों से धन लुटाने में बिताया। मानवता की उन्नति के लिए, किये गए उनके मुख्य प्रयासों में अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, और दूसरे देशों में Public Library की स्थापना, उनका सर्वप्रमुख कार्य रहा। दानवीर कार्नेगी ने अमेरिका के 47 राज्यों में लगभग 3000 Libraries की स्थापना करने के लिए पैसा दान दिया और केवल अमेरिका ही नहीं, बल्कि दुनिया के अनेकों देशों ने उनकी इस विश्वव्यापी उदारता का लाभ उठाया।
सन 1899 में उन्होंने विश्व प्रसिद्ध Birmingham University की स्थापना के लिए 50000 डॉलर का दान दिया। उनके त्याग और समर्पण की आधारशिला पर खड़े होने वाले विख्यात संस्थानों में शामिल हैं – Carnegie Library, Carnegie Corporation of New York, Carnegie Endowment for International Peace, Carnegie Institution for Science, Carnegie Trust for the University of Scotland, Carnegie Hero Fund, Carnegie Museums, Carnegie Mellon University….. और ऐसे ही न जाने कितने संस्थान।
कहाँ तक कहें, एंड्रू कार्नेगी ने 40-50 साल तक कठोर परिश्रम करके जो कुछ हासिल किया था, उसे अगले बीस सालों में वापस समाज को, संपूर्ण मानवजाति को ही लौटा दिया। इसके विपरीत, अगर अपने देश के धनी व्यक्तियों पर, राजा-महाराजाओं पर नज़र डालें, तो पायेंगे कि उन्होंने जनता को चूस-चूसकर पैसा तो इकठ्ठा किया, पर उसे न तो जनता की सेवा में ही लगाया और न ही अपनी उन्नति कर सके।
Tendency of Indian Riches भारतीय अमीरों की मानसिकता
भारत के धनाढयों ने उस पैसे को या तो ऐशो-आराम में उडा दिया या फिर विदेशी लुटेरे उसे लूटकर ले गये। यहाँ हैदराबाद के निज़ाम और उनके जैसे अनेकों दौलतमंद शासक भी हुए हैं, जिनके पास इतनी अकूत सम्पदा थी कि शायद 50 बिल गेट्स भी उनकी बराबरी न कर पायें और जो शानो-शौकत दिखलाने के लिए लाखों-करोड़ों की कीमत वाली डेमलर क्रिसलर जैसी सैंकड़ों लग्जरी गाड़ियाँ खरीद सकते हैं।
लेकिन गरीबी, भुखमरी, अशिक्षा और दुर्दशा से दुःख पाते हुए अपने भाई-बहनों के लिए एक दमड़ी तक दे पाने में असमर्थ हैं। यहाँ के मंदिरों में इतनी सम्पदा दबी-छुपी पड़ी है कि अगर उसका हिसाब लगाया जाए, तो अपना देश दुनिया के सबसे अमीर देशों से कोसों आगे नज़र आएगा, लेकिन फिर भी आधी से ज्यादा आबादी गरीबी में जीवन बिता रही है।
अगर इस सम्पदा को भी किसी तरह से हासिल न किया जा सके, तो भी भ्रष्ट सरकारी मंत्रियों, धूर्त अफसरों और लालची उद्धयोगपतियों के पास इतना धन है कि यदि वे ईमानदारी और कार्नेगी जैसी उदारता से धन को देश की सेवा के लिए समर्पित कर दें, तो इस देश का कोई भी बच्चा निरक्षर न रहे और न ही किसी को भूखे पेट सोना पड़े।
महान महात्मा गाँधी, गरीबी को मानवरचित षड़यंत्र मानते थे और यदि हम थोडा ध्यान दें, तो यही पायेंगे कि प्रत्येक देश में आर्थिक असमानता का मुख्य कारण, संपत्ति का कुछ प्रभावशाली लोगों के हाथों में सीमित रह जाना है, जो दूसरों के धन पर नाग की तरह कुंडली मारे बैठे हैं। ऐसे व्यक्तियों को निश्चित ही इस Successful Businessman से, इस उदार महापुरुष से प्रेरणा लेनी चाहिए।
Success Story of A Businessman in Hindi कार्नेगी की कामयाबी
एंड्रू कार्नेगी की असाधारण कामयाबी (Extraordinary Success) का राज उनकी 3 Famous Dictum से पता चलता है जो इस प्रकार हैं –
1. अपनी जिंदगी का पहला एक तिहाई हिस्सा, हर व्यक्ति को आवश्यक शिक्षा हासिल करने में लगाना चाहिए।
2. जीवन का अगला एक तिहाई हिस्सा, उसे ज्यादा से ज्यादा धन कमाने में लगाना चाहिए।
3. और अपने जीवन के अंतिम एक तिहाई समय में, उसे कमाए गए पैसे को, मानवता की सेवा में श्रेष्ठ कार्यों में लगाना चाहिए।
ऐसा नहीं है कि उन्होंने यह कोई नयी बात कही थी। भारतीय संस्कृति अपनी वर्णाश्रम व्यवस्था के जरिये, प्राचीनकाल से ही यह सन्देश देती हुई चली आ रही है, लेकिन उन्होंने इसे जीवन में उतार कर यह दिखाया कि वास्तव में ऐसा संभव भी है। कितना अच्छा हो, अगर हर व्यक्ति इस प्रकार से जीवन जीये, तो सारे विश्व से गरीबी और अभावों की समस्या का जड़ से समाधान हो जाये।
The Gospel of Wealth’ में वह लिखते हैं कि “अमीरों को अपनी संपत्ति का उपयोग, देश और समाज को समृद्ध करने में करना चाहिए।” इसी में वह आगे लिखते हैं, जो कुछ इस प्रकार है और जिसे हर उस इन्सान को अवश्य पढना चाहिये, जो पैसे के लिये पागल हुआ जा रहा है, जो रात-दिन केवल पैसे के पीछे पड़ा हुआ है और जिसकी नज़रों में दुनिया में पैसे से ज्यादा बढ़कर मुकद्दस चीज कोई दूसरी नहीं है।
जानिये क्या है Innovation और क्यों यह दुनिया के सबसे कामयाब लोगों की सफलता का राज बना – Innovation Meaning in Hindi
Message of A Successful Businessman in Hindi सफल व्यवसायी का महान सन्देश
एंड्रू कार्नेगी के इस सन्देश से उनके जीवन का उद्देश्य, मानसिकता और धन की नश्वरता के सम्बन्ध में उनके विचार स्पष्टता से परिलक्षित होते हैं। इसे उन राजनेताओं, अधिकारीयों और पेशेवरों को भी पढना चाहिये जो पैसे के लिये अपने जीवन मूल्यों, नैतिकता, आदर्श और चरित्र को नष्ट करने में जरा भी नहीं हिचकते हैं। जो अपनी योग्यता को एक जड़ चीज के आकर्षण में फंसाकर इस तरह कलंकित कर लेते हैं कि न सिर्फ अपने जीवन का मूल उद्देश्य भूल जाते हैं, बल्कि मानवता भी उनके दुष्कृत्यों के कारण आँसू बहाती रहती है।
“आदमी केवल रोटी से ही जिन्दा नहीं रहता है। मै ऐसे कई करोड़पतियों को जानता हूँ, जो उस एकमात्र पोषण से वंचित हैं, उसके बिना तड़प रहे हैं, जो आदमी के अन्दर की मनुष्यता को जीवित रख सकता हैं, और मै ऐसे कई गरीब आदमियों और मजदूरों को जानता हूँ, जो उस सुखमय जीवन का आनंद लेते हैं, जो उन करोड़पतियों की शक्ति के बाहर की बात है।
यह मन है, जो शरीर को समृद्ध करता है। उस समुदाय से ज्यादा दुर्भाग्यशाली और कोई नहीं है, जिसके पास पैसा तो है, लेकिन दूसरी कोई चीज नहीं है। पैसा केवल उन वस्तुओं के उपयोगी दास की तरह है, जो इसकी स्वयं की अपेक्षा अपरिमेय रूप से उच्च हैं। इससे ऊपर उठने पर, यह एक पशु की तरह ही बर्ताव करता है।
मेरी आकांक्षाएं इससे कहीं ज्यादा उच्च हैं। मेरी इच्छा है कि इसे मन और आत्मा के आनंद और प्रबोधन के लिए इस्तेमाल करना चाहिए। इसे उन सभी कार्यों में नियोजित करना चाहिए, जो दूसरों के जीवन में मधुरता और प्रकाश लाते हैं। मेरी समझ में, यही धन-संपत्ति और ऐश्वर्य का सर्वश्रेष्ठ सम्भावित उपयोग है।”
आगे पढिये जीवन को सफल बनाने वाले A TO Z कामयाबी के सूत्र – Best Motivational Lines in Hindi for Success
Motivational Life of A Great Businesman प्रेरणादायी जीवन
जैसे कि सभी व्यक्तियों के जीवन में उतार चढ़ाव आते हैं, ऐसे ही कार्नेगी को भी कई बार विवादों में फँसना पड़ा। लेकिन संघर्षों और विवादों से अछूता जीवन, शायद ही किसी महान व्यक्ति का रहा हो। अपने कर्मचारियों की मांगे न मानने के कारण उन पर एक बड़े विवाद का आरोप लगा। जिसमे कुछ लोगों की मृत्यु हो गई थी, हालाँकि वे उस समय दूसरे देश में थे और कर्मचारियों की मांगे भी अपेक्षाकृत अनुचित थी।
लेकिन फिर भी इस घटना से कार्नेगी की एक Great Successful Businessman की प्रतिष्ठा को बड़ा धक्का पहुँचा। कार्नेगी की मृत्यु 11 अगस्त सन 1919 को अमेरिका के मेसाचुसेट्स शहर में निमोनिया के कारण हुई थी। उस समय तक वह लगभग 4.8 बिलियन डॉलर की संपत्ति दान कर चुके थे। उनकी मृत्यु के बाद भी लगभग 3 करोड़ डॉलर अनेकों Charities, Foundations और पेंशन पाने वालों को दे दी गयी।
जब हम इस महान और कर्मठ Businessman के जीवन और सफलता का मूल्याँकन करते हैं तो यही पाते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति को अपना सम्पूर्ण जीवन न सिर्फ कठोर परिश्रम करते हुए व्यतीत करना चाहिये, बल्कि उसे इस बात का भी प्रयास करना चाहिये कि उसके परिश्रम का अधिकांश लाभ समाज को ही मिले। जीवन निर्वाह की व्यवस्था करते-करते व्यक्ति अपने स्वार्थ में इतना न डूब जाय कि समाज की बेहतरी की ओर से अपनी आँखे ही बंद कर ले।
पढिये यह शानदार Motivational Speech जो आपको कामयाबी और महानता की ओर ले जायेगी – Best Motivational Speech in Hindi for Students
Legacy of A Successful Businessman एक महान व्यवसायी का उत्तरदान
एंड्रू कार्नेगी न सिर्फ एक Successful Businessman थे, बल्कि एक महान और सच्चे परोपकारी के रूप में भी उन्होंने अमेरिका के अमीरों को वह उज्जवल राह दिखायी जिस पर आगे चलकर बिल गेट्स, वारेन बफे और स्टीव जॉब्स जैसे दिग्गज चलने का साहस कर पाये और समाज उनकी योग्यता और प्रतिभा का लाभ उठा सका। शायद, उन्हें इस बात में विश्वास था कि जो मनुष्य जाति की सेवा करता है, वह ईश्वर की सेवा करता है।
कार्नेगी शायद जानते थे कि धन से कुछ ख़रीदा तो जा सकता है, परन्तु खरीदी हुई वस्तु का आनंद, तो अपने भीतर ही जगाना होगा और इसका एक आसान तरीका यह भी है कि जो कुछ भी हमारे पास है, उसे दूसरों को बाँट दिया जाये, क्योंकि दूसरों के ह्रदय में पैदा हुई प्रसन्नता हमें भी छुए बिना न रह सकेगी। इसीलिए उन्होंने अपना सर्वस्व विश्वमानव की आराधना में लगा दिया।
एंड्रू कार्नेगी तो अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन जब तक यह मानव समाज अपना अस्तित्व बनाये हुए है, जब तक कृतज्ञता की भावना लोगों के ह्रदय में जीवित है, तब तक उनका नाम एक महान Successful Businessman के रूप में इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा रहेगा और उनका जीवन, उन सभी चरित्रवान व्यक्तियों को आत्मत्याग के मार्ग पर चलने के लिये प्रेरित करता रहेगा, जिनका अस्तित्व विराट रूप ले चुका है।
जानिये क्या हैं एक Magnetic Personality बनाने के 20 शानदार तरीके – 20 Personality Development Tips in Hindi
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मैं एक उद्यमी क्यों बनना चाहता हूँ पर निबंध (Why I want to become an Entrepreneur Essay in Hindi)
यह सबसे ज्यादा अपनाया जाने वाला पेशा है और लोग नई नई तकनीक और रणनीति सीखना चाहते हैं ताकि वो एक अच्छे बिजनेस मैन बन सकें। आजकल, लोग कुछ बड़ा करना चाहते हैं और वे जोखिम उठाने को तैयार रहते हैं और एक सफल उद्यमी बनाना चाहते हैं।
मैं एक उद्यमी क्यों बनना चाहता हूँ पर लघु और दीर्घ निबंध (Short and Long Essays on Why I want to become an Entrepreneur in Hindi, Mai Ek Udyami kyo banana chahata hu par Nibandh Hindi mein)
निबंध 1 (250 शब्द) – मैं एक उद्यमी क्यों बनना चाहता हूँ.
जीवन सभी के लिए एक बराबर नहीं होता; हम में से कई अपने ऐशो-आराम में रहना पसंद करते हैं जबकि कई उससे बाहर निकल कर कुछ साहसिक करना चाहते हैं। हम अपना पेशा अपनी रूचि के अनुसार ही चुनते हैं। मैं पैसे कमाना चाहता हूँ और कुछ बड़ा करना चाहता हूँ। कुछ बड़ा करने के लिए, आपको जोखिम लेने के लिए तैयार रहना चाहिए और यही वजह है कि मैं एक उद्यमी बनना चाहता हूँ।
मैं एक उद्यमी क्यों बनना चाहता हूँ
मेरे पिता एक छोटे स्तर पर बिजनेस मैन हैं और वो बनारसी साड़ी बेचने का काम करते हैं। चूँकि ये हमारा घरेलू बिजनेस रहा है मगर मैं इस पुरानी परंपरा से नही जुड़ना चाहता हूँ। मैं अपने व्यापार को चहारदिवारी के बीच नहीं रखना चाहता। मेरे पास कुछ बड़े विचार हैं और मैं उसे और आगे बढ़ाना चाहता हूँ।
देखा जाये तो पारिवारिक व्यापार को सँभालना एक आसान काम है मगर उद्यमी बनने के उत्साह का अपना एक दूसरा ही स्तर है। मेरा अपनी साड़ियों को अंतरराष्ट्रिय बाजार में बेचने का काफी बड़ा प्लान है। मैं एक ऑनलाइन वेबसाइट और एप्लीकेशन बनाऊंगा। ये मुझे लोगों से जुड़ने में काफी मदद करेगा और यहाँ तक कि अलग अलग फैशन कंपनियों से डील करने में भी काफी मदद करेगा।
ये सभी चीजें मेरे परिवार और खुद मेरे लिए भी नई हैं, मगर मैं अपने परिवार को गर्व महसूस कराना चाहता हूँ और खुद को सफल देखना चाहता हूँ। मैं जोखिम लेने से घबराता नही हूँ लेकिन मैं अपने काम को लेकर दृढ़-प्रतिज्ञ भी हूँ।
अगर आप जोखिम लेने के लिए साहसी है और जोखिम लेते वक़्त कभी हिचकते नहीं हैं तो आपको यह पेशा आजमाना चाहिए। धर्य रखें, क्योंकि यह आवश्यक नहीं है की हर कोई सफल हो ही जाये। बस कड़ी मेहनत करें और खुद पर यकीन रखें, यक़ीनन एक दिन आप एक सफल उद्यमी बनेंगे।
निबंध 2 (400 शब्द) – एक सफल उद्यमी कैसे बनें
अगर आप हिम्मती हैं और जोखिम लेने में कभी संकोच नहीं करते हैं, तो आपको इस पेशे को आजमाना चाहिए। एक उद्यमी होना इतना आसान नहीं होता है मगर यह असंभव भी नहीं है। जिस दिन से आपने जन्म लिया है तब से आप लगातार नई चीजों को करते आ रहे है, और एक उद्यमी होना उनमें से एक हो सकता है।
एक उद्यमी की विशेषताएं
एक व्यवसायिक व्यक्ति आपके और मेरे जैसा ही एक सामान्य व्यक्ति होता है, अगर कोई चीज है जो इनमे फर्क लाती है तो वो हैं उनका विचार। जो कुछ भी उन्हें सफल बनाता है वो है उनके विचार और काम करने का तरीका। यहाँ मैंने एक सफल उद्यमी के कुछ सर्वोत्तम गुणों के बारे में चर्चा की है और उम्मीद करता हूँ कि यह आपकी मदद करेगा।
- एक उद्यमी के पास हमेशा सीखने का दृष्टिकोण होना चाहिए। सीखना सफलता की कुंजी है और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस पेशे से जुड़े हुए हैं। अगर आप हमेशा सीखते हैं और ज्यादा कुछ जानना चाहते हैं, तो यह निश्चित रूप से आपको लाभान्वित करेगा। मान लीजिए कि इंटरनेट आज का नया बाजार है और अगर आपका कारोबार ऑफलाइन है तो आपकी सफलता की दर पीछे रह सकती है। क्योंकि आज की तारीख में दुनियाभर में हजारों प्रतियोगी हैं। इसलिए, इस मामले में आपके सीखने का रवैया आपकी मदद कर सकता है।
- एक गहन सर्वेक्षण करें, असल में किसी को भी अपना व्यापार शुरू करने के लिए सबसे पहले बाजार में और आस पास के समाज का भी गहन अवलोकन कर लेना चाहिए। मान लीजिए आप एक सॉफ्टवेयर व्यवसाय की योजना बना रहे हैं, तो आपको यह पता होना चाहिए कि आजकल के लोगों को असल में चाहिए क्या? अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए आप समय-समय पर सर्वेक्षण करते रहें। आप बस अपनी वेबसाइट पर एक ओपिनियन पोल डाल सकते हैं, इस तरह से यह जानने में मदद मिलेगी कि लोग क्या चाहते हैं और आप उनके लिए क्या जोड़ सकते हैं।
- विश्वास, भरोसा ये सफलता के सबसे बड़े कारकों में से एक होता है, कई नए उद्यमी सिर्फ इसलिए पीछे हट जाते हैं क्योंकि वो खुद पर भरोसा नहीं कर पाते। खुद पर भरोसा रखें क्योंकि जब तक आप सफल नहीं होंगे तब तक आपकी तारीफ करने वाला या आपको जानने वाला कोई नहीं है। हर कोई एक प्रतियोगिता कर रहा है और एकमात्र व्यक्ति जो आपकी सहायता कर सकता है वह खुद “आप” हैं। खुद पर भरोसा रखें कि आप कर सकते हैं। यकीन मानिये, आप इसे करेंगे। एक सकारात्मक दृष्टिकोण कहीं न कहीं सकारात्मक शक्तियों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। इसलिए हमेशा खुद पर भरोसा रखें।
- सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है “अनुशासन”, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह आपका अपना खुद का व्यवसाय है और आप इसे जब चाहें तब कर सकते हैं। इसे सही समय पर करें और खुद के साथ-साथ अपने व्यवसाय के प्रति भी ईमानदार रहें। तरक्की निश्चित रूप से होगी।
लोग एक ही बार में सफल नहीं हो जाते हैं, बहुत सारे मशहूर उद्यमी 40 बार तक असफल हुए हैं। इसलिए, कभी भी अपने नाकामयाबी से निराश नहीं होइए, और भी ज्यादा जोश के साथ उठिए और कड़ी मेहनत करते रहिये। एक दिन ऐसा भी आएगा जब आप पीछे पलट कर देखेंगे और खुद पर गर्व करेंगे।
निबंध 3 (600 शब्द) – एक उद्यमी बनना आसान नही होता
किसी-किसी के लिए कोई पेशा चुनना आसान नही होता। उनके पास कई विकल्प होते हैं और स्कूली शिक्षा के अलावा अगर कोई बच्चा उद्यमी बनना चाहता है तो उसे कई तरह के सवालों से जूझना पड़ता है। उद्यमी बनने के लिए हर बार परिवार का सहारा नही मिल पाता है क्योंकि हम में से ज्यादातर लोग पारंपरिक नौकरी वाले तरीके को ही ज्यादा सही मानते हैं। इसलिए अगर आप एक उद्यमी बनने की सोच रहे हैं तो आपको साहसिक होना चाहिए और लोगों का सामना करने भी आना चाहिए।
एक उद्यमी होने की कठिनाइयाँ
जोखिम वाली परिस्थिति हर तरह के पेशे में होती है; उसी प्रकार उद्यमी होने में कुछ कठिनाइयाँ आती हैं।
- एक उद्यमी को हमेशा किसी भी तरह के नुकसान का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए क्योंकि व्यापार एक तरह से अप्रत्याशित होता है। इसलिए, लोगों को हमेशा सीखने का दृष्टिकोण रखना चाहिए और तरह तरह के मामलों का अध्ययन करते रहना चाहिए। तमाम तरह के मामलों के अध्ययन से उन्हें लोगों की मनोस्थिति का विश्लेषण करने में मदद मिलती है।
- जब तक एक उद्यमी सफल नहीं हो जाता है, लोगों को लगता है कि वे अपना समय और पैसा दोनों ही बर्बाद कर रहां है। इसलिए, दूसरों के कहने पर कभी निराश ना हों। अपनी खुद की योजना और रणनीति बनाइये, दूसरों का अनुसरण मत कीजिये, खुद के नियमों और योजनाओं का पालन करें। इसमें थोड़ा समय लग सकता है लेकिन किसी दिन आप सफल जरुर होंगे। बस अपने विचारों को अपडेट करते रहिये।
- यह हमेशा योजनाबद्ध नहीं होता है कि, ‘एक खास चीज’ आपको सफल बनाएगी, इसलिए योजना ‘बी’ और ‘सी’ के साथ हमेशा तैयार रहें। आपको किसी भी परिस्थिति के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।
कुछ उद्यमियों के सफलता की कहानी
मार्क जुकरबर्ग: मुझे नहीं लगता इनके नाम को किसी परिचय की आवश्यकता है। वे दुनिया की सबसे मशहूर और सबसे बड़ी ऑनलाइन चैटिंग कम्पनी फेसबुक के संस्थापक हैं और इसके साथ ही सबसे युवा उद्यमी भी। उन्होने अपनी शुरुवात शुन्य से की थी और आज की तारीख में वो अरबपति है। उनकी कहानी हर किसी को प्रेरित करती है और हमें मदद करती हैं कुछ नया करने की।
जैक मा: उन्होने 30 बार प्रयास किया और हर बार असफल हुए और आखिरकार 35 वर्ष की उम्र में वो सफल हुए, वो अलीबाबा की वजह से सफल हो पाए हैं। उनकी कहानी वाकई में बेहद प्रेरक है और एक समय था जब उनके लिए अपनी रोटी की व्यवस्था कर पाना कठिन था। मगर आज पूरी दुनिया उन्हें जानती है।
फाल्गुनी नायर: एक महिला उद्यमी जिसने साल 2012 में ‘नायका’ (Nykaa) की शुरुवात की, और आज उसे किसी पहचान की जरूरत नहीं है। उसके शब्दों से ज्यादा उनका काम बोलता है। एक महिला होते हुए, उनके लिए यह कर पाना आसान नहीं था, बावजूद इसके, उनका विश्वास और कड़ी मेहनत उनके लिए ना सिर्फ नाम बल्कि पैसे भी लेकर आया।
बिल गेट्स: बीच में ही कॉलेज छोड़ दिया मगर उनके सपनों और विचारों ने उन्हें कभी नही रोका, आज की तारीख में वो दुनिया के सबसे आमिर लोगों की सूची में शामिल हैं। उनकी कम्पनी माइक्रोसॉफ्ट, सोफ्टवेयर कंपनियों की दुनिया में आज भी शीर्ष पर बनी हुई है।
सचिन बंसल: साल 2007 में जब इन्होने फ्लिप्कार्ट की शुरुवात की थी तब शायद ही कोई उन्हें जानता होगा। ये उनकी कड़ी मेहनत और सफलता की योजना ही थी जिसने उन्हें देश के सबसे सफल उद्यामिओं की सूचि में ला दिया।
उद्यमी के सर्वोत्तम गुण
- वे शांति से कड़ी मेहनत करते हैं और उनकी सफलता शोर मचाती है, ये सच है कि हर सफल उद्योगपति का अपना एक बिजनेस सीक्रेट होता है। आप भी अपना खोजें।
- अपने विचारों पर भरोसा करें, क्योंकि लोगों को नए विचार आसानी से पसंद नहीं आते, लेकिन एक बार जब आप सफल हो जाते हैं, वे आपके विचारों का स्वागत करते हैं। तो बजाय इसके की दूसरे आपके विचारों पर क्या राय देते हैं ये सोचना छोड़कर खुद पर यकीन करें। आपका आत्मविश्वास आपको सफल बनाएगा।
- खुद के साथ साथ अपने पेशे के साथ भी इमानदार रहें। एक गलत तरीका आपको जल्दी सफलता दिला सकता है मगर वो ज्यादा दिनों तक नहीं टिकेगी। इसलिए अपने पेशे के साथ हमेशा इमानदार रहें।
- हर किसी से सीखें क्योंकि कोई भी छोटा नहीं होता, यहाँ तक एक छोटी सी चींटी भी हमें सिखाती है कि कैसे हमें बार बार मेहनत करनी चाहिए। खुद में एक सकारात्मक दृष्टिकोण बनायें और निश्चित रूप से आपको ये सफलता दिलाएगी।
एक उद्यमी दूसरों के व्यापार में भी उनकी मदद कर सकते हैं और उन्हें सफल बना सकते हैं। एक सही योजना और रणनीति सफलता की कुंजी होती है। अगर आप एक बार नाकाम होते हैं तो दुबारा से सोचें और नए विचारों तथा दुगने जोश के साथ शुरू करें। व्यापार वो है जो अपने विचारों को बेचने पर टिका हुआ है। आपका उत्पाद ही आपका विचार है और जब लोग आपके विचारों को पसंद करने लगते हैं, वे स्वतः ही उसे खरीदते हैं।
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एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन कैसे बने 5 क्वालिटी – How to Become Successful Businessman
बिज़नेस से जुड़ा एक और आर्टिकल हम आपके लिए लेकर आये है, क्योंकि आज का टाइम हमारे देश में स्टार्टअप का time है आज हम बात करेंगे एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन कैसे बने 5 क्वालिटी – How to Become Successful Businessman .
दोस्तों, अपना बिज़नेस करना अपना कारोबार करना किसे अच्छा नहीं लगता है कोई भी इस दुनिया में नौकरी नहीं करना चाहता है सब कुछ ना कुछ छोटा, बड़ा अपना काम करना चाहते है और करना भी चाहिए. हम तो आपको एक ही advice देंगे अगर आपने अपने दिल और दिमाग में कुछ भी करने की सोच रखी है मन में ठान रखी है तो देर मत करो अपना business स्टार्ट कर दो क्योंकि दोस्तों समय बहुत कम है और काम बहुत ज्यादा जितना जल्दी हो सके शुरू कर दे.
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वापस अपने टॉपिक पर आते है आप सफल बिजनेसमैन कैसे बने, जी हाँ बिज़नेस स्टार्ट करना कोई ज्यादा बड़ी और मुश्किल बात नहीं है मुश्किल है तो उसे आगे बढ़ाना व एक सही दिशा में आगे ले जाना जिससे आने वाले future में आपका business बड़ी ऊँचाइयों पर जा सके.
आज हम आपको बतायेंगे बिज़नेस को बढ़ाने के तरीके जो आपको बहुत हेल्प करेंगे और आप भी एक successful businessman कहलायेंगे ये पोस्ट आखिर तक पढ़ना और हमे कमेंट करके भी बताना की आपका क्या मत है इन पॉइंट को लेकर. एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन कैसे बने 5 क्वालिटी – How to Become Successful Businessman.
Friends, पहले आपको एक मोटा-मोटा बता देते है आज कल के business man ज्यादातर कैसे बिज़नेस करते है या कुछ यू कहे कुछ लोग तो देखा देखी कारोबार कर लेते है शुरुआत में तो पता नहीं चलता किन्तु बाद में जब problems आती है तो 100 में से 90 बिज़नेस पहले 3 से 4 महीनो में closed हो जाते है. एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन कैसे बने 5 क्वालिटी – How to Become Successful Businessman.
किन्तु आप ऐसा ना करे बहुत सूझ-बूझ के साथ अपना काम start करे और उसमे अपनी पूरी ताकत लगा दे success करने के लिये वो ताकत कैसे लगानी है वो तरीके हम आपको बताने जा रहे है बहुत ध्यान से पढ़े और practically समझने की कोशिश करे.
How to become a successful businessman
1) अपनी स्थिति को समझे understand your position.
अगर आप अभी कोई बिज़नेस कर रहे है या जो अभी स्टार्ट करने की सोच रहे है उनके लिए ये पॉइंट बहुत ध्यान देने योग्य है क्योंकि आप बिज़नेस को शुरू तो कर लेंगे, क्योंकि आज के समय में ये कोई बड़ी deal नहीं है किन्तु आपको अपनी पोजीशन को समझना होगा कैसे?
अपने present की situation को देखे कैसे काम चल रहा है, क्या कमिया है और क्या आने वाली है कैसे उन्हें solve करना है किन-किन चीजो की जरुरत पड़ेगी क्या वो मेरे पास है अगर नहीं है तो कहा से और किससे हल करानी है ये सब अपनी पूरी तैयारी कर के रखे फिर आपको सफल बिजनेसमैन बनने से कोई नहीं रोक सकता है.
2) अपने बिज़नेस का सही प्रकार से चयन करे Choosing the Right Kind of Business
मित्रो, जब आप बिज़नेस करने के बारे में सोचते है तो आप ये बात जरूर ध्यान में रखे जो भी काम आप करने की सोच रहे है उस काम की आपको 80 से 90 प्रतिशत जानकारी होनी ही चाहिए अन्यथा बाद में आपको जब दिक्कते आयेंगी और अगर आप उन्हें solve नहीं कर पायेंगे knowledge ना होने के कारण तो आपको बहुत दुःख होगा.
इसीलिए उस बिज़नेस का चुनाव करे जिसकी आपको अच्छी-खासी जानकारी हो उसके बारे में आपको सही ये पता हो कब, कैसे और कहाँ किन resources की आवश्यकता होगी.
ये बिलकुल ना सोचे की यार ये काम तो बहुत छोटा है में इस काम को नहीं करुगा, में इस काम को नहीं करुगा क्योंकि ये काम तो मेरे मोहल्ले वाले करते है दोस्तों, कोई भी काम छोटा और बड़ा नहीं होता है किसी भी काम को आप कोई भी आकर दे सकते है ये आपके ऊपर निर्भर है अपने ऊपर विश्वास रखे .
3) बेहतर प्लानिंग करे Better Planning
जब जिस चीज की जरुरत हो आपकी business को उसकी प्लानिंग आपकी work to do list में कम से कम 1 महीना पहले आ जानी चाहिए, ताकि आपको action लेने में decision लेने में कोई परेशानी ना आये. एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन कैसे बने 5 क्वालिटी – How to Become Successful Businessman.
इसके लिए आप एक काम कर सकते है पुरे महीने का प्लान एक बार में बनाये ये काम आप जब month स्टार्ट होता है पहले 2 दिनों में पूरा कर ले और काम की priority सेट करते जाये कौन से काम को कब करना है और कितने टाइम में करना है और जो problems आयेगी उनके solution भी साथ में लिखकर रखे.
4) ग्राहकों को टारगेट करे Target Customers
जब आपकी कंपनी का प्रोडक्ट market में जाने के लिए तैयार हो जाये आपकी company की service बाजार में देने योग्य हो जाये उसे पहले अपने customer audience को टारगेट करे कैसे ग्राहक आपको टारगेट करने है किस तरह के customer को अपनी service या product सेल करना है.
इसके लिए आप मार्किट research कर सकते है या किसी marketing expert से एडवाइस ले सकते है और अपनी service या प्रोडक्ट को customer की जरुरत के अनुसार customise करते रहे इस तरह से आपका कारोबार आगे ही बढ़ता जायेगा.
5) अच्छा संपर्क बनाये और मार्केटिंग सेटअप सही से करे Establish Good Contacts and Set up Marketing
जब आप अपना कारोबार करते है या कोई company चलाते है तो जाहिर सी बात है बहुत लोगो से आपको मिलना होता है दिन में कई लोगो से meeting करनी होती है उसी दौरान आप अपने business के लिए अच्छे संपर्क बनाये जो आपको future में काम आये.
अपनी मार्केटिंग strategy सही से setup करे जों कदम आपको लेना हो marketing के लिए पहले उस पर अच्छे से R&D कर ले और उसके बाद step ले. अगर कोई भी businessman ये तरीके अपनायेगा तो उसका बिज़नेस सफल होना ही होना है और उसे successful businessman बनने से कोई नहीं रोक सकता है.
जैसा की हमने आप से ऊपर भी आग्रह किया है की आप अपनी कीमती रॉय जरूर दे comment के माध्यम से कैसे लगी ये पोस्ट एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन कैसे बने 5 क्वालिटी – How to Become Successful Businessman .
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37 thoughts on “एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन कैसे बने 5 क्वालिटी – how to become successful businessman”.
i m inspire your tips So great tipssss I has succeses
Great! @Azam
Great tips really
बहुत ही अच्छा article है। ……… very useful ……… Thanks for sharing this article!! 🙂
Very nice article.. thanks for sharing
Thanks @Pramod
Sir mujhe ye acha LGA but mujhe ye Janna Hai ki mujhe Konsa business Krna chahiye jisme m jaldi age bhad jaun or mujhe idias bhi Dena Konsa business kese or kis trha aage bhda sakte hai thank you
चंद्रपाल कमेंट करने के लिए धन्यवाद.
अपने बिज़नेस का चुनाव करने के लिए इस आर्टिकल को जरूर पढ़े आपको काफी मदद मिलेगी,,, http://www.successinhindi.com/2017/02/how-to-get-startup-idea-in-hindi/
bahut khoob….
mujh ye Jan na h ki achha bisness kon sa h M kis parkar ka bisness kru
Thanks @Asif for your comment!
Kaise kare apne business ka sahi chunav, uske liye ye article padhe aapko sab clear ho jaeyga ki aapko konsa business karna chhaiye,,, http://www.successinhindi.com/2017/02/how-to-get-startup-idea-in-hindi/
Hm.. Nice trick.
Thank you mujhe ye articles padkar bahut achha lava
Thanks @Prince for your appriciation!
Apka article maine phli bar pada h..Mujhe apke startup se jude articles pad kr bahut se concept clear ho rhe h….thank u so much… and keep it up sir aap aap bhut acha kam kr rhe ho apke article se koi confusion nhi hota balki madat hi hoti h…nhi to bahut se bloggers h jo idr udr se copy pest krte h or use bhi thik se explain nhi kr pate..
Thanks @Arvind, Aapka comment padhne ke baad mujhe bhut khushi hui kyuki jo kaam me Successinhindi.cin ke jariye karn achah raha hu shayad aapne usse bhut acche samjha hai.
Thanks again for you commenting
Ye bat ye hota h real blogger..Apka article maine phli bar pada h sir …mujhe apke startup se jude articles se bahut se concepts clear ho rhe h.. Thank u so much… And Keep it up sir aap bahut accha kam kr rhe ho apke articles pad kr koi confusion nhi hota…nhi to bhut se bloggers h jo idr udr se Copy pst krte h or use bhi thik se explain nhi kr pate h
Thanks sir apke duara di gai jankari bhout acchi agar is cheej ko follow kre to baki me ek acha buissnis men bn skte hai
Thanks @Jagannath for your comment
I don’t understand what I open bussines in my future may be confused how to open the bussines in life my family is poor so how to open bussines in my life
@Abhishek, Irade majboot rakhe sab possible ho jayega bas lage rahe…
nice article
@Dharmendra Thanks for your comment!
Very Good details about business…can you please make on Tea stall or food business…thankyou
Sir mai business Karna chahta hu par kaise kis work par apna monny invest kru ki age saflta mile
sir ! mai bba karana chahata hun air mai ddugu university me online apply bhi kar diya hair .After bba mughe kid institute se MBA karana sahi yoga. please answered me.
bahut hi accha article hai i hope ki ab me apne business ko or acche tareeke se running me la sakta hu
Muje ye batao Ki aacha biznes kon sa ho ga Muje ye aapki ttapani very nice he
Nice but kis parkar ka business kre taki bre aadami bne
मुझे बिजनेसमैन बनना है
Acha lga apka article padh ke ,jo bussiness karna chata hai uske liye kafi helpfull hai ye post.Ache jankari share kiya haii
Successful Businessman yes tips
Sir मै सुबह को पेपर डालता हूं 1 दुकान है किराणा माल की फिर भी जादा कमा नही पा रहा हूं shop पे GST लगणे से फायदा कम हो रहा है। तो मै क्या करू जॉब तो नही करणी
Sir lekh apka achha hai upyogi hai mai jarur prayog kerne Ka prayas karuunga
Nice knowledge sir But me sir direct sale business karta hu. Muje kuch uske bare batao . I hope Ap bataunga
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आधुनिक भारत के ये 10 सबसे बड़े कारोबारी, आजादी से अब तक तरक्की के सूत्रधार!
India's top-10 businessman: 15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ. इस आजादी से साथ ही भारत ने दुनिया में अलग मुकाम बनाने की शुरुआत कर दी. आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है और 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने की ओर अग्रसर है..
दीपक चतुर्वेदी
- 12 अगस्त 2022,
- (अपडेटेड 12 अगस्त 2022, 12:31 PM IST)
- आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है पूरा देश
- दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी बना भारत
देश को अंग्रेजी हुकूमत से आजाद हुए 75 साल होने वाला है. इस मौके पर पूरा देश 'आजादी का अमृत महोत्सव' (azadi ka amrit mahotsav) मना रहा है. देश इन सात दशकों में दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं (Fastest Growing Economy) में शामिल हो चुका है. इस मुकाम तक पहुंचाने में कारोबारी जगत का अहम योगदान है, जिन्होंने भारत की आर्थिक सेहत मजबूत की है.
सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था. लेकिन, ये चिड़िया लंबे समय तक अंग्रेजों की गुलामी में रही. कई शहादतों के बाद आखिरकार 15 अगस्त 1947 (15 August) को देश आजाद (independence) हुआ. इस आजादी से साथ ही भारत ने दुनिया में अलग मुकाम बनाने की शुरुआत कर दी. आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है और 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने की ओर अग्रसर है. आधुनिक भारत में रतन टाटा, गौतम अडानी, मुकेश अंबानी समेत कई उद्योगपति हैं, जो दुनियाभर में देश को अलग पहचान दिलाने में भूमिका निभा रहे हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही देश के टॉप-10 कारोबारियों (Top-10 Indian Businessman) के बारे में...
1- रतन टाटा (Ratan Tata) टाटा समूह (Tata Group) के चेयरमैन रतन टाटा उन कारोबारियों में शामिल हैं. जिनकी कंपनी आजादी के पहले और बाद भी सफलता की नई ऊंचाइयां छू रही है. देश को नमक से लेकर लग्जरी कार तक बनाकर देने वाले टाटा समूह के कारोबार की शुरुआत 1868 में हुई थी. लेकिन, आज के आधुनिक भारत में आईटी सेक्टर हो, एविएशन सेक्टर हो, होटल व्यवसाय हो या फिर ऑटो सेक्टर रतन टाटा का दबदबा कायम है. रतन टाटा के समूह में एअर इंडिया, टीसीएस, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स समेत इंडियन होटल जैसी कंपनियां हैं. जो देश की आर्थिक प्रगति में अपनी भूमिका निभा रही है.
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2- मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी आज के भारत को आगे बढ़ाने वाले कारोबारियों में हैं. इनका जन्म भले ही देश के बाहर यमन के अदन हुआ, लेकिन आज भारतीय कारोबारी जगत में ये सबसे आगे हैं. देश के हर हाथ में मोबाइल पहुंचाने का सबसे बड़ा श्रेय भी मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस (Reliance) को ही जाता है. टेलिकॉम से लेकर रिटेल सेक्टर तक, पेट्रोलियम, इंफ्रास्क्ट्रक्चर से लॉजिस्टिक्स सेक्टर तक रिलायंस एक बड़ा नाम है. दुनिया के शीर्ष अमीरों में भी मुकेश अंबानी शामिल हैं.
3- गौतम अडानी (Gautam Adani) अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी एशिया के सबसे अमीर इंसान (Asia's Richest Person) हैं. दुनिया भर में भारत को अलग पहचान दिलाने में अडानी की भी बड़ी भूमिका है. संपत्ति के मामले में ये भारतीय उद्योगपति दुनिया के टॉप-10 अरबपतियों (Top-10 Billionaires) में चौथे स्थान पर हैं. खाने के तेल से लेकर, बंदरगाह, एयरपोर्ट, गैस, ग्रीन एनर्जी तमाम क्षेत्रों में अडानी की बादशाहत कायम है. गौतम अडानी ने 1988 में अडानी एंटरप्राइज लिमिटेड बनाकर बिजनेस की दुनिया में कदम रखा और आज आधुनिक भारत के सबसे बड़े कारोबारियों में शामिल हैं. कमाई के मामले में दुनिया भर के अमीरों में अडानी सबसे आगे हैं.
4- अजीम प्रेमजी (Azim Premji) आज आईटी सेक्टर में भारत रोज नए आयाम स्थापित कर रहा है. इस सेक्टर में देश को अलग पहचान देने के मामले में अजीम प्रेमजी का नाम ऊपर आता है. उन्हें Indian IT Industry के Czar भी कहा जाता है. अजीम प्रेमजी आईटी फर्म विप्रो के अध्यक्ष और भारतीय अरबपति, बिजनेस टाइकून, व्यवसायी और सबसे बड़े दानवीर हैं. आजादी से दो साल पहले 24 जुलाई 1945 को जन्मे इस भारतीय उद्योगपति ने आधुनिक भारत में बड़ा योगदान दिया है और दे रहे हैं.
5- कुमार मंगलम बिड़ला (Kumar Mangalam Birla) आजादी के बाद जन्म 14 जून 1967 कुमार को जन्मे कुमार मंगलम बिड़ला भारतीय कारोबारी जगत का एक बड़ा नाम हैं. वे आदित्य बिड़ला ग्रुप के अध्यक्ष हैं. भारत की आर्थिक प्रगति में अपना बड़ा योगदान देने वाले कारोबारियों की लिस्ट में इनका नाम भी शामिल है. बिड़ला समूह की कंपनियों की बात करें तो ग्रासिम, हिंडाल्को, अल्ट्राटेक सीमेंट, आदित्य बिरला नुवो, आदित्य बिरला रिटेल समेत कई नाम शामिल हैं. इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र में भी इनका समूह खासा सक्रिय है.
6- आदि गोदरेज (Adi Godrej) भारतीय उद्योगपति आदि गोदरेज ने जब बिजनेस संभाला था, उस वक्त कंपनी अलमारी, साबुन जैसे सामान बनाती थी. लेकिन फिर कंपनी ने कई और प्रोडक्ट्स भी बनाने शुरू कर दिए. हालांकि उन्होंने बीते साल 2021 में इस्तीफा दे दिया था. आजादी के पहले गोदरेज समूह देश को आर्थिक मजबूती देने में सक्रिय है. वर्तमान में ये भारतीय अर्थव्यवस्था के लगभग हर क्षेत्र में सक्रिय है. फिरोजशा और अर्देशिर गोदरेज कंपनी इसके संस्थापक हैं. आजादी से पहले जब ब्रिटिश हुकूमत थी, तब भी भारतीय अंग्रेज अपने कीमती सामानों के लिए भारतीय उद्योगपति की कंपनी की तिजोरी पर ही भरोसा करते थे.
7- लक्ष्मी मित्तल (lakshmi Mittal) भारतीय कारोबारी लक्ष्मी मित्तल स्टील मैग्नेट, आर्सेलर मित्तल के अध्यक्ष और सीईओ हैं. आधुनिक भारत में ये उद्योगपति दुनिया भर में कारोबार को फैलाते हुए भारत की आर्थिक प्रगति में हिस्सेदारी दे रहे हैं. लक्ष्मी मित्तल को 2007 में यूरोप के सबसे अमीर एशियाई व्यक्ति के रूप में मान्यता दी गई थी. इनका जन्म एक पारंपरिक मारवाड़ी परिवार में हुआ था और उन्होंने सेंट जेवियर्स कॉलेज, कलकत्ता से बी.कॉम की डिग्री हासिल की. आज उद्योग जगत में ये बड़ा नाम बन चुके हैं.
8- शिव नाडार (Shiv Nadar) शिव नाडार एचसीएल (HCL) और शिव नाडार फाउंडेशन के अध्यक्ष और संस्थापक हैं. इनकी गिनती भारत के सबसे शक्तिशाली व्यक्तियों में की जाती है. 2008 में नाडार को भारत सरकार ने तीसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, पद्म भूषण से नवाजा था. पुरानी रिपोर्टों के मुताबिक, महज 1.87 लाख रुपये से इस भारतीय उद्योगपति ने एचसीएल की स्थापनी की थी, जो आज सॉफ्टवेयर सेवाओं के मामले में भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है.
9- एन आर नारायणमूर्ति (N R Narayana Murthy ) N R Narayana Murthy टेक सेक्टर में जाना पहचाना नाम है. इनकी कंपनी इंफोसिस (Infosys) भारत की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक है. यह वर्तमान में ब्रिटेन सहित दुनिया के लगभग 50 देशों में मौजूद है. इसका मुख्यालय बेंगलुरु में है. रेवेन्यू पर नजर डालें तो कंपनी ने 2019 में 11.8 अरब डॉलर, 2020 में 12.8 अरब डॉलर और 2021 में 13.5 अरब का राजस्व दर्ज किया. हालांकि नारायण मूर्ति ने साल 2011 में इंफोसिस के अध्यक्ष पद को छोड़ दिया था. ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद के प्रबल दावेदार ऋषि सुनक इस दिग्गज भारतीय उद्योगपति के दामाद हैं.
10- अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) अपने दम पर कारोबारी साम्राज्य खड़ा कर देश की अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान देने वाले भारतीय उद्योगपतियों का जिक्र हो, तो वेदांता ग्रुप (Vedanta Ltd) के अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) का नाम स्वाभाविक तौर पर सामने आ जाता है. साधारण परिवार में पैदा होने के बाद अनिल अग्रवाल ने अपनी मेहनत और लगन से माइनिंग व मेटल बिजनेस (Mining And Metal Business) का बड़ा कारोबार खड़ा कर दिया. इनकी बड़ी उपलब्धियों में लंदन स्टॉक एक्सचेंज (London Stock Exchange) पर पहली भारतीय कंपनी के रूप में लिस्टिंग शामिल है. आज अनिल अग्रवाल का नेटवर्थ 40 करोड़ डॉलर यानी करीब 35 हजार करोड़ रुपये है.
- भारत का स्वतंत्रता दिवस
- स्वतंत्रता दिवस
- मुकेश अंबानी
- आदित्य बिड़ला
- एन आर नारायण मूर्ति
- अनिल अग्रवाल
- अजीम हाशिम प्रेमजी
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एक सफल व्यवसायी कैसे बने ? How To Become Successful Businessman In Hindi
एक सफल व्यवसायी कैसे बने ? How To Become Successful Businessman In Hindi: जीवन में हर कोई व्यक्ति कामयाब (सफल) होना चाहता हैं, यदि बात बिजनेस की हो तो कौन व्यापारी (बिजनेसमैन) सफल नही होना चाहता हैं.
हरेक व्यक्ति अपने व्यवसाय की शुरुआत से ही एक ही लक्ष्य रखता हैं. एक दिन उन्हें इस क्षेत्र में सबसे सफल बनना हैं. सफलता का कोई शार्टकट नही होता हैं.
इसके लिए उन सभी सीढियों को चढना होता हैं. जिनके सहारे मंजिल तक पहुचा जाता हैं. सफल व्यवसायी कैसे बने में कुछ ऐसे पहलुओ पर चर्चा करेगे, जिससे आप एक Successful Businessman बन सके.
How To Become Successful Businessman In Hindi
एक ही कक्षा में एक ही शिक्षक से पढ़ने वाले दो बच्चों के परिणाम में बड़ा अंतर होता हैं. ऐसा इसलिए होता हैं क्योंकि भलेही दोनों को एक ही वातावरण में एक ही शिक्षण सामग्री दी जाती हैं. मगर एक सुअध्ययन से अच्छे अंक पाता है दूसरा फिसड्डी रह जाता हैं.
ठीक ऐसा ही व्यवसाय फिल्ड में हैं. एक उदाहरण से समझने का प्रयास करते हैं भारतीय क्रिकेट टीम द्रविड़ और सचिन के नेतृत्व में एक साधारण टीम बनकर प्रदर्शन कर रही थी. सौरव गांगुली कप्तान बने, टीम के प्रदर्शन में दिन रात का फर्क आ गया.
बाद में धोनी ने कप्तानी सम्भाली तो एक संतुलित टीम के रूप में भारतीय टीम नजर आई. वही कोहली के कप्तान बनते ही टीम में आक्रामकता आई और हर मैच जीतने के लिए खेलने लगी. इसका मनोवैज्ञानिक असर विपक्षी टीम पर भी देखा जाता हैं.
यही होता हैं एक लीडर बदलने का परिणाम, बिजनेसमैन एक लीडर की भांति होता हैं. वह अपने कौशल, प्रतिभा, लग्न और दृढ़ निश्चय से अपने बिजनेस को नई ऊँचाइयों तक ले जा सकता हैं.
सफल व्यवसायी बनने के लिए न केवल अच्छा लीडर होना जरूरी हैं बल्कि एक पूर्ण समर्पित इन्सान बनने की जरूरत होती हैं.
अपनी टीम के साथ पारिवारिक सम्बन्ध स्थापित करके अच्छे वातावरण का निर्माण किया जा सकता हैं. व्यवसाय में उतार चढ़ाव आम बात हैं ऐसे में एक सफल बिजनेसमैन की यह निशानी होती है कि वह सदैव उत्साही बना रहता हैं.
बुरे वक्त में टीम के सदस्यों की हौसला बढ़ाकर उनमें आत्म विश्वास पैदा किये जाने की जरूरत हैं. एक सफल व्यवसायी बनने के लिए निडर होकर जोखिम उठाने का सामर्थ्य होना चाहिए. व्यवसाय में जोखिम के बिना कायाकल्प की सम्भावना शून्य होती हैं.
एक राजनैतिक उदाहरण के जरिये समझने का प्रयास करते हैं. 2014 से पहले भारत में भारतीय जनता पार्टी की उतनी बड़ी कोई साख नहीं थी. मगर टॉप लीडरशिप में जब नरेंद्र मोदी और अमित शाह की एंट्री होती है तो पार्टी के तेवर बदल जाते हैं.
एक तरह से वह अपने नयें फॉर्म में देश के सम्मुख आती हैं. इसी तरह एक सफल व्यवसायी को सदैव अपनी टीम में रिफार्म के लिए भी तैयार रहना चाहिए.
कुशल प्रशासक और नेतृत्व की भूमिका निभाने में सक्षम लोगों को वरीयता देनी चाहिए. साथ ही कामचोरी की प्रवृत्ति रखने वाले कर्मचारियों की निशानदेही भी जरूरी हैं.
लक्ष्य सेट करने में टीम की मदद करे (Help the team set goals)
हर एक कम्पनी या बिजनेस का मुखिया हर वर्ष अपने और अपनी टीम के सामने कुछ लक्ष्य रखता हैं. इस बिजनेसमैन को व्यक्तिगत तौर पर और कम्पनी (स्टाफ) के साथ मिलकर लक्ष्य निर्धारित कर उन पर चर्चा करनी चाहिए.
यदि आप अपनी टीम के साथ मिलकर अच्छे लक्ष्य तय करते हैं. तो यकीनन उनसे बेहतरीन और पूर्णतया स्पष्ट अपेक्षाए निकल कर सामने आती हैं.
इस प्रकार की लक्ष्य निर्धारण योजना से Successful Businessman को अच्छी प्लानिग, बेहतर मैनेजमेंट, समस्त प्रकार की ट्रेकिंग और मैनेजमेंट व् कोर्स करेक्शन से जुड़े विषयों में बहुत मददगार साबित हो सकती हैं.
लक्ष्य निर्धारण में स्मार्ट बने (Become Smart in Goal Setting)
एक Successful Businessman की यह पहली पहचान होती हैं, कि उनके लक्ष्य कितने स्मार्ट और प्रभावी हैं. आपके और आपकी सहायक टीम द्वारा निर्धारित गोल हमेशा निश्चित, मापने योग्य, जो हासिल किये जा सके, समय के अनुकूल और सामयिक होने बहुत जरुरी हैं.
आपकी बिजनेस टीम के सीनियर व्यक्तियों और अधिकारियो को जूनियर कार्यकर्ताओ के साथ बातचीत करते रहना चाहिए. साथ ही उनके साथ लक्ष्य निर्धारण और उनकी प्राप्ति से जुड़े पहलुओ पर खुली चर्चा की जानी चाहिए.
एक Successful Businessman की यह निशानी होती हैं, कि वे अपने से छोटे पदाधिकारियों के साथ अपने अनुभव साझा कर उनके लक्ष्य निर्धारण में उनकी यथोचित मदद करे.
विजन का निर्धारण अत्यावश्यक (Vision Determination Essential)
किसी भी कम्पनी या व्यवसाय के प्रतिवर्ष निर्धारित किये जाने वाले लक्ष्य और उनकी प्राप्ति में व्यवसाय के सीईओ अथवा लीडर्स की महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं. इसकी वजह यह हैं, कि यदि आपकी कम्पनी बिना किसी विजन के तहत आगे बढ़ रही हैं. तो किसी समय वो लक्ष्य भटक सकती हैं.
जिससे बहुत बड़ा नुक्सान भी हो सकता हैं. इसलिए अपने बिजनेस के छोटे-छोटे लक्ष्यों को प्राप्त करते रहने के साथ-साथ अपना विजन भी सभी एम्प्लोयी के साथ साझा किया जाना चाहिए.
बिजनेस में बदलाव की अनुमति दे (Allow change in business)
अकसर देखा जाता हैं, कि व्यवसाय में बदलाव के साथ चीजे तीव्र गति से बदलती हैं. बदलती परिस्थतियो के अनुसार अपने लक्ष्य में भी माकूल परिवर्तन करते रहना चाहिए. जैसे ही कोई बड़ा बाहरी परिवर्तन होता हैं, उसकी समीक्षा कर आवश्यकतानुसार अपने व्यवसाय में भी बदलाव करते रहना चाहिए.
यदि आप बदलते माहौल के मुताबिक स्वय: को नही ढाल पाते हैं तो आपके द्वारा निर्धारित लक्ष्य वर्तमान समय के अनुकूल नही रह जाएगे. इसलिए एक Successful Businessman को अपने व्यवसाय में लगे सभी लोगों को छोटे-छोटे बदलाव करने की इजाजत दे देनी चाहिए.
एक सफल व्यवसायी के गुण(Some qualities For successful businessman)
- समय के साथ बदलाव
- समय और कार्य के बीच समायोजन
- आय और व्यय का बेहतर मैनेजमेंट
- अपनी टीम के बीच आदर्श बनने का प्रयास
- किसी पर आधारित न रहकर सभी के सहयोग की अपेक्षा
- अपने व्यवसाय के प्रति पूर्ण समर्पण (dedication)
Tips For become Successful businessman in hindi (सफल व्यवसायी बनने के टिप्स)
वैसे हर कोई चाहता हैं, कि वो एक successful businessman बने और इसी सपने को लेकर वो किसी व्यवसाय को आरम्भ कर देता हैं.
मित्रों इस बात से आप भी सहमत होगे कि अधिकतर 85 % से अधिक लोग मात्र 5 या छ महीने तक ही अपने व्यापार को चलाने के बाद कुछ मुश्किलों की वजह से तंग आकर छोड़ देते हैं.
इस स्थति का सबसे मेजर फेक्टर यही होता हैं. कि वो अपनी वर्तमान स्थति को समझे बिना कारोबार की शुरुआत तो तैसे वैसे कर लेते हैं. मगर अपनी योजना के मुताबिक ना चलते देख बजट की समाप्ति की कगार पर आकर व्यवसाय को छोड़ देने का निश्चय कर लेते हैं.
बहुत से लोग इस भ्रम में जीते हैं, कि उद्योगपति के बेटे ही बड़े व्यवसायी बनते हैं. क्युकि साधारण व्यक्ति के पास इतनी पूंजी नही होती हैं, कि वो कोई व्यापार आरम्भ कर सके.
मगर इन तर्को को छोड़कर हम कुछ Successful Businessman की हिस्ट्री की पढ़े तो स्थति पूरी तरह साफ़ हो जाती हैं, विश्व के आज के प्रसिद्ध व्यवसायी अपने जीवन के आरम्भिक दिनों में बुरे आर्थिक हालातों से गुजरे हैं.
मध्यमवर्गीय परिवार के इन लोगों ने हुनर और दृढ़ निश्चय के दम पर अच्छे प्लान के साथ अपने व्यवसाय की शुरुआत की और वे आज Successful Businessman हैं.
- हालात को समझे – जब कोई बिजनेस की शुरुआत करने की सोच रहे हैं तो बिजनेस शुरू करना उतनी बड़ी बात नही हैं, जितना उसमे महारथ हासिल करना (सफल होना) अहम चीज मानी जाती हैं बस शुरुआत से पूर्व अपनी पोजीशन को समझे और आने वाली कमियों और समस्याओं के विकल्प की तलाश करे. यदि आप इन सब विषयों की तैयारी कर कोई कारोबार आरम्भ करते हैं तो बेशक एक दिन आप successful businessman अवश्य बनेगे.
- आपकों बिजनेस की शुरुआत करने से पूर्व ही आपकों उसी फील्ड में व्यवसाय का चयन करना चाहिए, जिसके बारे में आपकों विस्तृत जानकारी और विशेष रूचि हो. कई बार ऐसा भी होता हैं सही जानकारी के अभाव में कोई व्यापार शुरू तो कर दिया जाता हैं मगर समस्याए आने पर हमेशा दुसरो पर निर्भर रहने की नौबत आ जाती हैं. इसलिए यदि अच्छा बिजनेस आरम्भ करना हैं, तो उस फिल्ड की अधिकतम जानकारी प्राप्त करे और फिर आरम्भ करे यही एक successful businessman की विशेषता होती हैं.
- Better Planning And Self Confident Made successful businessman- अपने पर विशवास रखना किसी भी बड़ी समस्या के निदान और अप्रत्याशित सफलता का रहस्य होता हैं. व्यवसाय तो व्यवसाय होता हैं इसमे यह नही देखा जाना चाहिए वो किस स्तर का हैं, इन्हे बड़े या छोटे लोग ही कर पाते हैं. इसलिए स्वय पर हमेशा विश्वास कायम रखे तथा दूसरी अहम चीज प्लानिंग यानि योजना आपकों व्यवसाय चलाना हैं, सारे निर्णय आप ही को लेने हैं. तब किस काम को कब और कैसे करना हैं. जैसे कार्यो की योजना एक महीने पूर्व से निर्धारित की जानी चाहिए.
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व्यवसायी और उद्यमी के बीच के अंतर को समझें | Difference Between Businessman And Entrepreneur
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ब्लॉग के मुख्य विषय :
व्यवसायी और उद्यमी Businessman And Entrepreneur
कौन होता है व्यवसायी who is a businessman , उद्यमी किसे कहते हैं who is an entrepreneur.
- व्यवसायी बनाम उद्यमी Businessman vs. Entrepreneur
Post Highlight
हम में से ज्यादातर लोगों की यह धारणा है कि व्यवसायी और उद्यमी एक ही हैं क्योंकि व्यवसाय दोनों करते हैं और मुनाफा दोनों ही चाहते हैं। आपकी धारणा व्यवसाय और मुनाफे को लेकर गलत नहीं है लेकिन आपको बता दें कि बिजनेसमैन और उद्यमी businessman and entrepreneur यह शब्द व्यवसाय के लिए अलग-अलग दृष्टिकोण रखने वाले अलग-अलग व्यक्ति को संदर्भित करते हैं।
आसान भाषा में कहें तो एक व्यवसायी उस रास्ते पर चलता है, जहां पहले ही कई लोग चल चुके हैं और मंजिल तक पहुंच चुके हैं लेकिन एक उद्यमी अपनी राह खुद बनाता है और वह किसी की नकल करने के बजाय, रिस्क लेने में और अपने आइडिया को इंप्लीमेंट करने में विश्वास रखता है। एक उद्यमी अन्य किसी बिजनेसमैन के लिए एक दिशानिर्देश बन जाता है।
व्यवसायी वह होता है जो व्यवसाय चलाता है लेकिन उद्यमी वह होता है जो पहले किसी व्यावसायिक विचार की शुरुआत करता है और इस तरह बाजार में वह उस प्रोडक्ट का लीडर होता है।
आज हम आपको इस लेख के माध्यम से व्यवसायी और उद्यमी के बीच के अंतर difference between businessman and entrepreneur को समझने में मदद करने वाले हैं। इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे अंतर बताने वाले हैं, जिससे आप बड़ी आसानी से यह समझ जाएंगे कि एक व्यवसायी और एक उद्यमी में क्या फर्क होता है।
बाजारवाद और आधुनिकता के दौर में अब व्यवसाय सिर्फ एक जगह सिमटा हुआ नहीं है, जैसा पहले हुआ करता है। आज ज़माना पूरी तरह से बदल गया है और व्यवसाय करने के तरीके भी बदल गए हैं। व्यवसाय के कई प्रकार और कई नाम हो गए हैं। आपने बाजारवाद से संबंधित दो शब्द ज़रूर सुने होंगे।
एक है बिज़नेसमैन businessman और दूसरा उद्यमी entrepreneur. हां, लेकिन यदि कोई आपसे बस इतना पूछ ले कि इन दोनों में अंतर क्या है तो शायद आप भी कंफ्यूज हो जाएं।
इन दो शब्दों को लेकर सबसे बड़ी गलतफहमी ये है कि ज्यादातर लोग बिज़नेसमैन और उद्यमी को एक ही मानते हैं मगर ऐसा नहीं है। अगर आप भी इन दोनों शब्दों को एक ही तरह से परिभाषित करते हैं तो आपको इनमें अंतर जानना चाहिए। आप बस इतना समझ लीजिए कि यह दोनों एक दूसरे से कई मायनों में अलग हैं।
व्यवसायी और उद्यमी के बीच के अंतर Difference Between Businessman And Entrepreneur
अक्सर कुछ लोग इस बात का अंतर नहीं समझ पाते कि आखिर एक व्यवसायी और एक उद्यमी में अंतर क्या होता है। इसे लेकर कुछ लोग यह भी समझ लेते हैं कि यह दोनों एक ही तरह काम करते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है व्यवसायी और उद्यमी होना अलग है।
इसके बीच के अंतर को समझना भी काफी जरूरी है। व्यवसायी और उद्यमी Businessman And Entrepreneur के बीच कुछ समानताएं जरूर हो सकती हैं लेकिन अच्छी तरह समझा जाए तो यह दोनों विधाएं काफी अंतर रखती हैं।
आज हम आपको इस लेख के माध्यम से व्यवसायी और उद्यमी के बीच के अंतर को समझने में मदद करने वाले हैं। इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे अंतर बताने वाले हैं जिससे आप बड़ी आसानी से यह समझ जाएंगे कि एक व्यवसायी और एक उद्यमी में क्या फर्क होता है।
व्यवसायी वे होते हैं जो देखते हैं कि बाज़ार में किस वस्तु की अत्यधिक मांग है और इसी के आधार पर वह अपने व्यवसाय को स्थापित करते हैं। वे अत्यधिक मांग की पहचान करके अपना व्यवसाय इसीलिए शुरू करते हैं ताकि वे ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सकें।
एक बात का ध्यान रखें कि यह जिस तरह के व्यवसाय को शुरू करते हैं वह पहले से ही चले आ रहे दूसरे व्यवसायों से मिलता जुलता होता है और इसमें कोई नयापन या ओरिजिनेलिटी नहीं होती है।
व्यवसायी पहले से ही मौजूद किसी आइडिया के साथ अपना व्यवसाय शुरू करते हैं। एक व्यवसायी जिस तरह के व्यवसाय की शुरुआत करते हैं उसे पहले से ही कई लोग कर रहे होते हैं और यही कारण है कि उन्हें कड़ी प्रतिस्पर्धा tough competition का सामना करना पड़ता है लेकिन इसके कुछ फायदे भी हैं।
जब आप उस रास्ते पर चलते हैं जिस पर पहले कई लोग चल चुके हैं तो आपको ये पता होता है कि कहां गलती करना भारी पड़ सकता है और कहां आप रिस्क ले सकते हैं।
बिज़नेसमैन उन आइडियाज पर काम करते हैं जो पहले से ही कई अन्य बिज़नेसमैन द्वारा आजमाएं और परखे गए हैं इसीलिए उन्हें कम जोखिम का सामना करना पड़ता है और साथ ही साथ विफलताओं की भी संभावनाएं कम हो जाती हैं।
उद्यमी वह होता है जो एक नई आइडिया के साथ आता है और कुछ ऐसा काम करता है, जिसे पहले कभी किसी ने नहीं किया हो। एक उद्यमी बनने की शुरुआत एक यूनिक आइडिया से होती है, उसके बाद वह अपने इसी आइडिया को इंप्लीमेंट करके अपने व्यवसाय की शुरुआत करता है।
आप कह सकते हैं कि एक उद्यमी का काम अपने ओरिजनल आइडिया original idea को वास्तविकता में बदलना होता है।
एक स्टार्टअप startup शुरू करना आसान नहीं होता है। आप कुछ ऐसा कर रहे होते हैं, जिसे पहले किसी ने भी नही किया है इसीलिए जोखिम तो बिन बुलाए ही आ जाते हैं।
एक उद्यमी को अनिश्चितताओं और बड़े-बड़े जोखिम का सामना करना पड़ता है और इसीलिए एक बिज़नेसमैन की तुलना में एक उद्यमी के असफल होने के चांसेज ज्यादा होते हैं। एक बात जान लें कि एक लंबी अवधि में बाद एक उद्यमी भी बिजनेसमैन बन जाता है।
एप्पल के सह संस्थापक- स्टीव जॉब्स, माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक- बिल गेट्स, गूगल के सह संस्थापक- लैरी पेज और फेसबुक के सह संस्थापक- मार्क जुकरबर्ग, Co-founder of Apple- Steve Jobs, Founder of Microsoft- Bill Gates, Co-founder of Google- Larry Page and Co-founder of Facebook- Mark Zuckerberg, इन सभी लोगों ने अपने आइडियाज को वास्तविकता में बदला है और अपने व्यवसाय की शुरुआत की है इसीलिए इनकी गिनती दुनिया ने सर्वश्रेष्ठ उद्यमियों में की जाती है।
व्यवसायी बनाम उद्यमी | Businessman vs. Entrepreneur
ऐसी धारणा बन चुकी है कि व्यवसायी और उद्यमी एक सरीका के होते हैं, लेकिन दोनों शब्द व्यवसाय में अलग मायने रखते हैं। अगर एक व्यवसायी की बात की जाए तो वह एक रास्ता पकड़कर उस पर अमल करके आगे बढ़ते हैं। जिसकी योजना पहले से बनी हुई होती है।
वहीं अगर एक उद्यमी की बात की जाए तो वह अपने नए विचारों को उकेर कर आगे बढ़ता है। वह अपनी योजना और रास्ता खुद बनाता है। हालांकि देखा जाए तो एक उद्यमी भविष्य में व्यवसायी के रूप जरूर उभर सकता है। लेकिन इन दोनों में फर्क जरूर होता है।
ये भी पढ़े: What Is an Entrepreneur?
बाजार की स्थिति के मुताबिक समझें | understand according to the market situation.
अगर बाजार की स्थिति के मुताबिक समझा जाए तो एक व्यवसायी जो व्यवसाय करता है, वह बाजार में हो रही उथल-पुथल के मुताबिक निर्णय लेता है। साधारण भाषा में कहें तो ऐसा खिलाड़ी जो टीम में हो रही गतिविधियों के मुताबिक चलता है।
वहीं अगर बाजार की स्थिति के मुताबिक एक उद्यमी की बात की जाए तो यह एक नेतृत्व क्षमता वाला खिलाड़ी होता है। जो अपनी नई सोच और योजना के मुताबिक चलकर कई लोगों को दिशा दिखाता है।
बाजार के दृष्टिकोण से…
व्यवसायी वह होता है जो बाजार में अपने पैर पसार कर कर काम करता है और यह पैर वह कड़ी मेहनत के बाद जमाता है। बाजार में बने रहने के लिए कड़ी मेहनत तो लगती है साथ में समय भी लगता है।
वहीं अगर उद्यमी की बात की जाए तो वह अपना बाजार खुद बनाता है, क्योंकि उसके पास एक ऐसी योजना होती है जो रचनात्मक और नई है इस नई रचनात्मक सोच के माध्यम से यह लोगों के दिमाग और बाजार पर कब्जा करता है।
जोखिम के आधार पर समझें
अगर एक व्यवसाय की बात करें जो पिछले काफी सालों से चला आ रहा है और उसमें एक व्यवसायी ने अच्छी पकड़ बना ली है तो यहां काफी कम जोखिम होगा। व्यवसायी के लिए कम जोखिम इसलिए भी होगा क्योंकि यह व्यवसाय शायद उसे किसी और से भी मिल सकता है।
वहीं अगर एक उद्यमी की बात की जाए तो यहां बड़ा जोखिम होता है। क्योंकि ऐसे में आपके पास कोई अगला पिछला अनुभव नहीं होता आप ऐसी जगह कदम रख रहे होते हैं, जहां आपको खुद अपनी जिम्मेदारी लेनी होती है। यहां जोखिम बढ़ा है लेकिन सफलता भी अपार है।
प्रक्रिया के अनुसार का फर्क
व्यवसाय के लिए जो प्रक्रिया होती है वह पुरानी होती है। जो लंबे अरसे से व्यवसाय को चला रहे हैं वह एक ही तरह का प्रारूप अपनाकर अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाते हैं। लेकिन एक उद्यमी का तरीका काफी अलग होता है। वह इस प्रारूप में हर उस कदम को उठाता है जिसे लेकर वह आगे बढ़ सकता है। वह कदम कई बार अच्छे भी साबित होते हैं और बुरे भी।
इस प्रक्रिया में एक व्यवसायी का ध्यान मुनाफा कमाने के ऊपर ज्यादा होता है। जबकि एक उद्यमी अपने कर्मचारी, अपने ग्राहक और जनता के प्रति अच्छा व्यवहार रखकर मुनाफे की तरफ ध्यान देते हैं। यहां हम यह नहीं कह रहे कि व्यवसायी इन बातों पर ध्यान नहीं देते, जरूर देते हैं, लेकिन एक उद्यमी का ध्यान इस तरफ ज्यादा होता है।
ये भी पढ़े: अपनी कॉफ़ी शॉप कैसे शुरू करें ?
प्रतिद्वंदिता के विषय पर.
अगर प्रतिद्वंदिता के विषय पर देखा जाए तो व्यवसाय में यह काफी ज्यादा होती है। क्योंकि व्यवसाय कई लोग करते हैं और पुश्तैनी व्यवसाय कई बरसों से चले आ रहे हैं। वहीं अगर उद्यमी की प्रतिद्वंदिता देखें तो यह काफी कम होती है।
उद्यमी में कम प्रतियोगिता का कारण यह होता है कि एक उद्यमी का विचार, उसकी सोच, उसकी नई योजना सिर्फ उसकी होती है, इसीलिए प्रतियोगिता का स्तर कम हो जाता है।
निष्कर्ष
भले ही एक व्यवसायी और उद्यमी में कई अंतर हो लेकिन इस ब्लॉग को पढ़ने वक्त आप भी समझ गए होंगे कि इन दोनों का मुख्य उद्देश्य व्यापार करना और मुनाफा कमाना होता है। उद्यमी बाज़ार की ज़रूरत को समझते हुए एक प्रॉब्लम सॉल्व करता है और अपने स्टार्टअप से लोगों का काम आसान करता है ।
वहीं दूसरी तरफ एक व्यवसायी पहले से चले आ रहे किसी व्यवसाय में बाज़ार की मांग को देखते हुए उसी तरह का एक व्यवसाय शुरू करता है ताकि वह ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सके।
यहां हमने व्यवसायी और उद्यमी के बीच के फर्क को समझाया है और हमें यकीन है कि हम इस बात को आप तक पहुंचा पाए कि दोनों विधाओं में काफी अंतर होता है।
Editorial Segment
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Home > बिजनसमैन की रोचक कहानी | Businessman story
बिजनसमैन की रोचक कहानी | Businessman story
Businessman ki kahani | Businessman story
ये रोचक कहानी 70 के दशक की है। केरल में किसी factory का निर्माण हो रहा था। प्लांट के निर्माण प्रक्रिया के दौरान एक बड़ी चुनौती थी। एक भारी भरकम Machine को प्लांट में बने एक गहरे गढ्ढे के तल में बैठाना था। मशीन का भारी वजन बड़ी समस्या थी।
मशीन साईट पर आ गयी पर उसे 30 feet गहरे गढ्ढे में कैसे उतारा जाये ? अगर ठीक से नहीं बैठाया गया तो फाउंडेशन और Machine दोनों क्षतिग्रस्त हो जायेंगे।
ये उन दिनों की बात है, जब बहुत भारी वजन उठाने वाली क्रेनें हर जगह उपलब्ध नहीं थीं। जो थीं वो अगर उठा भी लेतीं तो गहरे गढ्ढे में उतारना उनके बस की बात नहीं थी। प्लांट बनाने वाली कम्पनी ने टेंडर नोटिस निकाला।
बहुत से लोगों ने अपने offers भेजे। उन्होंने सोचा कि कहीं से बड़ी Crane मंगवा कर मशीन फिट करवा देंगे। इस हिसाब से उन्होंने 10 से 15 लाख रुपये काम पूरा करने के मांगे।
इसी बीच किसी व्यक्ति ने कंपनी से पूछा कि अगर मशीन पानी से भीग जाये तो कोई समस्या होगी क्या ? . कम्पनी ने जवाब दिया – नहीं कोई फर्क नहीं पड़ता !
जब सारे ऑफर्स देखे गये तो एक व्यक्ति ने काम करने के सिर्फ 5 लाख मांगे थे, जाहिर है Machine बैठाने का काम उसे मिल गया।
उस आदमी ने ये बताने से मना कर दिया कि वो ये काम कैसे करेगा, बस इतना बोला कि ये काम करने का हुनर और सही टीम उसके पास है। उसने कहा – कम्पनी बस उसे तारीख और समय बताये कि किस दिन ये काम करना है।
आखिर वो दिन आ गया. हर कोई उत्सुक था ये जानने के लिए कि वो Businessman ये काम कैसे करेगा ?
उसने तो साईट पर कोई तैयारी भी नहीं की थी। ठीक समय पर कई Truck उस साईट पर पहुँचने लगे। सभी ट्रकों पर बर्फ लदी थी, जो उन्होंने गढ्ढे में भरना शुरू कर दिया।
जब बर्फ से पूरा गढ्ढा भर गया तो उन्होंने मशीन खिसकाकर बर्फ की सिल्लियों के ऊपर लगा दिया। इसके बाद एक पोर्टेबल वाटर पंप चालू किया गया और गढ्ढे में पाइप डाल दिया जिससे कि पानी बाहर निकाला जा सके।
बर्फ पिघलती गयी, पानी बाहर निकाला जाता रहा, मशीन नीचे जाने लगी।
4-5 घंटे में काम पूरा हो गया और कुल खर्चा 1 लाख रुपये से भी कम आया। Machine एकदम अच्छे से fit हो गयी और उस ठेकेदार ने 4 लाख रुपये से अधिक profit भी कमा लिया।
Business बड़ा ही रोचक विषय है। ये एक कला है, जो व्यक्ति की सूझबूझ, चतुराई और व्यवहारिक समझ पर निर्भर करता है। मुश्किल से मुश्किल समस्याओं का सरल समाधान खोजना एक अच्छे Businessman की पहचान है।
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प्रिय पाठक,
बिज़नेस स्टैंडर्ड हिंदी की वेबसाइट को हम बेहतर और आपके लिए ज़्यादा उपयोगी बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इस बारे में आपकी राय समझना सबसे ज़्यादा ज़रूरी है।
यहाँ कुछ सवाल हैं जिनके जवाब देने में लगभग 3 मिनट लगेंगे।
इस सर्वे में भाग लेने के लिए आपका बहुत धन्यवाद।
बिज़नेस स्टैंडर्ड की टीम
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COMMENTS
Success Story Of Businessman In Hindi: ... Essay on Unemployment in Hindi. 2 comments Ravindra kumar says: May 16, 2022 at 7:47 pm. Very interesting stories. Reply. Mitthu kumar says: October 15, 2023 at 12:10 am. Kya main apki story ki video banakar or logo tk pahucha sakta hu. Reply.
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